गुरुवार, 28 जुलाई 2022

शिक्षक भर्ती घोटाला, चटर्जी को मंत्री पद से हटाया 

शिक्षक भर्ती घोटाला, चटर्जी को मंत्री पद से हटाया 

मिनाक्षी लोढी 

कोलकाता। शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तारी के बाद पार्थ चटर्जी को मंत्रालय समेत सभी पदों से हटाए जाने की तेज होती मांग के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कैबिनेट बैठक के बाद बड़ा फैसला लिया है। पश्चिम बंगाल से जुड़े शिक्षक भर्ती घोटाले में नाम आने के बाद उनको मंत्री पद से हटा दिया गया है। पार्थ चटर्जी फिलहाल उद्योग मंत्री थे। जब वह शिक्षा मंत्री थे, उस दौरान हुए घोटाले के लिए उनको गिरफ्तार किया जा चुका है।

इससे पहले पार्थ चटर्जी को निष्कासित करने की मांग के बीच पार्टी ने बृहस्पतिवार शाम एक बैठक बुलाई थी। बैठक की घोषणा ऐसे समय में की गई, जब कुछ घंटे पहले ही पार्टी के राज्य महासचिव एवं प्रवक्ता कुणाल घोष ने एसएससी घोटाले मामले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को पद से तुरंत हटाए जाने और पार्टी से भी तत्काल निष्कासित किए जाने की मांग की थी।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के अनुसार, चटर्जी से संबद्ध अपार्टमेंट से लगभग 50 करोड़ रुपये की नकदी और सोना बरामद किया गया है। इसके अलावा कुछ संपत्तियों तथा विदेशी मुद्रा से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए गए थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।

पार्टी के प्रवक्ता घोष ने सुबह नौ बजकर 52 मिनट पर ट्वीट किया, ‘‘पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल तथा पार्टी के सभी पदों से तत्काल हटाया जाना चाहिए। अगर मेरा बयान गलत लगे, तो पार्टी के पास मुझे भी सभी पदों से हटाने का अधिकार है। मैं तृणमूल कांग्रेस के एक सैनिक की तरह काम करता रहूंगा।” उन्होंने बाद में पत्रकारों से कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी पर पूरा विश्वास है। घोष ने कहा, ‘‘वह (पार्थ चटर्जी) कह रहे हैं कि वह मंत्री पद से इस्तीफा क्यों दें। वह सार्वजनिक रूप से यह क्यों नहीं कह रहे कि वह निर्दोष हैं और उनका अर्पिता मुखर्जी से कोई संबंध नहीं है?

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 20,557 नए मामलें 

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 20,557 नए मामलें 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी के बढ़ते मामले और उनसे होने वाली मौतों के आंकड़े एक बार फिर डराने लगे हैं। पिछले 24 घंटों में नए मामलों में भी इजाफा दर्ज किया गया है। वहीं, काफी समय के बाद सक्रिय मामलों में गिरावट देखी गई है। 28 जुलाई 2022 यानी आज सुबह आठ बजे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी डेटा के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना वायरस के 20,557 नए मामलें सामने आए हैं और संक्रमण से 44 लोगों की मौत हो गई है। इससे पहले 26 जुलाई को 18,313 कोरोना के नए मामले सामने आए थे। वहीं 25 जुलाई को 14,830 नए मामले मिले थे. केरल में एक बार फिर कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं। पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों में 1,273 नए मामले सामने आए हैं जिसके चलते सक्रिय मामलों की संख्या 20,094 पर पहुंच गई है। वहीं, महाराष्ट्र में भी 2,138 नए मामले सामने आए हैं।

आंकड़ों पर गौर करें तो देश में अब सक्रिय मामलों की दर 0.33 प्रतिशत है. वहीं रिकवरी दर 98.5 फीसदी पर पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में 34 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि राज्य सरकारों द्वारा पहले हुई 10 लोगों की मौत की जानकारी दी जा चुकी है। यानी टोटल 44 लोगों की मौत हुई है। मंत्रालय के डेटा के मुताबिक पिछले 24 घंटे में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 19,216 है। यदि प्रतिदिन एक्टिव मामलों के दर की बात करें तो वह 5.18 फीसदी रही। बीते 24 घंटों में 3,96,783 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया है। मालूम हो कि अब तक देश में 87.4 करोड़ कोरोना टेस्ट किये जा चुके हैं।

पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले...
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी डेटा के अनुसार वर्तमान में पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 20,094 मामले सक्रिय हैं। केरल में 17,803, तमिलनाडु में 14,284, महाराष्ट्र में 13,943, कर्नाटक में 8,836 और पंजाब में 7,089 मामले अभी सक्रिय हैं। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.47 प्रतिशत है। वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 वैक्सीन की 203.21 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं।

महिलाओं की नग्न तस्वीरों पर कोई आपत्ति नहीं जताता

महिलाओं की नग्न तस्वीरों पर कोई आपत्ति नहीं जताता 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि महिलाओं की नग्न तस्वीरें प्रसारित किए जाने पर कोई आपत्ति नहीं जताता है। लेकिन, एक अभिनेता का नग्न तस्वीर खिंचवाना समाचार चैनल पर प्राइम टाइम की बहस का विषय बन गया है। मालीवाल ने बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह के नग्न तस्वीरें खिंचवाने पर उपजे विवाद के बीच यह कहा। रणवीर ने हाल में इंस्टाग्राम पर ये तस्वीरें साझा की थीं।

मालीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘समाज में आए दिन महिलाओं की नंगी तस्वीरें सामने आती हैं और कोई इस पर आपत्ति तक नहीं जताता। अपने अलग अंदाज के लिए पहचाने जाने वाला एक अभिनेता नंगी तस्वीरें खिंचवाने का फैसला करता है तो यह प्राइम टाइम की बहस का विषय बन जाता है। क्या देश में कोई असली मुद्दा नहीं बचा है?’’ गौरतलब है कि रणवीर सिंह नंगी तस्वीरें खिंचवाने को लेकर चर्चा के केंद्र में हैं। उन पर मुंबई में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है, जिसमें आरोप लगाया गया है। उन्होंने ‘‘महिलाओं की भावनाओं को आहत किया है और अपनी तस्वीरों के जरिए उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाई है।’’

8 साल में केवल 7 लाख लोगों को रोजगार: वरुण 

8 साल में केवल 7 लाख लोगों को रोजगार: वरुण 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर अब अपनी ही सरकार की घेराबंदी कर दी है। सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि पिछले 8 साल के भीतर 22 करोड़ युवाओं ने केंद्रीय विभागों में नौकरी के लिए आवेदन किया, लेकिन सरकार की कर्मठता देखिये कि वह इनमें से केवल 7 लाख को ही रोजगार दे सकी है। बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे को गंभीरता के साथ उठाते हुए अपनी ही सरकार के ऊपर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट में लिखा है कि पिछले 8 साल के भीतर 22 करोड़ युवाओं ने केंद्रीय विभागों में नौकरी पाने के लिए आवेदन किया। मगर सरकार की दरियादिली देखिए कि वह केवल 700000 को ही रोजगार दे सकी है।

उन्होंने कहा है कि सरकार की ओर से संसद में पेश किए गए आंकड़े देश में स्थिति को बेरोजगारी की स्थिति को स्वयं बयां कर रहे हैं। जब देश में तकरीबन एक करोड़ स्वीकृत पद खाली पड़े हुए हैं, तब ऐसी स्थिति में केवल 700000 रोजगार देने के लिए जिम्मेदार कौन है?
गौरतलब है कि बेरोजगारी और महंगाई जैसे गंभीर मुददों पर जब अन्य सांसद और विधायक पूरी तरह से चुप्पी साधे पडे है। वही भाजपा सांसद वरुण गांधी पिछले कुछ महीनों से अपनी ही सरकार की नीतियों के खिलाफ बगावती अंदाज अपनाते हुए नजर आ रहे हैं। भाजपा सांसद वरुण गांधी समय-समय पर सरकार को घेरते हुए जनहित के मुद्दों पर अपनी पोस्ट शेयर करते रहे हैं।

75वें 'स्वतंत्रता दिवस' के मौके पर जगमगाएगा, लखनऊ

75वें 'स्वतंत्रता दिवस' के मौके पर जगमगाएगा, लखनऊ 

संदीप मिश्र  

लखनऊ देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहले की तरह एक बार फिर जगमगाएगी। जिला प्रशासन और व्यापारियों की पहल के तहत, लखनऊ के 75 से अधिक बाजारों को उत्सव के दौरान तिरंगे की रोशनी और 75,000 राष्ट्रीय झंडों से सजाया जाएगा। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि प्रशासन स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के समारोह में समाज के सभी वर्गो के लोगों को शामिल करना चाहता है।
इस अवसर पर उन्होंने कहा, "तिरंगा सभी आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर लगाया जाएगा। हम हजरतगंज, अमीनाबाद, आलमबाग, चारबाग, चौक और भूतनाथ सहित मुख्य बाजारों को सजाना चाहते हैं। हमने 75 बाजारों के व्यापारियों से बात की है और उन्होंने हमारे साथ सहयोग करने का वादा किया है।"

