मंगलवार, 5 जुलाई 2022

कई समस्याओं से निजात दिलाने में कारगर है, कंटोला

कई समस्याओं से निजात दिलाने में कारगर है, कंटोला

सरस्वती उपाध्याय
सब्जियां सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं। इसलिए, हरी सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करना ज़रूरी है‌। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ बने रहने में मदद करते हैं। हरी सब्जियों में शामिल कंटोला एक ऐसी सब्जी है, जिसका सेवन करने से ना सिर्फ पोषक तत्वों की ज़रूरतें पूरी होती हैं, बल्कि यह आपके शरीर को कई गंभीर बीमारियों से भी निजात दिलाने में कारगर साबित होता है।
कंटोला एक ऐसी सब्जी है, जिसे आयुर्वेद में औषधि माना गया है। कंटोला शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने के साथ पाचन क्रिया भी दुरुस्त करता है। कंटोला का सेवन करने से गैस या कब्ज आदि की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। कंटोला का सेवन अलग-अलग प्रकार से कर सकते हैं। आमतौर पर लोग इसकी सब्जी, अचार या भुजिया बनाकर इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं।

वजन घटाने में लाभकारी कंटोला...
रिपोर्ट के मुताबिक, कंटोला एक ऐसी सब्जी है, जिसका सेवन करने से मोटापे को कम या नियंत्रित किया जा सकता है। कंटोला में मौजूद औषधीय गुण ना केवल बढ़ते वजन को कम करने में मदद करते हैं, बल्कि शरीर को अन्य कई बीमारियों से भी बचाते हैं। डॉक्टर भी सेहतमंद रहने के लिए कंटोला को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं। फाइटोकेमिकल्स सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। कंटोला पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसमें कैलोरी ना के बराबर होती है, इसीलिए वजन घटाते के लिए कंटोला एक बेहतर विकल्प होता है। कंटोला खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ प्रोटीन से भरपूर होता है। हर रोज इसका सेवन करने से शरीर को ताकत मिलती है और आप डाइटिंग के दौरान भी एनर्जेटिक बने रहते हैं।

कब्ज में लाभकारी कंटोला...
कंटोला की तासीर ठंडी होती है, जो शरीर को ठंडक प्रदान करती है। ऐसे में गर्मी और मानसून के दौरान इसे खाना सेहत के लिए और भी फायदेमंद होता है। यह सब्जी सुपाच्य होती है, इसलिए जिन्हें पेट से जुड़ी समस्याएं हैं, उन्हें भी इसे पचाने में आसानी होती है। कंटोला का गूदा और बीज घुलनशील फाइबर से भरपूर होते हैं। कंटोला में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पेट को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं।कंटोला का सेवन करने से गैस एटिकल सर बवासीर और कब से जैसी समस्याओं में काफी फायदेमंद साबित होती है।

100 दिन की भाजपा सरकार, यूपी गोरखधंधे से बरबाद

100 दिन की भाजपा सरकार, यूपी गोरखधंधे से बरबाद

संदीप मिश्र 
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन नाकामियों से भरे हुए हैं। सरकार ने प्रदेश में कोई विकास नहीं किया है। अखिलेश ने कहा कि सरकार जहां 100 दिन की उपलब्धि बता रही है उनको 5 साल 100 दिन की उपलब्धि बतानी चाहिए।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे कर लिए। इसको लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन नाकामियों से भरे हुए हैं। सरकार ने प्रदेश में कोई विकास नहीं किया है। अखिलेश ने कहा कि सरकार जहां 100 दिन की उपलब्धि बता रही है उनको 5 साल 100 दिन की उपलब्धि बतानी चाहिए। इनकी उपलब्धि की पोल तब खुली जब उनके उपमुख्यमंत्री लखनऊ वापस आए और उनसे बिना पूछे तबादला कर दिया… भ्रष्टाचार, अन्याय चरम पर है।
इससे पहले समाजवादी पार्टी ने योगी 2.0 के 100 दिन पूरे होने पर ट्वीट कर कहा कि 100 दिन की भाजपा सरकार, उत्तर प्रदेश हुआ गोरखधंधे से बरबाद। समाजवादी पार्टी की आधिकारिक हैंडल से एक अन्य ट्वीट में लिखा गया कि सवा 5 साल में यूपी को कर दिया बर्बाद ,सड़कों पे है जलभराव और गड्ढों में गिरकर जा रही नागरिकों की जान, भाजपा सरकार बेपरवाह, झूठे आंकड़ों के सहारे चल रही सरकार, झूठ बोलते हैं मुख्यमंत्री, और झूठी है भाजपा सरकार।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर सरकार की उपलब्धियां गिनाई। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने लखनऊ में अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर एक पुस्तिका का विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर तंज भी कसा। सीएम योगी ने कहा कि विधानपरिषद चुनाव में बीजेपी ने 33 सीट हासिल की।

