रविवार, 7 अगस्त 2022

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

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1. अंक-303, (वर्ष-05)

2. सोमवार, अगस्त 8, 2022

3.शक-1944, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2079।

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शनिवार, 6 अगस्त 2022

10,196.94 करोड़ का रिकॉर्ड घाटा हुआ: एचपीसीएल 

10,196.94 करोड़ का रिकॉर्ड घाटा हुआ: एचपीसीएल 

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग 

नई दिल्ली/मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) को रिकॉर्ड घाटा हुआ है। कंपनी के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 10,196.94 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड घाटा हुआ। यह किसी भी तिमाही में एचपीसीएल को हुआ सबसे बड़ा घाटा है। एक साल पहले की समान अवधि में उसे 1,795 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा हो सकता है। इसकी वजह है, देश की सरकारी तेल कंपनियां को हो रहा घाटा। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) को वित्त वर्ष 2022-2023 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 10,196.94 करोड़ का नुकसान हुआ है। ये किसी भी तिमाही में कंपनी को हुआ सबसे ज्यादा घाटा है।

पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 1,795 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। वहीं जनवरी-मार्च तिमाही में यह आंकड़ा 1,900.80 करोड़ रुपए पहुंच गया था। इससे पहले इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने भी अप्रैल-जून में 1,992.53 करोड़ रुपए का नेट लॉस दर्ज किया था, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में नेट प्रॉफिट 5,941.37 करोड़ रुपए और जनवरी-मार्च तिमाही में 6,021.9 करोड़ रुपए था। देश की दो दिग्गज सरकारी कंपनियों को सैकड़ों करोड़ के घाटे से उबरने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ा सकती हैं, ताकि इस नुकसान की भरपाई की जा सके। अप्रैल-जून क्वार्टर में भारत में कच्चे तेल का इंपोर्ट औसतन 109 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर था, लेकिन रिटेल पंप की पेट्रोल-डीजल के दाम लगभग 85-86 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से थीं। इससे कंपनियों को नुकसान हुआ। IOCL ने अप्रैल-जून तिमाही के दौरान पेट्रोल और डीजल 10 रुपए और 14 रुपए प्रति लीटर के नुकसान पर बेचा। रूस-यूक्रेन जंग के कारण कच्चे तेल के दामों में भारी अस्थिरता बनी हुई है। कच्चा तेल लंबे समय से 100 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है। इस कारण भारतीय कंपनियों को भी महंगा कच्चा तेल इंपोर्ट करना पड़ रहा है। हालांकि भारत ने रूस से डिस्काउंट वाला कच्चा तेल भी खरीदा है। कितना खरीदा और किस रेट में खरीदा है। इसका जानकारी अभी सामने नहीं आई है।

सरकार ने कहा है कि तेल कंपनियां खुदरा कीमतों में संशोधन करने के लिए स्वतंत्र हैं। हालांकि तीनों सरकारी तेल कंपनियों ने दरों को फ्रीज करने के कारणों के बारे में जानकारी नहीं दी है। जून 2010 तक सरकार पेट्रोल की कीमत निर्धारित करती थी और हर 15 दिन में इसे बदला जाता था। 26 जून 2010 के बाद सरकार ने पेट्रोल की कीमतों का निर्धारण ऑयल कंपनियों के ऊपर छोड़ दिया। इसी तरह अक्टूबर 2014 तक डीजल की कीमत भी सरकार निर्धारित करती थी, लेकिन 19 अक्टूबर 2014 से सरकार ने ये काम भी ऑयल कंपनियों को सौंप दिया। इसके बाद से ही ऑयल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमत, एक्सचेंज रेट, टैक्स, पेट्रोल-डीजल के ट्रांसपोर्टेशन का खर्च और बाकी कई चीजों को ध्यान में रखते हुए रोजाना पेट्रोल-डीजल की कीमत निर्धारित करती हैं। पेट्रोल-डीजल कीमतों में आखिरी बार 6 अप्रैल को बढ़ोतरी की गई थी। यानी 4 महीनों से पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं। वहीं, मई में सरकार ने आम लोगों को राहत देने के लिए पेट्रोल पर 8 और डीजल पर 6 रुपए एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी। इससे पेट्रोल के दाम 9.5 रुपए और डीजल 7 रुपए सस्ता हो गया था।

