रविवार, 14 अगस्त 2022

नेहरू का नाम हटाने पर कांग्रेस-भाजपा के बीच विवाद 

नेहरू का नाम हटाने पर कांग्रेस-भाजपा के बीच विवाद 

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार के विज्ञापन से देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का नाम हटाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच विवाद खड़ा हो गया है। कर्नाटक कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने नेहरू के प्रशंसक अपने पिता एसआर बोम्मई और उनके पहले राजनीतिक गुरु एमएन रॉय का अपमान किया है। दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि सरकार ने महात्मा गांधी, रानी लक्ष्मी बाई और अन्य नेताओं के साथ नेहरू की तस्वीर को स्केच में शामिल किया है प्रमुख विपक्षी दल बेकार की बातें उड़ा रहा है। 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, “नेहरू इस तरह की संकीर्णता से बचे रहेंगे। अपनी कुर्सी बचाने को बेताब कर्नाटक के मुख्यमंत्री को पता है कि उन्होंने जो किया है वह उनके पिता एस.आर. बोम्मई और उनके पिता के पहले राजनीतिक गुरु एम.एन. का अपमान है। दोनों महान नेहरू प्रशंसक और बाद में एक दोस्त भी थे। यह दयनीय है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा, “ बोम्मई को इस ‘अपमान’ के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आरएसएस को नेहरू से एलर्जी है क्योंकि उनकी सरकार ने गांधी की हत्या के बाद आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था। उन्होंने कहा, “याद रखें कि नेहरू ने अपने जीवन के नौ साल जेल में बिताए थे। वह सावरकर की तरह कायर नहीं थे।” इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा नेता मोहन कृष्ण ने कहा, “उनकी (नेहरू) तस्वीर पहले से ही स्केच में महात्मा गांधी, रानी लक्ष्मी बाई और अन्य नेताओं के साथ है। विपक्ष लोगों को कुछ दिखाकर इसे उड़ाने का प्रयास कर रहे है। यह सच नहीं है।

गौरतलब है कि सरकारी विज्ञापन में वीर सावरकर की तस्वीर शामिल है। उन्हें क्रांतिकारी सावरकर बताते हुए विज्ञापन में शीर्षक लिखा है, “विनायक दामोदर सावरकर ने कई किताबें प्रकाशित कीं, जिनमें क्रांतिकारी तरीकों से पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करने की वकालत की गई थी। उन्हें अंडमान निकोबार में कैद किया गया था और अत्यधिक यातनाएं दी गई थीं। विज्ञापन में लिखा है, “भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास लाखों भारतीयों के बलिदानों से भरा पड़ा है। आज जब हम भारत की आजादी की 76वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, हमें उन्हें याद करना चाहिए और उन्हें श्रद्धांजलि देनी चाहिए और उनकी निस्वार्थ देशभक्ति का अनुकरण करने का संकल्प लेना चाहिए।” यह विज्ञापन हर घर तिरंगा अभियान के तहत प्रकाशित किया गया था।

इस मुद्दे पर दो अगस्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए अपने प्रदर्शन चित्रों को तिरंगे में बदलने का आग्रह करने के बाद इसको लेकर ऑनलाइन विवाद शुरु हुआ। इसके बाद कुछ कांग्रेसियों ने प्रतिक्रिया स्वरूप सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपनी डिस्प्ले तस्वीरों को जवाहरलाल नेहरू की राष्ट्रीय ध्वज पकड़े हुए तस्वीर में बदल दिया।उसके बाद से यह विवाद जारी है।

महागठबंधन की सरकार, कांग्रेस को 3 मंत्री पद मिलेंगे 

महागठबंधन की सरकार, कांग्रेस को 3 मंत्री पद मिलेंगे 

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी महागठबंधन की नई सरकार में कांग्रेस को तीन मंत्री पद मिलेंगे। यह जानकारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भक्तचरण दास ने रविवार को दी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) की बिहार इकाई के प्रभारी भक्तचरण दास ने कहा कि कांग्रेस के दो विधायक 16 अगस्त को मंत्री पद की शपथ लेंगे जबकि एक और विधायक को अगले मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान सरकार में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार की महागठबंधन सरकार में कांग्रेस को कितने मंत्री पद देने हैं,इस संबंध में निर्णय को अंतिम रूप दिया जा चुका है। कांग्रेस को कुल तीन मंत्री पद मिलेंगे।’’

