शनिवार, 2 जुलाई 2022

'प्लास्टिक मुक्त प्रयागराज' कार्यक्रम का आयोजन

'प्लास्टिक मुक्त प्रयागराज' कार्यक्रम का आयोजन

बृजेश केसरवानी          
प्रयागराज। शनिवार को आर्य कन्या इंटर कॉलेज प्रयागराज में नगर निगम द्वारा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत 'प्लास्टिक मुक्त प्रयागराज' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें नगर निगम की टीम द्वारा बताया गया, कि हमें सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए और गीले कचरे के लिए हरा कूड़ेदान, सूखे कचरे के लिए नीले कूड़ेदान एवं इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के लिए काले रंग के कूड़ेदान का प्रयोग करना चाहिए। विद्यालय के प्रबंधक पंकज जायसवाल ने छात्राओं को प्लास्टिक के प्रकार समझाते हुए बताया कि रंगीन प्लास्टिक का यूज़ कैंसर का एक कारण होता है। 
प्रधानाचार्या डॉ. सुधा उपाध्याय ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नो प्लास्टिक के अंतर्गत सबसे पहले हम विद्यालय में कपड़े के झोले बनाएंगे और वहीं, उपयोग करने पर जोर देंगे। उपप्रधानाचार्या श्रीमती अर्चना जायसवाल ने समझाया कि हमें प्लास्टिक के बर्तनों में गर्म खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए एवं सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान नीरज गुप्ता, आशा श्रीवास्तव, नीना प्रजापति ,ऋतु अरोरा ,वन्दिता अस्थाना, सलोनी अग्रवाल नीलम श्रीवास्तव , रैहां इदरीश, मनीक्षा श्रीवास्तव, अनुपमा सिंह, मोउ बसु, वंदना मिश्रा आदि शिक्षिकाएं एवं छात्राएं उपस्थित रहीं।

भर्ती प्रक्रिया के तहत 'यूपीएसईएसएसबी' में नौकरी

भर्ती प्रक्रिया के तहत 'यूपीएसईएसएसबी' में नौकरी 

हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। उम्मीदवार दिए गए इन तमाम खास बातों को ध्यान से पढ़कर आवेदन करें। साथ ही इस भर्ती प्रक्रिया के तहत 'यूपीएसईएसएसबी' में नौकरी पा सकते हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में नौकरी पाने का गोल्डन चांस है। इसके लिए यूपीएसईएसएसबी में ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (TGT) और पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) के पदों पर आवेदन करने की कल अंतिम डेट है। इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो अभी तक इन पदों के लिए अप्लाई नहीं किए हैं, वे यूपीएसईएसएसबी की आधिकारिक वेबसाइट upsessb.org और upsessb.pariksha.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक https://upsessb.pariksha.nic.in/Agencies.aspx?uTVe3S4xVOs1PaOekpDaJg पर क्लिक करके इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।साथ ही इस लिंक https://upsessb.pariksha.nic.in/Online_App/Notifications.aspx के जरिए भी आधिकारिक नोटिफिकेशन देख सकते हैं। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 4153 रिक्त पदों को भरा जाएगा। महत्वपूर्ण तिथियां UPSESSB TGT PGT ऑनलाइन आवेदन करने की शुरुआत तिथि- 09 जून 2022 UPSESSB TGT PGT ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि- 03 जुलाई 2022 रिक्ति विवरण कुल पदों की संख्या- 4153 ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर – 3529 टीजीटी पुरुष – 3213 टीजीटी महिला – 326 पोस्ट ग्रेजुएट टीचर- 624 PGT पुरुष – 549 PGT Fमहिला – 75 योग्यता मानदंड TGT- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना चाहिए। साथ ही बी.एड (4 वर्षीय एकीकृत डिग्री के लिए) की डिग्री भी होनी चाहिए। PGT- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में मास्टर डिग्री होनी चाहिए। आयुसीमा न्यूनतम – 21 वर्ष अधिकतम – कोई आयु सीमा नहीं वेतन TGT: रु. 44900- 142000/- (स्तर- 7, ग्रेड पे 4600) PGT: रु. 47600- 151100/- (स्तर-8, ग्रेड पे 4800) लिखित परीक्षा – 80 अंक साक्षात्कार – 10 अंक योग्यता और अन्य – 5 अंक
लखनऊ। उम्मीदवार दिए गए इन तमाम खास बातों को ध्यान से पढ़कर आवेदन करें।साथ ही इस भर्ती प्रक्रिया के तहत UPSESSB में नौकरी पा सकते हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में नौकरी पाने का गोल्डन चांस है। इसके लिए UPSESSB में ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (TGT) और पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) के पदों पर आवेदन करने की कल अंतिम डेट है। इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो अभी तक इन पदों के लिए अप्लाई नहीं किए हैं, वे UPSESSB की आधिकारिक वेबसाइट upsessb.org और upsessb.pariksha.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक https://upsessb.pariksha.nic.in/Agencies.aspx?uTVe3S4xVOs1PaOekpDaJg पर क्लिक करके इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।साथ ही इस लिंक https://upsessb.pariksha.nic.in/Online_App/Notifications.aspx के जरिए भी आधिकारिक नोटिफिकेशन देख सकते हैं। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 4153 रिक्त पदों को भरा जाएगा। महत्वपूर्ण तिथियां UPSESSB TGT PGT ऑनलाइन आवेदन करने की शुरुआत तिथि- 09 जून 2022 UPSESSB TGT PGT ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि- 03 जुलाई 2022 रिक्ति विवरण कुल पदों की संख्या- 4153 ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर – 3529 टीजीटी पुरुष – 3213 टीजीटी महिला – 326 पोस्ट ग्रेजुएट टीचर- 624 PGT पुरुष – 549 PGT Fमहिला – 75 योग्यता मानदंड TGT- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना चाहिए। साथ ही बी.एड (4 वर्षीय एकीकृत डिग्री के लिए) की डिग्री भी होनी चाहिए। PGT- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में मास्टर डिग्री होनी चाहिए। आयुसीमा न्यूनतम – 21 वर्ष अधिकतम – कोई आयु सीमा नहीं वेतन TGT: रु. 44900- 142000/- (स्तर- 7, ग्रेड पे 4600) PGT: रु. 47600- 151100/- (स्तर-8, ग्रेड पे 4800) लिखित परीक्षा – 80 अंक साक्षात्कार – 10 अंक योग्यता और अन्य – 5 अंक
लखनऊ। उम्मीदवार दिए गए इन तमाम खास बातों को ध्यान से पढ़कर आवेदन करें।साथ ही इस भर्ती प्रक्रिया के तहत UPSESSB में नौकरी पा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में नौकरी पाने का गोल्डन चांस है। इसके  लिए UPSESSB में ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (TGT) और पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) के पदों पर आवेदन करने की कल अंतिम डेट है। इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो अभी तक इन पदों के लिए अप्लाई नहीं किए हैं, वे UPSESSB की आधिकारिक वेबसाइट upsessb.org और upsessb.pariksha.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक https://upsessb.pariksha.nic.in/Agencies.aspx?uTVe3S4xVOs1PaOekpDaJg पर क्लिक करके इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।साथ ही इस लिंक https://upsessb.pariksha.nic.in/Online_App/Notifications.aspx के जरिए भी आधिकारिक नोटिफिकेशन देख सकते हैं। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 4153 रिक्त पदों को भरा जाएगा।
महत्वपूर्ण तिथियां

UPSESSB TGT PGT ऑनलाइन आवेदन करने की शुरुआत तिथि- 09 जून 2022
UPSESSB TGT PGT ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि- 03 जुलाई 2022

रिक्ति विवरण

कुल पदों की संख्या- 4153

ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर – 3529

टीजीटी पुरुष – 3213
टीजीटी महिला – 326

पोस्ट ग्रेजुएट टीचर- 624
PGT पुरुष – 549
PGT Fमहिला – 75

योग्यता मानदंड
TGT- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट होना चाहिए। साथ ही बी.एड (4 वर्षीय एकीकृत डिग्री के लिए) की डिग्री भी होनी चाहिए।
PGT- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में मास्टर डिग्री होनी चाहिए।
आयुसीमा
न्यूनतम – 21 वर्ष
अधिकतम – कोई आयु सीमा नहीं।

