विशेष आयुक्त ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस अपने बल में नवीनतम तकनीकों को शामिल कर आधुनिकीकरण में जुटी हुई है। वह अपराध, कानून और व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, खुफिया संग्रह और जनता को सेवाएं प्रदान करने के क्षेत्र में और बेहतर काम करना चाहती है। इसी दिशा में गुरुवार को दिल्ली पुलिस और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं। एमओयू पर आईआईटी दिल्ली की ओर से निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी व दिल्ली पुलिस की ओर से विशेष आयुक्त एसबीके सिंह ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
पुलिस आयुक्त आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा कि दिल्ली पुलिस और आइआइटी के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन नई तकनीक की खोज, मौजूदा प्रौद्योगिकी आधारित परियोजनाओं का मूल्यांकन, भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित समाधान के विकास और दिल्ली पुलिस की तकनीकी समितियों में उपयुक्त संसाधन और व्यक्ति को शामिल करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। कई अन्य समाधानों के बीच उपरोक्त प्रक्रिया नई संचार प्रणालियों, ड्रोन फोरेंसिक, एक ही मंच पर सीसीटीवी फ़ीड के एकीकरण, पार्किंग समस्याओं को हल करने के लिए प्रौद्योगिकियों के समावेश, बुलेट प्रतिरोध (बीआर) जैकेट और बीआर वेस्ट आदि के लिए तकनीकी विशिष्टताओं के समाधान तैयार करेगी।
उन्होंने कहा कि इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से आइआइटी दिल्ली, दिल्ली पुलिस को नवीन तकनीकों को अपनाने और स्वदेशी डिजिटल ट्रैकिंग संचार प्रणाली, सीसीटीवी एकीकरण प्लेटफार्म विकसित करने में मदद करेगा, जो प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण के अनुरूप है। व्यवस्था बनाए रखना, नागरिकों के मन में सुरक्षा पैदा करना, दिए गए सीमित संसाधनों में मोबाइल फोन के दुरुपयोग की रोकथाम और वायस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल (वीओआइपी) एक विशाल चुनौती है, जिसे डिजिटल के क्षेत्र में नई प्रौद्योगिकियों के समावेश से नियंत्रित किया जा सकता है।
आईआईटी दिल्ली इन क्षेत्रों में और भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ), मशीन लर्निंग (एमएल), ड्रोन प्रौद्योगिकियों, यातायात प्रबंधन और कानून व व्यवस्था के रखरखाव जैसे प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में दिल्ली पुलिस की सहायता कर सकता है। इस दौरान प्रो. रंगन बनर्जी ने कहा कि दिल्ली पुलिस को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकी और प्रणालियों का विकास करने की बात कही।