रविवार, 12 जून 2022

आवाजाही: रेलवे ने राज्यरानी समेत 8 ट्रेनें निरस्त की

आवाजाही: रेलवे ने राज्यरानी समेत 8 ट्रेनें निरस्त की 

अकांशु उपाध्याय/सत्येंद्र पंवार 
नई दिल्ली/मेरठ। मेरठ में एक माह में कई बार निरस्त हो चुकी राज्यरानी को एक दिन के लिए और निरस्त कर दिया गया है। कोयले से लदी मालगाड़ियों की आवाजाही बढ़ने के कारण रेलवे ने राज्यरानी समेत 8 ट्रेनें फिर से निरस्त कर दी हैं। लखनऊ से चलने वाली राज्यरानी 13 को और मेरठ से चलने वाली राज्यरानी 14 जून को निरस्त रहेगी। इसके पहले कई ट्रेनों को रद्द किया जा चुका है। ऐसे में जिन यात्रियों ने अपना प्रोग्राम बना रखा था, उन्‍हें परेशानी उठानी पड़ेगी।
पूर्व में जारी सूचना में 13 से लखनऊ और 14 से मेरठ से ट्रेन का संचालन होना था। बरेली से रोजा 13 जून और रोजा से बरेली 14 जून को निरस्त रहेगी। प्रयागराज से बरेली और बरेली से प्रयागराज 13 जून को निरस्त रहेगी। बरेली मुरादाबाद से काठ गोदाम एक्सप्रेस भी 13 को नहीं चलेगी।
आपका बता दें कि कोयले की आपूर्ति करने के लिए मालगाड़ियों की आवाजाही बढ़ी हुई है। इसलिए तीन जून को लखनऊ से आरंभ होने वाली राज्यरानी को 12 जून तक निरस्त कर दिया गया था। चार जून से मेरठ से चलने वाली राज्यरानी भी अब नहीं चली। इसे 13 तक निरस्त कर दिया गया था लेकिन एक बार फिर इसे निरस्‍त कर दिया गया है।
राज्यरानी समेत चार जोड़ी ट्रेनों को निरस्त किया गया है। जो यात्री तीन को लखनऊ से और चार को मेरठ से राज्यरानी से सफर करने की सोच रहे थे उन्हें निराशा हाथ लगी है। सवा माह के अंतराल में चौथी बार ट्रेन को निरस्त किया गया है। मेरठ से लखनऊ के लिए केवल एक ट्रेन नौचंदी एक्सप्रेस है वह भी पांच जून को निरस्त रहेगी। लखनऊ से चलने वाली नौचंदी छ: को निरस्त रहेगी। इसके पहले मुरादाबाद सहारनपुर रूट पर निर्माण कार्य के कारण बुधवार को लखनऊ जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस निरस्त रही। खुर्जा पैसेंजर का संचालन भी रद रहा। वाया मेरठ सहारनपुर से प्रयागराज जाने वाली नौचंदी पांच जून को भी निरस्त कर दिया था। वहीं प्रयागराज से चलने वाली नौचंदी दो जून और छह जून को निरस्त रही। मेरठ से लखनऊ जाने वाली इस समय नौचंदी एक मात्र ट्रेन है। राज्यरानी तीन जून तक निरस्त थी।

साइंस: अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के 2 तरीके

साइंस: अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के 2 तरीके 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत  
कैरेकस। वेनेजुएला में मेडिकल साइंस दिनों-दिन तरक्की करता जा रहा है। दवाई के साथ ही कई ऐसी तकनीक बाजार में आ चुकी हैं। जो लोगों को अलग-अलग मामलों में काफी मदद करती है। इन्हीं में से एक है, अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकना। अनचाहें गर्भ को दो तरीके से रोक सकते हैं। पहला है दवाइयों के जरिए, जबकि दूसरा है अबॉर्शन की मदद से‌, अबॉर्शन क्योंकि अधिकतर देश में प्रतिबंधित है। और बहुत ही रेयर केस में इसकी अनुमति मिलती है। ऐसे में लोगों के पास गर्भनिरोध का ही विकल्प बचता है। बड़ी संख्या में लोग इसका इस्तेमाल करते भी हैं, लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा है, जहां गर्भनिरोध से जुड़ी चीजों की कीमत सोने से भी ज्यादा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यहां कंट्रासेप्टिव पिल्स की मांग अन्य गर्भनिरोध प्रोडक्ट की तुलना में काफी अधिक रहती है। इस देश में एक पैकेट कंडोम की कीमत करीब 60 हजार रुपये तक है। हैरानी की बात ये है कि इतना महंगा होने के बाद भी लोग इसे खूब खरीदते हैं‌। इसके अलावा गर्भनिरोध गोलियों की कीमत करीब 5-7 हजार रुपये है। इसके अलावा अन्य प्रोडक्ट भी काफी महंगे हैं। ब्लैक मार्केट में इनके दाम और अधिक हो जाते हैं।
हम जिस देश की बात कर रहे हैं, उसका नाम वेनेजुएला है। दक्षिण अमेरिका के इस देश में किसी भी स्थिति में गर्भपात कानून अपराध है। जेल जाने और अबॉर्शन की स्थिति न बने इसके लिए लोग पहले से अलर्ट रहते हुए सावधानी से संबंध बनाते हैं‌। ऐसे में यहां गर्भनिरोध से जुड़े सामान लगातार महंगे होते जा रहे हैं।

