बुधवार, 8 जून 2022

भोग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एकत्रित हुए, लोग

भोग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एकत्रित हुए, लोग

अमित शर्मा  
मानसा। पंजाब के मानसा में सिद्धू मूसेवाला के भोग कार्यक्रम (मृत्यु के बाद की रस्म) में भाग लेने के लिए बुधवार को बड़ी संख्या में लोग यहां अनाज मंडी में एकत्रित हुए। ये लोग पंजाब, हरियाणा और अन्य जगहों से आए थे। इस दौरान कई लोगों ने मूसेवाला की तस्वीरों वाली टी-शर्ट पहन रखी थी। कई बच्चे दिवंगत गायक जैसे कपड़े पहन रखे थे। कई लोगों के हाथों में पोस्टर थे जिन पर ’29 मई काला दिन’ और ‘मूसेवाला अमर रहें’ लिखा था।
कई लोग ‘मूसेवाला के लिए न्याय’ की मांग कर रहे थे। कुछ लोगों के हाथों में गायक की तस्वीरों वाले झंडे थे। इस मौके पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। अंतिम अरदास में भाग लेने आए जालंधर के एक वकील ने मांग की कि राज्य सरकार गायक के परिवार को न्याय दिलाए। उन्होंने कहा, “मूसेवाला की हत्या की जांच जल्दी की जानी चाहिए और हत्या में शामिल लोगों को फांसी की सज़ा मिलनी चाहिए।
राजस्थान के गंगानगर से तीन दोस्त बुधवार सुबह चार बजे मूसेवाला को श्रद्धांजलि देने मानसा पहुंचे। उनमें से एक ने कहा “जब हमें मूसवाला की मौत के बारे में पता चला तो हम स्तब्ध रह गए।” मूसेवाला की तस्वीर वाले पोस्टर लेकर हरियाणा के फतेहाबाद और सिरसा जिलों से युवाओं का एक समूह कार्यक्रम में शामिल होने आया। उन्होंने मांग की कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को जल्द से जल्द सज़ा दी जानी चाहिए। लुधियाना के एक परिवार ने मूसेवाला की तस्वीरों वाले बैज लोगों को बांटे।
गौरतलब है कि पंजाब के मानसा जिले में 29 मई को अज्ञात हमलावरों ने मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मूसेवाला की हत्या के बाद राज्य पुलिस ने इस घटना को आपसी रंजिश का मामला करार दिया। हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हाथ बताया जा रहा है।

राजनीति: दो दिवसीय दौरे पर बंगाल पहुंचें, नड्डा

राजनीति: दो दिवसीय दौरे पर बंगाल पहुंचें, नड्डा

मिनाक्षी लोढी
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में नेतृत्व और जमीनी स्तर पर पद और दायित्व को लेकर चल रहे अन्तर विरोध के बीच पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे। वह आगामी पंचायत चुनावों से पहले प्रदेश भर में संगठन को बढ़ावा देंगे। मंगलवार शाम नड्डा के हवाई अड्डे पर पहुंचने राज्य के बड़े नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद अधिकतर नेताओं ने रात में उनसे उसी होटल में मुलाकात की जहां वह ठहरे हुए थे।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, सांसद दिलीप घोष, अमित मालवीय, लॉकेट चटर्जी और राज्य विधानसभा के विपक्ष के नेता और नंदीग्राम से विधायक सुवेंधु अधिकारी और अग्निमित्र पॉल ने नड्डा से मुलाकात की। इन नेताओं ने इस दौरान अगले 48 घंटों में पार्टी के मामलों और उनके यात्रा कार्यक्रम के संबंध में चर्चा की।इस कार्यक्रम के बीच दिन में नड्डा द्वारा बुधवार दोपहर को राष्ट्रीय पुस्तकालय परिसर में राज्य कार्यकारी समिति की बैठक के एक सत्र का उद्घाटन करने और राज्य नेतृत्व को संबोधित करने की उम्मीद है।

विदेश मंत्री जयशंकर ने समकक्ष हुसैन से मुलाकात की

विदेश मंत्री जयशंकर ने समकक्ष हुसैन से मुलाकात की

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय
नई दिल्ली/तेहरान। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ईरान के अपने समकक्ष हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन से बुधवार को मुलाकात की। दोनों विदेश मंत्रियों की बैठक में द्विपक्षीय संबंधों के विविध आयामों पर चर्चा होने की उम्मीद है। विदेश मंत्री जयशंकर ने मुलाकात की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘‘नयी दिल्ली में ईरान के विदेश मंत्री आमिर अब्दुल्लाहियन का स्वागत। आज हमारी चर्चा में हमारे करीबी एवं मित्रतापूर्ण संबंध प्रदर्शित होंगे।
’’ ईरान के विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने के उद्देश्य से भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उनकी भारत यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो पूर्व पदाधिकारियों की पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी को लेकर पश्चिम एशियाई देशों में आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है। इस मामले में अरब देशों की तीखी प्रतिक्रिया के बाद, इस्लामिक सहयोग संगठन के किसी सदस्य देश के वरिष्ठ मंत्री की यह पहली भारत यात्रा है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, अब्दुल्लाहियन नयी दिल्ली में बैठकों के बाद मुंबई और हैदराबाद की भी यात्रा करेंगे।

