मंगलवार, 31 मई 2022

मांग को लेकर भीम सेना के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन

मांग को लेकर भीम सेना के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन  

संदीप मिश्र     
मुरादाबाद। रेप पीड़िता को न्याय दिलाने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भीम सेना के नेतृत्व में रेप पीड़िता और उसके परिवार के लोग मंगलवार को जिला मुख्यालय पर पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया। वहीं, पीड़ित परिवार के पास से एक कैन भी पुलिस को बरामद हुई है,आशंका जताई जा रही है कि उस कैन में कोई ज्वलनशील पदार्थ रखा हुआ है। वहीं, रेप पीड़िता की मां ने चेतावनी दी है कि यदि उसकी बेटी को न्याय नहीं मिला तो वह अपने परिवार के साथ यहीं जान दे देगी,वहीं रेप पीड़िता के परिवार के पास से मिली कैन को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
कलेक्ट्रेट परिसर पर काफी देर तक हंगामे की स्थिति बनी रही। इस दौरान सीओ सिविल लाइंस,सीओ कोतवाली भी मौके पर पहुंच गए। भीम सेना के कार्यकर्ताओं ने रेप पीड़िता को न्याय दिलाने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को भेजा है।
कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के दौरान रेप पीड़िता की मां ने कहा कि मेरी बेटी को चार लड़के उठाकर ले गए थे। नशे की हालत में उन्होंने 6 दिन तक मेरी बेटी को बंधक बनाकर रखा और उसके साथ गलत काम किया। 6 दिन के बाद टांडा चौकी में छोड़ गए थे, जब हमारी बेटी मिल गई, तो हम कोतवाली बिलारी पहुंचे, तो बिलारी में हमारी एफआईआर लिखी गई। लेकिन वहां भी हमारी बेटी के बयान बदलवा दिए गए, वह चार लड़के थे। जिसमें से एक की गिरफ्तारी हुई है। बाकी सब खुलेआम घूम रहे हैं, हम चाहते हैं कि उन लड़कों को सजा मिलनी चाहिए और वह तीनों गिरफ्तार होने चाहिए, उन्हें फांसी होनी चाहिए। हमें 2 महीने हो गए परेशान होते हुए, पुलिस वाले यह कह देते हैं, आज पकड़े जा रहे हैं, कल पकड़े जा रहे हैं, हमारी कहीं सुनवाई नही हो रही, हम लखनऊ तक घूम आए मगर हमारी कहीं सुनवाई नहीं हुई, अब हमारी बेटी को न्याय मिलना चाहिए, तब तो हम यहां से जाएंगे नहीं तो हम सारा परिवार यही आत्महत्या करके मर जाएंगे।
वहीं, ज्ञापन के संबंध में जानकारी देते हुए सिटी मजिस्ट्रेट एमपी सिंह ने बताया कि मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय में भीम सेना के द्वारा माननीय राष्ट्रपति महोदय को संबोधित एक ज्ञापन हमें प्राप्त हुआ है। ज्ञापन को हम नियम अनुसार जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से माननीय राष्ट्रपति महोदय तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। दुष्कर्म के संबंध में उसमे शिकायत की गई है। एक बच्ची के साथ यह घटना घटित हुई है, जिसकी वह जांच कराने की मांग कर रहे हैं और संबंधित अपराधियों को पकड़ने की उसमें बात की गई है। यह ज्ञापन हमें प्राप्त हो गया है इसे हम राष्ट्रपति महोदय तक पहुंचाने का काम करेंगे।