ग्राम स्वराज, पंचायतों के सशक्तीकरण में मुकाम हासिल

ग्राम स्वराज, पंचायतों के सशक्तीकरण में मुकाम हासिल

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पिछले 8 वर्ष में भारत ने ‘‘ग्राम स्वराज’’ और ‘‘पंचायतों के सशक्तीकरण’’ में नए मुकाम हासिल कियें हैं। उन्होंने देश भर में गांवों के सरपंचों से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने, जल संरक्षण करने और आने वाले योग दिवस को विशेष बनाने का आह्वान भी कहा। सरकार के आठ साल का कार्यकाल पूरा होने के कुछ दिनों बाद देश भर में सरपंचों को लिखे एक पत्र में प्रधानमंत्री ने कई मुद्दों का उल्लेख किया और उनसे उन पर सहयोग मांगा। साथ ही उन्होंने पिछले आठ सालों में उनके योगदान की सराहना भी की।
उन्होंने सरपंचों से कहा कि वे 21 जून को मनाए जाने वाले आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को विशेष बनाएं और अपने-अपने गांवों में सभी को इससे जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने आग्रह किया कि वे योग के लिए अपने गांव के किसी प्राचीन या पर्यटन स्थल या क्षेत्र में कहीं भी तालाब या जल निकाय का चयन करें और सभी को इसमें शामिल करें। साथ ही उन्होंने इसकी तस्वीरें भी साझा करने का अनुरोध किया। ताकि अन्य लोगों को उससे प्रेरणा मिले।



