मंगलवार, 19 जुलाई 2022

पालतू कुत्ते का हर साल रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी

पालतू कुत्ते का हर साल रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी 

संदीप मिश्र         

कानपुर। अगर आप कानपुर में रहते हैं और आपने डॉगी पाल रखा है या पालने का सोच रहे हैं, तो ये खबर आपको जरूर जान लेनी चाहिए। कानपुर नगर निगम ने पालतू कुत्तों को लेकर नया नियम बनाया है। जिसके मुताबिक कानपुर में हर पालतू कुत्ते का हर साल रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है। निगम ने रजिस्ट्रेशन फीस भी बढ़ा दी है। विदेशी नस्ल के कुत्ते के लिए आपको 500 रुपये और देसी नस्ल के कुत्ते के लिए आपको 300 रुपये देने होंगे। कानपुर नगर निगम अभी तक पालतू कुत्तों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करता था।

कानपुर नगर निगम के मुताबिक, अगर कोई कुत्ता पाल रहा है और उसने उसका रजिस्ट्रेशन नहीं करावाया है तो कुत्ता मालिक से जुर्माना वसूला जाएगा। इसके अलावा नगर निगम कुत्ता जब्त भी कर सकता है। गौरतलब है कि लखनऊ में पालतू पिटबुल कुत्ते द्वारा अपनी मालकिन की नोच नोचकर हत्या का मामला सामने आने के बाद कई जिला प्रशासन सतर्क हो गए हैं। कानपुर में अगर कोई पालतू कुत्ता रखता है और उसका रजिस्ट्रेशन नहीं कराता है और उसपर जुर्माना लगाया जाएगा। 

यही नहीं, डॉग ऑनर के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। कानपुर से पहले गोरखपुर और मिर्जापुर जिला प्रशासन भी पालतू कुत्तों को लेकर नया नियम लागू कर चुका है। दोनों ही जगह पर पालतू कुत्तों को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की गई है। वहीं दूसरी तरफ लखनऊ नगर निगम ने पिटबुल डॉग के लाइसेंस पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी है। लखनऊ नगर निगम के मुताबिक विदेशी नस्ल के कुत्ते का ट्रेनिंग, टीके और उसके बर्ताव का निरीक्षण करने के बाद ही लाइसेंस बनाया जाएगा।

जाति प्रमाण-पत्र मांगे जाने पर सवाल खड़े किए

जाति प्रमाण-पत्र मांगे जाने पर सवाल खड़े किए  

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। अग्निवीर योजना की शुरुआत से ही विपक्ष लगातार हमलावर रहा है। अब एक बार विपक्ष ने जाति प्रमाण-पत्र मांगे जाने पर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि सेना की ओर से इस संबंध में जवाब आ गया है। इसके बाद भाजपा ने विपक्षी दलों पर तंज कसा है।
सेना में भर्ती के आवेदकों से जाति पूछने पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि "मोदी सरकार का घटिया चेहरा देश के सामने आ चुका है। क्या मोदी जी दलितों/पिछड़ों/आदिवासियों को सेना भर्ती के क़ाबिल नही मानते? भारत के इतिहास में पहली बार सेना भर्ती में जाति पूछी जा रही है। मोदी जी आपको अग्निवीर बनाना है या जातिवीर"।
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि "आरएसएस जाति के आधार पर अग्निवीरों की छंटनी करेगा। सेना में आरक्षण नहीं है तो जाति प्रमाण पत्र की क्या जरूरत है? आजादी के बाद 75 वर्षों तक सेना में ठेके पर अग्निपथ व्यवस्था लागू नहीं थी। सेना में भर्ती होने के बाद 75% सैनिकों की छँटनी नहीं होती थी लेकिन संघ की कट्टर जातिवादी सरकार अब जाति/धर्म देखकर 75% सैनिकों की छँटनी करेगी।"
इससे पहले बिहार की सत्ताधारी पार्टी और भाजपा के सहयोगी जनता दल यूनाइटेड के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने ट्वीट कर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से पूछा कि सेना की बहाली में जाति प्रमाण पत्र की क्या जरूरत है, जब इसमें आरक्षण का कोई प्रावधान ही नहीं है। संबंधित विभाग के अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए।

जाति मामले पर सेना की सफाई...

