शुक्रवार, 24 जून 2022

बस भाजपा की सरकार चलेगी, बाकी तानाशाही

बस भाजपा की सरकार चलेगी, बाकी तानाशाही
कविता गर्ग  
मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में मचे उथल-पुथल को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार बताते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि जहां भी गैर भाजपा सरकार होती है वहां भाजपा सरकार को चैन से नहीं रहने देती हैं। किसी भी तरह से तोड़ मोड़ कर भाजपा उसे अस्थिर करने में जुटी रहती है।
पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए तेजस्वी ने कहा कि महाराष्ट्र में भी ऐसा ही हो रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि सरकार चलेगी तो उसी की चलेगी नहीं तो नहीं चलेगी। यह तो तानाशाही है। उन्होंने का कि बिहार में लोगों ने भाजपा को नकार दिया था, लेकिन नीतीश कुमार पर दबाव बनाकर सरकार बना ली गई।
अग्निपथ योजना के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि छात्रों की मांग जायज है। उन्होंने कहा कि आखिर चार साल बाद अग्निवीर कहां जाएंगे। उन्होंने सरकार द्वारा अग्निवीरों के संबंध में की जा रही घोषणाओं को भी झूठ करार दिया। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा और जदयू की सरकार ने देश और राज्य केा बर्बाद कर दिया। जो वादे किए गए थे, वे पूरा हो गए क्या। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना का विरोध होना चाहिए लेकिन शंतिपूर्व होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि सेना भर्ती के लिए प्रारंभ की गई योजना अग्निपथ का ऐसे तो कई स्थानों पर विरोध किया गया लेकिन सबसे अधिक हिंसा बिहार में हुई।

सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह लगेगी पाबंदी

सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह लगेगी पाबंदी

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। जुलाई से देशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह पाबंदी लगने वाली है। सरकार ने इसके लिए प्लान तैयार कर लिया है। सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड  ने कड़ा नियम बनाया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पारित एक आदेश में कहा गया है कि किसी भी दुकान में अगर सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया तो दुकान का ट्रेड लाइसेंस कर दिया जाएगा और दोबारा लाइसेंस लेने के लिए फिर से जुर्माना देकर अप्लाई करना पड़ेगा।
CPCB ने सिंगल यूज प्लास्टिक की लिस्ट भी जारी की है, जो 1 जुलाई से पूरी तरह बैन है। इन सभी प्रोडेक्ट के अल्टरनेटिव के लिए 200 कंपनियां प्रोडेक्ट बना रही हैं। इसके लिए उन्हें लाइसेंस रीन्यू कराने की जरूरत नहीं है।
प्लास्टिक स्टिक वाले ईयर बड्स, गुब्बारों की प्लास्टिक स्टिक, प्लास्टिक के फ्लैग, कैंडी स्टिक, आइस क्रीम स्टिक, थर्माकॉल, प्लास्टिक प्लेट्स ,प्लास्टिक कप , प्लास्टिक पैकिंग का सामान, प्लास्टिक से बने इनविटेशन कार्ड, सिगरेट पैकेट्स, प्लास्टिक और पीवीसी बैनर (100 माइक्रोन से कम), प्लास्टिक यूज करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई।

जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, पीएम मोदी

जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, पीएम मोदी 
अखिलेश पांडेय  
बर्लिन। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26-27 जून को जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शोल्स एल्माउ जायेंगे। सम्मेलन के दौरान यूक्रेन संघर्ष, हिन्द प्रशांत क्षेत्र की स्थिति, खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु सहित महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा होगी । विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने शुक्रवार को संवाददाताओं को यह जानकारी दी । उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 28 जून को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर जायेंगे जहां वे यूएई के पूर्व राष्ट्रपति एवं अबू धाबी के शासक रहे शेख खलीफा बिन जायेद अल नाह्यान के निधन पर व्यक्तिगत रूप से श्रद्धांजलि देंगे ।
यह पूछे जाने पर जी7 शिखर बैठक यूक्रेन संकट के मुद्दे पर भारत का रूख क्या रहेगा, क्वात्रा ने कहा कि यूक्रेन संकट शुरू होने के समय से ही भारत का रूख स्पष्ट है कि जल्द से जल्द युद्ध विराम होना चाहिए और बातचीत एवं कूटनीति के जरिये समस्या का समाधान निकाला जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट के कारण खाद्य, ऊर्जा सुरक्षा से जुड़े विषयों, उत्पादों से जुड़ी मुद्रास्फीति, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित होने के मुद्दों पर भारत ने विभिन्न मंचों पर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया है।
क्वात्रा ने कहा कि वैश्विक मंचों पर भारत का रूख भारत के हितों एवं उसके सिद्धांतों के तहत तय होता है और इसको लेकर कोई शंका या संकोच नहीं होना चाहिए । जी7 समूह दुनिया के सात सबसे अमीर देशों का समूह है जिसकी अध्यक्षता अभी जर्मनी कर रहा है। इस समूह में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, ईटली, जापान और अमेरिका शामिल है। विदेश सचिव ने बताया कि जी7 शिखर सम्मेलन का आयोजन जर्मनी की अध्यक्षता में हो रहा है जिसमें अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों को भी आमंत्रित किया गया है। गौरतलब है कि इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडू सहित कई अन्य शीर्ष नेता हिस्सा ले रहे हैं ।
क्वात्रा ने कहा कि जर्मनी की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी दो सत्रों को संबोधित कर सकते हैं जिसमें एक सत्र पर्यावरण, ऊर्जा, जलवायु का होगा और दूसरे सत्र में खाद्य सुरक्षा, लैंगिक समानता और लोकतंत्र जैसे विषय शामिल हैं । इस शिखर बैठक से इतर प्रधानमंत्री सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले कुछ देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे । उल्लेखनीय है कि मोदी पिछली बार 2 मई को जर्मनी गए थे जहां उन्होंने छठी भारत-जर्मनी अंतर सरकारी विचार विमर्श बैठक में हिस्सा लिया था ।
जी7 शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिये प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण दोनों देशों की करीबी गठजोड़ और उच्च स्तरीय राजनीतिक सम्पर्क की परंपरा के मद्देनजर दिया गया है। विदेश सचिव ने बताया कि जर्मनी में जी7 शिखर बैठक में हिस्सा लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जून को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर जायेंगे। प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा के दौरान यूएई के पूर्व राष्ट्रपति एवं अबू धाबी के शासक रहे शेख खलीफा बिन जायेद अल नाह्यान के निधन पर व्यक्तिगत श्रद्धांजलि देंगे।
प्रधानमंत्री इस दौरान यूएई के नये राष्ट्रपति एवं अबू धाबी का शासक चुने जाने पर शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान को बधाई भी देंगे । मोदी 28 जून की रात को ही यूएई से देश वापस लौटेंगे । गौरतलब है कि यूएई के पूर्व राष्ट्रपति एवं अबू धाबी के शासक रहे शेख खलीफा बिन जायेद अल नाह्यान का निधन 13 मई को हुआ था । भारत की ओर से शोक प्रकट करने के लिये उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू वहां गए थे ।

महाराष्ट्र घटनाक्रम के पीछे बीजेपी का हाथ: राउत

महाराष्ट्र घटनाक्रम के पीछे बीजेपी का हाथ: राउत
विमलेश यादव
मुंबई। महाराष्ट्र में इस समय राजनीतिक उठापटक काफी जोरों पर है। उद्धव ठाकरे सरकार चारों तरफ से घिर चुकी है और कभी भी सत्ता हाथ से जा सकती है। पार्टी के तमाम विधायकों की बगावत के बीच अब शिवसेना नेता संजय राउत फिर सामने आए हैं। राउत ने कहा है कि पार्टी के 12 विधायकों ने बगावत की है, जिनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू हो चुकी है। उन्होंने एक बार फिर आरोप लगाया कि उनके नेताओं को धमकियां दी जा रही हैं। इसका आरोप उन्होंने एक केंद्रीय मंत्री पर लगाया है। राउत ने कहा कि अगर सरकार बचाने की कोशिश हुई तो शरद पवार घर नहीं जा पाएंगे।
राउत का बयान-पवार को भी मिल रही धमकियां 
संजय राउत ने मीडिया के सामने आते हुए कहा कि, महाराष्ट्र में जो कुछ हो रहा है उसके पीछे बीजेपी का हाथ है। अब ये लड़ाई कानूनी तौर पर लड़ी जाएगी। संख्या बल कागज पर ज्यादा हो सकता है। सरकार कब बनेगी, बनेगी भी या नहीं पता नहीं। आंकड़ा कभी स्थिर नहीं रहता। राउत ने आगे कहा कि, शरद पवार को भी धमकियां दी जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री धमकी दे रहा है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नारायण राणे के बयान पर संजय राउत ने एक ट्वीट भी किया था। जिसमें उन्होंने कहा कि, महा विकास आघाड़ी सरकार बचाने की कोशिश की तो शरद पवार इनको घर नहीं जाने देंगे। रास्ते में रोकेंगे ऐसी धमकी बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री देते हैं। यह भाजपा की अधिकृत भूमिका है, सरकार टिकेगी या जाएगी… लेकिन शरद पवार को लेकर इस तरह की भाषा महाराष्ट्र को स्वीकार्य नहीं।
शिवसेना ने बुलाई बैठक
बता दें कि बागी नेता एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि शिवसेना के 37 से ज्यादा विधायक उनके पाले में हैं। जिससे सरकार के अलावा खुद शिवसेना टूट के कगार पर है। इसी बीच शिवसेना की तरफ से दोपहर 12 बजे मातोश्री में एक बैठक बुलाई गई है। जिसमें पार्टी के तमाम नेताओं और पदाधिकारियों को बुलाया गया है। इस बैठक में खुद सीएम उद्धव ठाकरे भी मौजूद रहेंगे। हालांकि ये देखना बाकी है कि इस बैठक में कितने शिवसेना नेता और पदाधिकारी शामिल होंगे।

