डीएम ने अवस्थापनागत सुविधाओं का जायजा लिया
हरिशंकर त्रिपाठी
देवरिया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह द्वारा शासन की मंशानुसार कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय इंदूपुर प्रथम, विकास खंड गौरीबाजार का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालय में मौजूद अवस्थापनागत सुविधाओं का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने विभिन्न कक्षाओं में अध्ययनरत बच्चों के शैक्षिक संप्राप्ति के स्तर का भी मूल्यांकन किया। कक्षा 02 में पढ़ने वाली शिवानी ने A से Z तक अल्फाबेट को ब्लैक बोर्ड पर लिखा तो जिलाधिकारी ने ताली बजाकर उत्साहवर्धन किया।
जिलाधिकारी ने शिक्षकों को निर्देशित किया कि स्कूल रेडिनेस के अंतर्गत सप्ताहवार एवं विषय के अनुरूप लक्ष्यों को प्राप्त करने लिए शिक्षकों को कक्षावार और हर संभव प्रयास तक विद्यार्थीवार लर्निंग आउटकम निर्धारित करके बच्चों की प्रोफाइल तैयार की जाएं। प्रोफ़ाइल में बच्चों के व्यक्तिगत विवरण के साथ साथ उनके अभिभावकों के आय के स्रोत की भी सूचना अंकित की जाएं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक को शिक्षकों की प्रोफाइल तैयार करके उनकी अभिरुचि के अनुसार उत्तरदायित्व देने एवं नियमित रूप से इसके मॉनिटरिंग हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी को विद्यालय परिसर की साफ सफाई और साथ ही साथ वहां पूर्व में रोपित किये गए पौधों के संरक्षण हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने इस दौरान वहां मौजूद अभिभावकों से भी वार्ता की एवं उनसे कहा कि विद्यालय में मौजूद वर्तमान सुविधाओं के अतिरिक्त ऐसी कौन सी सुविधाएं वे चाहते हैं, जिससे विद्यालय के अवस्थापनागत एवं शैक्षिक गुणवत्ता में उन्नयन हेतु सुधार किया जा सके।
निरीक्षण के दौरान मौजूद खंड विकास अधिकारी एवं खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि 01 सप्ताह के भीतर मानव संपदा, अवस्थापना से संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित करके एक कार्य योजना तैयार कर ली जाएं एवं इसे पूर्ण किये जाने की समय सीमा तय की जाएं। विद्यालय बाउंड्री वाल से संबंधित विवाद के न्यायालय में लंबित होने की जानकारी प्रधानाध्यापक द्वारा दिये जाने जाने पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को जिला पंचायत विभाग से इस संबंध में प्रभावी के कार्यवाही करते हुए मामले को यथाशीघ्र निस्तारित कराए जाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने विद्यालय में चल रही शैक्षणिक गतिविधियों के प्रति संतोष व्यक्त किया। जिलाधिकारी ने कहा निपुण भारत में शासन की मंशानुसार कक्षावार बच्चों में शिक्षण संप्राप्ति का स्तर प्राप्त किए जाने हेतु सभी शिक्षकों को निरंतर प्रयास करना है।
जिलाधिकारी द्वारा मध्याह्न भोजन को गुणवत्तापूर्ण ढंग से मीनू के अनुसार बनवाये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता की जांच/भोजन को चखने के लिए बनी समिति में अभिभावकों को अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जाएं।