भारतीय सेना के अनुसार अग्निपथ योजना के तहत सेना भर्ती प्रक्रिया में कोई खास बदलाव नहीं किया गया है। सेना भर्ती के दौरान जाति प्रमाण पत्र लेने की व्यवस्था पहले से चली आ रही है। साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका पर सेना की ओर से बताया गया था कि सेना की भर्ती में धर्म और जाति का कोई रोल नहीं है लेकिन यह प्रशासनिक जरूरत है। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी जवाब दे चुके हैं कि भर्ती प्रक्रिया 1949 से चली आ रही व्यवस्था के अनुरूप है और इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।

विपक्ष पर भाजपा का तंज...

इस मामले में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कुछ पार्टियां समय-समय पर भारतीय सेना पर सवाल उठाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है। पात्रा ने कहा कि भारतीय सेना जाति-धर्म से ऊपर है। भारतीय सेना के मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए लेकिन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी देश की सेना पर सवाल खड़े करते रहते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि भारतीय सेना में जाति अथवा धर्म के आधार पर कोई भर्ती प्रक्रिया नहीं होती। सेना ने स्वयं वर्ष 2013 में सुप्रिम कोर्ट में एफिडेविट के माध्यम से स्पष्ट किया था की सेना भर्ती में जाति-धर्म का कॉलम सिर्फ रिकॉर्ड के लिए है। विपक्ष के नेता इस पर भ्रम पैदाकर सेना का अपमान कर रहे हैं।

खनन माफिया ने डीएसपी को डंपर से कुचला, मौंत

खनन माफिया ने डीएसपी को डंपर से कुचला, मौंत 

राणा ओबरॉय 
चंडीगढ़/नूंह। हरियाणा में नूंह से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि यहां खनन माफिया ने डीएसपी को डंपर से कुचलकर मार डाला। तावड़ू इलाके के पंचगांव में पहाड़ी पर अवैध खनन की सूचना मिलने के बाद डीएसपी सुरेंद्र सिंह छापा मारने गए थे। डंपर से कुचले जाने की वजह से उनकी मौके पर ही मौंत हो गई। मंगलवार दोपहर सवा 12 बजे हुई इस वारदात के बाद पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

सरकारी गाड़ी के पास खड़े थे डीएसपी, डंपर की टक्कर से नीचे गिरे। तावड़ू पुलिस को सूचना मिली थी कि पंचगांव की पहाड़ी में बड़े स्तर पर अवैध खनन चल रहा है। डीएसपी सुरेंद्र सिंह पुलिस टीम के साथ पहाड़ी पर रेड मारने पहुंचे। उन्होंने मौके पर खनन कर रहे माफिया को रोकने का प्रयास किया, तो उन लोगों ने डीएसपी पर पत्थरों से भरा डंपर चढ़ा दिया। उस समय डीएसपी सुरेंद्र सिंह अपनी सरकारी गाड़ी के पास खड़े थे। डंपर की टक्कर से वह नीचे गिर गए और डंपर उनके ऊपर से निकल गया। सुरेंद्र सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

3 महीने बाद था सुरेंद्र सिंह का रिटायरमेंट...
डीएसपी सुरेंद्र सिंह हिसार जिले के आदमपुर क्षेत्र के गांव सारंगपुर के रहने वाले थे। वे 12 अप्रैल 1994 को हरियाणा पुलिस में ASI के पद पर भर्ती हुए थे। पुलिस से अब 31 अक्टूबर को उनकी सेवानिवृत्ति होनी थी। बताया गया है कि अवैध खनन रोकने गए डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने अपनी गाड़ी अड़ा कर वहां से गुजर रहे डंपर को रोका था। इसके बाद गाड़ी से नीचे उतरे तो डंपर ने उनको कुचल दिया।

