तैयारी: इस बार पूरे जोश के साथ निकलेगी 'कांवड़ यात्रा'
अश्वनी उपाध्याय/सत्येंद्र पंवार
गाजियाबाद/मेरठ। कोरोना संक्रमण के कारण लगातार 2 साल बंद रहीं कांवड़ यात्रा इस बार पूरे जोश के साथ निकलेगी। इसके लिए शासन से लेकर गाजियाबाद जिला-प्रशासन तक तैयारी करने में जुटा हुआ है। मेरठ रोड की एक लेन कांवड़ियों के रिजर्व रहेंगी। यही नहीं पूरे रास्ते पर ड्रोन से निगरानी होगी। साथ ही कांवड़ियों के ड्रेस में पुलिसवाले भी यात्रा में शामिल होंगे। 26 जुलाई से शुरू होने वाला शिवरात्रि का जलाभिषेक 27 जुलाई शाम तक चलेगा। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार हरिद्वार और गोमुख से जल लेकर आने वाले कांवड़ियों की संख्या रेकॉर्ड तोड़ हो सकती है। प्राचीन सिद्धपीठ दूधेश्वरनाथ मंदिर के महंत नारायण गिरी का दावा है कि 2 साल पहले तक जहां करीब पांच लाख कांवड़िए जलाभिषेक करने आते थे। वह संख्या इस बार 12 से 15 लाख के बीच हो सकती है।
इसी को देखते हुए जिला प्रशासन इस बात पर गंभीरता से विचार कर रहा है कि मेरठ रोड पर पड़ने वाले सभी स्कूल कॉलेजों को कावड़ यात्रा के दौरान बंद कर दिया जाए। हालांकि इस दौरान स्कूल प्रबंधकों को यह निर्देश दिए जाएंगे कि स्टूडेंट्स की पढ़ाई बाधित ना हो, इसके लिए ऑनलाइन क्लास चलती रहे। लाखों कांवड़िया गाजियाबाद के रास्ते से हरियाणा, राजस्थान व मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों की ओर जाते हैं। इस बार कांवड़ियों की संख्या अधिक होने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन अभी से सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने में जुट गया है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि इस बार ऐसी व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे कांवड़ यात्रा पूरी तरह शांति और श्रद्धाभाव के साथ पूरी हो।
जिन रास्तों से कांवड़िया गुजरेंगे, वहां की खराब सड़कों को दुरुस्त करने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने एसएसपी के साथ मिलकर कांवड़ मार्गों का निरीक्षण भी किया। कुछ स्थानों पर टूटी सड़कों को दुरुस्त करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए गए हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था ना हो इस पर और संदिग्धों पर निगाह रखने के लिए प्रशासन द्वारा मेरठ रोड तिराहे पर एक कंट्रोल रूम तैयार करेगा। यह 24 घंटे कार्य करेगा। इस कंट्रोल रूम से ही कांवड़ यात्रा मार्ग पर लगने वाले सीसीटीवी के माध्यम से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी। प्लान तैयार किया गया है कि मोदीनगर से गाजियाबाद के बीच सभी प्रमुख चौराहों व तिराहों पर वॉच टॉवर बनाए जाएं। जहां पुलिस बल की तैनाती 24 घंटे रहे। जिला प्रशासन द्वारा प्लान तैयार किया गया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी व्यक्ति को लाइसेंसी हथियार ही नहीं, अन्य घातक हथियार भी लेकर चलने पर प्रतिबंध होगा। जिससे किसी प्रकार की दुर्घटना ना होने पाए। पुलिस-प्रशासन का प्लान है कि मेरठ रोड की एक लेन कांवड़ियों के लिए रिजर्व रखी जाए। यदि कांवड़ियों की संख्या अधिक होगी तो दोनों मार्गों पर ट्रैफिक बंद कर उन्हें कांवड़ियों के लिए रिजर्व कर दिया जाएगा।