बुधवार, 1 जून 2022

बेहतर सुविधाओं के लिए आंतरिक अध्ययन करेगी, कंपनी

बेहतर सुविधाओं के लिए आंतरिक अध्ययन करेगी, कंपनी

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। विमानन कंपनी ‘इंडिगो’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने कहा है कि कंपनी दिव्यांग यात्रियों, खासकर परेशानी महसूस कर रहे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए एक आंतरिक अध्ययन करेगी। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने रांची हवाईअड्डे पर गत सात मई को एक दिव्यांग बच्चे को विमान में सवार होने से रोकने के मामले में इंडिगो पर गत सप्ताह पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।
इंडिगो ने नौ मई को कहा था कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए, एक दिव्यांग बच्चे को सात मई को रांची-हैदराबाद उड़ान में सवार होने की अनुमति नहीं दी गई थी क्योंकि वह घबराया हुआ नजर आ रहा था। दत्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को मंगलवार को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि विमानन कंपनी डीजीसीए के जुर्माना लगाने के फैसले को चुनौती नहीं देगी। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग मुझसे यह सवाल कर रहे हैं– क्या आप चुनौती देंगे? बिल्कुल नहीं।
अधिकारी ने कहा कि विमानन कंपनी डीजीसीए के सुझावों पर गौर करेगी और उन्हें लागू करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने कुछ चीजें कहीं हैं। उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की स्थिति में हवाई अड्डे पर मौजूद चिकित्सक को बुलाया जाए और हां, हमने इसे हमारी एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) में शामिल किया है कि जब इस प्रकार की स्थिति पैदा हो, हवाई अड्डे पर मौजूद चिकित्सक से हमेशा परामर्श लिया जाए।
’’ डीजीसीए ने कहा है कि इंडिगो को संवेदनशीलता के मामले में अपने कर्मियों को प्रशिक्षित करना चाहिए। दत्ता ने कहा, ‘‘दिव्यांग यात्रियों के प्रबंधन के लिए हम पहले से ही अच्छा प्रशिक्षण देते हैं। हम इसका और व्यापक अध्ययन करेंगे तथा अपने सभी प्रशिक्षकों से बात करेंगे और देखेंगे कि हम क्या सीख सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि डीजीसीए ने जो कहा है, उसका अर्थ है कि आपको यात्री को शांत करने की कोशिश करनी चाहिए।
दत्ता ने कहा कि विमानन कंपनी को इस तरह की स्थितियों में खुद से पूछने की जरूरत है कि वह परेशान यात्री को शांत करने के लिए क्या कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, हम अपना स्वयं का आंतरिक अध्ययन कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि विमानन कंपनी के पास लगभग 100 प्रशिक्षक हैं जो चालक दल के सदस्यों और अन्य कर्मियों को इस तरह का विशेष प्रशिक्षण देते हैं। दत्ता ने कहा, ‘‘हम उन्हें एक साथ लाएंगे और अपना स्वयं का अध्ययन करेंगे।
यह परिणाम है। हम क्या अलग कर सकते हैं? हम ग्राहकों को शांत करने के तरीकों को लेकर कैसे और संवेदनशील हो सकते हैं। हम इन सब पर विचार करेंगे।’’ डीजीसीए ने पिछले शनिवार एक बयान में कहा था, ‘‘सात मई को रांची हवाईअड्डे पर दिव्यांग बच्चे के साथ इंडिगो के कर्मचारियों का व्यवहार गलत था और इससे स्थिति बिगड़ गई थी।’’ इसमें कहा गया था कि बच्चे के साथ करुणा का व्यवहार किया जाना चाहिए था और बच्चे की घबराहट दूर कर उसे शांत किया जाना चाहिए था।
चूंकि बच्चे को विमान में सवार होने से रोक दिया गया, इसलिए उसके साथ मौजूद माता-पिता ने भी विमान में सवार नहीं होने का फैसला किया था। डीजीसीए ने कहा था कि विशेष परिस्थितियों में असाधारण प्रतिक्रिया की आवश्यकता होती है, लेकिन विमानन कंपनी के कर्मचारी ऐसा करने में विफल रहे। उसने कहा था कि भविष्य में इस तरह की स्थिति से बचने के लिए वह अपने स्वयं के नियमों पर फिर से विचार करेगा, जिसमें यात्री को विमान में सवार होने से रोके जाने का निर्णय लेने से पहले यात्री के स्वास्थ्य पर हवाई अड्डे के चिकित्सक की लिखित राय लेना विमानन कंपनी के लिए अनिवार्य किया जाएगा।