'डब्लयूटीओ' की 12वीं मंत्रिस्तरीय बैठक प्रारंभ

'डब्लयूटीओ' की 12वीं मंत्रिस्तरीय बैठक प्रारंभ 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव      
नई दिल्ली‌/जिनेवा। विश्व व्यापार संगठन (डब्लयूटीओ) की 12वीं मंत्रिस्तरीय बैठक जिनेवा में रविवार से शुरू हो रहीं है। चार दिवसीय इस बैठक में भारत खाद्य सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए अनाज के सार्वजनिक भंडारण के मुद्दे का स्थायी समाधान तलाशने के लिए डब्ल्यूटीओ पर दबाव बनाएगा‌। और किसानों और मछुआरों के हितों की दृढ़ता से रक्षा करेगा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल कर रहे हैं।
यह बैठक 4 साल के अंतराल के बाद यूक्रेन-रूस युद्ध और अनिश्चित वैश्विक आर्थिक स्थिति की पृष्ठभूमि में आयोजित हो रही है‌। पिछली बार यह 2017 में अर्जेंटीना में आयोजित किया गया था। एमसी (मिनिस्टीरियल कॉन्फ्रेंस) 164 सदस्यीय विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है। बैठक में कोविड-19 महामारी पर डब्लयूटीओ की प्रतिक्रिया सहित पेटेंट छूट कृषि और खाद्य सुरक्षा विश्व व्यापार संगठन में सुधार प्रस्तावित मात्स्यिकी सब्सिडी समझौता और इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिशन पर मोरेटोरियम का विस्तार जैसे मुख्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
इस श्रेणी के अंतर्गत आने वाले मुख्य मुद्दों में खाद्य सुरक्षा उद्देश्यों के लिए पब्लिक स्टॉक होल्डिंग, व्यापार-विकृत घरेलू सब्सिडी, बाजार की पहुंच, विशेष सुरक्षा तंत्र, निर्यात प्रतिबंध और निषेध, और पारदर्शिता शामिल हैं। नई दिल्ली का जोर खाद्य सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए पब्लिक स्टॉक होल्डिंग (PSH) के मुद्दे का स्थायी समाधान खोजने पर होगा। सार्वजनिक भंडारण नीति के तहत सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर किसानों से चावल और गेहूं जैसी फसलें खरीदती है, भंडारण करती है और गरीबों को खाद्यान्न का वितरण करती है।
एमएसपी आम तौर पर प्रचलित बाजार दरों से अधिक होता है और इसके तहत खरीदे गए अन्न को 800 मिलियन से अधिक गरीबों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कम कीमत पर उपलब्ध कराया जाता है।हालांकि, कृषि पर विश्व व्यापार संगठन का समझौता सरकार की एमएसपी पर अन्न खरीदने की क्षमता को सीमित करता है। वैश्विक व्यापार मानदंडों के तहत, विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देश के खाद्य सब्सिडी बिल को 1986-88 के संदर्भ मूल्य के आधार पर उत्पादन मूल्य के 10 प्रतिशत की सीमा का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।
विशेषज्ञों के अनुसार, ‘इसलिए, भारत को पब्लिक स्टॉक होल्डिंग को लेकर डब्ल्यूटीओ से स्थायी समाधान की तलाश अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत ने घरेलू समर्थन के साथ कोई संबंध नहीं होने की बात कहकर इस मुद्दे का तेजी से समाधान करने की मांग की है। इस मुद्दे के स्थायी समाधान के लिए, भारत ने डब्ल्यूटीओ से खाद्य सब्सिडी कैप की गणना के फॉर्मूले में संशोधन करने और पीस क्लॉज के दायरे में 2013 के बाद लागू कार्यक्रमों को शामिल करने जैसे उपायों पर विचार करने के लिए कहा है‌।
पीस क्लॉज के तहत, विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देश डब्ल्यूटीओ के विवाद निपटान मंच पर एक विकासशील राष्ट्र द्वारा निर्धारित सीमा के किसी भी उल्लंघन को चुनौती देने से बचने के लिए सहमत हैं। यह क्लॉज तब तक रहेगा जब तक खाद्य भंडारण के मुद्दे का स्थायी समाधान नहीं मिल जाता। भारत यह भी चाहता है कि विश्व व्यापार संगठन अंतरराष्ट्रीय खाद्य सहायता और मानवीय उद्देश्यों के लिए पब्लिक स्टॉक से खाद्यान्न के निर्यात की अनुमति दे, विशेष रूप से गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट एग्रीमेंट के आधार पर। डब्ल्यूटीओ के वर्तमान नियमों के मुताबिक कोई भी सदस्य देश पब्लिक स्टॉक होल्डिंग्स के तहत खरीदे गए अनाज का निर्यात नहीं कर सकता, क्योंकि ये सब्सिडी पर खरीदे गए खाद्यान्न होते हैं।
एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा कि भारत विश्व व्यापार संगठन के कामकाज में सुधार के प्रयासों का समर्थन करेगा। लेकिन इसके प्रमुख स्तंभों जैसे कम विकसित और विकासशील देशों के प्रति विशेष रियायत, सबके लिए एक समान विवाद निपटान तंत्र, सुधारों के बाद भी अपने मूल रूप में रहें। विश्व व्यापार संगठन एक बहुपक्षीय निकाय है, जो वैश्विक निर्यात और आयात के लिए नियम तैयार करता है और व्यापार से संबंधित मुद्दों पर दो या दो से अधिक देशों के बीच विवादों का निर्णय करता है। भारत सरकार के अधिकारी ने कहा कि हमारा मानना ​​है कि विश्व व्यापार संगठन एक महत्वपूर्ण संगठन है। इसकी बहुपक्षीय प्रकृति कभी प्रभावित नहीं होनी चाहिए और इसलिए, हम इसके कामकाज में सुधार के किसी भी प्रयास का समर्थन करते हैं।

