कांग्रेस ने 'संविधान' के प्रति सम्मान नहीं दिखाया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय जांच एजेंसियों की आलोचना करने के लिए मंगलवार को कांग्रेस को आड़े हाथ लिया और दावा किया कि प्रमुख विपक्षी पार्टी ने कभी भी संविधान के प्रति सम्मान नहीं दिखाया। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पारित अध्यादेश की प्रति फाड़ने का हवाला दिया और आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी संवैधानिक मूल्यों की पूरी तरह अवहेलना करती है।
वर्ष 2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) ने आपराधिक आरोपों के सामना कर रहे लोगों को चुनाव लड़ने की अनुमति देने वाला अध्यादेश मंत्रिमंडल से पारित किया था, जिसे राहुल गांधी ने एक संवाददाता सम्मेलन में फाड़ दिया था। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधान ने आपातकाल का भी उल्लेख किया। राहुल गांधी द्वारा यह कहे जाने पर कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में पुलिसिया राज स्थापित हो गया है और जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है, प्रधान ने कहा, ‘‘यह सब कल्पना अधारित बातें हैं।’
’ राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं एवं सांसदों ने ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े धनशोधन के मामले में सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। प्रधान ने विपक्षी दल का यह कहते हुए मजाक उड़ाया कि कांग्रेस को इस प्रकार के दावे करने का हक नहीं है क्योंकि जब वह सत्ता में थी तब उसने कई मौकों पर संवैधानिक मूल्यों की अवहेलना की। उन्होंने कहा, ‘‘जिन्होंने संवैधानिक मूल्यों की अवहेलना करते हुए देश में आपातकाल थोपा, उन्हें ऐसे आरोप लगाना शोभा नहीं देता है। उन्होंने संविधान के प्रति कभी सम्मान नहीं दिखाया। जब कांग्रेस के प्रधानमंत्री थे तब भी राहुल गांधी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पारित एक अध्यादेश को फाड़ दिया था।’’