सरकार पर घोटालों का आरोप लगाने से भड़की, भाजपा

सरकार पर घोटालों का आरोप लगाने से भड़की, भाजपा

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य द्वारा धामी सरकार पर घोटालों का आरोप लगाने से भाजपा भड़क उठी है। भाजपा अब इस घोटाले के हथियार से आर्य पर हमलाकर रही है। भाजपा का सीधा आरोप है कि सूबे में 500 करोड़ के अधिक के छात्रवृत्ति घोटाला आर्य के समाज कल्याण मंत्री रहते ही हुआ है। भाजपा इसके साक्ष्य एकत्र करके धामी सरकार को देगी और हाईकोर्ट में चल रहे इस घोटाले के मुकदमे में यशपाल आर्य को भी एक पक्ष बनाने की मांग करेगी। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रवीन्द्र जुगरान ने मीडिया को जारी एक विज्ञप्ति में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जिसमें उन्होंने कहा है की भाजपा सरकारों में घोटाले ही घोटाले हो रहे हैं। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग में भी भर्ती परीक्षाओं में घोटाले हो रहे हैं।

प्रदेश प्रवक्ता ने आर्य़ को नसीहत देते हुए कहा कि शीशे के घरों में रहने वालों को दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं मारने चाहिए। ने कहा कि पिछले पांच सालों तक वे भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं तब वे चुप क्यों रहे। एकाएक उन्हें कैसे याद आया की भाजपा सरकार में घोटाले हुए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह राजनीतिक दिवालियापन ही है कि उसने भाजपा सरकार में पांच वर्ष कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष बनाया। यह फैसला आने वाले दिनों में कांग्रेस के लिए गले की हड्डी बनने वाला है।

'वृक्ष संरक्षण अधिनियम' में संशोधन करेंगी, सरकार

'वृक्ष संरक्षण अधिनियम' में संशोधन करेंगी, सरकार

पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड सरकार 'वृक्ष संरक्षण अधिनियम' में संशोधन करने जा रही है। यह संशोधन इसलिए किया जा रहा है कि लोगों को अपनी जमीन पर लगे पेड़ों को काटने के लिए संबंधित विभाग और अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ते हैं, जिस वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस वजह से लोगों की रुचि भी पेड़ लगाने में कम होती जा रही है। इसलिए सरकार अब वृक्ष संरक्षण अधिनियम में संशोधन करने का मन बना रही है। इस संशोधन के बाद कुछ प्रजातियों को छोड़कर अन्य के लिए लोगों को अपने घर के आसपास और खेतों में लगे पेड़ों को काटने के लिए परमिशन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। 
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि सरकार वृक्ष संरक्षण अधिनियम को खत्म नहीं कर रही है। बल्कि इसमें संशोधन करने जा रही है। ताकि, लोगों को अपने खेतों में लगे पेड़ काटने में वन विभाग से परमिशन ना लेनी पड़े लेकिन इसके लिए कुछ प्रजातियों के लिए पूर्व की तरह नियम लागू रहेंगे।