 पद की शपथ लेंगे,तब मुख्यमंत्री द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार करने की उम्मीद है। वहीं, एक और विधायक को 16 अगस्त के बाद होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।’’ दास ने बताया कि अबतक तय नहीं है कि किस कांग्रेस विधायक को मंत्री पद दिया जाएगा। उन्होंने  कहा, ‘‘सोमवार को हम अपने उन विधायकों के नाम तय करेंगे, जो नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के हिस्सा होंगे। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस सूत्रों ने संकेत दिया था कि पार्टी नयी सरकार में चार मंत्री पद चाहती थी। नयी महागठबंधन सरकार में मौजूदा समय में मुख्यमंत्री के अलावा केवल उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हैं और 16 अगस्त को मंत्रिमंडल विस्तार की उम्मीद है। नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़ने के बाद बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई थी।

गौरतलब है कि महागठबंधन में सात पार्टियां हैं, जिनमें जद (यू), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस, भाकपा (माले), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) शामिल हैं। 243 सदस्यीय विधानसभा में महागठबंधन के 160 सदस्य से अधिक है।

तमिलनाडु के वृत्त मंत्री की कार पर चप्पल से हमला 

तमिलनाडु के वृत्त मंत्री की कार पर चप्पल से हमला 

इकबाल अंसारी 

चेन्नई। तमिलनाडु मदुरै हवाईअड्डे पर तमिलनाडु के वृत्त मंत्री पीटीआर पलानीवेल त्यागराजन की कार पर चप्पल से हमला किया गया। मदुरै पुलिस आयुक्त ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चप्पल फेंकने के आरोप में भाजपा के 5 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल पलानीवेल शहीद हुए रइपलमैन डी लक्ष्णम के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि देने मदुरै पहुंचे थे। इस मामले में भाजपा मदुरई जिला अध्यक्ष श्रावनन का कहना है कि मदुरई हवाई अड्डे की घटना ने मुझे बहुत परेशान किया। मैं आधी रात को वित्त मंत्री से मिला और आज की घटना के लिए माफी मांगी। यह दुखद है कि मदुरा हवाई अड्डे पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने नियंत्रण से बाहर व्यवहार किया। मेरे लिए मन की शांति भाजपा के पद से ज्यादा महत्वपूर्ण है। मैं भाजपा के साथ नहीं रहूंगा। मैं सुबह अपना इस्तीफा भाजपा को देने जा रहा हूं। आगे उन्होंने कहा कि मैंने DMK में शामिल होने का कोई निर्णय नहीं लिया है, लेकिन DMK में शामिल होने में कुछ भी गलत नहीं है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बधाई व शुभकामनाएं दी 

