गुरुवार, 4 अगस्त 2022

आजम की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती कराया

आजम की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती कराया 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता एवं अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खान की तबीयत अचानक से बिगड़ जाने के बाद उन्हें राजधानी के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सांस लेने में हो रही दिक्कत को देखते हुए पूर्व मंत्री को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। चिकित्सकों ने अगले 48 घंटे आजम खान के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताएं हैं। बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे मौजूदा विधायक आजम खान की तबीयत अचानक से खराब हो गई है। आनन-फानन में पूर्व मंत्री को राजधानी लखनऊ के मेदांता अस्पताल में ले जाकर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जहां चिकित्सकों ने पूर्व मंत्री को सांस लेने में हो रही दिक्कत के मद्देनजर आईसीयू में शिफ्ट कर दिया है।

पूर्व मंत्री का इलाज कर रहे चिकित्सकों ने अगले 48 घंटे आजम खान के जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताए हैं। पोस्ट कोविड-19 सिस्टम से बुरी तरह जूझ रहे पूर्व मंत्री को निमोनिया का असर बताया गया है, जो आजम खान के फेफड़ों तक पहुंच गया है। जिसकी वजह से पूर्व मंत्री को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री आजम खान को सीतापुर जेल में रहने के दौरान कोरोना की दूसरी लहर के समय कोविड-19 के संक्रमण ने अपने लपेटे में ले लिया था। कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद पूर्व मंत्री की हालत की हुई थी।

'हर घर तिरंगा' अभियान को सफल बनाने हेतु बैठक 

'हर घर तिरंगा' अभियान को सफल बनाने हेतु बैठक 

अश्वनी उपाध्याय/दीपक राणा 

गाजियाबाद/लोनी। लोनी के बलराम नगर में हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए भाजपा के अल्पसंख्यक एवं अनुसूचित मोर्चा की बैठक आयोजित की गई। बैठक में आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने पर मनाएं जा रहे हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए भाजपा उपाध्यक्ष किसान मोर्चा व अभियान के संयोजक ने दोनों मोर्चों को महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी।

बैठक में दोनों मोर्चाओं के पदाधिकारी, मण्डल अध्यक्ष व कार्यकर्ता उपस्थित रहें। भाजपा नेता पं ललित शर्मा ने कहा यह दोनों मोर्चा अहम है और हर घर तिरंगा अभियान को सफल और भव्य बनाने के लिए रणनीतिक बैठक का आयोजन किया गया है और संगठन से प्राप्त निर्देशों की जानकारी दी। बैठक में मुख्य रूप से अल्पसंख्यक मोर्चा के एवं अनुसूचित जाति मोर्चा के जिले के पदाधिकारी एवं मंडल अध्यक्ष उपस्थित रहे।

कांग्रेस को झटका, बिश्नोई ने भाजपा का दामन थामा 

कांग्रेस को झटका, बिश्नोई ने भाजपा का दामन थामा 

अकांशु उपाध्याय/राणा ओबरॉय 

नई दिल्ली/चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे कुलदीप बिश्नोई ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। गुरुवार को उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। बुधवार को ही उन्होंने आदमपुर विधायक के तौर पर चंडीगढ़ से इस्तीफा दिया था। खास बात है कि कांग्रेस ने जून में ही उन्होंने निष्कासित कर दिया था। उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भी क्रॉस वोटिंग की थी। कुलदीप बिश्नोई ने विधायक पद छोड़ने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया है। लंबी बगावत के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया था। हाल ही में कांग्रेस में हुए फेरबदल के दौरान प्रदेश अध्यक्ष पद पर नाम को लेकर विचार नहीं करने के चलते वह बागी हो गए थे। खबर है कि उनके बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर सीट पर उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर मैदान में उतर सकते हैं।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भाजपा मुख्यालय में उनका पार्टी में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बिश्नोई का आना संगठन की मदद करेगा। उन्होंने बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का समर्थन कर रहे थे और हाल के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस में रहते हुए भी भाजपा का समर्थन किया था।इस दौरान आदमपुर के पूर्व विधायक ने भी पीएम मोदी की तारीफ की और कहा कि उन्हें ‘भारत का सबसे अच्छा प्रधानमंत्री’ कहना गलत नहीं होगा, जो हमेशा देश और गरीबों के कल्याण के बारे में सोचते हैं। इधर, 10 जून को भी उन्होंने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी। उस चुनाव में कांग्रेस ने अजय माकन को उम्मीदवार बनाया था। जबकि, भाजपा और जननायक जनता पार्टी (JJP) समर्थित उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा की जीत हुई थी। इसके अगले ही दिन उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया था।