मेडिकल कॉलेजों में 1,456 सीटें खाली, नाराजगी जताई

मेडिकल कॉलेजों में 1,456 सीटें खाली, नाराजगी जताई 

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। ऑल इंडिया कोटे में मेडिकल कॉलेजों में 1,456 सीटें खाली रहने पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि आप छात्रों के भविष्य से नहीं खेल सकते हैं। आप सीट खाली नहीं छोड़ सकते है। आपको मॉप उप राउंड कराना चाहिए। कोर्ट ने कहा कि जब आप को मई में पता चला गया था कि सीट खाली हैं, तो आपने मॉप उप राउंड क्यों नहीं किया। सुप्रीम कोर्ट ने तीखी टिप्पणी करते हुए आगे कहा कि आपको सीट खाली रखकर क्या मिलेगा, जब आपको डॉक्टरों और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर की ज़रूरत है। हम हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर जनरल को कोर्ट में तलब करेंगे और आदेश पारित करेंगे।
दरअसल याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 1456 सीट अभी खाली हैं। इस पर जस्टिस एम आर शाह की बेंच ने कहा कि मेडिकल काउंसिल और केंद्र छात्रों के लिए काउंसलिंग का मॉप अप राउंड नहीं कराकर छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। हमें देश में डॉक्टरों और सुपर स्पेशियलिटी मेडिकल प्रोफेशनल्स की जरूरत है। अगर छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जाता है, तो हम आदेश पारित करेंगे और उन्हें मुआवजा भी देंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने आज ही हलफनामा दाखिल करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने हलफनामे में ये बताने को कहा है कि सीटें क्यों खाली थीं और वे क्यों नहीं भरी गई। सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले में गुरुवार को फिर सुनवाई करने वाला है।

पीड़िता के पिता को 2 दिन की सजा, 500 रूपये जुर्माना

पीड़िता के पिता को 2 दिन की सजा, 500 रूपये जुर्माना

संदीप मिश्र 
इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा जिले की एक अदालत ने दुष्कर्मियो के पक्ष मे बयान देने से नाराज पीड़िता के पिता को 2 दिन की सजा सुनाते हुए 500 रूपये जुर्माना वसूलने के निर्देश दिये है। अभियोजन पक्ष के अनुसार दो दिन की यह सजा न्यायालय विशेष न्यायाधीश एससीएसटी एक्ट कोर्ट संख्या-2 अवधेश कुमार ने सुनाई है। बुलडोजर- जमींदोज किए गए 50 से ज्यादा फार्म हाउस उन्होेने बताया कि न्यायालय विशेष न्यायाधीश एससीएसटी एक्ट कोर्ट संख्या-2 अवधेश कुमार ने मंगलवार को फैसला सुनाते हुए वादी के अपना साक्ष्य बदले जाने व प्रतिवादी के पक्ष में बयान देने पर वादी के खिलाफ ही न्यायालय में मुकदमा चलाने का आदेश दिया और दो दिन की सजा व 500 रुपये का अर्थदंड सुनाया है। विशेष शासकीय अधिवक्ता रमाकांत चतुर्वेदी ने बताया कि थाना ऊसराहार में जागेश्वर दयाल ने 14 अगस्त 2012 को मुकदमा दर्ज कराया था कि गांव के ही रवि व अखिलेश ने उसकी पुत्री के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। इस मामले में पुलिस ने एससीएसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। न्यायालय में आरोपित रवि व अखिलेश के तलब होने पर जागेश्वर दयाल ने यह साक्ष्य दिया कि गांव वालों के कहने के अनुसार उसने एफआइआर दर्ज कराई थी। इस आधार पर 29 अक्टूबर 2020 को न्यायाधीश ने रवि व अखिलेश को दोष मुक्त मानते हुए उन्हें बरी कर दिया जबकि जागेश्वर दयाल के खिलाफ अपना बयान पलटने को लेकर व आरोपितों के पक्ष में खड़े होने को लेकर मुकदमा चलाने का आदेश दिया था।
इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा जिले की एक अदालत ने दुष्कर्मियो के पक्ष मे बयान देने से नाराज पीड़िता के पिता को दो दिन की सजा सुनाते हुए पांच सौ रूपये जुर्माना वसूलने के निर्देश दिये है। अभियोजन पक्ष के अनुसार दो दिन की यह सजा न्यायालय विशेष न्यायाधीश एससीएसटी एक्ट कोर्ट संख्या-2 अवधेश कुमार ने सुनाई है। बुलडोजर- जमींदोज किए गए 50 से ज्यादा फार्म हाउस उन्होेने बताया कि न्यायालय विशेष न्यायाधीश एससीएसटी एक्ट कोर्ट संख्या-2 अवधेश कुमार ने मंगलवार को फैसला सुनाते हुए वादी के अपना साक्ष्य बदले जाने व प्रतिवादी के पक्ष में बयान देने पर वादी के खिलाफ ही न्यायालय में मुकदमा चलाने का आदेश दिया और दो दिन की सजा व 500 रुपये का अर्थदंड सुनाया है। विशेष शासकीय अधिवक्ता रमाकांत चतुर्वेदी ने बताया कि थाना ऊसराहार में जागेश्वर दयाल ने 14 अगस्त 2012 को मुकदमा दर्ज कराया था कि गांव के ही रवि व अखिलेश ने उसकी पुत्री के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। इस मामले में पुलिस ने एससीएसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। न्यायालय में आरोपित रवि व अखिलेश के तलब होने पर जागेश्वर दयाल ने यह साक्ष्य दिया कि गांव वालों के कहने के अनुसार उसने एफआइआर दर्ज कराई थी। इस आधार पर 29 अक्टूबर 2020 को न्यायाधीश ने रवि व अखिलेश को दोष मुक्त मानते हुए उन्हें बरी कर दिया जबकि जागेश्वर दयाल के खिलाफ अपना बयान पलटने को लेकर व आरोपितों के पक्ष में खड़े होने को लेकर मुकदमा चलाने का आदेश दिया था।