यूपी: बड़े पैमाने पर कई जिलों के कप्तानों के तबादलें

यूपी: बड़े पैमाने पर कई जिलों के कप्तानों के तबादलें 

हरिओम उपाध्याय        
लखनऊ। उत्तर-प्रदेश शासन ने शनिवार को बड़े पैमाने पर कई जिलों के कप्तानों के तबादलें कर दिए हैं। जिन जिलों के पुलिस अधीक्षक बदले गए हैं। उनमें मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, मथुरा, गोरखपुर, गोंडा, अयोध्या, प्रयागराज के साथ-साथ गाजीपुर, बिजनौर, मिर्जापुर, कासगंज और अमेठी हैं।
शैलेश कुमार पांडे को अयोध्या से प्रयागराज, अजय कुमार को प्रयागराज से सीबीसीआईडी लखनऊ, रोहन बोत्रे को कासगंज से गाजीपुर, प्रशांत वर्मा को कन्नौज से अयोध्या, सहारनपुर के एसएससी आकाश तोमर को गोंडा का एसपी बनाया गया है। गाज़ीपुर के एसपी राम बदन सिंह को नोएडा कमिश्नरेट में तैनाती दी गई है। राजेश कुमार श्रीवास्तव कन्नौज के नए एसपी होंगे। गोरखपुर के एसएसपी विपिन टाडा सहारनपुर के नए एसपी होंगे। मथुरा के एसपी गौरव ग्रोवर गोरखपुर के एसएसपी होंगे। मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव को मथुरा का एसपी बनाया गया है। अमरोहा के एसएसपी विनीत जायसवाल को मुजफ्फरनगर का एसपी बनाया गया है।
अमेठी के एसपी दिनेश सिंगर बिजनौर के एसपी होंगे। इलामारन जी को अमेठी का एसपी बनाया गया है। संतोष कुमार मिश्र गोंडा से मिर्जापुर एसपी के रूप में स्थानांतरित किए गए है। बीबी जीडीएस मूर्ति को कानपुर पुलिस कमिश्नर से कासगंज का एसपी बनाया गया है। आदित्य लाग्हे वाराणसी से अमरोहा के एसपी बनाए गए हैं।
मिर्जापुर के एसपी अजय कुमार सिंह वाराणसी में पीएसी के सेक्टर डीआईजी होंगे। बिजनौर के एसपी धर्मवीर को पीएसी स्थानांतरित किया गया है। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात एसपी संजीव त्यागी को अयोध्या में इंटेलिजेंस का एसपी बनाया गया है। डॉ भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी मुरादाबाद में तैनात एसपी विजय ढुल को कानपुर कमिश्नरेट में डीसीपी के पद पर देहाती दी गई है। सीबीसीआईडी में एसपी राहुल राज को लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी बनाया गया है।

'स्वदेशी मानव रहित' विमान की सफल उड़ान, इतिहास

'स्वदेशी मानव रहित' विमान की सफल उड़ान, इतिहास

नई दिल्ली/बेंगलुरु। डिफेंस रिसर्च एंड डवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) ने शनिवार को अपने पहले 'स्वदेशी मानव रहित' विमान की सफल उड़ान से इतिहास रच दिया। कर्नाटक ने चित्रदुर्ग में पूरी तरह से ऑटोनॉमस प्लेन ने सटीकता के साथ उड़ान पूरी की और परफैक्ट तरीके से जमीन पर लैण्ड हुआ। डीआरडीओ के इस मिशन को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भारत का एक अहम कदम बताया है। आधिकारिक बयान के अनुसार, यह उड़ान भविष्य के मानवरहित विमानों के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण तकनीकियों को साबित करने के मामले में एक बड़ी कामयाबी मिली है।

यह सामरिक रक्षा प्रौद्योगिकियों में आत्म निर्भरता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। बयान में कहा गया है कि इस मानवरहित प्लेन को वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान (एडीई) बेंगलुरू की ओर से डिजाइन और विकसित किया गया है जो डीआरडीओ की एक प्रमुख रिसर्च लैब है। यह विमान एक छोटे टर्बोफैन इंजन द्वारा ऑपरेट होता है। विमान के लिए उपयोग किए जाने वाले एयरफ्रेम, अंडर कैरिज और फ्लाइट कंट्रोल स्वदेशी तौर पर विकसित है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस उपलब्धि पर डीआरडीओ को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह मानव रहित विमानों की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है और इससे सेना में आत्मनिर्भर भारत का मार्ग भी प्रशस्त होगा।

रूसी मिसाइल हमलों में 1 बच्चे सहित 21 लोगों की मौंत

रूसी मिसाइल हमलों में 1 बच्चे सहित 21 लोगों की मौंत

सुनील श्रीवास्तव 

मॉस्को/कीव। यूक्रेन के दक्षिणी ओडेसा क्षेत्र में शनिवार की रात रूसी मिसाइल हमलों में एक बच्चे सहित कम से कम 21 लोगों की मौंत हो गई। जबकि छह बच्चों समेत 38 अन्य घायल हो गये। प्रांतीय आपातकालीन सेवा डीएसएनएस ने कहा कि सेरहिवका गांव में नौ मंजिला इमारत में एक मिसाइल के टकराने से 16 लोग मारे गये। वहीं हॉलिडे रिजॉर्ट पर अलग-अलग हमले में एक बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हो गयीयूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक काला सागर के ऊपर रूसी युद्धक विमानों से तीन मिसाइलें दागी गयी है।

रूस ने पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन के शहरों पर दर्जनों मिसाइलें दागी हैं। रूसी सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने हालांकि इससे इंकार किया है कि हमले नागरिकों को लक्ष्य कर किये जा रहे हैं।

