शुक्रवार, 24 जून 2022

जुमे की नमाज में अमन व शांति की दुआ मांगी

जुमे की नमाज में अमन व शांति की दुआ मांगी

सत्येंद्र पंवार
मेरठ। शुक्रवार को जुमा की नमाज मेरठ में शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई। इस दौरान मस्जिदों के आसपास पुलिस की कड़ी सुरक्षा रही। संवेदनशील इलाकों में पीएसी और आरएएफ को तैनात किया गया था। अकीदतमंदों ने मस्जिदों के भीतर नमाज अदाकर मुल्क में अमन और शांति की दुआ मांगी। जिले के देहात में भी नमाज शांतिपूर्वक अदा की गई। मेरठ के शाही जामा मस्जिद में जुमा की नमाज के दौरान सिविल वार्डन के कार्यकर्ता भी तैनात रहे।
आज भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जुमा की नमाज मेरठ और पश्चिमी उप्र में शांतिपूर्वक तरीके से अदा की गई। नमाज के दौरान कहीं से किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। मेरठ में सुबह से ही नमाज को लेकर सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता की गई थी। हालांकि एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी ने एक दिन पहले ही सभी थानेदारों को सख्त निर्देश जारी कर क्षेत्र में सुरक्षा व्यव्स्था मजबूत करने की बात कही थी।
एडीजी मेरठ राजीव सभरवाल और आईजी मेरठ प्रवीण कुमार ने भी जुमा की नमाज को लेकर विशेष दिशा—निर्देश जारी किए थे। जुमा की नमाज के दौरान मस्जिदों के ऊपर ड्रोन से निगरानी की गई। एसएसपी ने बताया कि जिले की सभी मस्जिदों में जुमा की नमाज शांतिपूर्वक तरीके से अदा की गई है।बता दें कि जुमा नमाज के दौरान कानपुर में बड़ी हिंसा हो गई थी। जिसके बाद भारत बंद की अफवाह सोशल मीड़िया पर उड़ी थी। इसको लेकर पिछले जुमा को भी मेरठ सहित पूरे पश्चिमी उप्र के जिलों अलर्ट जारी किया था।
आज भी जुमा की नमाज को लेकर प्रशासन किसी प्रकार की ढिलाई के मूड में नहीं दिखा। यहीं कारण रहा कि जुमा नमाज को लेकर एक दिन पहले से ही पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी थी। आज मस्जिदों में जुमा नमाज शांतिपूर्वक तरीके से अदा कर अकीदतमंद अपने घर चले गए। पूर्व में भारत बंद की अफवाह को देखते हुए पिछले दो शुक्रवार से जिले में काफी सतर्कता बरती जा रही है। पूरे जिले को सात जोन और 15 सेक्टर में बांटा हुआ था।
पिछले जुमे की तरह ही इस बार भी जुमा नमाज शांतिपूर्वक निपटने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली। पिछले जुमे पर भी पुसि प्रशासन काफी सतर्क मोड पर था। इस बार भी अपनी तरफ से कोई लापरवाही बरतने के मूड में आलाधिकारी नहीं था। यही कारण है कि इस बार भी अलर्ट जारी कर दिया गया था। मेरठ जिले केा सात जोन और 15 सेक्टर में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई थी। खुफिया विभाग भी पूरी तरह से सक्रिय रहा।