चुनाव: देश के नए उपराष्ट्रपति होंगे, धनखड़ 

चुनाव: देश के नए उपराष्ट्रपति होंगे, धनखड़  

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव के लिए शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुआ मतदान शाम 5 बजे खत्म हो गया। इसके बाद शाम 6 बजे वोटों की काउंटिंग शुरू की गई। अब कभी भी नतीजे घोषित किए जा सकते हैं। वहीं, एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ की जीत तय मानी जा रही है। इसलिए बीजेपी कार्यकर्ता अभी से जश्न मना रहे हैं। वहीं, बीजेपी कार्यालय में भी जश्न की तैयारियां हो रही है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ देश के नए उपराष्ट्रपति होंगे। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी और विपक्ष के उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया। धनखड़ को 528 वोट मिले। इसमें से 15 वोट अमान्य रहे। जबकि मार्गरेट अल्वा को 182 वोट पड़े। धनखड़ ने विपक्ष के उम्मीदवार को 346 मतों के अंतर से हराया।

लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर उनके नाम का औपचारिक ऐलान किया। हालांकि एनडीए उम्मीदवार धनखड़ के जीत के कयास शुरुआत से ही लगाए जा रहे थे। शनिवार को संसद में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल 780 में से 725 सांसदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। टीएमसी के 34 सांसदों, एसपी और शिवसेना के दो और बीएसपी के एक सांसद ने वोटिंग से किनारा किया। शाम पांच बजे तक मतदान चला और एक घंटे बाद यानि 6 बजे से काउंटिंग शुरू हुई। उपराष्ट्रपति पद की दौड़ भी पूरी हो चुकी है। एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ देश के अगले उपराष्ट्रपति होंगे। उन्होंने विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 346 मतों के अंतर से हराया। धनखड़ को 528 वोट मिले, अल्वा को 182 जबकि 15 वोट रद्द हुए। धनखड़ के उपराष्ट्रपति बनने पर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं ने बधाई दी। उनके उपराष्ट्रपति बनने पर दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में जश्न मनाया गया।

ढोल नगाड़ों के साथ भाजपा कार्यकर्ता नाचते हुए नजर आए। किन-किन सांसदों ने वोटिंग नहीं की उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल 55 सांसदों ने वोटिंग के अधिकार का प्रयोग नहीं किया। इनमें से टीएमसी के 34 सांसद शामिल थे। हालांकि टीएमसी के दो सांसदों ने पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के आदेश के बावजूद वोटिंग में हिस्सा लिया। ये नाम शिशिर और दिव्येंदु अधिकारी के हैं। इसके अलावा एसपी और शिवसेना के दो और बीएसपी के एक सांसद ने भी वोटिंग नहीं की। भाजपा के दो सांसदों- सनी देओल और संजय धोत्रे ने भी स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए वोटिंग से किनारा किया। पीपीई किट पहनकर वोट डालने पहुंचे सिंघवी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य अभिषेक मनु सिंघवी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण पीपीई किट पहनकर संसद भवन पहुंचे और अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

पीएम मोदी ने डाला पहला वोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले संसद भवन पहुंचकर वोट डाला। पीएम मोदी के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने व्हील चेयर में पहुंचकर वोट डाला। सोनिया गांधी समेत कांग्रेस और सत्ताधारी पक्ष के सांसदों ने वोटिंग की।

कौन हैं जगदीप धनखड़

राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक सुदूर किठाना गांव में कृषि परिवार में जन्मे जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति तक का सफर बेहद दिलचस्प है। जगदीप धनखड़ साल 1989 में जनता दल पार्टी के सांसद के तौर पहली बार राजस्थान के झुंझुनू जिले से संसद पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दी। 1993 में वे अजमेर जिले के किशनगढ़ से राजस्थान विधानसभा पहुंचे। साल 2019 में उन्हें केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।