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बधाई व शुभकामनाएं दी 

दुष्यंत टीकम

रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों सहित पूरे देशवासियों, सेना के जवानों और स्वतंत्रता सेनानियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल उइके ने अपने संदेश में कहा है कि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश सदियों की गुलामी से मुक्त हुआ था और हमने स्वतंत्रता की ताजी हवा में सांस ली थी। अनेक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और अनगिनत वीरांगनाओं के समर्पण, त्याग और बलिदान से हमारे देश को परतंत्रता की जंजीरों से आजादी मिली। मैं इस अवसर पर उन समस्त महापुरूषों और वीरांगनाओं को नमन करती हूं। राज्यपाल ने कहा कि आजादी के आंदोलन में अपना योगदान देने वाले आदिवासी वीरों के योगदान को भी भुलाया नहीं जा सकता। स्वतंत्रता आंदोलन में छत्तीसगढ़ के वीर गुण्डाधुर, वीर गेंदसिंह और शहीद वीरनारायण जैसे जनजातीय वीरांे के नेतृत्व में कई सफल जनजाति विद्रोह हुए। इन विद्रोहोें ने अंग्रेजी शासन को हिलाकर रख दिया था। मैं उन सभी आदिवासी नायकों को भी नमन करती हूं। इस आजादी को कायम रखने के लिए हमारी सेना के वीर जवानों और पुलिस कर्मियों ने भी अपनी शहादत दी है। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं और नमन करती हूं। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस समय हम देश की आजादी के 75वें वर्ष को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। इस अवसर पर समस्त देश एवं प्रदेशवासियों से आग्रह है कि आजादी के समस्त नायकों को याद करते हुए उनसे प्रेरणा लें। हम सभी आजादी के इस पावन पर्व पर देश को विघटनकारी और असामाजिक तत्वों से मुक्ति दिलाने का संकल्प लें। मैं युवा पीढ़ी से आह्वान करती हूं कि भारत की एकता और अखण्डता को मजबूत करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभायें और राष्ट्र की प्रगति में भागीदार बनें।

मुख्य मंदिर के दर्शन के लिए शुल्क लेने का फैसला 

मुख्य मंदिर के दर्शन के लिए शुल्क लेने का फैसला 

संदीप मिश्र 

आगरा। ताजमहल में पर्यटकों की भारी भीड़ को देखते हुए इसके मुख्य मंदिर के दर्शन के लिए शुल्क लेने का फैसला किया गया है। जबकि स्वतंत्रता के अमृत उत्सव के दौरान सभी स्मारकों में प्रवेश नि:शुल्क है. इस आशय का निर्देश भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (भारत सरकार) के निदेशक I (स्मारक) डॉ. एन.के. शुक्रवार को पाठक। निर्देश के अनुसार यह आदेश 13 अगस्त से 15 अगस्त तक प्रभावी रहेगा

इसके तहत पर्यटक ताजमहल में मुफ्त प्रवेश ले सकेंगे लेकिन मुख्य गुंबद पर नहीं, इसके लिए उन्हें टिकट खरीदना होगा। अधिकारियों के मुताबिक, ऐसे में रोजाना औसतन 50 हजार पर्यटक ताज देखने आगरा पहुंच रहे हैं और गुरुवार को यह संख्या 70 हजार तक पहुंच गई। उनके मुताबिक इतनी रिकॉर्ड संख्या में सैलानियों के कारण भीड़ को नियंत्रित करना काफी मुश्किल हो रहा है। अधिकारियों का कहना है कि पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शनिवार से सोमवार तक ताजमहल के मुख्य मकबरे को बंद रखने का फैसला किया गया है। इतना ही नहीं, अगर पर्यटक इसमें जाते हैं, तो उन्हें इसके लिए टिकट खरीदना होगा, और बाकी ताजमहल दीदार के लिए मुफ्त होगा।

विपक्ष के 2 दर्जन पीएम उम्मीदवारों की सूची, इंतजार 

विपक्ष के 2 दर्जन पीएम उम्मीदवारों की सूची, इंतजार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष का मजाक उड़ाते हुए कहा, कि वह विपक्ष के दो दर्जन पीएम उम्मीदवारों की सूची का इंतजार कर रहे हैं। आपको बता दें कि विपक्ष के पीएम उम्मीदवार पद के लिए नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और अब अखिलेश यादव के नाम भी सामने आ रहे हैं। यूपी के रामपुर में सभा को संबोधित करते हुए नकवी ने कहा कि मोदी-फोबिया की राजनीतिक बीमारी से पीड़ित लोग जल्द ही गायब हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए, भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि “मोदी फोबिया की राजनीतिक बीमारी” से पीड़ित लोग जल्द ही गायब हो जाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि। निराशावादी राजनीतिक खिलाड़ियों” का ढोंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी मेहनत और ईमानदारी को कभी नहीं हरा सकता है। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए, भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने (विपक्ष) पहले ही दो दर्जन प्रधान मंत्री उम्मीदवारों की प्रतीक्षा सूची तैयार कर ली है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसे “वैनिटी विदाउट वेकेंसी” कहा जाता हैनकवी ने कहा कि तमाम “राजनीतिक असहिष्णुता और झूठे और मनगढ़ंत आरोपों” के बावजूद, प्रधान मंत्री मोदी “समावेशी सशक्तिकरण” की प्रतिबद्धता के साथ अथक और लगन से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी के लिए देश की सुरक्षा और गरिमा ‘राष्ट्र नीति’ है जबकि हर जरूरतमंद का कल्याण ‘राष्ट्रधर्म’ है। अपने रामपुर दौरे के दौरान, नकवी ने महात्मा गांधी स्टेडियम में “तिरंगा पतंग कार्यक्रम” में भाग लिया, जहाँ 75 पतंग उड़ाकर तिरंगे को सम्मानित किया गया।