माफिया को छोड़ेंगे नहीं: अनिल विज
नूंह में DSP सुरेंद्र सिंह हत्या के मामले में गृहमंत्री अनिल विज ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जितनी फोर्स लगानी पड़े, लगाएंगे पर खनन माफियाओं को बख्शेंगे नहीं।

खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि इलाके में अवैध खनन चल रहा था। खनन कहां हो रहा है, इसकी जानकारी ले रहे हैं। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अरावली पहाड़ियों पर बड़े पैमाने पर अवैध खनन
तावड़ू क्षेत्र में अरावली की पहाड़ियों पर बड़े स्तर पर अवैध खनन किया जा रहा था। प्रशासन ने इस पर रोक लगाने के लिए 3 जून को ही उपमंडल स्तर पर एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया था। इसमें कई विभागों के अधिकारी शामिल थे। डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को भी कमान दी गई थी।

एसडीएम तावडू सुरेंद्र पाल के अनुसार टास्क फोर्स गठित कर अरावली के प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध खनन पर लगाम लगाने की कार्रवाई प्रशासन कर रहा था। टास्क फोर्स को सप्ताह में दो बार अरावली क्षेत्र के लगते गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेना था। डीएसपी मंगलवार को अवैध खनन की सूचना पर यहां पहुंचे तो उनकी हत्या कर दी गई।

गठबंधन सरकार पर हर हथकंडा अपनाने का आरोप

गठबंधन सरकार पर हर हथकंडा अपनाने का आरोप 

अखिलेश पांडेय         
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष गठबंधन सरकार पर हर वह हथकंडा अपनाने का आरोप लगाया, कि हम (पीटीआई) चुनाव हार जाएं। इमरान खान ने यह आरोप पंजाब की 20 सीटों के उपचुनाव में पाकिस्ताम मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के खिलाफ अपनी पार्टी की प्रचंड जीत के बाद लगाया।
उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद सरकार की सभी मशीनरी का इस्तेमाल हमारे खिलाफ किया गया।" उन्होंने कहा कि अगर अगले चुनाव इस तरह से होते हैं, तो राजनीतिक अस्थिरता बढ़ेगी।
पीटीआई के अध्यक्ष ने कहा कि शीर्ष अदालत ने अपने 01 जुलाई के आदेश में सरकार को अपनी मशीनरी का उपयोग नहीं करने का आदेश दिया था, लेकिन पीएमएल-एन ने आदेश का "उल्लंघन" किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने (पीएमएल-एन) हर तरह से हस्तक्षेप किया। उन्होंने एफआईआर दर्ज की, हमारे लोगों को परेशान करने के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया। मैं उन पुलिस अधिकारियों को सलाम करता हूं, जिन्होंने सरकार के दबाव पर ध्यान नहीं दिया।

नदी में डूबने से 19 मजदूरों की मौंत, आशंका जताई

नदी में डूबने से 19 मजदूरों की मौंत, आशंका जताई

विमलेश यादव 
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश में बड़े हादसे की खबर है। यहां कुमी नदी में कम से कम 19 मजदूरों की डूबने से मौंत की आशंका है। ये सभी मजदूर कुरुंग कुमे जिले में भारत-चीन सीमा के पास सड़क निर्माण के काम में लगे थे। बताया जा रहा है, कि मजदूर पिछले हफ्ते निर्माण स्थल से लापता हो गए थे। इनमें से एक का शव कुमी नदी में मिला। जिसके बाद से आशंका जताई जा रही है कि सभी मजदूरों की नदी में डूबने से मौत हो गई है। हालांकि, इसको लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगा। क्योंकि यह महज़ आशंका है।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि मजदूरों ने कॉन्ट्रैक्टर (ठेकेदार) बेंगिया बडो से ईद के मौके पर छुट्टियां मनाने के लिए असम जाने की गुहार लगाई थी। हालांकि जब उन्हें कॉन्ट्रैक्टर ने छुट्टी देने से इनकार कर दिया, तब वे पैदल ही असम के लिए निकल गए। पुलिस को यह भी शक है कि मजदूर कुरुंग कुमे जिले के घने जंगलों में लापता हो गए हैं। 

