मंगलवार, 14 जून 2022

ट्रक से टकराईं कार, 2 पुलिसकर्मियों सहित 3 की मौंत

ट्रक से टकराईं कार, 2 पुलिसकर्मियों सहित 3 की मौंत

मनोज सिंह ठाकुर  
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के सिमरोल थाना क्षेत्र में एक कार के ट्रक से टकरा जाने से 2 पुलिसकर्मियों सहित 3 लोगों की मौंत हो गई है। पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि जिले के सिमरोल इलाके में कनाड़ गांव के पास एक कार कल देर रात एक ट्रक से टकरा गई। हादसे में पुलिस कर्मचारी धमेन्द्र सिंह और कुलदीप सिंह और देवास निवासी विनोद की मौत हो गई। दोनों पुलिसकर्मी इंदौर की जिला पुलिस लाइन में पदस्थ थे। सूचना मिलने पर पुलिस बल तत्काल मौकेे पर पहुंचा।
मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजे गए। बताया गया है कि एक पुलिसकर्मी की पत्नी को तबीयत खराब थी, जिसे लेकर पुलिसकर्मी कार से खंडवा जा रहे थे। तभी कार एक ट्रक में घुस गई और तीन लोगों की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मिनी ट्रक को जब्त कर लिया है।

नए प्रमुख रक्षा अध्यक्ष की नियुक्ति जल्द की जाएंगी

नए प्रमुख रक्षा अध्यक्ष की नियुक्ति जल्द की जाएंगी 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि नए प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) की नियुक्ति जल्द की जाएंगी और इसके लिए प्रक्रिया जारी है। गत आठ दिसंबर को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद से सीडीएस का पद रिक्त है। रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए एक नई ‘अग्निपथ योजना’ शुरू करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा सीडीएस की नियुक्ति जल्द की जाएगी। इसकी प्रक्रिया जारी है। इस महीने की शुरुआत में, सरकार ने शीर्ष पद पर नियुक्ति के संबंध में अधिसूचनाएं भी जारी की थीं।
इनके अनुसार, 62 वर्ष से कम आयु के कोई भी सेवारत या सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल, एयर मार्शल और वाइस एडमिरल प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) के पद के लिए पात्र होंगे।
सेना, नौसेना और भारतीय वायु सेना अधिनियमों में किए गए संशोधन के अनुसार, सेना, नौसेना तथा भारतीय वायु सेना के सेवारत प्रमुखों के साथ-साथ तीन स्टार श्रेणी वाले अधिकारी भी सीडीएस बनने के पात्र हैं। गौरतलब है कि जनरल रावत ने एक जनवरी 2020 को देश के समग्र सैन्य कौशल को बढ़ाने के लिए देश के पहले सीडीएस के रूप में कार्यभार संभाला था।

भारतीय सेना के द्वार खोलने हेतु आभार व्यक्त किया

भारतीय सेना के द्वार खोलने हेतु आभार व्यक्त किया

अकांशु उपाध्याय/पंकज कपूर
नई दिल्ली/देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘अग्निपथ योजना’ के माध्यम से नौजवानों के लिए भारतीय सेना के द्वार खोलने हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ‘अग्निपथ योजना’ के माध्यम से भारत की सैन्य ताकत को मजबूती मिलने के साथ ही युवाओं की कौशलता और प्रतिबद्धता में भी खासा सुधार आएगा।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को बलवीर रोड स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि भारतीय रक्षा व्यवस्था को लेकर पिछले कुछ सालों में कई बड़े सुधार देखने को मिले हैं। अग्निपथ योजना को लागू करने का जो निर्णय लिया गया है, उससे देश के नौजवान चार साल की सेवा सेना में दे सकेंगे। इस योजना से अग्निवीर तैयार किए जाएंगे, देश के नौजवान आर्म फोर्स में जा सकेंगे। उन्हें नई तकनीक से ट्रेंड किया जाएगा और देश को हाई स्किल आर्म फोर्स मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना को विश्व की बेहतरीन सेना बनाने की दृष्टि से यह ऐतिहासिक फैसला लिया गया है। युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती कराया जाएगा, इस दौरान अग्निवीरों को अच्छा वेतन मिलेगा। सेना की चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को भविष्य के लिए अन्य अवसर दिए जाएंगे। चार साल की नौकरी के बाद सेवा निधि पैकेज मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत जो जवान चार साल बाद यहाँ से निकलेंगे, उत्तराखण्ड सरकार ऐसे अग्निवीरों को पुलिस की भर्ती में प्राथमिकता से अवसर देगी। 17 साल 06 माह से 21 साल के युवा, 10/12वीं के छात्र आवेदन कर सकेंगे। अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है, तो उसके परिजनों को सेवा निधि के अन्तर्गत 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि ब्याज समेत मिलेगी, इसके अलावा बाकी बची नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। वहीं अगर कोई अग्निवीर डिसेबल हो जाता है, तो उसे 44 लाख रुपए तक की राशि दी जाएगी, इसके अलावा बाकी बची नौकरी का भी वेतन मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा देश के सैनिकों का मनोबल बढ़ाने का कार्य किया है। सैनिकों की अनेक लंबित मांगों की स्वीकृतियां प्रदान की। आज भारत रक्षा के क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा है।

सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़, 2 आतंकी मारें गए

सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़, 2 आतंकी मारें गए

इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। श्रीनगर में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी नागरिक सहित लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मारे गए। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘श्रीनगर शहर के बेमिना इलाके में श्रीनगर पुलिस ने मुठभेड़ में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को मार गिराया। मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भी मामूली रूप से घायल हो गया।’’ उन्होंने बताया कि मुठभेड़ सोमवार देर रात हुई।
 महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से बरामद दस्तावेजों और अन्य संदिग्ध सामग्री से मारे गए एक आतंकवादी की पहचान अब्दुल्ला गौजरी के तौर पर हुई है, जो पाकिस्तान के फैसलाबाद का निवासी था। अधिकरी ने कहा, ‘‘ ये वही लोग थे जो सोपोर मुठभेड़ में बच निकले थे। हम उनकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे।’’ उन्होंने बताया कि मारे गए दूसरे आतंकवादी की पहचान आदिल हुसैन मीर उर्फ सुफियां के तौर पर हुई है, जो अनंतनाग जिले का निवासी था। कुमार ने कहा, ‘‘ पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वह 2018 में ‘विज़िट वीजा’ पर वाघा से पाकिस्तान गया था।

दिल्ली: न्यूनतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज

दिल्ली: न्यूनतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान विभाग ने दिन में आमतौर पर बादल छाए रहने के साथ ही हल्की बारिश या बूंदा-बांदी का पूर्वानुमान लगाया है। जिससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 40 प्रतिशत रहा। दिल्ली में सोमवार को भीषण गर्मी रही और कई मौसम केंद्रों में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक दर्ज किया गया।
हालांकि, आने वाले दो दिन में गर्मी से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं।
मानसून पूर्व गतिविधियों के 16 जून से बढ़ने की उम्मीद है और अगले दो-तीन दिन में अधिकतम तापमान में सात से आठ डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। विभाग के अनुसार, मंगलवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में मंगलवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रही।
सुबह साढ़े नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 203 दर्ज किया गया। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।

महत्व: 15 जून को मनाई जाएंगी 'मिथुन संक्रांति'

महत्व: 15 जून को मनाई जाएंगी 'मिथुन संक्रांति'

सरस्वती उपाध्याय
सूर्य का मिथुन राशि में प्रवेश करने की स्थिति सूर्य की मिथुन संक्रांति कहलाती है। मिथुन संक्रांति के दिन सूर्यदेव की पूजा का विधान है। वहीं, इस बार मिथुन संक्रांति 15 जून 2022 (बुधवार) को मनाई जाएंगी। एक साल में 12 संक्रांति होती हैं। जिसमें सूर्य अलग-अलग राशि और नक्षत्र में विराजमान होते है। सूर्य का मिथुन राशि में प्रवेश करने की स्थिति सूर्य की मिथुन संक्रांति कहलाती है। मिथुन संक्रांति के दिन सूर्यदेव की पूजा का विधान है। माना जाता है कि इसी दिन से वर्षा ऋतु की शुरूआत हो जाती है। साथ ही लोग इस दिन अच्छी फसल के लिए भगवान से अच्छी बारिश की मनोकामना करते हैं। इसे रज संक्रांति भी कहा जाता है।

त्योहार की तरह मनाई जाती है‌ मिथुन संक्रांति...

उड़ीसा में इस दिन को त्योहार की तरह मनाया जाता है। जिसे राजा परबा कहा जाता है। यहां ये चार दिन पहले से ही शुरु हो जाता है। जिसमें भू देवी यानी धरती माता की विशेष पूजा की जाती है। इस त्योहार में महिलाओं के साथ कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की कामना के लिए हिस्सा लेती हैं। चार दिन तक चलने वाले इस पर्व में पहले दिन को पहिली राजा, दूसरे दिन को मिथुन संक्रांति या राजा, तीसरे दिन को भू दाहा या बासी राजा और चौथे दिन को वसुमती स्नान कहा जाता है।

क्यों की जाती है सिलबट्‌टे की पूजा ?
मान्यताओं के अनुसार जैसे महिलाओं को हर महीने मासिक धर्म होता है, जो उनके शरीर के विकास का प्रतिक है वैसे ही ये तीन दिन भू देवि यानी धरती मां के मासिक धर्म वाले होते हैं जो कि पृथ्वी के विकास का प्रतीक है। वहीं चौथा दिन धरती के स्नान का होता है। जिसे वसुमती गढ़ुआ कहते हैं।
सिलबट्‌टे को धरती माता का रूप माना गया है। इसलिए इन तीन दिनों में इसका उपयोग नहीं करना चाहिए। चौथे दिन सिलबट्‌टे को जल और दूध से स्नान कराया जाता है। फिर चंदन, सिंदूर और फूल से भू देवी यानी सिलबट्‌टे की पूजा की जाती है। इस दिन दान का बहुत महत्व है। गेहूं, गुड़, घी, अनाज आदि का दान करना चाहिए।

सीएम ने पेट्रोलियम पदार्थों की कमी का आरोप लगाया

सीएम ने पेट्रोलियम पदार्थों की कमी का आरोप लगाया

मनोज सिंह ठाकुर

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूरे प्रदेश में पेट्रोलियम पदार्थों की कमी का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार खरीफ की बोवनी के इस समय में पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति सुनिश्चित कराए। कमलनाथ ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया कि प्रदेश की जनता को रोज संकटों में डालना भाजपा सरकार की आदत बन चुकी है। अब पेट्रोल पंपों पर तेल की आपूर्ति का संकट खड़ा कर दिया गया है। राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में पंप ड्राय होने लगे हैं।

जनता पेट्रोल-डीजल की किल्लत से जूझ रही है। आगे हालात और भी भयावह होने का भय है। उन्होंने कहा कि खरीफ की बोवनी के समय में डीजल की मांग लगातार बढ़ रही है और आपूर्ति अभी से बाधित होने लगी है। पूर्व से ही खाद, बीज और बिजली संकट की मार झेल रहे किसान अब डीजल की कमी की मार भी झेलने को मजबूर हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि समय रहते तत्काल पेट्रोल डीजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित कराएं।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...