7 दिन से जुग जुग जियो तक आज 39 साल

7 दिन से जुग जुग जियो तक आज 39 साल
कविता गर्ग  
मुंबई। अनिल कपूर बॉलीवुड के एक बेहतरीन अभिनेता हैं, जो दर्शकों का अपनी एक से एक फिल्मों के जरिए मनोरंजन करते आ रहे हैं। वह एक्टिंग के साथ ही अपने लुक्स को लेकर भी चर्चा में रहते हैं। 65 की उम्र में भी यंग और हैंडसम दिखने वाले अनिल से कई मौकों पर इसका राज पूछा जाता है। लुक्स के अलावा उनके फिल्मी करियर पर भी नजर डालें तो वह भी उनके डायलॉग की तरह बिल्कुल झकास रहा। फिल्मी पर्दे पर आए आज उन्हें 39 साल हो चुके है।
जी हां, अनिल कपूर ने इंडस्ट्री में अपने 39 साल भी पूरे कर लिए हैं। साल 1983 में आई फिल्म ‘वो सात दिन’ से उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा था। यह फिल्म आज ही के दिन यानी 24 जून को ही रिलीज हुई थी। 
इस खास मौके पर अनिल कपूर ने सोशल मीडिया पर अपने पुराने पलों को याद किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘वो 7 दिन से जुग जुग जियो तक आज 39 साल’  यही नहीं इसके अलावा अनिल कपूर ने इंस्टाग्राम पर भी फिल्म की एक क्लिप साझा की और इसे कैप्शन दिया, ‘वो सात दिन में प्रेम प्रताप सिंह पटियालावाले से जुग जुग जियो के भीम तक  यह इतनी शानदार यात्रा रही है। आज से 39 साल पहले मेरी जिंदगी बदल गई और पुरानी यादें असली हैं। यह वीडियो पुरानी यादों की यात्रा है। सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं अभिनेता के ट्वीट और यह वीडियो क्लिप।
वो सात दिन अनिल कपूर की बतौर लीड एक्टर पहली फिल्म थी। हालांकि, वह फिल्म के लिए पहली पसंद नहीं थे। अनिल कपूर के भाई बोनी कपूर फिल्म के लिए पहले मिथुन चक्रवर्ती को साइन करने वाले थे। साल 1982 में डिस्को डांसर बेहद हिट रही थी, जिसके बाद मिथुन चक्रवर्ती ने अपनी फीस बढ़ा ली थी। इसके बाद इस फिल्म के जरिए बोनी कपूर ने अपने भाई अनिल को लॉन्च किया।
जानकारी के लिए बता दें कि, अनिल कपूर इन दिनों अपनी फिल्म ‘जुग जुग जियो’ को लेकर चर्चा में हैं, जो हाल ही में सिनेमाघरों में रिलीज हुई है।फिल्म में उनके साथ नीतू कपूर, वरुण धवन और कियारा आडवाणी भी नजर आए हैं।

अतिक्रमण-गंदगी, जिला पंचायत अध्यक्ष का रोष

अतिक्रमण-गंदगी, जिला पंचायत अध्यक्ष का रोष

भानु प्रताप उपाध्याय  
मुजफ्फरनगर। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल ने विभागीय कर्मचारियों के साथ जिला परिषद मार्केट का भ्रमण किया। उन्होंने अतिक्रमण और गंदगी पर रोष जाहिर किया। अध्यक्ष ने कहा कि व्यापारी स्वच्छता अभियान में सहयोग करें। पार्क की स्थिति सुधारने का भरोसा दिया।
जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल जिला पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत के अधिकारियों सहित जिला परिषद मार्केट का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। मार्केट में अव्यवस्था , अतिक्रमण और गंदगी मिली। उन्होंने व्यापारियों से कहा कि एक हफ्ते में व्यवस्था चुस्त करने में अपना पूर्ण योगदान करें। जिला पंचायत अपने स्तर से आवश्यक कदम भी उठाएगी और सहयोग नहीं करने वाले व्यापारियों पर अर्थदंड भी लगाया जाएगा। व्यापारियों ने अपनी समस्याएं रखी, जिसका अध्यक्ष ने समाधान का भरोसा दिया। निर्वाल ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के सहयोग से स्वच्छता अभियान परवान चढ़ सकता है। इस दौरान अमित रावल , तरुण पाल ,विपिन त्यागी ,हरेंद्र शर्मा , प्रमोद कश्यम , प्रवीण टेलर ,रामनाथ ए एमए जिंतेंद्र तोमर , वरिष्ठ लिपिक अक्षय शर्मा , रामकुमार शर्मा मौजूद रहे।

