बुधवार, 15 जून 2022

चांग ई-5 ने चंद्र सतह पर अपने स्रोत का निर्धारण किया

चांग ई-5 ने चंद्र सतह पर अपने स्रोत का निर्धारण किया

अखिलेश पांडेय  
बीजिंग। चीन के चंद्र लैंडर चांग ई-5 ने अब चंद्र सतह पर अपने स्रोत का निर्धारण कर लिया है। इसने पहले चंद्रमा पर पानी की उपस्थिति की पुष्टि की थी। 2020 में, चांग ई -5 ने ऑन-बोर्ड वर्णक्रमीय विश्लेषण के माध्यम से 11 बेसाल्ट चट्टानों और मिट्टी के नमूनों में पानी के संकेत के पहली वास्तविक समय, साइट पर निश्चित पुष्टि की। 2021 में फिर से, लैंडर के 2021 में लौटे आठ नमूनों के प्रयोगशाला विश्लेषण के माध्यम से इस खोज को मान्य किया गया था।
अब, चांग ई-5 टीम ने यह निर्धारित किया है कि पानी कहां से आया है।
चीनी विज्ञान अकादमी (एनएओसी) के राष्ट्रीय खगोलीय वेधशालाओं से एलआई चुनलाई ने कहा, "दुनिया में पहली बार, चंद्र रिटर्न नमूनों के प्रयोगशाला विश्लेषण के परिणाम और इन-सीटू चंद्र सतह सर्वेक्षण से वर्णक्रमीय डेटा का संयुक्त रूप से चंद्र नमूनों में 'पानी' की उपस्थिति, रूप और मात्रा की जांच के लिए उपयोग किया गया था।"चुनलाई ने कहा, "परिणाम चांग ई-5 लैंडिंग जोन में वितरण विशेषताओं और पानी के स्रोत के सवाल का सटीक उत्तर देते हैं और रिमोट सेंसिंग सर्वेक्षण डेटा में पानी के संकेतों की व्याख्या और अनुमान के लिए एक जमीनी सच्चाई प्रदान करते हैं।चांग ई-5 ने चंद्र नदियों या झरनों का निरीक्षण नहीं किया, बल्कि लैंडर ने चंद्रमा की सतह पर चट्टानों और मिट्टी में औसतन 30 हाइड्रॉक्सिल भागों प्रति मिलियन की पहचान की।नमूने चंद्रमा के दिन के सबसे गर्म हिस्से के दौरान 200 डिग्री फारेनहाइट के तापमान पर एकत्र किए गए थे, जब सतह अपने सबसे शुष्क स्थान पर होगी। समय कम सौर हवाओं के साथ भी मेल खाता है, जो पर्याप्त उच्च शक्ति पर जलयोजन में योगदान कर सकता है।
टीम ने हाइड्रॉक्सिल को दो अलग-अलग स्रोतों से उत्पन्न किया। चंद्र सतह के साथ हस्तक्षेप करने वाली सौर हवाओं द्वारा बनाई गई कांच की सामग्री में एक छोटा सा हिस्सा दिखाई दिया, जैसा कि 1971 में एकत्र किए गए अपोलो 11 के नमूने में हुआ था और 2000 के दशक की शुरुआत में परीक्षण किया गया था।

पिछले 8 वर्षों को ‘काले अध्याय’ के रूप में देखा जाएगा

पिछले 8 वर्षों को ‘काले अध्याय’ के रूप में देखा जाएगा

नरेश राघानी      
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को केन्द्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछले 8 वर्षों को आजाद भारत के इतिहास में एक ‘काले अध्याय’ के रूप में देखा जाएगा। गहलोत ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “पिछले आठ वर्षो को भारतीय लोकतंत्र का ‘काला अध्याय’ कहा जाएगा। हर गली में तनाव है। हम लोगों को नारे लगाते हुए देख रहे हैं, चाहे हिंदू हो या मुस्लिम।” उन्होंने कहा, “विपक्षी दलों ने मांग की है कि प्रधानमंत्री देश में शांति के लिए अपील करें।
13 दलों ने यह मांग की है। कल मैंने फिर से अनुरोध किया, लोग डरे हुए हैं, हर जगह सांप्रदायिक तनाव है। वह क्यों झिझक रहे हैं?” वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह पहली बार जब कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी के कार्यालय में आने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा, “भाजपा का राष्ट्रवाद जोकि आयातित राष्ट्रवाद है, उसमें जो भी विरोधी में हो उसे दबा दिया जाए और कुचल दिया जाए।
” पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक ने बताया किया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, उन्हें और अन्य को दिल्ली के बदरपुर इलाके में हिरासत में लिए गए पार्टी नेताओं से मिलने के लिए रास्ते में रोका गया। उन्होंने कहा, “हम कानून नहीं तोड़ेंगे, लेकिन अगर आप हमारे संवैधानिक अधिकार से वंचित करते हैं तो हम गांधीवादी तरीके से अपना विरोध जारी रखेंगे।” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को बुधवार को लगातार तीसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय में पूछताछ के लिए पेश होना है।
कांग्रेस ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित है और इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ बताया है। उल्लेखनीय है कि आज भी मध्य दिल्ली में पाबंदियां जारी रहीं और कई सड़कों पर बैरिकेडिंग लगे रहे। अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय के चारों ओर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और केवल चुनिंदा लोगों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई।

