बुधवार, 22 जून 2022

विश्व योग दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया

विश्व योग दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया

बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एसोसिएशन के तत्वाधान में योग दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन सिविल लाइन स्थित राम मंदिर मार्ग शिविर में किया गया। जिसमें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्ति सी.पी. सिंह आई.जी वशिष्ठ अतिथि सुरेश सिंह तोमर राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। कार्यक्रम की संयोजिका अनुपमा नारायणी थी तो वहीं, संचालन विजय सिंह राष्ट्रीय प्रमुख ने किया। इस अवसर पर अनुपमा नारायणी द्वारा योग कराया गया और योग के बारे में विस्तार से चर्चा भी की गई‌। 
मुख्य अतिथि सी.पी सिंह आई.जी  ने बताया कि हर इंसान को योग करना चाहिए योग करने से तन और मन दोनों तरोताजा रहते हैं। योग से मानव के स्वास्थ्य में विशेष लाभ होता है। इस अवसर पर एसोसिएशन के चेयरमैन सुरेश सिंह तोमर ने कहा इस तरह की संगोष्ठी से आम जनमानस का योग के प्रति रुझान बढ़ेगा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सत्य पाल श्रीवास्तव,बृजेश यादव, अमित कुशवाहा,सौरभ सक्सेना, अनिता राज,राजेंद्र गुप्ता,विजय शंकर पांडेय,हिमांशु,विजय सिंह, नंदकिशोर पंडित एवं अन्य सभी  लोग मौजूद रहे। 

बच्चों को ड्रेस एवं किताबों का वितरण: संस्थान

बच्चों को ड्रेस एवं किताबों का वितरण: संस्थान

मनोज सिंह ठाकुर 
कुण्डलपुर। प्रवेश उत्सव हायर सेकेंडरी स्कूल कुशालपुर के बच्चों को ड्रेस एवं किताबों का वितरण किया। नगर निगम अध्यक्ष प्रमोद दुबे एवं शाला विकास समिति के सदस्यों ने कुशालपुर उच्चतर माध्यमिक शाला में शाला प्रवेश उत्सव का कार्यक्रम रखा गया था। जिसमें सभापति प्रमोद दुबे द्वारा गणवेश एवं किताब कॉपी का वितरण किया गया।
शाला विकास समिति के अध्यक्ष मुन्ना मिश्रा, मनहरण साहू, डॉ विष्णु राजपूत ,महेंद्र देवांगन, एवं प्राचार्य कल्पना देशमुख  आचार्य श्री बंजारे संहित अनेक गणमान्य जन एवं छात्र छात्राएं उपस्थित होकर प्रवेश उत्सव  में शामिल हुए। शाला के बच्चों द्वारा कई। उत्कृष्ट कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, साथ ही जनरल नॉलेज से संबंधित प्रश्न उत्तर भी किए गए।
ऑनलाईन पढ़ाई में बच्चों की शिक्षा में जो कमी आई है उन कमियों को दूर करने की बात प्रमोद दुबे ने कहीं तथा इन 2 वर्षों में ऑनलाइन क्लासेस से बच्चों के मानसिक स्तर पर जो प्रभाव पड़ा उस से ऊपर उठकर अब ऑफलाइन में उन कमियों को दूर करने कहा।