टिकटॉक स्‍टार नोरिगिया का 19 साल की उम्र में निधन

टिकटॉक स्‍टार नोरिगिया का 19 साल की उम्र में निधन

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी/लंदन। मशहूर टिकटॉक स्‍टार कूपर नोरिगिया का महज 19 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनकी मौत की खबर से फैंस सदमे में हैं। 9 जून को उन्‍हें लॉस एंजिलिस के एक मॉल के पार्किंग एरिया में मृत पाया गया था। कपूर की मौत का कारण अभी तक सामने नहीं आया है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही हैं।
टिक टॉक स्‍टार कूपर नोरिगिया की मौत
बता दें कि कूपर के मौत की जानकारी लॉस एंजिलिस मेडिकल एग्‍जामि‍नर ने दी है। गौर करने वाली ये है कि कूपर की मौत से कुछ घंटे पहले ही उन्‍होंने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो पोस्‍ट किया था, जिसमें उन्‍होंने लिखा था, ‘ऐसा कौन सोचता है कि वो लोग जवानी में मर जाएंगे। वीडियो में वह बेड पर लेटे नजर आ रहे थे। 
इस वीडियो के पोस्‍ट करने के कुछ घंटे बाद ही कूपर मृत पाए गए। कूपर की मौत की खबर से उनके फैंस को गहरे सदमा लगा है। रिपोर्ट्स के अनुसार कूपर की बॉडी पर किसी भी तरह के निशान या हिंसा के सबूत नहीं मिले हैं।
फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है। कूपर के लिए मेंटल हेल्‍थ बहुत अहम था। हाल ही में उन्‍होंने एक डिस्‍कार्ड ग्रुप बनाया था, जहां वह अपने फॉलोवर्स के साथ मेंटल हेल्‍थ पर बात किया करते थे।
कूपर के टिक टॉक पर 1.77 मिलियन फॉलोअर्स थे। वह टिक टॉक पर अक्सर फैशन के बारे में मजेदार वीडियो पोस्ट किया करते थे। वहीं इंस्टाग्राम पर भी उनके 4,27,000 फॉलोअर्स थे। उन्‍होंने कई टिक टॉक स्‍टार के साथ काम किया है‌। कई शो में हिस्‍सा लेते भी नजर आए थे।

बुलडोजर ने जावेद का घर ध्वस्त करना शुरू किया

बुलडोजर ने जावेद का घर ध्वस्त करना शुरू किया

बृजेश केसरवानी      
प्रयागराज। प्रयागराज में नूपुर शर्मा के बयान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में एक्शन जारी है‌। प्रयागराज के अटाला इलाके में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने जावेद पंप को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने जावेद पंप को इस हिंसा का मास्टरमाइंड बताया था। जावेद पंप की गिरफ्तारी के बाद अब प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी पीडीए भी एक्शन में आ गई है। पीडीए ने जावेद पंप के घर पर नोटिस चिपकाकर उसे खाली करने के लिए कहा था। अब भारी पुलिस बल जावेद के घर पहुंच गई है। पुलिस-प्रशासन ने जावेद के घर को छावनी में तब्दील कर दिया है‌। बुलडोजर भी पहुंच गया है और बुलडोजर ने जावेद का घर ध्वस्त करना शुरू भी कर दिया है। 
बुलडोजर ने जावेद के घर का पहला दरवाजा तोड़ दिया है। बुलडोजर से जावेद के घर की बाउंड्री वाल भी गिरा दी गई है। जावेद अहमद के घर को ढहा कर पूरी तरह जमींदोज कर दिया गया है।एसपी सिटी लोगों से मौके पर जमा लोगों से हटने की लगातार अपील कर रहे हैं। जावेद अहमद का घर अंदर से बंद है। सेहत की कामना की मौके पर महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई है। जिससे महिलाओं के विरोध करने की स्थिति में उनसे पुलिस निपट सके। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घर से लोग यदि बाहर नहीं निकले तो दरवाजा तोड़कर टीम अंदर जाएगी और लोगों को बाहर लाया जाएगा। इससे पहले, पीडीए की ओर से चस्पा किए गए नोटिस में आज यानी 12 जून को 11 बजे तक घर में रहने वाले सभी लोगों से अपना सामान हटाने के लिए कहा गया था। पीडीए की ओर से चस्पा नोटिस में कहा गया कि 12 जून को दिन में 11 बजे तक घर खाली कर दें। जिससे अथॉरिटी अपनी कार्रवाई कर सके। 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  

1. अंक-247, (वर्ष-05)
2. सोमवार, जून 13, 2022
3. शक-1944, ज्येष्ठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2079। 
4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:15।
5. न्‍यूनतम तापमान- 32 डी.सै., अधिकतम-45+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...