193.57 करोड़ से अधिक कोविड टीके लगाएं गए

193.57 करोड़ से अधिक कोविड टीके लगाएं गए

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। देशभर में राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण अभियान के अंतर्गत 193.57 करोड़ से अधिक कोविड टीके लगाएं गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को यहां बताया कि आज सुबह सात बजे तक 193 करोड़ 57 लाख 20 हजार 807 कोविड टीके दिये जा चुके हैं। मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कोविड संक्रमण के 2745 नये मरीज सामने आये हैं। इनके साथ ही देश में कोरोना रोगियों की संख्या (विभिन्न अस्पतालों में उपचार करवा रहे रोगियों) 18 हजार 386 हो गयी है।
यह संक्रमित मामलों का 0.04 प्रतिशत है। दैनिक संक्रमण दर 0.60 प्रतिशत हो गयी है। मंत्रालय ने बताया कि इसी अवधि में 2236 लोग कोविड से मुक्त हुए हैं। अभी तक कुल चार करोड़ 26 लाख 17 हजार 810 कोविड से उबर चुके हैं। स्वस्थ होने की दर 98.74 प्रतिशत है। देश में पिछले 24 घंटे में 4 लाख 55 हजार 314 कोविड परीक्षण किए गये हैं। देश में कुल 85 करोड़ 8 लाख 96 हजार 606 कोविड परीक्षण किए हैं।

कलप्पा का पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा

कलप्पा का पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा

इकबाल अंसारी
बेंगलुरु। कांग्रेस के जाने-माने चेहरे और उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता बृजेश कलप्पा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वह 25 वर्ष से कांग्रेस से जुड़े थे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा, हाल के दिनों में वह अपने ‘‘उत्साह में कमी’’ महसूस रहे हैं, उनका प्रदर्शन ‘‘उदासीन और निरुत्साह’’ वाला रहा है। सोनिया गांधी को 30 मई को लिखे एक पत्र में कलप्पा ने राज्य में पार्टी के शासन के दौरान मंत्री पद के समकक्ष कर्नाटक सरकार के कानूनी सलाहकार के रूप में उनकी नियुक्ति समेत उन्हें दिए गए अवसरों के लिए धन्यवाद दिया।
कलप्पा ने सोनिया को उन्हें ‘‘संरक्षण’’ देने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वह 2013 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के शासन के समय से लगभग एक दशक तक हिंदी, अंग्रेजी और कन्नड़ समाचार चैनलों पर पार्टी का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं और उन्होंने 6,497 बहसों में हिस्सा लिया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, पार्टी नियमित रूप से उन्हें राजनीतिक काम सौंपती रही है, जिसमें उन्होंने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का भरसक प्रयास किया है।
कलप्पा ने कहा, ‘‘2014 और 2019 की पराजय के बाद पार्टी के लिए सबसे बुरे समय में भी मैंने कभी उत्साह और ऊर्जा में कमी महसूस नहीं की। लेकिन, हाल के दिनों में मैं खुद के जुनून में कमी महसूस कर रहा हूं क्योंकि मेरा अपना प्रदर्शन उदासीन और निरुत्साह वाला रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन परिस्थितियों में मेरे पास भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने और 1997 में शुरू हुए अपने जुड़ाव को समाप्त करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।’’ पार्टी के कुछ सूत्रों के अनुसार, वह राज्य में हालिया विधान परिषद और आगामी राज्यसभा चुनावों के लिए उम्मीदवार नहीं बनाए जाने से भी नाराज हो सकते हैं।

हिंदू शिक्षिका की हत्या की घटना को लेकर निशाना साधा

हिंदू शिक्षिका की हत्या की घटना को लेकर निशाना साधा

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कश्मीर में एक हिंदू शिक्षिका की हत्या की घटना को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि कश्मीरी पंडित धरने पर हैं, लेकिन सरकार अपने आठ साल पूरे होने का जश्न मनाने में व्यस्त है। उन्होंने ट्वीट किया, “कश्मीर में पिछले 5 महीनों में 15 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए और 18 नागरिकों की हत्या कर दी गयी। कल भी एक शिक्षिका की हत्या कर दी गयी।
” राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, “18 दिनों से कश्मीरी पंडित धरने पर हैं लेकिन भाजपा सत्ता में अपने आठ साल पूरे होने का जश्न मनाने में व्यस्त है। प्रधानमंत्री जी, ये कोई फ़िल्म नहीं है बल्कि आज कश्मीर की सच्चाई है।” कश्मीर घाटी के कुलगाम जिले में एक हिंदू शिक्षिका की हत्या के विरोध में जम्मू शहर के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार को प्रदर्शन हुए।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन का पुतला फूंका और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस के मुताबिक, 36 वर्षीय रजनीबाला की आतंकवादियों ने मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी। वह सांबा जिले की रहने वाली थीं।

गंगाजल की पवित्रता बनाएं रखें, जानिए नियम

गंगाजल की पवित्रता बनाएं रखें, जानिए नियम

सरस्वती उपाध्याय
पूजा-पाठ, शुद्धिकरण कई शुभ कार्यों में गंगाजल का उपयोग किया जाता है। अधिकतर लोग गंगाजल को अपने घरों में भी रखते हैं। लेकिन नियमों का पालन नहीं कर पाते। जी हां, आपको बता दें कि हिंदू धर्म में गंगाजल को बहुत पवित्र माना जाता है। जन्म से लेकर मरण तक गंगाजल का बहुत महत्व है। सनातन धर्म में गंगा नदी को मां का दर्जा दिया गया है।
मान्यता है कि गंगाजी के दर्शन मात्र से मनुष्यों के पाप धुल जाते हैं, और गंगाजल के स्पर्श से स्वर्ग की प्राप्ति होती है। ऐसे में जरूरी है कि अगर घर में गंगाजल रख रहे हैं तो इसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए इन नियमों का जरूर पालन करें...