राष्ट्रपति के उम्मीदवार सिन्हा को जेड श्रेणी की सुरक्षा

राष्ट्रपति के उम्मीदवार सिन्हा को जेड श्रेणी की सुरक्षा
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कमांडो की ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से सीआरपीएफ की वीआईपी सुरक्षा शाखा को सिन्हा (84) की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश मिलने के बाद दस्ते ने सिन्हा की सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया है।
अधिकारियों ने कहा कि सिन्हा जब भी देश में कहीं आएंगे-जाएंगे, आठ से दस सशस्त्र जवान उनकी सुरक्षा करेंगे। गौरतलब है कि राजग की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को भी जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। समझा जाता है कि सिन्हा 27 जून को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे जिसके बाद वह अपने लिए वोट मांगने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों का दौरा करेंगे। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होगा तथा मतगणना 21 जुलाई को होगी। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त होने जा रहा है।

राष्ट्रीय पार्टी का विद्रोह को समर्थन मिला: एकनाथ

राष्ट्रीय पार्टी का विद्रोह को समर्थन मिला: एकनाथ 

अकांशु उपाध्याय 
मुंबई। शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे के अपनी पार्टी के खिलाफ बगावत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शामिल होने के आरोपों के बीच भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में चल रहे राजनीतिक संकट में उनकी पार्टी की कोई भी भूमिका नहीं है। हालांकि, उन्होंने बिना कोई ब्योरा दिए स्वीकार किया कि विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस बृहस्पतिवार को ‘‘किसी काम के लिए’’ दिल्ली गए थे।
पाटिल की यह टिप्पणी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार के उस बयान के एक दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार के मौजूदा संकट के पीछे भाजपा की भूमिका है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने गुवाहाटी में अपने साथ मौजूद विधायकों को संबोधन के दौरान भाजपा की ओर परोक्ष रूप से इशारा करते हुए कहा कि एक ‘‘राष्ट्रीय पार्टी’’ ने उनके विद्रोह का समर्थन किया है और बागियों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
पाटिल ने अपने गृहनगर कोल्हापुर में पत्रकारों से कहा, ‘‘भाजपा का शिवसेना या महा विकास आघाड़ी (शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के गठबंधन एमवीए) में मौजूदा आंतरिक कलह से कोई लेना-देना नहीं है। बृहस्पतिवार को मुंबई में मैंने देवेंद्र फडणवीस के साथ दोपहर का भोजन किया और फिर वह (फडणवीस) किसी काम से नयी दिल्ली के लिए रवाना हुए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बातचीत के दौरान फडणवीस ने मुझसे कहा कि कुछ चीजें हो रही हैं। लेकिन अगर कुछ भी महत्वपूर्ण (कोई भी विकास) होता, तो वह निश्चित रूप से मुझे विश्वास में लेते।
’’ पाटिल ने कहा कि भाजपा फिलहाल 2024 के चुनावों की तैयारियों में लगी हुई है। शिंदे फिलहाल शिवसेना के 37 बागी विधायकों और नौ निर्दलीय विधायकों के साथ गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले हुए हैं। शिंदे के विद्रोह के पीछे भाजपा की भूमिका के बारे में शरद पवार के बयान पर पाटिल ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पवार और शिवसेना के संजय राउत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अपने अधिकार का अत्यधिक उपयोग करते हैं।
मैं तो रोज समाचार भी नहीं देख पाता हूं, इसलिए मुझे पता नहीं है कि वास्तव में शिवसेना में क्या हो रहा है।’’ यह पूछे जाने पर कि मुंबई के भाजपा पदाधिकारी मोहित कम्बोज शिवसेना के बागी नेताओं के साथ गुवाहाटी में हैं, पाटिल ने कहा, ‘‘हर राजनीतिक दल में उनके मित्र हैं। वह किसी की मदद करने गए होंगे। कम्बोज कहां हैं, इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।’’

राष्ट्रपति उम्मीदवार मुर्मू का नामांकन दाखिल हुआ

राष्ट्रपति उम्मीदवार मुर्मू का नामांकन दाखिल हुआ
अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने अपना नामांकन दाखिल कर लिया है। मुर्मू ने संसद भवन में राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल के दफ्तर में नामांकन भरा। प्रस्तावों में खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल थे। नामांकन के दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जगन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस के साथ ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बीजेपी शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे।
लंबी चर्चा के बाद सामने आया मुर्मू का नाम
की मौजदूगी में बीजेपी मुख्यालय में हुई पार्टी संसदीय दल की बैठक के बाद मुर्मू के नाम का ऐलान किया गया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया था कि बैठक में 20 नामों पर विचार-विमर्श करने के बाद सबने एकमत से पूर्वी भारत से आने वाली आदिवासी महिला नेता द्रौपदी मुर्मू को एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है।
इससे पहले विपक्षी दल यशवंत सिन्हा को अपना संयुक्त उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं।बताया गया है कि यशवंत सिन्हा 27 जून को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान होगा और नतीजों की घोषणा 21 जुलाई को की जाएगी।
NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आज दिल्ली में अपना नामांकन दाखिल किया…राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को मतदान होना है। वर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। जदयू और बीजद के समर्थन की घोषणा के बाद द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति चुना जाना तय माना जा रहा है।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...