सीमावर्ती सड़कों पर सुविधायें स्थापित करने की मंजूरी

सीमावर्ती सड़कों पर सुविधायें स्थापित करने की मंजूरी 
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की सीमावर्ती सड़कों के विभिन्न इलाकों के 75 स्थानों पर सड़क किनारे सुविधायें स्थापित करने को मंजूरी दे दी है। इसका उद्देश्य है पर्यटकों को बुनियादी सुविधायें प्रदान करना और सीमावर्ती इलाकों में आर्थिक गतिविधियों को गति देना। इस कदम से स्थानीय लोगों के लिये रोजगार भी पैदा होंगे। सड़क किनारे स्थित इन सुविधाओं को ‘बीआरओ कैफे’ के नाम से जाना जायेगा।
बीआरओ की पहुंच दूर-दराज के सीमावर्ती इलाकों तक है और उन इलाकों की सामरिक जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ वह उत्तरी और पूर्वी सीमाओं में सामाजिक-आर्थिक उन्नति की दिशा में भी काम करता है। 
इस तरह प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थानों पर पर्यटकों की तादाद बढ़ी है। इन स्थानों पर आसानी से पहुंचना कठिन होता है। सख्त जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों वाली इन सड़कों पर पर्यटकों की आवाजाही को आरामदेह बनाने के लिये, सड़कों के किनारे बहुपयोगी सुविधायें तैयार करने की जरूरत है। यह कदम इन क्षेत्रों के प्रमुख पर्यटन सर्किटों को चिह्नित करने के बाद उठाया जा रहा है। चूंकि ये सड़कें दूर-दराज स्थित हैं और वहां तक पहुंचना कठिन है, इसलिये वहां व्यापारिक विकास होना मुश्किल हो जाता है। बीआरओ वहां पहले से कार्यरत है, इसलिये इन दूर-दराज के इलाकों में ऐसी सुविधायें उपलब्ध कराने का बीड़ा उसने खुद उठाया है।
इस योजना के तहत एजेंसियों के साथ मिलकर सार्वजनिक-निजी भागीदारी में सड़क किनारे सुविधायें विकसित तथा संचालित की जायेंगी। एजेंसियों को इसके लिये लाइसेंस दिया जायेगा और वे बीआरओ के दिशा-निर्देश में इन सुविधाओं की डिजाइन, निर्माण और संचालन करेंगी। सुविधाओं में दो पहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग, फूड प्लाजा/रेस्त्रां, महिलाओं, पुरुषों व दिव्यांगों के लिये अलग-अलग प्रसाधन सुविधा, फर्स्ट-एड सुविधा/एमआई कक्ष आदि का प्रस्ताव किया गया है। प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के जरिये लाइसेंस देने का कार्य पूरा किया जायेगा। समझौते की अवधि 15 वर्ष होगी और उसे पांच वर्ष की अवधि तक बढ़ाया जा सकता है। नीचे 75 बीआरओ कैफों का विवरण दिया जा रहा है।

राम-हनुमान का विरोध, बर्बादी का पुख्ता निशान

राम-हनुमान का विरोध, बर्बादी का पुख्ता निशान
कविता गर्ग  
मुंबई। महाराष्ट्र में आजकल हर तरफ हलचल है।शिवसेना के सैतीस विधायक बगावत कर गये!कभी बाला साहब ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना हिन्दुत्व का परचम लहराते सारे देश में अपनी पहचान हिन्दू वादी पार्टी का बना लिया था। जब भी शिवसेना का नाम आता उसका खूंखार स्वरूप दहाडते शेर के चेहरे के साथ भगवा ध्वज लिए बीर शिवाजी की गौरवशाली गाथा को अलंकृत करते नजर आता था।
बाला साहब ठाकरे के देहावसान के बाद पार्टी भी अवसान के तरफ घरेलू घमासान के जंग में बिदिर्ण हो गयी। हिन्दुत्व का चेहरा बदल गया। राम मन्दिर का विरोध, हनुमान चालीसा का विरोध, अजान पर घमासान के समर्थन से बर्रबादी का पुख्ता निशान छोड़ दिया। आज हालात बदल गये है। शिवसेना के कट्टर हिन्दूबादी चेहरों में सैंतीस उध्वठाकरे के तालिबानी मोह को देखते हुए बगावत का रास्ता बदल दिए। अब संकट के बादल उद्धव सरकार पर गहराता जा रहा है।
न इधर के हुए न उधर के। सहयोगी दल भी इस दल दल से बाहर निकलना चाहते हैं।बीजेपी की खामोश रणनिति गुल खिला दिया है। हिन्दुत्व का ऐजेन्डा सब पर भारी है।सबको बता दिया। सियासी चपला यूं ही खतरनाक आगाज के साथ नहीं चमक बिखेर रही है इसके लिए माकूल मौसम का इन्तजार था। अब महाराष्ट के सियासी आसमान पर बदलाव के काले बादल भी उमड़ने घुमडने लगे हैं।
अगर मौसम माकूल रहा तो हिन्दुत्व का पानी सुनामी बनकर कहर बरपा सकता है। उद्धव सरकार की जड़ें हिला सकता है। साधुओं की हत्या,पूर्वाचल के हिन्दी भाषी फिल्मी कलाकारों की हत्या,हनुमान चालीसा के पाठ पर सियासी खेल फिर जेल धीरे धीरे बगावत की आग को हवा दे रहा था। उद्धव सरकार के सामने बिकट समस्या है आगे नदी तो पीछे गहरी खाई है।जाए तो जाए कहां। अपने बगावत कर दिए। सहयोगी मिलावट कर दिए। ऐसे हालात महाराष्ट्र सरकार को खुली चुनौती मिल रही है।
हालांकि शिवसेना तथा बीजेपी का मीशन एक ही था फिर शिवसेना ने मूगालता पाल लिया अहम हो गया तालिबानी राज जैसे स्वयंभू बनकर राज चलाने का राम काज से विमुख हो गई पार्टी। नतीजा सामने है बदलाव का आगाज औकात पर आ गई सारी अथार्टी। देखिए आज होता क्या है। शिवसेना बीजेपी से मिलकर सरकार बनाती है। या फिर अपना निर्णय बदलती है।आज जो कुछ होगा ऐतिहासिक होगा। बस थोड़ा इन्तजार करें।

