शनिवार, 23 जुलाई 2022

लिव-इन रिलेशनशिप में रहना, संरक्षण नहीं: एचसी

लिव-इन रिलेशनशिप में रहना, संरक्षण नहीं: एचसी
बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। पति और बच्चों को छोड़ किसी अन्य के साथ रह रही एक विवाहशुदा महिला की याचिका पर सुनवाई के पश्चात इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लिव-इन रिलेशनशिप में रहने की वजह से संरक्षण देने से मना कर दिया। हाईकोर्ट ने कहा कि देश संविधान से चलता है। इसी वजह से कोर्ट अवैधानिकता की इजाजत नहीं दे सकता। न्यायमूर्ति डॉ. केजे ठाकर और न्यायमूर्ति अजय त्यागी की खंडपीठ ने सुनीति देवी की याचिका पर कहा कि यह याचिका अवैध सम्बंधों पर हाईकोर्ट की मुहर लगवाने के अतिरिक्त कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि देश संविधान से चलता है। कोर्ट ने कहा कि लिव इन की अनुमति है लेकिन याचियोें के बारे में कहा नहीं जा सकता कि वे वाइफ-हसबैंड हैं। कोर्ट ने कहा कि अदालत समान लिंग के लोगों के साथ रहने के अधिकार पर विचार करती है। उन्होंने कहा कि वे सामाजिक नैतिकता के खिलाफ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं। लिव-इन रिलशेनशिप को भारतीय समाज इजाजत नहीं देता।
कोर्ट ने कहा कि अदालत अवैधानिकता की इजाजत नहीं दे सकती। कोर्ट ने कहा कि अगर याची का आरोप है कि पति उसके दोस्तों से सम्बंध बनाने के लिये बोलता है, जिसके बच्चे भी हैं। इसी वजह से पत्नि ने पति को छोड़ दिया और वह किसी अन्य की साथ रह रही है। महिला ने पुलिस और अपने पति पर धमकाने का आरोप लगाया लेकिन उसने पुलिस से शिकायत नहीं की। इस मामले को लेकर कोर्ट ने कहा कि पीड़िता पुलिस से नियमानुसार शिकायत कर सकती है।

गैंगस्टर एक्ट, अंसारी की जमानत याचिका खारिज

गैंगस्टर एक्ट, अंसारी की जमानत याचिका खारिज
संदीप मिश्र
लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए एम्बुलेंस खरीदने और आपराधिक कृत्यों में उसके इस्तेमाल के मामले में माफिया मुख्तार अंसारी की गैंगस्टर एक्ट के तहत जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी और 12 साथियों पर बाराबंकी एम्बुलेंस कांड को लेकर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। मुख्तार अंसारी पर आरोप था कि उसने फर्जी पते पर एम्बुलेंस का परिवहन विभाग में पंजीकरण कराया था और उस एम्बुलेंस का इस्तेमाल पंजाब की कोर्ट में पेशी के दौरान करता था। मुख्तार अंसारी पर बाराबंकी पुलिस इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया था।
इस मामले गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें जमानत को लेकर मुख्तार अंसारी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में जमानत याचिका डाली थी। इसी मामले को लेकर लखनऊ बेंच के न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह की एकल पीठ ने मुख्तार अंसारी की जमानत याचिका पर जमानत रद्द करने का आदेश किया। इस जमानत याचिका का विरोध करते हुए, यूपी सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता वीके शाही ने दलील दी कि 21 दिसम्बर 2013 को डॉ. अल्का राय के नाम से बाराबंकी के परिवहन विभाग में एक एम्बुलेंस का फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पंजीकरण कराया गया।

डीएम ने फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना

डीएम ने फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना 

रोशनी पांडेय  

जालौन। जिलाधिकारी चांदनी सिंह ने संपूर्ण समाधान थाना दिवस पर हर फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनके शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। इस अवसर पर डीएम ने अफसरों को हिदायत देते हुए कहा कि फरियादियों को अपनी शिकायतों के समाधान के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता की जांच फरियादियों के मोबाइल पर बात करके की जाएगी।

उन्होंने कहा कि यदि निस्तारण में फर्जीवाड़ा मिला तो निश्चित ही निस्तारण करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। संपूर्ण समाधान थाना दिवस में जमीनी विवादों की शिकायतों को सूचीबद्ध कर राजस्व और पुलिस द्वारा गठित टीम मौके पर जाए और बिना किसी पक्षपात के उन शिकायतों का निस्तारण करें। ताकि फरियादियों को बार-बार अपनी शिकायतों को लेकर इधर-उधर दौड़ना न पड़े।

भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन पर 3 लाख से ज्यादा शिकायतें

भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन पर 3 लाख से ज्यादा शिकायतें

राणा ओबरॉय

चंडीगढ़। पंजाब में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को कहा कि राज्य की भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन पर अभी तक तीन लाख से भी ज्यादा शिकायतें आई हैं और सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के खिलाफ ‘कड़ी कार्रवाई’ करेगी। पंजाब सरकार ने कहा कि भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन पर रोजाना 2,500 से ज्यादा शिकायतें मिल रही हैं। पंजाब में सत्तासीन आम आदमी पार्टी ने इस संबंध में जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर साझा की।

उन्होंने बताया, ‘‘हमारा सपना -भ्रष्टाचार मुक्त पंजाब।’’ भगवंत मान नीत सरकार ने मार्च में भ्रष्टाचार-रोधी हेल्पलाइन लांच कर लोगों को विकल्प दिया कि वे भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी कर्मचारियों/अधिकारियों की ऑडियो और वीडियो साक्ष्य उसपर भेज सकें। पंजाब सतर्कता विभाग द्वारा इन शिकायतों की जांच की जाती है।

बसों के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवा शुरू: निगम

बसों के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवा शुरू: निगम

इकबाल अंसारी

गुवाहाटी। असम राज्य परिवहन निगम (एएसटीसी) ने अपनी बसों के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवा शुरू की है। एएसटीसी के प्रबंध निदेशक राहुल चंद्र दास की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि असम इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमट्रॉन) के सहयोग से शुरू की गई यह सेवा प्रारंभिक दौर में कामरूप (महानगर) और सोनितपुर जिलों में उपलब्ध कराई गई है।

विज्ञप्ति के मुताबिक, सॉफ्टवेयर को नगांव के रास्ते गुवाहाटी से तेजपुर तक टिकट की बुकिंग से जुड़ी एक प्रायोगिक परियोजना के लिए तैयार किया गया है। बाद में इससे अन्य मार्गों पर भी बुकिंग शुरू की जाएगी। विज्ञप्ति के अनुसार, सॉफ्टवेयर को उन्नत किए जाने के बाद यात्री राज्यभर में शहरों के साथ-साथ अंतरजिला स्तर पर भी एएसटीसी की बसों के टिकट ऑनलाइन बुक कर सकेंगे।

अलगाववादी नेता मलिक की जेल में शुरू भूख हड़ताल

अलगाववादी नेता मलिक की जेल में शुरू भूख हड़ताल 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। जेल के अधिकारियों ने मलिक के भूख हड़ताल करने की वजह पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन सूत्रों ने बताया कि मलिक ने निष्पक्ष सुनवाई नहीं होने का आरोप लगाया है। जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मलिक ने शुक्रवार सुबह भूख हड़ताल शुरू की। प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख मलिक को इस साल मई में दिल्ली की एक अदालत ने आतंकवाद का वित्तपोषण करने के मामले में दोषी ठहराया था। मलिक को विभिन्न अवधि की कारावास की सजा सुनाई गई थी और सारी सजा एकसाथ चल रही है। मलिक को कड़ी सुरक्षा के बीच जेल नंबर सात में एक अलग कोठरी में रखा गया है।

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा वर्ष 2017 में दर्ज आतंकवाद के वित्तपोषण के मामले में मलिक को वर्ष 2019 की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले कड़ी सुरक्षा वाली तिहाड़ जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर भी पत्नी से अतिरिक्त मुलाकात की मांग को लेकर 17 दिनों तक भूख हड़ताल पर था। चंद्रशेखर जेल नंबर छह में बंद है।

शिवपाल व राजभर के नाम दो पत्र साझा किए: सपा

शिवपाल व राजभर के नाम दो पत्र साझा किए: सपा 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) ने आख़िरकार शनिवार को अपना रुख साफ़ कर दिया है। समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दो पत्र साझा किए। दूसरा पत्र सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के नाम है। पत्र में लिखा है कि ओम प्रकाश राजभर जी समाजवादी पार्टी लगातार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)के खिलाफ लड़ रही है। आपका बीजेपी के साथ गठजोड़ है और आप लगातार बीजेपी को मजबूत करने का कार्य कर रहे हैं। अगर आपको लगता है कि आपको कहीं और ज्यादा सम्मान मिलेगा तो आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं।

बता दें कि इस ट्वीट के महज 6 मिनट पहले पहले ही सपा ने एक और ट्वीट किया था। यह ट्वीट समाजवादी पार्टी के विधायक, यूपी के पूर्व सीएम व सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव के नाम था। जिसमें लिखा था कि अगर आपको लगता है कि आपको कहीं और ज्यादा सम्मान मिलेगा तो आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं।

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...