सभी उपायुक्तों को योजना से जोड़ने का पुनः आदेश

सभी उपायुक्तों को योजना से जोड़ने का पुनः आदेश 

इकबाल अंसारी  
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी उपायुक्तों को सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ने का पुनः आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा, कि राज्य में पेंशन से वंचित जरूरतमंदों को सर्वजन पेंशन से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। लाखों लोगों को योजना से जोड़ा जा चुका है। सभी उपायुक्त कृपया सुनिश्चित करें कोई जरूरतमंद पेंशन से वंचित न रह जाये।
उल्लेखनीय है कि राज्य भर में विगत आठ जून से सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ने के लिए एक माह तक आयोजित विशेष अभियान का शुभारभ मुख्यमंत्री ने गुमला से किया है। 
इस बीच मुख्यमंत्री को जानकारी मिली कि धनबाद तोपचांची प्रखंड के चिरुडीह गांव के सुनीता देवी के पति की मृत्यु लगभग दो वर्ष पूर्व हो चुकी है। लेकिन आज तक वे विधवा पेंशन से वंचित हैं। उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसकी जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उपायुक्त धनबाद को मामले की जांच कर सुनीता जी को मदद पहुँचाते हुए सूचित करने का आदेश दिया है।

यूपी पुलिस के सिपाही ने बंदरों को खिलाया आम, वायरल

यूपी पुलिस के सिपाही ने बंदरों को खिलाया आम, वायरल

हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। सभी के साथ विनम्रता और दया का व्यवहार करें, इसलिए नहीं कि वे अच्छे हैं, बल्कि इसलिए कि आप अच्छे हैं। ऐसा आपने अक्सर लोगों को कहते हुए जरूर सुना होगा, यह एक सच्चाई है। कुछ ऐसा ही एक उदाहरण उत्तर प्रदेश के पुलिसकर्मी द्वारा देखने को मिला। वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है। जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सिपाही को बंदरों को खाना खिलाते हुए दिखाया गया है। दिल छू लेने वाले वीडियो में वर्दी पहने एक सिपाही अपनी जीप के किनारे बैठकर बंदरों को खिलाने के लिए आम काट रहा है।
अपनी पीठ पर एक बच्चे को लेकर बंदर धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहा है। क्योंकि कांस्टेबल आम को काटकर उसे खिला रहा है। बंदर खुशी-खुशी आम को लेकर खाते हुए नजर आएं। ट्विटर पर यह वीडियो यूपी पुलिस के आधिकारिक अकाउंट पर शेयर किया गया। शेयर किए गए वीडियो को 56 हजार से अधिक बार देखा जा चुका है। वीडियो के इस कैप्शन में लिखा, ‘यूपी 112, सबके ‘Mon-key’ समझे।

सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल...
नेटिजन्स ने दिल को छू लेने वाले इस वीडियो को बेहद पसंद किया। इतना ही नहीं, मानवता और दया प्रदर्शित वीडियो को देखकर यूजर्स ने पुलिस वाले को सैल्यूट किया। एक यूजर ने लिखा, ‘इसे कहते हैं मानवता, कांस्टेबल मोहित को सलाम, आओ मानवता को आगे बढ़ाएं। मानवता का कर्म ही सबसे प्यारा भगवान। हम भारतीयों का भला करें, भगवान भारत का भला करें। एक अन्य ने लिखा, ‘इंसानियत भीतर से आती है।सभी प्राणियों के प्रति प्रेम रखो, यही मानवता है।

बातचीत: सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है, ईडी

बातचीत: सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है, ईडी 

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी  से ईडी (ED) लगातार पूछताछ कर रही है। जिसपर बवाल मच रहा है। बता दें कि इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। ईडी की इस कार्रवाई पर पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने एबीपी न्यूज से बातचीत की। जिसमें उन्होंने कहा कि ईडी, सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है। राहुल गांधी को बेवजह परेशान करने के लिए ईडी ये पूछताछ कर रही है। पी चिदंबरम ने कहा कि, ईडी की ये पुरानी आदत है। किसी को भी 10 या 12 घंटे तक पूछताछ के नाम पर परेशान करना। ये लोग इन घंटों में करीब 30 या 40 सवाल करते हैं। लेकिन हर चार या पांच सवाल के बीच में एक लंबा ब्रेक लिया जाता है। ये लोग दूसरे कमरे में जाते हैं, सीढ़ियों में टहलते हैं और फिर वापस आते हैं। यही ईडी का पैटर्न है।

सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है मामला...
ईडी पूछताछ को लेकर चिदंबरम ने कहा कि, इस मामले में सब कुछ रिकॉर्ड पर है। राहुल गांधी ने इनकम टैक्स रिटर्न भरा है। जिसका एफिडेविट सुप्रीम कोर्ट को भी दिया गया है। पूछताछ करना बेकार है, 11 घंटे तक पूछताछ की गई और अब तीसरे दिन बुलाया गया है। मुझे नहीं पता है कि वो क्या पूछ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, मामले पहले से ही सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और ईडी सुप्रीम कोर्ट से ऊपर नहीं है। ईडी इनकम टैक्स के मामले पर फैसला नहीं सुना सकती है। इनकम टैक्स मामले की जांच ईडी कैसे कर सकती है। इन्होंने अब तक इस मामले में दर्ज एफआईआर भी नहीं दिखाई है।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राहुल गांधी को आज फिर पूछताछ के लिए बुलाया है। राहुल गांधी से हो रही लगातार पूछताछ के विरोध में कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर रहे हैं। साथ ही पार्टी के बड़े नेताओं को प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सिख विरोधी दंगे मामलें में कार्यवाही, 4 गिरफ्तार

सिख विरोधी दंगे मामलें में कार्यवाही, 4 गिरफ्तार 

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। 1984 के सिख विरोधी दंगे मामलें में एसआईटी ने बड़ी कार्यवाही करते हुए 38 साल बाद 4 आरोपी गिरफ्तार किए है। इन चारों आरोपियों को उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर जिले के घाटमपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया। एसआईटी और कानपुर बाहरी पुलिस की संयुक्त टीम ने संयुक्त कार्यवाही की।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में सिखों के खिलाफ दंगे हुए थे। इसमें कई लोगों की जान चली गई थी। एसआईटी का गठन तीन साल पहले 2019 में किया गया था। केंद्र सरकार ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के सात मामलों को फिर से खोलने का फैसला किया था। इनमें आरोपी या तो बरी हो गए थे या मुकदमा बंद कर दिया गया था। विशेष रूप से एसआईटी ने अपनी जांच में 1984 के सिख दंगों में 94 आरोपियों की पहचान की है, जिनमें से 74 आरोपी जीवित हैं।
गिरफ्तार चार लोगों की पहचान सैफुल्ला खान, योगेंद्र सिंह उर्फ बबन बाबा, विजय नारायण सिंह उर्फ बचन सिंह और अब्दुल रहमान उर्फ लांबू के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए सभी की उम्र 60 वर्ष से अधिक है और कानपुर के घाटमपुर इलाके से हैं।
क्या है 1984 का सिख विरोधी दंगा।
1984 के सिख विरोधी दंगे, जिसे 1984 के सिख नरसंहार के रूप में भी जाना जाता है, भारत में सिखों के खिलाफ उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुई हिंसा की श्रृंखला थी। 1984 के सिख विरोधी दंगे कई दिनों तक जारी रहे। नई दिल्ली में हजारों सिख मारे गए। इतना ही नहीं इन दंगों के कारण सिख समुदाय के 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए थे। राष्ट्रीय राजधानी में दंगों के कारण सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से कुछ सुल्तानपुरी, मंगोलपुरिम और त्रिलोकपुरी थे।

ईडी की पूछताछ को लेकर सरकार पर निशाना साधा

ईडी की पूछताछ को लेकर सरकार पर निशाना साधा

दुष्यंत टीकम
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को बदनाम करने की साजिश सफल नहीं होगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ये कैसा लोकतंत्र है? कार्यकर्ता अपनी पार्टी के दफ्तर में नहीं जा सकते, नेता अपने कार्यकर्ताओं से नहीं मिल सकते। पूरे देश में जो हालात हैं, सबके सामने है।
ऐसी स्थिति कभी नहीं हुई।’’ बघेल ने कहा, ‘‘पिछले आठ वर्षों से सिर्फ एक व्यक्ति केंद्र सरकार की खामियां उजागर कर रहा है, वह हैं राहुल गांधी। नोटबंदी, जीएसटी, लॉकडाउन सहित हर गलत फैसले का राहुल गांधी ने विरोध किया है। भाजपा की सोच है कि राहुल गांधी की आवाज को दबा दिया जाए तो कोई हमारे खिलाफ कोई नहीं बोल पायेगा।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रवाद ‘आयातित राष्ट्रवाद’ है, जिसमें विरोधियों को कुचलने की बात की जाती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बघेल ने कहा, ‘‘झूठे मामलों में फंसा कर राहुल गांधी को परेशान करने की कोशिश महंगी पड़ेगी। आजादी की लड़ाई में भूमिका निभाने वाले अखबार (नेशनल हेराल्ड) को बचाने के लिए कांग्रेस ने कदम उठाया है तो उसे धन शोधन के नाम पर फंसाने की नाकाम कोशिश की जा रही है। ये पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस नेतृत्व को बदनाम करने की साजिश में भाजपा को सफलता नहीं मिलेगी।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...