सोमवार, 30 मई 2022

भाजपा के नेता अभिजात को हाउस अरेस्ट किया

भाजपा के नेता अभिजात को हाउस अरेस्ट किया 

हरिओम उपाध्याय  

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के नेता अभिजात मिश्रा ने हुसैनगंज स्थित छितवापुर पुलिस चौकी के सामने वाली रोड पर स्थित मस्जिद को शिवालय होने का दावा किया है। वहीं, सोमवार को वह परिसर में जलाभिषेक करने के लिए अपने समर्थकों के साथ निकले। लेकिन पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है। बता दें कि अभिजात ने सोशल मीडिया पर शिवलिंग में जलाभिषेक करने की बात कही थी। 

भाजपा नेता ने मुस्लिम समुदाय से किया आग्रह...

बता दें कि अभिजात ने सोशल मीडिया पर शिवलिंग में जलाभिषेक करने के ऐलान के बाद से ही मस्जिद की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।  अभिजात ने कहा कि 60 वर्ष पहले यहां पूजापाठ हुआ करता था। जबसे वहां मस्जिद स्थापित हुई, तबसे वहां नमाज पढ़ी जा रही है। 
साथ ही उन्होंने कहा कि मंदिर के परिसर में दो मीनारें खड़ी करके मस्जिद बनाई गई। उन्होंने बताया कि मुस्लिम समाज से आग्रह है कि जहां पर इस प्रकार के मंदिर मौजूद हैं, वहां से मुस्लिम भाई कब्जा हटा लें। वह जगह छोड़कर जहां चाहेंगे, वहां मस्जिद बनवा दी जाएगी। 

शाम 4 बजे आ सकता बड़ा फैसला...

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में सोमवार का दिन अहम है। श्रृंगार गौरी केस के पोषणीयता पर जिला जज की अदालत में बहस के बाद फैसला आ सकता है। कमीशन की कार्यवाही से जुड़े वीडियो और फोटोग्राफी सभी पक्षों को सौपी जाएगी और एक हफ्ते में आपत्तियां मांगी गई है। ज्ञानवापी से जुड़े एक और मामले में सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट की अदालत में अहम सुनवाई। इसमें ज्ञानवापी में मुस्लिमो के प्रवेश पर रोक, वजुखाने में मिले शिवलिंग की पूजा और ज्ञानवापी मस्जिद के मालिकाना हक हिंदुओ को मिले इसपर सुनवाई होगी।

चार धामों में दर्शन के लिए 12.83 लाख श्रद्धालु पहुंचें

चार धामों में दर्शन के लिए 12.83 लाख श्रद्धालु पहुंचें 

पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा में इस साल रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इस साल अब तक चार धामों में दर्शन के लिए करीब 12.83 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। वहीं, इस बार तीर्थयात्रियों की मौत में भी रिकॉर्ड इजाफा देखने को मिल रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस साल अब तक 106 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी हैं।
चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में देखी जा रही है। यहां बद्रीनाथ धाम में अब तक जहां 4.28 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। वहीं केदारनाथ धाम में 4.22 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इसके अलावा गंगोत्री धाम में 2.38 लाख श्रद्धालु, जबकि यमुनोत्री धाम में 1.77 लाख श्रद्धालु आए। वहीं सिखों के पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब में अब कर 16000 श्रद्धालु पहुंच चुके हैं।
वहीं इस तीर्थयात्रा के दौरान मृतकों की संख्या बढ़कर 106 जा पहुंची है। इनमें से 78 पुरुष और 28 महिलाएं शामिल हैं। मृतकों में सबसे अधिक केदारनाथ में 50 यात्रियों की मौत हो चुकी है। वहीं इसके अलावा बद्रीनाथ मं 21, यमुनोत्री में 28 और गंगोत्री धाम में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।
दरअसल, उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित चार धाम- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री, के रास्ते में ह्रदय संबंधी समस्याओं के कारण श्रद्धालुओं की मौत की घटनाएं हर साल होती हैं, लेकिन इस बार यह संख्या कहीं ज्यादा है। पिछले सालों के आंकड़ों से साफ है कि वर्ष 2019 में 90 से ज्यादा, वर्ष 2018 में 102, वर्ष 2017 में 112 चारधाम तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई थी।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के मुद्दे पर 'निरंतर ध्यान'

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के मुद्दे पर 'निरंतर ध्यान' 

इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि प्रशासन समाज के वंचित तबके को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के मुद्दे पर “निरंतर ध्यान” दे रहा है। जो लंबे समय से अपने अधिकारों से वंचित था। सिन्हा आदिवासी समुदाय के कल्याण के लिए 51 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखने के मद्देनज़र पुलवामा जिले में थे। उन्होंने एक आदर्श जनजातीय पारगमन आवासीय विद्यालय, छात्रावास और समुदाय के लिए 18 अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
सिन्हा ने कहा, “यह सुनिश्चित करने के लिए निरंतर ध्यान दिया जा रहा है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उन लोगों तक पहुंचाई जाए जो लंबे समय से अपने अधिकारों से वंचित थे।” सिन्हा ने कहा, “नए छात्रावास, आधुनिक कक्षाएं और आदिवासी छात्रों के लिए रिकॉर्ड संख्या में छात्रवृत्ति आर्थिक समृद्धि और सर्वांगीण विकास के नए द्वार खोलेंगे।” उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं सामाजिक न्याय और समानता की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।
सिन्हा ने कहा कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में आदिवासी समुदाय के लिए संभावनाएं उज्ज्वल हैं, क्योंकि समुदाय के लाभ के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जनजातीय समुदाय की संभावनाएं पहले कभी उतनी उज्ज्वल नहीं थीं, जितनी अब हैं। वन अधिकार अधिनियम, प्रधानमंत्री वन धन योजना, स्वास्थ्य देखभाल, परिवहन सुविधाएं, छात्रावास, पर्यटक गांव, कौशल विकास आदि हर एक पहल का उद्देश्य न्यायपूर्ण, निष्पक्ष और न्यायसंगत तरीके से जम्मू-कश्मीर की प्रगति सुनिश्चित करना है।
’’ सिन्हा ने आरोप लगाया कि आजादी के बाद से जम्मू-कश्मीर में आदिवासियों की उपेक्षा की गई और उनके साथ भेदभाव किया गया। उन्होंने कहा, “1976 से 2020 के बीच आदिवासी छात्रों के लिए केवल 26 छात्रावास स्थापित किए गए थे, जबकि 2023 तक 37 नए छात्रावास खोले जाएंगे।” सिन्हा ने कहा कि पिछले 21 महीनों में, सभी हाशिए पर पड़े लोगों और कमजोर समूहों के सशक्तीकरण के लिए कदम उठाए गए हैं।

जोगी की प्रतिमा स्थापित, स्थान आवंटित करने की मांग

जोगी की प्रतिमा स्थापित, स्थान आवंटित करने की मांग 

दुष्यंत टीकम  
जगदलपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने 29 मई को छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में 30 मई को उनकी स्मृत्ति अजीत जोगी का स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी जनसेवा को याद किया।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के बस्तर जिला, अध्यक्ष व बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद के नेतृत्व, शहर, एवं जिला ब्लाक के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए स्थान आवंटित करने की मांग, सरकार से की।  
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के जिला अध्यक्ष व मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद ने  कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी एक युग पुरुष थे। छत्तीसगढ़ की माटी में एक गरीब आदिवासी के यहाँ जन्मे श्री जोगी ने गरीबी, लाचारी और असहाय से भरे विषम काल में पल-बढ़ कर, परिस्थितियों से लड़ कर, एक दक्ष गोल्ड मेडलिस्ट इंजीनियर, प्रोफेसर, आईपीएस एवं आईएएस बने और छत्तीसगढ़ राज्य बनने के उपरान्त प्रथम मुख्यमंत्री बनकर उन्होंने छत्तीसगढ़ की अस्मिता का मान बढ़ाया और सदैव किसानों व गरीबों का मसीहा बने रहें, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, असहाय और पिछड़ों के उत्थान और सेवा के लिए कार्य किया एवं संपूर्ण जीवन न्यौछावर किया।
नवनीत चांद ने कहा कि युगपुरुष माननीय अजीत जोगी जी छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे पुत्र थे।छत्तीसगढ़ के लोगों को जोगी से अपार स्नेह था और आम लोगों ने उन्हें कभी भी नेता नहीं, बल्कि घर के एक सदस्य के रूप में मान दिया। छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता की जनभावनाओं का सम्मान करते हुए, छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री माननीय अजीत जोगी की प्रतीमा के लिए सरकार  सार्वजनिक स्थान पर जमीन आवंटित करें‌। ताकि उनकी प्रतीमा के स्वरुप से उनके आदर्श लोगों के हृदय में अविस्मरणीय बने रहें। माननीय अजीत जोगी जी की जीवनी, उनका परिश्रम और जनसेवा भाव उनकी प्रतीमा के प्रतीक के रूप में आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बने। उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष नवनीत चांदमुक्ति मोर्चा जिला अध्यक्ष भरत कश्यप जिला उपाध्यक्ष , जगदलपुर विधानसभा प्रभारी नीलाम्बर सेठिया जगदलपुर ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष अजय बघेल ,शैलेन्द्र वर्मा,धनशाय बघेल ,मोहन मौर्य, कमल गजविर, गीता भारती,पाकलू, पीतम ,दयतारी, गुरमीत कौर, पिंकी तिलक, गीता नाग, कृष्णा, हीरालाल धर्मेंद्र, कुंदन ,बौद्धनाथ आदि सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे।

सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ भी बनें, मस्क

सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ भी बनें, मस्क 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव       
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ भी बन गए हैं। टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ को साल 2021 में 23.5 अरब डॉलर यानी 1.82 लाख करोड़ रुपये की सैलरी मिली। इसमें स्टॉक ऑप्शन भी शामिल है। ये स्टॉक ऑप्शन 2018 में जारी किया गया था और इसे भुनाने की डेडलाइन 2021 तक थी। फॉर्चून-500 कंपनियों की सैलरी के मामले में मस्क पहले नंबर पर हैं। इस लिस्ट में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले 10 सीईओ टेक और बायोटेक कंपनियों के हैं। इनमें ऐपल के टिम कुक, नेटफ्लिक्स के रीड हेस्टिंग्स और माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला शामिल हैं।
मस्क को 2021 में जितना पैसा मिला, वह भारतीय अरबपति लक्ष्मी मित्तल की कुल नेटवर्थ से अधिक है। मस्क को 23.5 अरब डॉलर की सैलरी मिली। फॉर्चून-500 कंपनियों में टेस्ला 65वें नंबर पर है। साल 2021 में कंपनी का रेवेन्यू पिछले साल के मुकाबले 71 फीसदी उछलकर 53.8 अरब डॉलर रहा। इलेक्ट्रिक वीकल बनाने वाली यह कंपनी दुनिया की सबसे मूल्यवान ऑटो कंपनी है।
ऐपल के सीईओ टिम कुक को 2021 में सैलरी के रूप में 77.55 करोड़ डॉलर रही। इसमें अधिकांश हिस्सा शेयरों का रहा। 10 ईयर ग्रांट के रूप में उनके पास 1.7 अरब डॉलर के शेयर हैं। फॉर्चून-500 कंपनियों की लिस्ट में ऐपल तीसरे नंबर पर रही। दुनियाभर में चिप की कमी के कारण कंपनी को चुनौतियों का सामना करना पड़ा। NVIDIA के कोफाउंडर जेनसेन हुआंग 2021 में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाली सीईओ की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। इस दौरान उन्हें सैलरी के रूप में 50.7 करोड़ डॉलर मिले। नेटफ्लिक्स के रीड हेस्टिंग्स इस लिस्ट में चौथे नंबर पर हैं। उन्हें सैलरी के रूप में 4.08 करोड़ डॉलर रही।

राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत पर काली स्याही फेंकी गई

राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत पर काली स्याही फेंकी गई 

इकबाल अंसारी
बेंगलुरु। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर सोमवार को बेंगलुरु में काली स्याही फेंकी गई। यह घटना उस समय हुई जब किसान नेता टिकैत प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। मंच पर राकेश टिकैत के साथ युद्धवीर सिंह पर भी काली स्याही फेंकी गई है। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
राकेश टिकैत सोमवार को बेंगलुरु में गांधी भवन में पत्रकारों से बात कर रहे थे। राकेश टिकैत के साथ मंच पर किसान नेता युद्धवीर सिंह समेत अन्य नेता भी मौजूद थे। ये दोनों एक चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो पर सफाई देने आए थे, जिसमें कर्नाटक के किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर को पैसे मांगते हुए पकड़ा गया था। राकेश और युद्धवीर ये कहने पहुंचे थे कि वे इसमें शामिल नहीं हैं और धोखेबाज किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ लोगों ने बहस शुरू कर दी। बहस के दौरान उन पर काली स्याही फेंक दी। उसके बाद कार्यक्रम में तोड़फोड़ की। टिकैत के मुताबिक स्याही फेंकने और हंगामा करने वाले किसान नेता चंद्रशेखर के समर्थक थे। स्याही फेंकने के बाद वहां की पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी पत्रकार बनकर वहां घुसे थे।

दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के मलबे से 14 शव बरामद

दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के मलबे से 14 शव बरामद

सुनील श्रीवास्तव
काठमांडू। नेपाल में 'तारा एअर' के पर्वतीय मुस्तांग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के मलबे से बचाव कर्मियों ने 14 शव बरामद कियें हैं। बचावकर्मियों के हवाले से बताया कि विमान के मलबे से 14 शवों को निकाला गया है।
विमानन कंपनी की ओर से जारी यात्रियों की सूची के मुताबिक विमान में मौजूद भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर त्रिपाठी और बच्चों-धनुष त्रिपाठी व ऋतिका त्रिपाठी के तौर पर हुई है। यह परिवार महाराष्ट्र के ठाणे जिले का रहने वाला है।
सोमवार को नेपाल की सेना ने बताया कि रविवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुए यात्री विमान का मलबा उत्तर-पश्चिमी नेपाल के मुस्तांग जिले के थसांग-2 स्थित सनोसवेयर में मिला है। यह विमान करीब 20 घंटे से लापता था।
'तारा एअर' के ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान ने पोखरा से रविवार सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन 15 मिनट बाद ही उसका संपर्क टूट गया। विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे।
सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर नारायण सिल्वाल ने ट्वीट किया कि सैनिकों और बचावकर्मियों ने दुर्घटनास्थल का पता लगा लिया है। इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी। उन्होंने एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि दुर्घटनास्थल मुस्तांग जिले के थसांग-2 के सनोसवेयर में है। तस्वीर विमान के मलबे की प्रतीत होती है।
नारायण सिल्वाल ने बताया कि पुलिस निरीक्षक लेफ्टिनेंट मंगल श्रेष्ठ और एक गाइड दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न एजेंसियों के अन्य बचाव दल छोटे हेलीकॉप्टर के जरिये दुर्घटनास्थल पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। वहां पहुंचने के लिए हर संभव साधन के इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है।

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...