झटका: 2 जून को बीजेपी में शामिल होंगे पटेल

झटका: 2 जून को बीजेपी में शामिल होंगे पटेल 

नरेश राघानी  
अहमदाबाद। गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल 2 जून (गुरुवार) को बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। वह अपने 15 हजार समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल होंगे। बताया जा रहा है, कि कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी हार्दिक पटेल के साथ बीजेपी का दामन थामेंगे। हार्दिक पटेल ने बीजेपी में शामिल होने की पुष्टि की है। उन्होंने अभी हाल में ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले हार्दिक पटेल ने बीजेपी में शामिल होने का संकेत दिया था।
बता दें कि गुजरात में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में हार्दिक पटेल को अपने पाले में लाकर बीजेपी ने पाटीदार समाज को बड़ा संदेश दिया है। पाटीदार समाज में हार्दिक पटेल का काफी जनाधार माना जाता है।
अभी हाल में पार्टी छोड़ने के बाद हार्दिक पटेल ने कांग्रेस नेताओं की आलोचना करते हुए कहा था कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का ध्यान मोबाइल फोन में लगा रहता है। गुजरात कांग्रेस के नेता उन्हें चिकन और सैंडविच की व्यवस्था करने में लगे रहते हैं। 
हार्दिक पटेल ने सोनिया गांधी को लिखे त्यात्र पत्र में पार्टी नेताओं पर सवाल उठाया था। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि हार्दिक देशद्रोह के मामले में जेल जाने की डर से पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी में जाना चाहते हैं।
राहुल गांधी ने जुलाई 2020 में हार्दिक पटेल को कांग्रेस में शामिल कराया था। इसके एक साल बाद पार्टी ने उन्हें गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया। कांग्रेस को हार्दिक पटेल से काफी उम्मीदें थीं लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने सोनिया गांधी को तगड़ा झटका दे दिया।

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति की बैठक संपन्न

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति की बैठक संपन्न

पंकज कपूर
देहरादून। मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु की अध्यक्षता में सचिवालय में राज्य खाद्य सुरक्षा मिशन की कार्यकारी समिति की बैठक संपन्न हुईं। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि किसानों को उनके उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराया जाना आवश्यक है, इस दिशा में हर संभव प्रयास किए जाएं। साथ ही मार्केटिंग आदि की व्यवस्था भी सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने फसलों की नई वैरायटी विकसित करने हेतु प्रदेश स्तर में ही प्रयास किए जाने के साथ ही दालों, पोषक अनाजों और तिलहन की खेती को अधिक से अधिक प्रोत्साहित किए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने योजनाएं बनाते समय क्षेत्र विशेष हेतु योजनाएं तैयार किए जाने के भी निर्देश दिए। एक ही योजना मैदानी और पर्वतीय क्षेत्र में लागू करने से योजनाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पाता।
उन्होंने कहा कि भौगोलिक परिस्थितियां और जलवायु के अनुसार प्रत्येक जनपद के लिए अलग योजनाएं तैयार की जा सकती हैं। अच्छी योजनाएं तैयार करें। अच्छी योजनाओं के लिए फण्ड की कमी नहीं होने दी जाएगी। इन योजनाओं पर आवश्यकता पड़ने पर राज्य सरकार से भी फण्ड उपलब्ध कराया जाएगा।
इसके उपरान्त मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की राज्य स्तरीय अनुमोदन समिति की बैठकें भी संपन्न हुई।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वॉलनट और कीवी के उत्पादन पर फोकस कर किसानों को इसकी खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

बजट सेशन पर होने वालीं केबिनेट मीटिंग को टाला

बजट सेशन पर होने वालीं केबिनेट मीटिंग को टाला

अमित शर्मा
चंडीगढ़। भगवंत मान ने बजट सेशन को लेकर होने वालीं कैबिनेट मीटिंग को फिलहाल के लिए टाल दिया है। इसके साथ ही विधायकों का ट्रेनिंग सेशन भी रद्द किया गया है। जी हां, बता दें कि मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पंजाब की भगवंत मान सरकार निशाने पर है। विपक्ष पंजाब सरकार को सिद्धू मूसेवाला की सिक्योरिटी कम करने के मुद्दे पर घेर रहा है। भगवंत मान की सरकार भी बैकफुट पर नज़र आ रही है।
तनाव की आशंका के मद्देनज़र भगवंत मान ने बजट सेशन को लेकर होने वाली कैबिनेट मीटिंग को रद्द कर दिया। इसके अलावा विधानसभा में होने वाला विधायकों का ट्रेनिंग सेशन भी फिलहाल के लिए टाल दिया गया है।
पंजाब में नई सरकार बनने के बाद से ही वीवीआई लोगों की सुरक्षा में कटौती की जा रही है। शनिवार को ऐसी जानकारी आई थी कि सिद्धू मूसेवाला समेत 424 लोगों की सुरक्षा कम कर दी गई है। ऐसा होने के एक दिन बाद ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या हो गई।