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मजदूर नदी में डूबे हैं या किसी अन्य हादसे का शिकार हुए हैं, इसको लेकर कोई पुख्ता जानकारी अभी तक हासिल नहीं हो सकी है। लेकिन शक है कि उनकी कुमी नदी में डूबने से मौत हो गई है। क्योंकि, नदी से ही एक मजदूर का शव बरामद किया गया। सीमा सड़क संगठन पूर्वोत्तर राज्यों में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के एक बड़े नेटवर्क का निर्माण कर रहा है। इन मजदूरों को भारत-चीन बॉर्डर के पास एक दूरदराज के इलाके दामिन सर्कल में सड़क निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए लगाया गया था। निर्माण स्थल चीन बॉर्डर के पास दामिन के भीतर स्थित है।

पुलिस के मुताबिक, 19 लापता मजदूरों का पता लगाने और कुमी नदी में डूबने से उनकी मौत की खबर की पुष्टि करने के लिए परियोजना पक्ष को एक रेस्क्यू टीम भेजी जाएगी। अभी पुलिस को केवल एक शव मौके से बरामद हुआ है। हालांकि स्थानीय लोगों का मानना है कि सभी मजदूरों की नदी में डूबने से मौत हो चुकी है। वैसे अभी स्थिति साफ नहीं है। अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि सभी मजदूरों की मौत हो गई है। मजदूर जंगलों में खोए हैं या नदी में डूब गए हैं, इसका पता तभी चल पाएगा, जब पुलिस इस संबंध में कोई पुष्टी करती है।

पहली बार 80 के निचले स्तर तक पहुंचा, रुपया

पहली बार 80 के निचले स्तर तक पहुंचा, रुपया 

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग/सुनील श्रीवास्तव

नई दिल्ली/मुंबई/वाशिंगटन डीसी। भारतीय रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.99 पर खुलकर इतिहास में पहली बार 80 के निचले स्तर तक पहुंच गया। अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने के बीच मंगलवार को लगातार 8वें कारोबारी दिन डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट आई। फिलहाल, रुपया 80.02 के निचले निचले स्तर को छूकर 80.01/डॉलर पर कारोबार कर रहा है। रुपये के लिए 80 के लेवल को अहम साइकोलॉजिकल सपोर्ट माना जा रहा था।

कई दिनों से ऐसा लग रहा था कि रुपया इस लेवल को तोड़कर गिरावट का नया रिकॉर्ड बना सकता है। आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल अब तक रुपया करीब 7 फीसदी कमजोर हो चुका है। आज शुरुआती कारोबार में यह डॉलर के मुकाबले 80.0175 पर कारोबार कर रहा था। इससे पहले सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 79.9775 पर बंद हुआ था। भारतीय रुपये की बात करें तो दिसंबर 2014 से अब तक यह डॉलर के मुकाबले करीब 25 फीसदी कमजोर हो चुका है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा था कि रुपये में हालिया गिरावट का कारण कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी और रूस-यूक्रेन के बीच महीनों से जारी जंग है।

हादसा: मकान ढहने से 2 लोगों की मौंत, 3 घायल

हादसा: मकान ढहने से 2 लोगों की मौंत, 3 घायल 

कविता गर्ग 

नागपुर। महाराष्ट्र के अमरावती जिले में मंगलवार सुबह मकान ढहने से दो लोगों की मौंत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। घटना नागपुर से करीब 150 किलोमीटर दूर जिले के चंदूर बाजार तालुका के फुबगांव गांव की है। अमरावती में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है।

एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि ढांचा गिरने से मकान में रहने वालों में से दो लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि तीन अन्य लोगों को बचा लिया गया और घटना में आई चोट के इलाज के लिए अमरावती जिला अस्पताल में भेजा गया है। 

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...