गर्भाशय में शिशु का शीश काट किया प्रसव: संवेदना

गर्भाशय में शिशु का शीश काट किया प्रसव: संवेदना
सुनील श्रीवास्तव  
इस्लामाबाद। भारत में अगर दंगाइयों पर कार्रवाई होने के बाद पता चलता है कि वो एक संप्रदाय विशेष से जुड़े हैं, तो पाकिस्तान पूरे विश्व में शोर मचाना शुरू कर देता है। लेकिन उसके अपने देश में अक्सर ऐसे समाचार आते हैं, जिनसे पता चलता है कि वहां अल्पसंख्यक हिन्दुओं की क्या स्थिति है।
ताजा मामला पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के थारपारकर जिले का है। यहां एक हिन्दू महिला प्रसव पीड़ा होने पर निकटतम ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र गई। वहां कोई स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं थीं, इसलिए अनुभवहीन लोगों ने ही उसका ऑपरेशन कर डाला या कहें कि ऑपरेशन के नाम पर दर्दनाक मजाक किया। ऑपरेशन करने वाले जब शिशु को निकाल नहीं पाए, तो उन्होंने गर्भाशय में ही शिशु का सर काट कर शेष शरीर बाहर निकाल दिया।
बच्चे का सर पेट में ही बना रहा।
इस कारण पीड़ित महिला की तबीयत बिगड़ गई। उसे पास के प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां भी कोई विशेषज्ञ नहीं था। इसके बाद किसी तरह उसे पाकिस्तानी हैदराबाद के लियाकत यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में लेकर आया, जहां विशेषज्ञों ने किसी तरह महिला की जान बचाई। सिंध की सरकार ने रविवार का मामला वायरल होने पर जांच के आदेश दे दिए हैं। सिंध स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक डॉ. जुमान बहोतो के अनुसार ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र पर कुछ कर्मचारी पीड़ित महिला की फोटो ले रहे थे और इस दौरान वीडियो भी बनाया गया। यही नहीं, इसको व्हाट्स एप के कई ग्रुपों में भी भेजा गया। अब इसकी भी जांच होगी।
यह सुनने में अच्छा लगता है कि चिकत्सकीय लापरवाही का संज्ञान लेते हुए पाकिस्तान ने जांच शुरू कर दी है। पर क्या पीड़ित हिन्दू महिला को न्याय मिलेगा। यहां हम पीड़िता को बार-बार हिन्दू महिला इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार की कभी कोई सुनवाई नहीं होती। अक्सर हिन्दुओं के मंदिर तोड़ दिए जाते हैं। प्रमुख आरोपियों को आज तक सजा नहीं मिली।इसलिए यह लगातार चल रहा है‌।हिन्दुओं की जनसँख्या उनके धर्मांतरण के कारण लगातार कम हो रही है। इसके लिए भी कभी कोई ठोस कदम पाकिस्तान ने नहीं उठाया।

जलाभिषेक को प्लास्टिक मुक्त रखने का विशेष प्लान

जलाभिषेक को प्लास्टिक मुक्त रखने का विशेष प्लान
सत्येंद्र पंवार 
मेरठ। मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने 14 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलने वाली कांवड़ यात्रा एवं विभिन्न शिव मंदिरों पर महाशिवरात्रि मेले को लेकर बैठक की। इसमें जिलाधिकारी ने कांवड़ यात्रा से लेकर विभिन्न मंदिरों पर जलाभिषेक तक के कार्यक्रमों को प्लास्टिक मुक्त रखने के लिए विशेष प्लान तैयार किया है। डीएम ने कहा कि पूरे कार्यक्रम को प्लास्टिक मुक्त बनाये जाने के लिए विशेष कदम उठाए जाएं।कांवड यात्रा मार्गों को तत्काल गड्डा मुक्त कराना सुनिश्चित करें। साथ ही स्वच्छ पेयजल, घाटों का निर्माण, साफ-सफाई, शौचालय, गोताखोरों की सूची, प्रकाश व्यवस्था, जर्जर ताल, पोल, अनवरत विद्युत संचालन की व्यवस्था की जाए।
जिलाधिकारी ने इस दौरान कहा कि संवेदनशील स्थानों का चिन्हांकन कर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में समस्त स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने सुनिश्चित किये जाएं। उन्होंने निर्देशित करते हुये कहा कि संबंधित अधिकारियों का डयूटी चार्ट बनाते हुये रोस्टर के अनुसार डयूटी लगाई जाए तथा कंट्रोल रूम संचालित किया जाए। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के सभी मार्गों पर पूर्व के वर्षों में लगाये गये शिविर का अवलोकन करते हुये संबधित क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट शर्तों के अधीन शिविर लगाये जाने हेतु अनुमति प्रदान करेंगे।
पंडाल और भंडारे के लिए माननी होंगी शर्तें
डीएम ने संबंधित अधिकारियों को पंडाल, शिविर भंडारे लगाने की अनुमति शर्तों के अनुसार देने को कहा है। उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाये कि कोई भी पंडाल सड़क के बिल्कुल पास में नहीं लगाये जाएं। जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुये कहा कि संबंधित एसडीएम एवं सीओ अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण करते हुये पूरा रूट चार्ट तैयार कर आवश्यकतानुसार एक्शन लें।संवेदनशील स्थानों का चयन करते हुये अभी से आवश्यक कार्रवाई करें।
मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि सभी संबंधित विभाग विभागवार नोडल नामित कर लें तथा संबंधित सीओ, एसडीएम रूटों का ठीक प्रकार से भ्रमण कर स्थानीय स्तर पर बैठक कर कार्रवाई सुनिश्चित कर लें। कांवड यात्रा वाले मार्गों पर पड़ने वाले होटल, ढाबों के स्वामियों से वार्ता करते हुये खाने की रेट लिस्ट प्रत्येक ढाबे पर निर्धारित स्थान पर लगाने के लिए कार्रवाई समय से कर ली जाए।

