लालाबाई को जिला पंचायत अध्यक्ष घोषित किया
मनोज सिंह ठाकुर
रतलाम। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए आज हुए चुनाव में तीन सदस्यों को वोट निरस्त किए जाने के बाद भाजपा समर्थित लालाबाई को जिला पंचायत अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है। दूसरी ओर कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताते हुए इसके विरुद्ध संघर्ष करने की बात कही है। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के लिए घोषित किए गए कार्यक्रम के अनुसार,निर्धारित समय पर जिला पंचायत का सम्मेलन प्रारंभ हुआ। चुनाव को देखते हुए जिला पंचायत परिसर में बेहद पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। जिला पंचायत के सामने के तमाम रास्तों को सील कर दिया गया था और किसी भी व्यक्ति को इसमें प्रवेश की अनुमति नहीं थी। पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। मीडीयाकर्मियों को भी निर्वाचन प्रक्रिया में प्रवेश की अनुमति नहीं थी और तमाम मीडीयाकर्मी जिला पंचायत कार्यालय के बाहर मौजूद थे।
नियमानुसार,दोपहर पौने दो बजे जिला पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र कटारिया,सैलाना विधायक हर्षविजय गेहलोत,आलोट विधायक मनोज चावला और पारस सकलेचा के नेतृत्व में कोर्ट गेट के सामने मौजूद कांक्ष निर्वाचन के परिणाम घोषित किए जाने थे,लेकिन दो बजे तक परिणामों की घोषणा नहीं किए जाने से कांग्रेस नेताओं का आक्रोश बढने लगा। शहर कांग्रेस समर्थकों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी प्रारंभ कर दी। कांग्रेस नेताओं का आरोप था कि कांग्रेस की सुनिश्चित जीत को बिगाडने के चक्कर में प्रशासन द्वारा गडबडी की जा रही है और इसी वजह से परिणाम घोषित नहीं किए जा रहे है। कांग्रेस नेताओं की नारेबाजी को शांत करने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील पाटीदार पंहुचे,उन्होने कांग्रेस नेताओं को शांत करने का प्रयास किया। कांग्रेस नेताओं की मांग थी कि उनके निर्वाचित विधायकों को भीतर जाने दिया जाए,लेकिन प्रशासन ने उनकी मांग को ठुकरा दिया। ठीक दो बजकर नौ मिनट पर कलेक्टर नरेन्द्र सूर्यवंशी ने लाउड स्पीकर पर चुनाव परिणामों की घोषणा की। कलेक्टर की घोषणा के मुताबिक जिला पंचायत अध्यक्ष पद के निर्वाचन में कुल सौलह सदस्यों ने मतदान किया,जिनमें से तीन मत निरस्त कर दिए गए। शेष बचे तेरह मतों में से छ: कांग्र्रेस को,जबकि सात मत भाजपा प्रत्याशी को मिले। इस प्रकार भाजपा प्रत्याशी लालाबाई पति शंभूलाल को विजयी घोषित किया गया।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत तय थी। जिला पंचायत सदस्यों को निर्वाचन में भाजपा समर्थित सात प्रत्याशी जीते थे,जबकि चार सदस्य जयस के और तीन सदस्य कांग्रेस के जीते थे। दो निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। दोनो निर्दलीय प्रत्याशियों और जयस के चार प्रत्याशियों ने कांग्रेस को समर्थन देना तय किया था। इस प्रकार कांग्रेस प्रत्याशी रुक्मणि बाई पति रमेश मालवीय को कुल 9 मत मिलना तय था और कांग्रेस का अध्यक्ष प्रत्याशी की जीत तय थी,लेकिन प्रशासन ने कांग्रेस के तीन मतदाताओं के मत निरस्त करवा दिए। इस प्रकार भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीत लिया। कलेक्टर द्वारा परिणाम की घोषणा के बाद कांग्रेस नेताओं ने लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र कटारिया ने कहा कि जिला प्रशासन भाजपा के एजेन्ट के रुप में काम कर रहा है। कांग्रेस विधायक हर्ष विजय गेहलोत और मनोज चावला ने भी इसे भाजपा की गुण्डागिर्दी करार दिया। कांग्र्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार की इस दादागिरी के खिलाफ संघर्ष करने की बात कही है।