पेट्रोल-डीजल की कीमत में किसी तरह का इजाफा नहीं

पेट्रोल-डीजल की कीमत में किसी तरह का इजाफा नहीं

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। मंगलवार के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमत जारी कर दी गई है। मंगलवार को भी कीमत में किसी तरह का इजाफा नहीं हुआ है। 6 अप्रैल से ईंधन की कीमत में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। इस बीच में 22 मई को एक्साइज ड्यूटी में कटौती के बाद देश के अलग-अलग शहरों में भाव में बदलाव आया था। दिल्ली में आज पेट्रोल 96.72 रुपए और डीजल 89.62 रुपए प्रति लीटर की कीमत पर बिक रहा है। मुंबई में आज एक लीटर पेट्रोल का दाम 111.35 रुपए और डीजल का दाम 97.28 रुपए है। चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 102.63 रुपए और डीजल की कीमत 94.24 रुपए है। वहीं, कोलकाता में पेट्रोल का दाम 106.03 और डीजल का दाम 92.76 रुपए प्रति लीटर है। राजस्थान सरकार द्वारा वैट में की गई कटौती के बावजूद यहां पेट्रोल-डीजल के दाम कई अन्य शहरों के मुकाबले ज्यादा हैं। जयपुर में पेट्रोल की कीमत 109.46 रुपये और डीजल की कीमत 94.61 रुपये प्रति लीटर हैं। जबकि तिरुवनंतपुरम में पेट्रोल 107.87 रुपये और डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर है।
अभी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल का किराया 96.72 रुपए प्रति लीटर है। इसमें बेस प्राइस 57.13 रुपए और किराया 0.20 रुपए है। इस तरह डीलर्स के लिए चार्ज 57.33 रुपए का हो जाता है। अब एक्साइज ड्यूटी घटकर 19.90 रुपए और वैट 15.71 रुपए हो गई है। डीलर का कमीशन 3.78 रुपए है। इसे बढ़ाने की मांग की जा रही है। वहीं, मौजूदा समय में दिल्ली में एक लीटर डीजल का भाव 89.62 रुपए है। इसमें बेस प्राइस 57.92 रुपए और किराया 0.22 रुपए है। जिसके बाद डीलर्स के लिए यह 58.14 रुपए का हो जाता है। इस पर एक्साइज ड्यूटी 15.80 रुपए की है और वैट 13.11 रुपए का है। डीलर कमीशन 2.57 रुपए प्रति लीटर है। इस कमीशन को बढ़ाने की मांग की जा रही है।

विंग कमांडर ने माउंट एवरेस्ट पर लहराया 'तिरंगा'

विंग कमांडर ने माउंट एवरेस्ट पर लहराया 'तिरंगा'

अकांशु उपाध्याय/बृजेश केसरवानी         
नई दिल्ली/प्रयागराज। प्रयागराज के मध्य वायु में तैनात विंग कमांडर विक्रांत उनियाल ने वर्ल्ड की सबसे ऊंची चोड़ी माउंट एवरेस्ट, जो कि 8848 मीटर पर है, वहां तिरंगा लहराया है। उन्होंने माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई 36 दिनों में पूरी की और बड़ा कीर्तिमान हासिल किया और विंग कमांडर ने अपनी कामयाबी को उन सभी गुमनाम नायकों और आंदोलनकारियों को समर्पित किया। जो भारत की आजादी में बड़ा योगदान दे चुके हैं। विंग कमांडर विक्रांत उनियाल ने ऐसा करके दुनियाभर में भारत का नाम रोशन किया है और ये हर भारतीय के लिए गर्व की बात होगी।
'भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर विक्रांत उनियल ने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की और राष्ट्रगान गाया। उन्होंने 21 मई को माउंट एवरेस्ट की चोटी पर राष्ट्रीय ध्वज फहराय। देहरादून के रहने वाले विक्रांत उनियाल ना सिर्फ एक विंग कमांडर हैं बल्कि पर्वतारोही भी हैं। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी, सेना पर्वतारोहर संस्थान सियाचिन और राष्ट्रीय पर्वतारोहण संस्थान अरुणाचल प्रदेश से पर्वतारोहण की शिक्षा ली और 15 अप्रैल, 2022 को काठमांडू से अपने इस अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान में उनके कुछ साथी दूसरे देश के थे और भारत से वे अकेले थे। टीम को इलाके की कठिनाई के अलावा कई चैलेंजेस का सामना करना पड़ा और पहाड़ पर पारा दिन के समय माइन 10 से 20 सेल्सियस के बीच रहता था। फिर भी इतनी कठिनाई के बाद विंग कमांडर ने वो कर दिखाया जो भारत का नाम रोशन कर गया।