जिला पंचायत सदस्य उपचुनाव के लिए मतदान कराया 

जिला पंचायत सदस्य उपचुनाव के लिए मतदान कराया 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। जनपद में जिला पंचायत सदस्य उपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराया गया। जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान मतदान केन्द्र पर सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात पुलिस फोर्स को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। जनपद में हो रहे जिला पंचायत सदस्य उपचुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने तथा जनपद में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ रखने हेतु जिलाधिकारी श्री चन्द्रभूषण सिंह महोदय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरनगर विनीत जायसवाल द्वारा पुलिस एंव प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया गया।

इस दौरान अपरजिलाधिकारी (प्रशासन) नरेन्द्र बहादुर सिंह, पुलिस अधीक्षक देहात अतुल कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य पुलिस एंव प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा मतदान केन्द्रों पर पहुंचकर मतदान हेतु की गई सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए कुशलता प्राप्त की तथा मतदान केन्द्र सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल को निर्देशित किया गया कि मतदान केन्द्र के अंदर कोई भी व्यक्ति मोबाइल फ़ोन न ले जाये, मतदान केन्द्र के आसपास भीड़ एकत्रित न होने दे, चुनाव प्रक्रिया के दौरान यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा किसी भी प्रकार का विघ्न डालने का प्रयास किया जाता है, तो ऐसे अराजक तत्वों पर पूरी सख्ती से कानूनी कार्यवाही की जाए।

यदि किसी प्रत्याशी या मतदाता द्वारा चुनाव आयोग के दिशा निर्देशो का उल्लंघन किया जाता है, तो उसके विरुद्ध तत्काल नियमानुसार कठोरतम कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। पीठासीन अधिकारी का पूर्ण सहयोग करें तथा शांति व्यवस्था बनाये रखें एवं शान्ति व्यवस्था हेतु पीठासीन अधिकारी के बुलाने पर ही मतदान केन्द्र के अन्दर प्रवेश करें। साथ ही जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी मतदाताओं से अपील की गई कि मतदान केन्द्र पास अनावश्यक रूप से खडें ना हो, वोट डालने के पश्चात अपने अपने घर जाएं तथा कानून एंव शान्ति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें।

रोमांस: 50 साल के शख्स का प्राइवेट पार्ट फ्रैक्चर हुआ 

रोमांस: 50 साल के शख्स का प्राइवेट पार्ट फ्रैक्चर हुआ 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

जकार्ता। इंडोनेशिया से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसे जान आपके होश पाख्ता हो जाएंगे। दरअसल, पत्नी के साथ रोमांस के दौरान 50 साल के एक शख्स का प्राइवेट पार्ट फ्रैक्चर हो गया। वहीं, वह दर्द के मारे बेचैन हो गया। इस दौरान उसे ब्लीडिंग भी शुरू हो गई और यूरिन पास होना भी बंद हो गया। जिसके बाद शख्स आनन-फानन में अस्पताल पहुंचा, जहां उसकी डॉक्टरों द्वारा सर्जरी की गई। रिपोर्टस के अनुसार, यह शख्स डॉक्टरों के पास प्राइवेट पार्ट में दर्द की समस्या लेकर आया था। ऐसे में इंडोनेशिया के जावा के Dr Soetomo General हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उसका इमरजेंसी में इलाज शुरू किया, जहां पता चला कि वो Eggplant Deformity से ग्रस्त हो गया है।