भाजपा के कारण जोर पकड़ रहा हैं, इस्लामोफाबिया

भाजपा के कारण जोर पकड़ रहा हैं, इस्लामोफाबिया 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। पूर्व सांसद व उत्तर प्रदेश के पूर्व गृहराज्य मंत्री सईदुज्जमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा सरकार पर जमकर तंज कसते हुए कहा, कि भाजपा के कारण ही देश में इस्लामोफाबिया जोर पकड़ रहा है।
भाजपा ने हेट स्पीट के मामले में अपने नेताओं पर देर से कार्रवाई की। जिससे दूसरे मुल्कों में देश की बदनामी हुई। उन्होंने कहा कि भारत अपनी सामाजिक तथा सांस्कृतिक विरासत के चलते दूसरे देशों में लोकप्रिया रहा है, लेकिन भाजपा अब देश में नफरत का माहौल पैदा कर इसकी साख पर बट्टा लगाने का प्रयास कर रही है। 
शहीद चौक स्थित अपने आवास पर मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि भाजपा की योगी सरकार एक तानाशाही सरकार है। जिसमें गरीब व मजदूरों की आवाज को दबाया जा रहा है। 
उन्होंने बताया कि प्रदेश में बढ़ती महंगाई ने प्रदेशवासियों की कमर को तोड़ कर रखा हुआ है। बढ़ती मंहगाई के कारण लोगों को अपने परिवार के भरण पोषण के लिए भी लाले पड़े हुए हैं। वही उन्होंने कहा कि प्रदेश का पढ़ा लिखा युवा बेरोजगार घूम रहा है। 
प्रदेश में योगी सरकार सत्ता में युवाओं को रोजगार व बढ़ती मंहगाई पर अंकुश लगाने के मुद्दो को लेकर आई थीं, मगर आज भाजपा की योगी सरकार में ही महंगाई ने आसमान को छू रखा है, जिसके कारण आम जनता को रोजी रोटी कमाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 
इसके अलावा उन्होंने सत्ता पक्ष से भी अपील करते हुए प्रजातंत्र और संविधान की गरिमा रखते हुए देश के 135 करोड नागरिकों को सांप्रदायिक भेदभाव बुलाकर विकास और प्रगति की ओर ले कर चले ताकि हमारे देश वह प्रदेश में खुशहाली का माहौल कायम हो सके। उन्होंने कहा कि नफरत सिर्फ नफरत को जन्म देती है प्यार और भाईचारे का रास्ता ही भारत को प्रगति की दिशा में ले जा सकता है यह भारत जोड़ने का वक्त है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता को हथियाने के लिए देश व प्रदेश की जनता को जातिवाद एवं बिरादरी वाद के मुद्दों में उलझा कर वोट हासिल करने का काम किया है। वहीं उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश की जनता भाजपा सरकार की कूटनीति को समझ चुकी है।
जिसका खामियाजा जनता के द्वारा आगामी होने वाले चुनाव में भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा।
पूर्व गृहराज्यमंत्री सईदुज्जमां ने भाजपा की योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश के युवा रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं मगर अभी तक भी कोई किसी प्रकार का रोजगार प्रदेश के युवाओं को नहीं मिल पाया है। 
प्रदेश की योगी सरकार के द्वारा सत्ता हासिल करने के लिए प्रदेश की भोली भाली जनता को विभिन्न प्रकार की योजनाओं का लाभ देने का लालच देकर सत्ता हासिल की है। योगी सरकार के द्वारा किए गए वादे अभी तक एक भी पूरा नहीं किया गया है फिर चाहे वह बिजली बिल आधा करने या फिर युवाओं को रोजगार देने की बात कही गई हो। जनता को केवल बहला-फुसलाकर एवं लाभकारी योजनाओं का लाभ देने का लालच दिया गया है।
पूर्व सांसद सईदुज्जमां ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी से भी निवेदन करेंगे कि नफरत की इस राजनीति को खत्म कर भाईचारा व एकता बनाएं। यदि नफरत का माहौल खत्म कर एकता बनाएंगे तो इससे उनका भी देश में वजन बढ़ेगा। जिन लोगों ने समाज में नफरत फैलाई उनका वजूद नहीं बचा। इसलिए भारतीय जनता पार्टी देश में नफरत का माहौल समाप्त कर एकता व मोहब्बत स्थापित करे। मदनमोहन शर्मा, मो. तारिक कुरैशी, अनमोल जैन, सत्य प्रकाश त्यागी, भगवंत सिंह, तेगबहादुर एड. आदि शामिल रहे।