क्लोज़र रिपोर्ट को चुनौती, एससी ने खारिज की

क्लोज़र रिपोर्ट को चुनौती, एससी ने खारिज की
इकबाल अंसारी  
गांधीनगर। गुजरात दंगा केस में ज़किया जाफरी की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी है। ज़किया ने दंगे की साज़िश के आरोप से तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी को मुक्त करने वाली SIT की क्लोज़र रिपोर्ट को चुनौती दी थी। इससे पहले 2012 में मजिस्ट्रेट और 2017 में हाई कोर्ट इस रिपोर्ट को मंजूरी दे चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले पर फैसला सुनाते हुए कहा है कि याचिका में तथ्य नहीं हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने 2008 में दंगों की जांच के लिए पूर्व सीबीआई निदेशक आर के राघवन के नेतृत्व में SIT का गठन किया था। कोर्ट लगातार इस जांच की निगरानी करता रहा। दंगों में मारे गए पूर्व कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी की पत्नी ज़किया ने दंगों की साज़िश में तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने का आरोप लगाया। 2011 में सुप्रीम कोर्ट ने SIT को ज़किया की तरफ से दिए गए सबूतों के आधार पर मामले की जांच का आदेश दिया।
2012 में SIT ने दाखिल की थी क्लोजर रिपोर्ट
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद SIT ने दंगों की व्यापक साज़िश के पहलू की जांच की। मुख्यमंत्री मोदी से भी अपने कार्यालय में बुला कर पूछताछ की। 2012 में SIT ने मजिस्ट्रेट के पास क्लोज़र रिपोर्ट दाखिल कर दी। SIT ने मोदी समेत 63 लोगों के साज़िश में हिस्सेदार होने के आरोप को गलत पाया। ज़किया ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में इस रिपोर्ट के खिलाफ प्रोटेस्ट पेटिशन दाखिल की। इसे मजिस्ट्रेट ने खारिज कर दिया।
2017 में गुजरात हाई कोर्ट ने भी मजिस्ट्रेट के आदेश को सही करार दिया।
2018 में सुप्रीम कोर्ट पहुंची ज़किया की अपील पर 3 साल तक सुनवाई नहीं हो पाई। ज़्यादातर मौकों पर इसकी वजह खुद याचिकाकर्ता की तरफ से सुनवाई टालने का अनुरोध रहा।पिछले साल कोर्ट ने इस पर सख्ती जताते हुए सुनवाई को और टालने से मना कर दिया।आखिरकार कोर्ट ने विस्तृत सुनवाई के बाद 9 दिसंबर 2021 को मामले पर आदेश सुरक्षित रख लिया।
SC बेंच ने कहा- अपील आदेश देने योग्य नहीं
मामले की सुनवाई के दौरान ज़किया की तरफ से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने बहस की थी‌। उन्होंने SIT पर सबूतों की अनदेखी का आरोप लगाया था। वहीं SIT के लिए मुकुल रोहतगी ने पक्ष रखा था। रोहतगी ने याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि याचिकाकर्ता मामले में पीएम मोदी का नाम जुड़ा होने के चलते इसे खींचते रहने की कोशिश कर रहे हैं। रोहतगी ने याचिकाकर्ता की मंशा पर सवाल ठगते हुए कहा था, “अगर इन्हें सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हुई जांच पर भी भरोसा नहीं है, तो क्या अब स्कॉटलैंड यार्ड (ब्रिटिश पुलिस मुख्यालय) की जांच टीम को बुलाने की मांग करना चाहते हैं।
मामले पर फैसला आज जस्टिस ए एम खानविलकर, दिनेश माहेश्वरी और सी टी रविकुमार की बेंच ने फैसला दिया। बेंच ने कहा कि अपील आदेश देने योग्य नहीं है। इस टिप्पणी के साथ ज़किया की अपील को कोर्ट ने खारिज कर दिया। कोर्ट ने माना है कि मामले में मजिस्ट्रेट का आदेश सही था। उन्होंने सभी पहलुओं को देखने के बाद उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए आदेश दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने SIT के कामकाज की तारीफ की है। साथ ही यह भी कहा है कि इस मामले को जानबूझकर लंबा खींचा गया।कुछ लोगों ने न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग कर प्रयास किया कि मामला चर्चा में बना रहे। हर उस व्यक्ति की ईमानदारी पर सवाल उठाए गए, जो मामले को उलझाए रखने वाले लोगों के आड़े आ रहा था। न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग कर अपने उद्देश्यों की पूर्ति करने वाले लोगों पर उचित कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।

बस भाजपा की सरकार चलेगी, बाकी तानाशाही

बस भाजपा की सरकार चलेगी, बाकी तानाशाही
कविता गर्ग  
मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में मचे उथल-पुथल को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार बताते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि जहां भी गैर भाजपा सरकार होती है वहां भाजपा सरकार को चैन से नहीं रहने देती हैं। किसी भी तरह से तोड़ मोड़ कर भाजपा उसे अस्थिर करने में जुटी रहती है।
पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए तेजस्वी ने कहा कि महाराष्ट्र में भी ऐसा ही हो रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि सरकार चलेगी तो उसी की चलेगी नहीं तो नहीं चलेगी। यह तो तानाशाही है। उन्होंने का कि बिहार में लोगों ने भाजपा को नकार दिया था, लेकिन नीतीश कुमार पर दबाव बनाकर सरकार बना ली गई।
अग्निपथ योजना के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि छात्रों की मांग जायज है। उन्होंने कहा कि आखिर चार साल बाद अग्निवीर कहां जाएंगे। उन्होंने सरकार द्वारा अग्निवीरों के संबंध में की जा रही घोषणाओं को भी झूठ करार दिया। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा और जदयू की सरकार ने देश और राज्य केा बर्बाद कर दिया। जो वादे किए गए थे, वे पूरा हो गए क्या। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना का विरोध होना चाहिए लेकिन शंतिपूर्व होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि सेना भर्ती के लिए प्रारंभ की गई योजना अग्निपथ का ऐसे तो कई स्थानों पर विरोध किया गया लेकिन सबसे अधिक हिंसा बिहार में हुई।

सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह लगेगी पाबंदी

सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह लगेगी पाबंदी

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। जुलाई से देशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह पाबंदी लगने वाली है। सरकार ने इसके लिए प्लान तैयार कर लिया है। सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड  ने कड़ा नियम बनाया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पारित एक आदेश में कहा गया है कि किसी भी दुकान में अगर सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया तो दुकान का ट्रेड लाइसेंस कर दिया जाएगा और दोबारा लाइसेंस लेने के लिए फिर से जुर्माना देकर अप्लाई करना पड़ेगा।
CPCB ने सिंगल यूज प्लास्टिक की लिस्ट भी जारी की है, जो 1 जुलाई से पूरी तरह बैन है। इन सभी प्रोडेक्ट के अल्टरनेटिव के लिए 200 कंपनियां प्रोडेक्ट बना रही हैं। इसके लिए उन्हें लाइसेंस रीन्यू कराने की जरूरत नहीं है।
प्लास्टिक स्टिक वाले ईयर बड्स, गुब्बारों की प्लास्टिक स्टिक, प्लास्टिक के फ्लैग, कैंडी स्टिक, आइस क्रीम स्टिक, थर्माकॉल, प्लास्टिक प्लेट्स ,प्लास्टिक कप , प्लास्टिक पैकिंग का सामान, प्लास्टिक से बने इनविटेशन कार्ड, सिगरेट पैकेट्स, प्लास्टिक और पीवीसी बैनर (100 माइक्रोन से कम), प्लास्टिक यूज करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई।

जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, पीएम मोदी

जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, पीएम मोदी 
अखिलेश पांडेय  
बर्लिन। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26-27 जून को जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शोल्स एल्माउ जायेंगे। सम्मेलन के दौरान यूक्रेन संघर्ष, हिन्द प्रशांत क्षेत्र की स्थिति, खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु सहित महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा होगी । विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने शुक्रवार को संवाददाताओं को यह जानकारी दी । उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 28 जून को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर जायेंगे जहां वे यूएई के पूर्व राष्ट्रपति एवं अबू धाबी के शासक रहे शेख खलीफा बिन जायेद अल नाह्यान के निधन पर व्यक्तिगत रूप से श्रद्धांजलि देंगे ।
यह पूछे जाने पर जी7 शिखर बैठक यूक्रेन संकट के मुद्दे पर भारत का रूख क्या रहेगा, क्वात्रा ने कहा कि यूक्रेन संकट शुरू होने के समय से ही भारत का रूख स्पष्ट है कि जल्द से जल्द युद्ध विराम होना चाहिए और बातचीत एवं कूटनीति के जरिये समस्या का समाधान निकाला जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट के कारण खाद्य, ऊर्जा सुरक्षा से जुड़े विषयों, उत्पादों से जुड़ी मुद्रास्फीति, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित होने के मुद्दों पर भारत ने विभिन्न मंचों पर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया है।
क्वात्रा ने कहा कि वैश्विक मंचों पर भारत का रूख भारत के हितों एवं उसके सिद्धांतों के तहत तय होता है और इसको लेकर कोई शंका या संकोच नहीं होना चाहिए । जी7 समूह दुनिया के सात सबसे अमीर देशों का समूह है जिसकी अध्यक्षता अभी जर्मनी कर रहा है। इस समूह में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, ईटली, जापान और अमेरिका शामिल है। विदेश सचिव ने बताया कि जी7 शिखर सम्मेलन का आयोजन जर्मनी की अध्यक्षता में हो रहा है जिसमें अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों को भी आमंत्रित किया गया है। गौरतलब है कि इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडू सहित कई अन्य शीर्ष नेता हिस्सा ले रहे हैं ।
क्वात्रा ने कहा कि जर्मनी की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी दो सत्रों को संबोधित कर सकते हैं जिसमें एक सत्र पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु का होगा और दूसरे सत्र में खाद्य सुरक्षा, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे विषय शामिल हैं । इस शिखर बैठक से इतर प्रधानमंत्री सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले कुछ देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे । उल्लेखनीय है कि मोदी पिछली बार 2 मई को जर्मनी गए थे जहां उन्होंने छठी भारत-जर्मनी अंतर सरकारी विचार विमर्श बैठक में हिस्सा लिया था ।
जी7 शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिये प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण दोनों देशों की करीबी गठजोड़ और उच्च स्तरीय राजनीतिक सम्पर्क की परंपरा के मद्देनजर दिया गया है। विदेश सचिव ने बताया कि जर्मनी में जी7 शिखर बैठक में हिस्सा लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जून को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर जायेंगे। प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा के दौरान यूएई के पूर्व राष्ट्रपति एवं अबू धाबी के शासक रहे शेख खलीफा बिन जायेद अल नाह्यान के निधन पर व्यक्तिगत श्रद्धांजलि देंगे।
प्रधानमंत्री इस दौरान यूएई के नये राष्ट्रपति एवं अबू धाबी का शासक चुने जाने पर शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान को बधाई भी देंगे । मोदी 28 जून की रात को ही यूएई से देश वापस लौटेंगे । गौरतलब है कि यूएई के पूर्व राष्ट्रपति एवं अबू धाबी के शासक रहे शेख खलीफा बिन जायेद अल नाह्यान का निधन 13 मई को हुआ था । भारत की ओर से शोक प्रकट करने के लिये उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू वहां गए थे ।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...