उदयपुर: कर्फ्यू में मंगलवार को 16 घंटे की ढील दी गई

उदयपुर: कर्फ्यू में मंगलवार को 16 घंटे की ढील दी गई 

नरेश राघानी 
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर शहर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद उत्पन्न तनाव के बाद विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगाएं गए कर्फ्यू में मंगलवार को 16 घंटे की ढील दी गई। शहर के धानमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता, सूरजपोल, सविना, भूपालपुरा, गोवर्धनविलास, हिरणमगरी, प्रतापनगर एवं सुखेर धानमंडी, घण्टाघर, अम्बामाता, हाथीपोल, सूरजपोल, भूपालपुरा एवं सवीना में आज सुबह छह बजे से रात्रि आठ बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई। 
इन क्षेत्रों में खुली दुकानों पर लोग अपनी जरूरत के सामान की खरीददारी करते नजर आये। सोमवार को सुबह आठ बजे से शाम को आठ बजे तक कर्फ्यू में ढ़ील दी थी। इस दौरान शांति रही थी। 
उल्लेखनीय है कि गत 28 जून को उदयपुर शहर के धानमण्डी थाना क्षेत्र में धारदार हथियारों से कन्हैयालाल की हत्या कर देने के बाद उत्पन्न हालात के मद्देेनजर उस दिन रात आठ बजे से आगामी आदेश तक शहर के इन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था।

हमले की घटनाओं पर भाजपा ने चुप्पी क्यों साधी ?

हमले की घटनाओं पर भाजपा ने चुप्पी क्यों साधी ?

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ दिखावे और चुनावों के वास्ते दलितों एवं आदिवासियों के नाम का इस्तेमाल करती है। उन्होंने यह सवाल भी किया कि दलितों और आदिवासियों पर हमले की घटनाओं पर भाजपा ने चुप्पी क्यों साध रखी है ?
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘उप्र में एक दलित युवक को दबंगों ने बम से उड़ा दिया। मप्र में एक आदिवासी महिला को दबंगों ने जिंदा जलाया।’’ उन्होंने कहा, दिखावों/चुनावों के वास्ते दलितों-आदिवासियों का नाम इस्तेमाल करने वाली भाजपा ने, दलितों-आदिवासियों पर हमले की इन भयावह घटनाओं को लेकर चुप्पी क्यों साध रखी है।

विरोध: भाजपा विधायकों को सदन से बाहर किया

विरोध: भाजपा विधायकों को सदन से बाहर किया

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए विधायकों के पत्र लिखने को लेकर जारी चर्चा का विरोध करने पर भाजपा विधायकों को मार्शल ने सदन से बाहर कर दिया। सदन के 10 मिनट के स्थगन के बाद फिर से शुरू होने पर विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़ला ने आप विधायकों द्वारा उठाए गए इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति दी।
डीटीसी चालकों की तैनाती के लिए पत्र लिखने के आरोपों के बाद आप विधायकों ने यह मुद्दा उठाया था। आम आदमी पार्टी (आप) विधायक संजीव झा ने यह मुद्दा उठाया था, जिन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि की हैसियत से उन्होंने यह पत्र लिखा। यह देखते हुए कि झा द्वारा उठाया गया मुद्दा गंभीर था, बिड़ला ने इस पर चर्चा की अनुमति दे दी। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने इस मुद्दे पर चर्चा करने का विरोध करते हुए कहा कि चर्चा से पहले एक प्रस्ताव लाने की जरूरत है।
बिड़ला ने कहा कि चर्चा के लिए सदन में आम सहमति थी और वह नियम 293 के तहत चर्चा की अनुमति दे सकती हैं। भाजपा विधायकों के चर्चा के खिलाफ अपना विरोध जारी रखने पर बिड़ला ने कार्यवाही में बाधा डालने और आदेशों की अवहेलना का हवाला देते हुए सदन से सभी भाजपा विधायकों को बाहर करने के लिए मार्शल को निर्देश दिया।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...