रहे सावधान, शनि वक्री हो रहे हैं, 141 दिनों तक आपकी राशि को प्रभावित करेंगे।
अमूमन लोग गंगाजल को प्लास्टिक की बोतल में भरकर रखते हैं, जो कि गलत है। विज्ञान में प्लास्टिक बोतल को जहरीला माना जाता है। गंगाजल को हमेशा चांदी, पीतल या तांबे के बर्तन में भरकर रखना चाहिए।
घर में जिस स्थान पर गंगाजल रखा हो, वहां शुद्धि का बहुत ध्यान रखें। उस जगह हमेशा साफ-सफाई जरूर करें। गंगाजल की पवित्रता बनाए रखने के लिए पूजा घर में इसे रखने की सलाह दी जाती है। घर के ईशान कोण को देवताओं का स्थान माना जाता है। इसलिए गंगाजल को हमेशा घर की इस दिशा में रखना शुभ माना जाता है।

गंदे हाथों से जल स्पर्श न करें...
गंगाजल के प्रयोग से पहले ध्यान रखे की आपके हाथ स्वच्छ हों। गंदे हाथों से इसे न छूएं। घर में गंगाजल हो तो मास-मदिरा का सेवन न करें। गंदे हाथ से गंगाजल स्पर्श करने पर ग्रहदोष लगता है।

अंधेरे में न रखा हो, गंगाजल...
गंगाजल को घर में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और घर में ये ऊर्जा बनी रहती है। लेकिन इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि इसे कभी भी अंधेरे कमरे या अंधेरे कोने में न रखें।

सह-संस्थापक व महासचिव का पार्टी से इस्तीफा

सह-संस्थापक व महासचिव का पार्टी से इस्तीफा 

इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। जम्मू में ‘अपनी पार्टी’ को करारा झटका देते हुए उसके सह-संस्थापक एवं महासचिव विक्रम मल्होत्रा ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। मल्होत्रा ने कहा कि पार्टी के पास ‘‘भविष्य के लिए कोई सुसंगत नीति नहीं’’ है। उन्होंने दावा किया कि ‘अपनी पार्टी’ दूसरे दलों ‘‘नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) की परछाई बनकर रह गई है’’, खासकर जम्मू में उसके क्षेत्रीय दृष्टिकोण को लेकर वह उनकी छाया नजर आती है।
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान पांच अगस्त, 2019 को समाप्त करने और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद मार्च 2020 में पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी की अध्यक्षता में ‘अपनी पार्टी’ का गठन किया गया था। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद विक्रम मल्होत्रा अपनी पार्टी में शामिल हुए थे। मल्होत्रा ने एक बयान में कहा, ‘‘2019 के संवैधानिक परिवर्तनों के बाद के महत्वपूर्ण समय में राष्ट्रीय हित के लिए, मैं अपनी पार्टी में शामिल हुआ था, लेकिन दो साल में पार्टी राह भटक गई है।
’’ मल्होत्रा ने कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष बुखारी को एक विस्तृत पत्र लिखकर पार्टी से इस्तीफा देने के कारणों को सूचीबद्ध किया है। उन्होंने कहा, ‘‘व्यक्तिगत रूप से बुखारी के साथ काम करने का अनुभव बेहद अच्छा रहा, लेकिन ‘अपनी पार्टी’ के पास भविष्य के लिए किसी भी सुसंगत नीति या कार्यक्रम का अभाव है।’’ मल्होत्रा ने जोर देकर कहा कि नए राजनीतिक माहौल में जम्मू पर ध्यान देने की जरूरत है, लेकिन अपनी पार्टी इसके लिए तैयार नहीं है।
मल्होत्रा पिछले नौ महीनों में जम्मू क्षेत्र में ‘अपनी पार्टी’ से इस्तीफा देने वाले तीसरे बड़े नेता हैं। इससे पहले 20 अप्रैल को, पार्टी की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष नम्रता शर्मा और उनकी कई महिला सहयोगियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। पूर्व विधायक कमल अरोड़ा ने भी हाल में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  

1. अंक-236, (वर्ष-05)
2. बृहस्पतिवार, जून 2, 2022
3. शक-1944, ज्येष्ठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-तीज, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 05:33, सूर्यास्त: 07:01।
5. न्‍यूनतम तापमान- 30 डी.सै., अधिकतम-42+ डी.सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...