लखनऊ व्यापार मंडल के सदस्य बाजारों को सजाएंगे, सांस्कृतिक कार्यक्रम, पौधरोपण और अन्य कार्यक्रम बाजार में आयोजित करेंगे, जबकि प्रशासन टूटी सड़कों और नालों की सफाई और मरम्मत सुनिश्चित करेगा। बुधवार शाम व्यापारियों के साथ संभागायुक्त व जिलाधिकारी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ महासचिव अमरनाथ मिश्रा ने कहा, "व्यापारी 75,000 से अधिक झंडे लगाएंगे और बाजारों को तिरंगे की रोशनी से सजाएंगे। व्यापारी स्वच्छता कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित करेंगे जो बाजार को साफ रखने में हमारी मदद करते हैं। वे अनाथालयों, वृद्धाश्रम और अस्पतालों में भोजन और मिठाई भी वितरित करेंगे।"

हजरतगंज ट्रेडर्स एसोसिएशन के एक सदस्य विनोद पंजाबी ने कहा, "हजरतगंज में व्यापारियों ने एक समान साइनेज लगाने पर सहमति जताई है। बाजार को एक समान रोशनी से सजाया जाएगा।" उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा, "शहर में दो लाख से अधिक व्यापारी और आश्रित हैं और वे सभी जिला प्रशासन के साथ सहयोग करेंगे। हम एलईडी स्क्रीन लगाएंगे और कार्यक्रम में लोगों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।"

सीएम ने 'हरेली तिहार' की बधाई व शुभकामनाएं दी

सीएम ने 'हरेली तिहार' की बधाई व शुभकामनाएं दी 

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को हरेली तिहार की बधाई और शुभकामनाएं दी है। हरेली की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी अपने शुभकामना संदेश में श्री बघेल ने कहा है कि हरेली छत्तीसगढ़ के जन-जीवन में रचा-बसा खेती-किसानी से जुड़ा पहला त्यौहार है। इसमें अच्छी फसल की कामना के साथ खेती-किसानी से जुड़े औजारों की पूजा की जाती है। इस दिन धरती माता की पूजा कर हम भरण पोषण के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं। बघेल ने कहा कि गांव-गांव में हरेली के पर्व को बड़े उत्साह और उमंग से मनाया जाता है। नागर, गैंती, कुदाली, फावड़ा समेत कृषि के काम आने वाले सभी तरह के औजारों की साफ-सफाई और पूजा की जाती है। पारंपरिक तरीके से लोग गेड़ी चढ़कर हरेली की खुशियां मनाते हैं। प्राचीन मान्यता के अनुसार सुरक्षा के लिए घरों के बाहर नीम की पत्तियां लगाई जाती हैं। छत्तीसगढ़ की इस गौरवशाली संस्कृति और परम्परा को सहेजने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने हरेली त्यौहार के दिन सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की प्राचीन संस्कृति और परंपरा हमारा गौरव है। छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी संस्कृति और परम्परा को सहेजने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं।  हरेली के दिन ही दो साल पहले प्रदेश की महत्वाकांक्षी और अनूठी ‘गोधन न्याय योजना’ का शुभारंभ हुआ है। यह खुशी की बात है कि ‘गोधन न्याय योजना’ योजना ने गांवों की अर्थव्यवस्था के लिए एक मजबूत और नया आधार तैयार किया हैै। योजना के तहत पशुपालक ग्रामीणों से पिछले दो सालों में 150 करोड़ रूपये से अधिक की गोबर खरीदी की गई है। इससे स्व-सहायता समूहों द्वारा अब तक 20 लाख क्विंटल से अधिक जैविक खाद तैयार किया जा चुका है,जिसके चलते प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिला है। इससे पशुधन के संरक्षण, संवर्धन और तरक्की की राह भी खुली है।वर्मी खाद के निर्माण और विक्रय से महिला स्व-सहायता समूहों और गौठान समितियों को 143 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान किया जा चुका है।

बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना, गोधन न्याय योजना, और रोका-छेका अभियान लागू कर पारंपरिक संसाधनों को पुनर्जीवित कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा रहा है। गौठानों को ग्रामीण आजीविका केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। इस साल हरेली के दिन से गौठानों में 4 रूपए प्रति लीटर की दर से गो-मूत्र की खरीदी की शुरूआत की जा रही है। इससे प्रदेश में जैविक खेती और आर्थिक सशक्तिकरण के नए अध्याय की शुरूआत होगी। गो-मूत्र से महिला स्व-सहायता समूह की मदद से जीवामृत और कीट नियंत्रक उत्पाद तैयार किये जाएंगे। इससे ग्रामीणों को रोजगार और आय के नया जरिया मिलने के साथ जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा और कृषि लागत कम होगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि परंपराओं को आधुनिक जरूरतों के अनुसार ढालना सामूहिक उत्तरदायित्व का काम है। आशा है सभी प्रदेशवासी अपने पारंपरिक लोक मूल्यों को सहेजते हुए गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए सहभागी बनेंगे।

राष्ट्रपति मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहने पर हंगामा किया 

राष्ट्रपति मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहने पर हंगामा किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि सोमवार को लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के कई सांसदों एवं मंत्रियों ने सोनिया गांधी के साथ आपत्तिजनक और अपमानजनक व्यवहार किया तथा ऐसी स्थिति पैदा कर दी गई थी कि उन्हें (सोनिया को) चोट भी पहुंच सकती थी। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहने को लेकर भाजपा सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा किया और सोनिया गांधी से माफी की मांग की। चौधरी का कहना है कि एक चैनल से बातचीत में उनके मुंह से एक बार चूकवश यह शब्द निकल गया था, लेकिन भाजपा तिल का ताड़ बना रही है। कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा के भीतर इसी विषय को लेकर भाजपा के सदस्यों और मंत्रियों ने सोनिया गांधी साथ आपत्तिजनक व्यवहार किया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘आज लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमर्यादित और अपमानजनक व्यवहार किया! लेकिन क्या लोकसभा अध्यक्ष इसकी निंदा करेंगे? क्या नियम सिर्फ विपक्ष के लिए होते हैं?’’

उन्होंने कहा, राज्यसभा में कुछ भी हो रहा है। वित्त मंत्री को शून्यकाल में बोलने की इजाजत मिली। फिर सदन के नेता को प्रश्नकाल में अपना पक्ष रखने दिया गया। सभापति को स्वतंत्र होना चाहिए लेकिन अफसोस मैंने सुझाव दिया कि सभी विपक्षी सांसदों को निलंबित कर देना चाहिए जैसे गुजरात विधानसभा में होता था। लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, अधीर रंजन चौधरी पहले ही माफी मांग चुके हैं। अगर वे (भाजपा सदस्य) हमसे अपेक्षा करते हैं कि महिला नेत्री और राष्ट्रपति का सम्मान करें तो उन्होंने ऐसा व्यवहार क्यों नहीं दिखाया? सोनिया जी के साथ जो व्यवहार हुआ वह ठीक नहीं है। आज सोनिया को शारीरिक रूप से चोट पहुंच सकती थी।

गोगोई ने कहा, भाजपा के लोग सोचते हैं कि सोनिया जी डर जाएंगी तो यह उनकी भूल है। सोनिया जी एक निडर और शालीन नेता हैं। वह स्वयं भाजपा की महिला सांसदों के पास गईं और बहुत शालीन तरीके से बातचीत करना चाहती थीं। लेकिन उनकी शालीनता के उत्तर में भाजपा सांसदों द्वारा बहुत बुरा व्यवहार किया गया। उन्होंने दावा किया, भाजपा सांसदों और मंत्रियों ने उन्हें चारों तरफ से घेरकर ऐसा माहौल बनाया, जिसमें उन्हें चोट पहुंच सकती थी। महिला सांसदों ने तो आपत्तिजनक व्यवहार किया ही, पुरूष सांसदों ने भी आपत्तिजनक बातें और व्यवहार किया। हमारी नेता निडर रहीं, शालीन बनी रहीं।’’ इससे पहले गोगोई ने ट्वीट किया, आज भारत की एक बहुत ही वरिष्ठ नेता, जो बुजुर्ग महिला हैं और कोविड संक्रमण से उबर रही हैं, उन पर हमला किया गया। केंद्रीय मंत्रियों ने उनका अपमान किया और भाजपा सांसद उन्हें चोट पहुंचा सकते थे। भाजपा सांसदों ने संसद के भीतर जो किया, उससे उनकी भीड़ वाली मानसिकता प्रदर्शित होती है।

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...