जो नॉन मुस्लिम को काफिर बताएं, वो गलत है

जो नॉन मुस्लिम को काफिर बताएं, वो गलत है 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। जमीयत उलेमा-ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने एक कार्यक्रम में मोदी सरकार की विदेश नीति की सराहना की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में जिस तरह की विदेश नीति देखने को मिली है, उसकी तारीफ होनी चाहिए। अगर तारीफ नहीं होती है तो कंजूसी या नाइंसाफी होगी। मदनी ने कहा कि दुनियाभर में भारत की एक स्वतंत्र भूमिका बहुत दिनों के बाद देखने को मिली है।
मौलना मदनी ने कहा कि पीएम मोदी ने (देश नहीं झुकने दूंगा) इसको प्रैक्टिकली करके दिखाया है। इसके अलावा मदनी ने कार्यक्रम में और भी तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखी। इस दौरान एंकर ने मदनी से सवाल किया कि आखिर हिंदुओं को काफिर क्यों कहा जाता है ?

हिंदू काफिर है या नहीं ?
इसपर मदनी ने समझाते हुए कहा, “कुछ टर्मनोलॉजी है। हमारे यहां बहुत पहले यह फैसला हुआ कि अगर काफिर कहने से किसी को तकलीफ होती है तो उसे काफिर नहीं कहा जा सकता है। दूसरा, जो लड़ने वाला हो, उसके लिए काफिर शब्द का इस्तेमाल होता है। तीसरा ये कि जो भी नॉन मुस्लिम को काफिर बताएं, वो गलत है।
लाउडस्पीकर पर बोले मदनी: अजान और लाउडस्पीकर के मुद्दे पर मदनी ने कहा कि जब अजान को लाउडस्पीकर से हटा लिया जाए, तो इसमें क्या बुरा है। कम आवाज में लाउडस्पीकर रखना ये सही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में सभी वर्गों पर एक समान नियम लागू किया गया। केवल खास वर्ग को ही टारगेट किया जाए वो गलत है।
हिजाब पर मदनी बोले: उन्होंने हिजाब मामले पर कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि मुस्लिम लड़किया हिजाब की वजह से पढ़ने ना जाएं। मुसलमानों को 20 साल तक बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा हिंदी को लेकर मदनी ने कहा कि उर्दू हमारी मदर टंग भले है, लेकिन हिंदी के विकास और उत्थान पर भी काम होना चाहिए। हालांकि मदनी ने ज्ञानवापी मुद्दे पर कहा किसी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर इस विषय में बात नहीं की जाएगी।
मदनी ने कहा कि बीते कुछ समय में मुसलमानों की जिंदगी में बदलाव तो आया है, हालांकि कहीं तकलीफ तो है लेकिन बदलाव को मना नहीं किया जा सकता है। वहीं, बुलडोजर की कार्रवाई पर मदनी ने मध्य प्रदेश के खरगोन का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार की तरफ से पक्षपात की कार्रवाई हुई है। हम सरकार को मौका देना चाहते हैं, सुधार नहीं हुआ तो कोर्ट में जाएंगे।
मदरसे को सरकारी पैसे मिलने पर मौलाना मदनी ने कहा कि, सरकार जिस भी मदरसे को पैसे दे रही है, उसे देना बंद करे। मदरसे को सरकार के पैसे की क्या जरुरत है। अगर सरकार को किसी समुदाय का उत्थान करना है, उसकी मदद करनी है तो सरकार को स्कूल बनाना चाहिए। अगर कोई समुदाय अपना मदरसा या गुरुकुल चलाना चाहता है तो वो अपने पैसे से चलाए।

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...