तालिबान का फिर से उभरना, प्रतिक्रियावादी घटना नहीं

तालिबान का फिर से उभरना, प्रतिक्रियावादी घटना नहीं

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने शुक्रवार को कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान का फिर से उभरना, कोई प्रतिक्रियावादी घटना नहीं है। आंबेकर ने यहां एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में यह बात कही। वरिष्ठ पत्रकार अरुण आनंद द्वारा लिखित दो पुस्तकें - 'द तालिबान- वॉर एंड रिलिजन इन अफगानिस्तान' और 'द फॉरगॉटन हिस्ट्री ऑफ इंडिया' यहां कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में लॉन्च की गईं।
उन्होंने कहा कि भारत में पीएफआई, हमास, आईएसआईएस जैसे संगठनों के रूप में कई देशों में ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
उन्होंने कहा, इन घटनाओं को किसी ने नहीं भड़काया है, अगर किसी को ऐसा लगता है तो फिर से सोचने की जरूरत है।
अंबेकर ने रेखांकित किया, हर किसी को तालिबान के उदय के प्रकरणों को जानने की जरूरत है, उनकी मानसिकता और विचारधारा सभी को पता होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि तालिबान से जुड़े मुद्दों को समझना महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह हमारे पड़ोस में हो रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को केवल राजनीतिक नहीं कहा जा सकता।
उन्होंने कहा, जिस देश को आजादी मिलने के बाद विभाजन के आघात का सामना करना पड़ा और उसके नागरिक तालिबान के फिर से उभरने को कभी भी नजरअंदाज नहीं कर सकते। यह पता लगाने के लिए मूल स्थान पर जाने की जरूरत है कि क्या हमारे देश से कोई लिंक जुड़ा हुआ है ?
उन्होंने कहा, हमें यह जानने की जरूरत है कि क्या इन दिनों देश भर में हो रही घटनाएं ऐसी विचारधारा से जुड़ी हुई हैं.. क्या ऐसी विचारधाराएं हमारे देश में प्रवेश कर रही हैं या ऐसी घटनाओं का समर्थन करने वाले कोई संगठन उस विचारधारा से जुड़े हुए हैं? हम सभी को यह जानने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, हमें इसे ढकने से कुछ नहीं मिलेगा। हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते।
स्वतंत्रता संग्राम के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग स्वतंत्रता आंदोलन को अपनी विचारधारा के अनुसार और राजनीतिक उद्देश्य के लिए देखते हैं, वह स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है। उन्होंने कहा, इतिहास में आईएनए के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया गया है, यहां तक कि आजादी के बाद के दौर में आरएसएस पर भी ज्यादा ध्यान नहीं जाता है, लेकिन इतिहास को दबाया नहीं जा सकता।
नई पीढ़ी को विनायक दामोदर सावरकर, सुभाष चंद्र बोस, बिरसा मुंडा के बारे में जानने की जरूरत है जो देश की एकता को मजबूत करेगा। नई पीढ़ी को पता होना चाहिए कि पहला संवैधानिक संशोधन क्यों किया गया था। उन्हें पता होना चाहिए कि भारत क्यों और कैसे विभाजित किया गया था। ताकि भविष्य में इसे दोबारा नहीं दोहराया जा सके।

मंदिर का मूल ढांचा व धार्मिक स्वरूप बदलने का आरोप

मंदिर का मूल ढांचा व धार्मिक स्वरूप बदलने का आरोप 

संदीप मिश्र 

वाराणसी। उत्तर-प्रदेश के वाराणसी में एक स्थानीय अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद की प्रबंध समिति के सदस्यों पर इस परिसर में स्थित काशी विश्वेश्वर मंदिर का मूल ढांचा एवं धार्मिक स्वरूप बदलने का आरोप लगाते हुए इनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग करने वाली अर्जी को खारिज कर दिया। वाराणसी के जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश ने गत जितेन्द्र सिंह द्वारा 27 जून काे दायर अर्जी को खारिज कर दिया। अदालत ने इस अर्जी को तथ्यों के आधार पर अपूर्ण बताते हुए खारिज कर दिया। इससे पहले एक और निचली अदालत द्वारा इस अर्जी को खारिज करने के फैसले को सही बताया।

गौरतलब है कि गत 14 जून को जिला अदालत में दायर इस अर्जी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का प्रबंधन संभाल रही अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी के पदाधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गयी थी। अर्जी में दलील दी गयी है कि मस्जिद परिसर में स्थित काशी विश्वेश्वर मंदिर को मुगलों ने नष्ट कर दिया था। लेकिन मंदिर के मूल भाग को तहस नहस नहीं किया था, लेकिन कमेटी के सदस्यों ने इस मंदिर के मूल भाग का धार्मिक स्वरूप बदलने की काेशिश की है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...