आक्रोशित ठेकेदारों ने प्रक्रिया का बहिष्कार किया 

आक्रोशित ठेकेदारों ने प्रक्रिया का बहिष्कार किया 

पंकज कपूर 

अल्मोड़ा। पर्वतीय कांट्रेक्टर एसोसिएशन के बैनर तले अपनी 05 सूत्रीय मांगों को लेकर राजकीय ठेकेदार आंदोलन पर अडिग हैं। आक्रोशित ठेकेदारों ने शनिवार को नगर पालिका बागेश्वर में चल रही नीलामी प्रक्रिया का बहिष्कार कर दिया और बढ़ी हुई रॉयल्टी वापस लेने की पुरजोर मांग उठाई। इस दौरान ठेकेदारों ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन भी किया। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हीराबल्लभ भट्ट के नेतृत्व में ठेकेदार नारेबाजी करते हुए नगर पालिका कार्यालय पहुंचे, जहां चल रही टैंडर प्रकिया का विरोध किया। उन्होंने सरकार से रॉयल्टी में 5 गुना बढ़ोतरी को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए नगर पालिका में विभिन्न निर्माण कार्याे की निविदा प्रक्रिया का बहिष्कार किया। ठेकेदारों का कहना है कि उनके देयकों से पांच गुना रॉयल्टी वसूले जाने, खनिज न्यास के तहत ठेकेदारों के देयकों से काटी जा रही 25 प्रतिशत अतिरिक्त रॉयल्टी समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलित हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को सुनने को तैयार नहीं है।

यदि तय समय में उनकी मांग नहीं मानी गई, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। तय किया कि जले स्तर पर आपदा के तहत चल रहे निर्माण कार्यों को बंद कर मशीनों को बंद कर देंगे। सभी निर्माण संस्थाओं में तालाबंदी करेंगे। विकास कार्य प्रभावित होने की जिम्मेदारी शाासन और प्रशासन की होगी। इस मौके पर महामंत्री संजय नेगी, प्रमोद मेहता, मोहन भट्ट, पप्पू राणा, लाल सिंह दीवान, नवीन परिहार, आरडी जोशी, सोनू खेताल, भुवन लोहनी, दिनेश गड़िया, विनोद पाठक, दिनेश मेहता, नवीन रावल, ईश्वर पांडेय, जंगदीश पाठक, दीपक रौतेला, महेश जोशी, नवीन दुबड़िया, राम सिंह गौड़, गिरीश पाठक आदि मौजूद रहे।

अखिल भारतीय ऑपरेशन का शुभारंभ: आरपीएफ

अखिल भारतीय ऑपरेशन का शुभारंभ: आरपीएफ

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। रेल मंत्रालय के अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल एक केंद्रीय सशस्त्र बल है, जिसे रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्रों और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। भारतीय रेलवे के माध्‍यम से यात्रा करने वाले यात्रियों की सुरक्षा में सुधार के उद्देश्य से आरपीएफ ने “ऑपरेशन यात्री सुरक्षा” कोड नाम के तहत एक अखिल भारतीय ऑपरेशन का शुभारंभ किया है। इस पहल के एक अंग के रूप में यात्रियों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने के लिए ट्रेन एस्कॉर्टिंग, स्टेशनों पर उपस्थिति, सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी, ​​सक्रिय अपराधियों पर निगरानी, ​​अपराधियों के बारे में खुफिया जानकारी एकत्र करना और उस पर कार्रवाई, ब्लैक स्पॉट और अपराध की पहचान करने के साथ-साथ यात्रियों के खिलाफ अपराध को कम करने के लिए एक कार्रवाई योग्य रणनीति तैयार करने हेतु अपराध संभावित ट्रेनों/खंडों और अन्य स्‍थलों के साथ-साथ इनमें सुरक्षा बढ़ाने जैसे कई कदम उठाए जा रहे हैं। सभी हितधारकों के साथ निरंतर समन्वय किया जा रहा है और नियमित रूप से यात्री सुरक्षा में सुधार के लिए संयुक्त कार्रवाई की योजना बनाई गई है।

ऑपरेशन यात्री सुरक्षा को गति देने के लिए आरपीएफ द्वारा जुलाई 2022 में यात्रियों को निशाना बनाने वाले अपराधियों के खिलाफ एक महीने के अखिल भारतीय अभियान का शुभारंभ किया गया था। अभियान के दौरान 365 संदिग्धों को आरपीएफ कर्मियों द्वारा पकड़ा गया और कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित जीआरपी को सौंप दिया गया, जिसके आधार पर यात्री अपराध यानी यात्री सामान की चोरी, ड्रगिंग, डकैती, चेन स्नैचिंग आदि के 322 मामलों की जानकारी मिली। अपराधियों के कब्जे से या इन अपराधों की जांच के दौरान यात्रियों की एक करोड़ रुपये से अधिक की चोरी की संपत्ति इनसे बरामद की गई।

आरपीएफ अपनी प्रतिक्रिया, प्रभावशीलता और पहुंच बढ़ाने और सेवा ही संकल्प के अपने उद्देश्य को साकार करने के लिए अपने कार्य क्षेत्र में इस अभियान के शुभारंभ के साथ  प्रतिक्रिया में सुधार, प्रौद्योगिकी और नवाचार को बढ़ावा देकर भविष्य में भी भारतीय रेलवे, यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के अपने प्रयासों को जारी रखेगा।

वायुसेना प्रमुख ने 3 स्वदेशी एयरक्राफ्ट को उड़ाया

वायुसेना प्रमुख ने 3 स्वदेशी एयरक्राफ्ट को उड़ाया 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी  

नई दिल्ली/बेंगलुरू। वायुसेना प्रमुख (सीएएस) एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने अपनी दो दिवसीय बेंगलुरु यात्रा के दौरान तीन स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) और हिंदुस्तान टर्बो ट्रेनर-40 (एचटीटी-40) को उड़ाया। आत्मनिर्भरता की ओर अपने अभियान के अंग के रूप में इन्‍हें भारतीय वायुसेना में शामिल किया जा रहा है।

वायु सेना प्रमुख को एलसीएच और एचटीटी-40 की क्षमताओं की नवीनतम जानकारी देने के साथ-साथ तेजस का प्रदर्शन भी दिखाया गया। उन्होंने वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाओं को समझने के लिए डिजाइनरों और परीक्षण दल के साथ भी वार्तालाप किया। 06 अगस्त, 2022 को, वायु सेना प्रमुख ने एयर चीफ मार्शल एलएम कटेरे स्‍मृति व्‍याख्‍यान को संबोधित किया जिसमें आईएएफ, एचएएल और एयरोस्पेस उद्योग के अन्य हितधारकों के सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों ने भाग लिया। वायुसेना प्रमुख ने भविष्य के लिए एक त्‍वरित लड़ाकू बल बनाने की दिशा में भारतीय वायुसेना की क्षमता और बल विकास योजनाओं पर भी चर्चा की।

'हर घर तिरंगा' अभियान, तैयारियों का जायजा लिया 

'हर घर तिरंगा' अभियान, तैयारियों का जायजा लिया 


'हर घर तिरंगा' अभियान को सफल बनाने के लिए जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल ने लोनी विधानसभा अभियान संयोजक पं ललित शर्मा के साथ तैयारियों का लिया जायजा, अभियान को सफल बनाने के दिये आवश्यक निर्देश

अश्वनी उपाध्याय/दीपक राणा 

गाजियाबाद/लोनी। शनिवार को भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल ने लोनी में 'हर घर तिरंगा' अभियान को सफल बनाने के लिए अभियान के विधानसभा संयोजक ललित शर्मा के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। विधानसभा संयोजक पं ललित शर्मा ने जिलाध्यक्ष को लोनी में अभियान को सफल बनाने के लिए की जा रही तैयारियों से अवगत कराते हुए कहा संगठन की मंशा के अनुरूप अभियान भव्य, सफल और ऐतिहासिक होगा।

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...