इलाज के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि शख्स के प्राइवेट पार्ट के चारों ओर के ऊतक, ब्लड वेसेल्स और नसें बुरी तरह खराब हो गई थीं। हालांकि, डॉक्टरों ने बेहद सावधानी से उसका इलाज किया। फिर युवक पांच दिन अस्पताल में रहने के बाद वह ठीक होकर घर गया। इलाज के चार महीने बाद तक शख्स को कोई गंभीर समस्या नहीं हुई। वह अब वह बिना किसी परेशानी के पहले की तरह जीवन जी रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि Penile Fracture (पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में होने वाला फ्रैक्चर) एक असामान्य बात है। लेकिन ऐसे कुछ मामले सामने आते रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि जटिलताओं से बचने के लिए ऐसी स्थिति में सर्जरी ‘जितनी जल्दी हो सके’ की जानी चाहिए। हो सके तो 24 घंटे के भीतर ही।

प्रसाद को 'बीपीएससी' का अध्यक्ष नियुक्त किया

प्रसाद को 'बीपीएससी' का अध्यक्ष नियुक्त किया 

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। बिहार सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी अतुल प्रसाद को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) का अध्यक्ष नियुक्त किया है। आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। अतुल प्रसाद चार अगस्त को अवकाश प्राप्त कर रहे निवर्तमान अध्यक्ष आर. के. महाजन का स्थान लेंगे।आयोग के अध्यक्ष और सदस्य छह वर्ष या 62 वर्ष की आयु के लिए पद धारण करते हैं। प्रसाद फरवरी 2022 में बिहार के विकास आयुक्त के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा यहां जारी एक अधिसूचना के अनुसार 1987 बैच (बिहार कैडर) के पूर्व आईएएस अधिकारी प्रसाद पांच अगस्त को कार्यभार संभालेंगे।

प्रसाद ऐसे समय में बिहार लोक सेवा आयोग का कार्यभार संभालेंगे जब बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने को लेकर आलोचनाओं का शिकार हो रहा है। बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा जिसमें छह लाख से अधिक आवेदकों को उपस्थित होना था, आरोपों के मद्देनजर इस साल मई में अंतिम समय पर स्थगित कर दिया गया था। परीक्षा की नई तारीख अबतक घोषित नहीं की गई है।

शिंदे गुट की अर्जी पर फिलहाल कोई फैसला न लें 

शिंदे गुट की अर्जी पर फिलहाल कोई फैसला न लें 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। शिवसेना पर नियंत्रण को लेकर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट असली शिवसेना किसकी है, इसपर दोनों गुट चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए थे। इसपर नियंत्रण को लेकर दोनों पक्षों के बीच कानूनी लड़ाई जारी है। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई करते हुए उद्धव गुट को राहत दी है और कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा कि वे शिंदे गुट की अर्जी पर फिलहाल कोई फैसला न लें। अब इस मामले पर सोमवार को अगली सुनवाई होगी।

इससे पहले, बुधवार को भी इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी, जहां दोनों गुटों ने अपना-आपना पक्ष रखा था। इस मामले को पांच जजों की बेंच को सौंपने के संबंध में फैसला लिया जाएगा। वहीं दोनों पक्षों के लिखित तर्कों का सत्यापन किया जाएगा। सुनवाई के दौरान शिंदे कैंप के वकील हरीश साल्वे अपनी तरफ से प्रस्तावित सुनवाई के बिंदुओं को रखा. साल्वे अयोग्यता को लेकर स्पीकर के अधिकार और प्रक्रिया को पूरा करने के तरीके को लेकर सिलसिलेवार तरीके से बातें रखी।

CJI ने पूछा कि क्या एक बार चुने जाने के बाद विधायक पर पार्टी का नियंत्रण नहीं होता? वह सिर्फ पार्टी के विधायक दल के अनुशासन के प्रति जवाबदेह होता है? इसके जवाब में शिंदे समूह के वकील साल्वे ने कहा कि जब तक विधायक पद पर है, तब तक वह सदन की गतिविधि में हिस्सा लेने का अधिकारी है। वह पार्टी के खिलाफ भी वोट करे तो वह वोट वैध होगा। इसपर साल्वे ने कहा कि मैं यह नहीं कह रहा कि पार्टी का नियंत्रण नहीं होता। यह कह रहा हूँ कि हमने पार्टी नहीं छोड़ी है और सिर्फ पार्टी के अंदर अपनी आवाज़ उठाई है। वहीं, दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे गुट के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि मामला संविधान पीठ को मत भेजें।

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...