'इंडियन पुलिस फोर्स' से शिल्पा की डिजिटल जर्नी

'इंडियन पुलिस फोर्स' से शिल्पा की डिजिटल जर्नी
कविता गर्ग  
मुंबई। शिल्पा शेट्टी अब सिल्वर स्क्रीन के बाद शिल्पा ओटीटी पर छा जाने के लिए तैयार है। वह डायरेक्टर रोहित शेट्टी  की ‘इंडियन पुलिस फोर्स’  से अपनी डिजिटल जर्नी की शुरुआत करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इसी बीच शिल्पा ने ‘इंडियन पुलिस फोर्स’ को ज्वाइंन करने का असली कारण बताया है। उन्होंने एक बातचीत में खुलासा है कि उन्हें इस प्रोजेक्ट में काम करने के लिए किसने राजी किया और वह किन वजहों से रोहित शेट्टी के साथ करने कर रही हैं।
आपको बता दें कि ‘इंडियन पुलिस फोर्स’ एक ऐसी वेब सीरीज है, जिसके जरिए खुद रोहित शेट्टी ओटीटी की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं। पुलिस फोर्स पर आधारित इस वेब शो में शिल्पा के अलावा सिद्धार्थ मल्होत्रा और विवेक ओबेरॉय भी हैं। शिल्पा की तरह सिद्धार्थ-विवेक भी अपना ओटीटी डेब्यू करने जा रहे हैं। इस शो इन सभी का शानदार एक्शन देखने को मिलने वाला है। इस वेब सीरीज में शिल्पा शेट्टी कॉप का रोल निभाते हुए दिखाई देंगी।
रोहित शेट्टी का बड़ा फैन है शिल्पा का बेटा
शिल्पा शेट्टी ने ‘प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया’ के साथ बातचीत में खुलासा करते हुए बताया कि उनका बेटा वियान डायरेक्टर रोहित शेट्टी का बड़ा फैन है।इसलिए जब उनके बेटे को पता चला कि उनकी मां (शिल्पा) को रोहित शेट्टी की फिल्म में अभिनय करने का प्रस्ताव दिया मिला है तो वह वह खुशी से उछलने लगा।इसके बाद उनके बेटे ने उनसे इस फिल्म को करने लिए कहा।
वियान की वजह हुईं राजी
आगे बातचीत में अदाकारा ने ये भी बताया कि उन्होंने रोहित शेट्टी के इस प्रोजेक्ट को सिर्फ अपने बेटे वियान कुंद्रा की वजह से साइन किया है। शिल्पा के अनुसार, उनके बेटे ने ‘इंडियन पुलिस फोर्स’ में शामिल होने के लिए उन्हें राजी किया था और यही एकमात्र कारण है कि वह फिल्म कर रही हैं।
आगे शिल्पा शेट्टी ने यह भी याद किया कि जब उन्हें बताया गया कि रोहित उन्हें फिल्म में लेना चाहते हैं तो उन्हें शुरू में लगा कि कोई उनके साथ मजाक कर रहा है। उन्होंने कहा, “जब पहली मुझे किसी के जरिए ये पता चला कि रोहित मुझसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा है और चाहता है कि मैं उसके प्रोजेक्ट में एक भूमिका निभाऊं तो मुझे लगा कि वे मजाक कर रहे हैं। जब उन्होंने मुझसे बात की, तो मैंने कहा कि मुझे इसके बारे में सोचने दो और मैंने अंत में इसके के लिए राजी हो गई।

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