राष्ट्रीय लोक आंदोलन का गठन, ऐलान करेंगे हजारे

राष्ट्रीय लोक आंदोलन का गठन, ऐलान करेंगे हजारे

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। वर्ष 2011 के दौरान भ्रष्टाचार के खिलाफ राजधानी दिल्ली में जबरदस्त आंदोलन चलाते हुए कांग्रेसनीत गठबंधन सरकार को सत्ता से बेदखल कर चुके सामाजिक कार्यकर्ता 84 वर्षीय अन्ना हजारे अब एक बार फिर से भ्रष्टाचार के खिलाफ हुंकार भरने की तैयारी में नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपने नए संगठन राष्ट्रीय लोक आंदोलन का गठन किया है, जिसका विधिवत ऐलान वह अपने जन्मदिन पर 19 जून को करेंगे। फार्म हाउस दरअसल 84 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे आगामी 19 जून को राजधानी दिल्ली आ रहे हैं। वह यहां पर अपने नए संगठन राष्ट्रीय लोक आंदोलन के कार्यकर्ताओं के एक दिनी प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होंगे। उनका यह संगठन भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चलाते हुए इमानदारी की लड़ाई लड़ेगा। 84 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने लोकायुक्त कानून में देरी को लेकर पिछले दिनों महाराष्ट्र सरकार को चेतावनी दी थी। उन्होंने इस मामले को लेकर पूरे महाराष्ट्र में पब्लिक से आंदोलन करने का आह्वान किया है। बूचड़खाना उन्होंने कहा है कि यदि महाराष्ट्र सरकार की ओर से अगस्त महीने तक लोकायुक्त कानून नहीं बनाया जाता है तो पूरे राज्य में आंदोलन चलाया जाएगा। पिछले महीने की 15 मई को अन्ना हजारे की ओर से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस बाबत पत्र भी लिखा गया था।
जिसमें उन्होंने कहा है कि देश में कुछ राज्यों द्वारा लोकायुक्त कानूनों को मार्गदर्शक सिद्धांतों के अनुसार अधिसूचित कर दिया गया है लेकिन महाराष्ट्र में यह काम अभी तक नहीं किया गया है। दी बेटे की हत्या-किया गिरफ्तार वर्ष 2019 में पूर्ववर्ती देवेंद्र फडणवीस सरकार के समय मैंने आंदोलन किया था, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा मुझे लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद मैंने अपना आंदोलन वापस ले लिया था। इसके बाद महा विकास आघाडी सरकार की ओर से भी लोकायुक्त कानून बनाने का वायदा किया गया था, लेकिन अभी तक इस बाबत कुछ नहीं किया गया है।

रेल परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास करेंगे

रेल परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास करेंगे  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसि...