शनिवार, 23 जुलाई 2022

मेरी बेटी छात्रा है, कोई बार नहीं चलाती: स्मृति

मेरी बेटी छात्रा है, कोई बार नहीं चलाती: स्मृति 

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के इस आरोप को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए शनिवार को खारिज कर दिया कि उनकी बेटी गोवा में एक अवैध बार चलाती है। ईरानी ने दावा किया कि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी की ‘‘5,000 करोड़ रुपये की लूट’’ पर उसकी मां के मुखर रुख के कारण एक कॉलेज छात्रा (केंद्रीय मंत्री की पुत्री) को निशाना बनाया गया है। ईरानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस ने उनकी बेटी के चरित्र पर प्रहार किया और उसे ‘‘क्षत विक्षत‘‘ किया। उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस को किसी भी गलत काम का सबूत दिखाने की चुनौती दी।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी 18 वर्षीय बेटी कॉलेज की प्रथम वर्ष की छात्रा है और कोई बार नहीं चलाती। सांसद ईरानी ने कहा, मेरी बेटी की गलती यह है कि उसकी मां ने सोनिया और राहुल गांधी द्वारा 5,000 करोड़ रुपये की लूट पर एक संवाददाता सम्मेलन करती है। उसकी गलती यह है कि उसकी मां ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ईरानी ने राहुल गांधी को 2024 में फिर से अमेठी लोकसभा सीट से लड़ने की चुनौती दी और संकल्प लिया कि वह उन्हें फिर से परास्त करेंगी।

उन्होंने आरोप पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा, मैं कानून की अदालत और लोगों की अदालत में जवाब मांगूंगी। कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की पुत्री गोवा में “गैरकानूनी बार” चला रही हैं। मुख्य विपक्षी दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह भी आग्रह किया कि वह केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री को बर्खास्त करें। कांग्रेस ने एक कागजात जारी करते हुए दावा किया कि आबकारी विभाग की ओर से स्मृति ईरानी की पुत्री को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया गया था और जिस अधिकारी ने नोटिस दिया था उसका कथित तौर पर तबादला किया जा रहा है। कांग्रेस ने इसे एक ‘‘बहुत गंभीर मुद्दा’’ करार दिया।

मुर्मू के राष्ट्रपति चुने जाने को ‘ऐतिहासिक’ करार दिया

मुर्मू के राष्ट्रपति चुने जाने को ‘ऐतिहासिक’ करार दिया

इकबाल अंसारी

गांधीनगर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने द्रौपदी मुर्मू के भारत की राष्ट्रपति चुने जाने को ‘‘ऐतिहासिक घटना’’ करार देते हुए शनिवार को कहा कि उनकी जीत उन लोगों को करारा जवाब है, जो आदिवासी सशक्तिकरण की केवल बात करते हैं, लेकिन समुदायों को बांटते हैं। शाह ने कहा कि आदिवासियों का सशक्तिकरण केवल इस बारे में बात करके नहीं बल्कि ऐसे कदमों (मुर्मू के निर्वाचन) से होता है। उन्होंने कहा कि आदिवासी संथाल समुदाय से ताल्लुक रखने वाली और बहुत पिछड़े क्षेत्र से आने वालीं द्रौपदी मुर्मू का देश के शीर्ष पद पर आसीन होना ‘‘लोकतंत्र की बहुत बड़ी जीत है।

’’ केंद्रीय गृह मंत्री ने नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, “राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने वाले दो उम्मीदवारों में से किसी एक का जीतना सामान्य बात है, लेकिन द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनने के लिए जीत देश की आजादी के 75 वर्षों के इतिहास में एक ऐतिहासिक घटना है।” शाह ने इस मौके पर नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी में कई परियोजनाओं की शुरुआत भी की। उन्होंने कहा कि मुर्मू की जीत उन लोगों को करारा जवाब है जो केवल आदिवासी सशक्तिकरण की बात करते हैं और विभिन्न समुदायों को बांटने का काम करते हैं और इसके नाम पर राजनीति करते हैं।

बाढ़: 10,000 से अधिक लोग अब भी प्रभावित

बाढ़: 10,000 से अधिक लोग अब भी प्रभावित 

विमलेश यादव

दिसपुर/गुवाहाटी। असम में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति में सुधार हुआ है। जबकि, तीन जिलों में 10,000 से अधिक लोग अब भी प्रभावित हैं। एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया है कि कछार, मोरीगांव और तामूलपुर जिलों में बाढ़ से 10,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं। कछार जिला सबसे अधिक प्रभावित है, जहां 6,600 से अधिक लोग अब भी बाढ़ की चपेट में हैं।

मोरीगांव में 2,600 और तामूलपुर में 900 लोग अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं। बृहस्पतिवार तक चार जिलों में लगभग 17,200 लोग बाढ़ से प्रभावित थे। असम में इस साल बाढ़ और भूस्खलन के कारण 197 लोगों की जान जा चुकी है। फिलहाल 44 गांव पानी में डूबे हुए हैं और 210 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है।

लोगों से 'अनोखे' प्रयास में हिस्सा लेने की अपील: पीएम

लोगों से 'अनोखे' प्रयास में हिस्सा लेने की अपील: पीएम

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लोगों से उस ‘‘अनोखे’’ प्रयास में हिस्सा लेने की अपील की, जिसमें हर ऑनलाइन श्रद्धांजलि से यहां सेंट्रल पार्क में ‘‘डिजिटल ज्योत’’ की ज्वाला और तेज होगी। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ दिल्ली के सेंट्रल पार्क में स्काई बीम लाईट लगाई गई है। हर श्रद्धांजलि से इस डिजिटल ज्योति की ज्वाला तीव्र होगी। इस अनोखे प्रयास में भाग लीजिए और आजादी के अमृत महोत्सव को मजबूती प्रदान कीजिए।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘‘डिजिटल ज्योत’’ भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के प्रति एक विशेष श्रद्धांजलि है, जिसमें प्रौद्योगिकी के मार्फत लोग स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अपना आभार संदेश साझा कर सकते हैं। उन्होंने इस पहल का डिजिटलट्रिब्यूट डॉट इन नामक लिंक भी साझा किया।

हिमाचल में दुनिया का सबसे ऊंचाई पर बना 'डाकघर'

हिमाचल में दुनिया का सबसे ऊंचाई पर बना 'डाकघर' 

अकांशु उपाध्याय/श्रीराम मौर्य/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/शिमला/वाशिंगटन डीसी। 21वीं सदी में हम जब चाहे, किसी से भी आधुनिक तकनीक के जरिए अपने प्रियजनों का हाल-चाल जान सकते और उन्हें संदेश भेज सकते है। लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब लोग एक दूसरे का हाल जानने के लिए या तो उनके घर जाते थे या फिर चिट्ठी भेजा करते थे। भारतीय डाक सेवा 1.55 लाख से भी अधिक डाकघरों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी डाक प्रणाली है। बेशक पत्र भेजने का प्रचलन न के बराबर है। लेकिन, हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीती के हिक्किम में 14 हजार 567 फीट पर दुनिया का सबसे ऊंचाई पर बना डाकघर है, जो पिछले कुछ सालों से आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। ये पोस्ट ऑफिस साल 1983 से हिक्किम गांव में चल रहा था, लेकिन हाल ही में इसे नए स्वरूप में शुरू किया गया है। इसका स्वरूप लेटर बॉक्स की तरह है। रामपुर डाक मंडल के अंतर्गत आने वाला ये पोस्ट ऑफिस पूरी तरह से डिजिटल है। ये पोस्ट ऑफिस दुनियाभर में काफी मशहूर है। यहां देश-विदेश से सैलानी पत्र भेजने के लिए आते हैं।