सॉफ्टवेयर: वीएलसी को भारत में प्रतिबंधित किया 

सॉफ्टवेयर: वीएलसी को भारत में प्रतिबंधित किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सबसे लोकप्रिय मल्टी मीडिया प्लेयर सॉफ्टवेयर और स्ट्रीमिंग मीडिया सर्वर में से एक वीएलसी को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, VideoLAN प्रोजेक्ट द्वारा विकसित लोकप्रिय मीडिया प्लेयर सॉफ़्टवेयर को लगभग 2 महीने पहले भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया था। हालांकि, यदि सॉफ़्टवेयर पहले से ही किसी डिवाइस पर स्थापित है, तो यह अभी भी काम करना चाहिए। अभी तक, न तो कंपनी और न ही भारत सरकार ने प्रतिबंध के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी किया है।

रिपोर्ट के अनुसार, यह एक सॉफ्ट बैन था, क्योंकि न तो कंपनी और न ही भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर मीडिया प्लेटफॉर्म को ब्लॉक करने की घोषणा की है। वर्तमान में, देश में केवल वीएलसी मीडिया प्लेयर वेबसाइट और डाउनलोड लिंक प्रतिबंधित हैं। सीधे शब्दों में कहें तो, अब भारत में कोई भी किसी भी काम के लिए वीएलसी मीडिया प्लेयर का उपयोग नहीं कर सकता है। जो कि उन उपयोगकर्ताओं के मामले में प्रतीत होता है जिनके पास पहले से ही अपने उपकरणों पर सॉफ़्टवेयर स्थापित है और अन्य सहित सभी प्रमुख इंटरनेट सेवा प्रदाताओं पर प्रतिबंधित है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, वीएलसी मीडिया प्लेयर को प्रतिबंधित कर दिया गया है।

क्योंकि इसका इस्तेमाल चीन समर्थित हैकिंग समूह सिकाडा द्वारा साइबर हमलों के लिए किया जा रहा था। कुछ महीने पहले, सुरक्षा विशेषज्ञों ने पाया कि सिकाडा लंबे समय से चल रहे साइबर हमले अभियान के हिस्से के रूप में एक दुर्भावनापूर्ण मैलवेयर लोडर को तैनात करने के लिए वीएलसी मीडिया प्लेयर का उपयोग कर रहा था। सरकार अब तक 270 से अधिक चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा चुकी है। ऐसे कई ऐप ने भारत में प्रवेश करने के लिए खुद को नए अवतार में फिर से नाम दिया लेकिन फिर से प्रतिबंधित कर दिया गया। हाल ही में, PUBG के भारतीय संस्करण बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया (BGMI) को भी भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है और इसे Google Play स्टोर और Apple ऐप स्टोर से हटा दिया गया है। इन ऐप्स को ब्लॉक करने के पीछे की वजह यह है कि सरकार को डर था कि ये प्लेटफॉर्म चीन को यूजर डेटा भेज रहे हैं। हालांकि, वीएलसी मीडिया प्लेयर एक चीनी कंपनी द्वारा समर्थित नहीं है। इसे पेरिस स्थित फर्म VideoLAN द्वारा विकसित किया गया है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...