इस पोस्ट ऑफिस के बनने के बाद से अब स्पिति में पर्यटकों की पंसदीदा जगहों में हिक्किम का यह पोस्ट आफिस भी शामिल है। अब पर्यटकों को ये लेटर बॉक्स की आकृति में चलने वाला पोस्ट आफिस काफी पसंद आ रहा है। इस नए ऑफिस में आकर सैलानी सेल्फी लेते हैं। आपको बता दें कि पहले ये पोस्ट ऑफिस मिट्टी के एक घर में चल रहा था। लेकिन, अब इसके लिए खास ऑफिस बनाया गया है। इस पोस्ट ऑफिस की डिजाइन यहां आने वाले सैलानियों का ध्यान अपनी तरफ खींचती है।

कांवड़ियों के कुचले जाने पर दुख व्यक्त, संवेदना प्रकट

कांवड़ियों के कुचले जाने पर दुख व्यक्त, संवेदना प्रकट

संदीप मिश्र

हाथरस। उत्तर प्रदेश में हाथरस के सादाबाद क्षेत्र में एक डंपर ने गंगाजल लेकर जा रहे सात कांवड़ियों को कुचल दिया। इनमें से छह की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल है। सभी मृतक ग्वालियर जिले के रहने वाले हैं। वे हरिद्वार से कांवड़ लेकर लौट रहे थे। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि यह हादसा बीती रात करीब डेढ़ बजे सादाबाद मार्ग पर बढार गाँव के पास हुआ। जानकारी मिलते ही आगरा जोन के अपर महानिदेशक पुलिस राजीव कृष्ण, आईजी अलीगढ़ व अन्य पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एडीजी ने बताया कि डंपर के चालक के बारे में जानकारी मिली है। वह जल्द पकड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से शनिवार को जारी शोक संदेश में योगी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार कराने और आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होने बताया कि पांच कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल दो कांवड़ियों को उपचार के लिए आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा गया। आगरा में एक और घायल ने दम तोड़ दिया। दूसरे घायल की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना के बाद अन्य कांवड़ियों में भी भारी आक्रोश है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतकों एवं घायलों के परिजनों को सूचना मिलने के बाद वह भी मौके पर पहुंच गये।

लिव-इन रिलेशनशिप में रहना, संरक्षण नहीं: एचसी

लिव-इन रिलेशनशिप में रहना, संरक्षण नहीं: एचसी
बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। पति और बच्चों को छोड़ किसी अन्य के साथ रह रही एक विवाहशुदा महिला की याचिका पर सुनवाई के पश्चात इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लिव-इन रिलेशनशिप में रहने की वजह से संरक्षण देने से मना कर दिया। हाईकोर्ट ने कहा कि देश संविधान से चलता है। इसी वजह से कोर्ट अवैधानिकता की इजाजत नहीं दे सकता। न्यायमूर्ति डॉ. केजे ठाकर और न्यायमूर्ति अजय त्यागी की खंडपीठ ने सुनीति देवी की याचिका पर कहा कि यह याचिका अवैध सम्बंधों पर हाईकोर्ट की मुहर लगवाने के अतिरिक्त कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि देश संविधान से चलता है। कोर्ट ने कहा कि लिव इन की अनुमति है लेकिन याचियोें के बारे में कहा नहीं जा सकता कि वे वाइफ-हसबैंड हैं। कोर्ट ने कहा कि अदालत समान लिंग के लोगों के साथ रहने के अधिकार पर विचार करती है। उन्होंने कहा कि वे सामाजिक नैतिकता के खिलाफ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं। लिव-इन रिलशेनशिप को भारतीय समाज इजाजत नहीं देता।
कोर्ट ने कहा कि अदालत अवैधानिकता की इजाजत नहीं दे सकती। कोर्ट ने कहा कि अगर याची का आरोप है कि पति उसके दोस्तों से सम्बंध बनाने के लिये बोलता है, जिसके बच्चे भी हैं। इसी वजह से पत्नि ने पति को छोड़ दिया और वह किसी अन्य की साथ रह रही है। महिला ने पुलिस और अपने पति पर धमकाने का आरोप लगाया लेकिन उसने पुलिस से शिकायत नहीं की। इस मामले को लेकर कोर्ट ने कहा कि पीड़िता पुलिस से नियमानुसार शिकायत कर सकती है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...