रविवार, 29 मई 2022

लिपुलेख-लिंपियाधुरा व कालापानी का मुद्दा उठाया

लिपुलेख-लिंपियाधुरा व कालापानी का मुद्दा उठाया 

सुनील श्रीवास्तव
काठमांडू। नेपाल ने उत्तराखंड के लिपुलेख, लिंपियाधुरा और कालापानी का मुद्दा फिर उठाया है। अब प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने भी इन तीनों क्षेत्रों को नेपाल का हिस्सा बताया। कहा कि इस मामले में नेपाल का रुख पूरी तरह दृढ़ है। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के कार्यकाल में भी नेपाल इन क्षेत्रों पर अपना दावा कर चुका है।
देउबा ने कहा कि हमारा देश तटस्थ विदेश नीति पर चलता रहा है। नेपाल सरकार ने हमेशा राष्ट्रीय हित को सामने रखा है। पड़ोसियों और अन्य देशों से जुड़े मुद्दों में हम आपसी लाभ की नीति पर चलते हैं। सरकार अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहती है। देउबा ने कहा, सीमा का मुद्दा एक संवेदनशील मामला है। हम समझते हैं कि इन मुद्दों का समाधान संवाद के माध्यम से निकाला जा सकता है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए हम राजनयिक चैनलों के जरिये प्रयास कर रहे हैं।
बता दें कि भारत के साथ सीमा विवाद के बीच नेपाल ने चाल चलते हुए 20 मई 2020 को कैबिनेट में नए नक्शे को पेश किया था। जिसे नेपाली संसद की प्रतिनिधि सभा ने 13 जून को अपनी मंजूरी दे दी थी। इसमें भारत के कालापानी, लिपु लेख और लिंपियाधुरा को नेपाल का हिस्सा दिखाया गया है। वहीं भारत ने इसका विरोध करने के लिए नेपाल को एक डिप्लोमेटिक नोट भी सौंपा था। इसके अलावा, भारतीय विदेश मंत्रालय ने नेपाल के नए नक्शे को एतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ भी करार दिया था।
नेपाल के इस कदम से भारत के साथ उसके रिश्‍तों पर गहरा असर पड़ रहा है। भारत ने साफ कर दिया है कि वह अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं करेगा। विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया था कि इस सीमा विवाद का हल बातचीत के माध्यम से निकालने के लिए आगे बढ़ना होगा। इसके बाद नेपाल ने पिथौरागढ़ से सटे बॉर्डर पर बरसों पुराने एक रोड प्रोजेक्‍ट को शुरू करवा दिया। यह रोड रणनीतिक रूप से अहम है और उसी इलाके में है जहां पर नेपाल अपना कब्‍जा बताता रहा है।


31 को जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन कर, सभा की जाएगी

31 को जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन कर, सभा की जाएगी 

नरेश राघानी  
उदयपुर। देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ वामपंथी दलों द्वारा आगामी 31 मई को यहां जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन कर सभा की जाएगी। माकपा के जिला सचिव राजेश सिंघवी ने बताया कि जिला कलेक्ट्री, उदयपुर पर प्रदर्शन और सभा के पूर्व टाउन हाल से रेली निकलेगी, जो देहली गेट होते हुए कलेक्ट्री पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि बढ़ती महंगाई से लोगों पर अभूतपूर्व बोझ पड़ा है। 
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष के दौरान पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 70 प्रतिशत सब्जियों में 20 प्रतिशत खाना पकाने के तेल में 23 प्रतिशत और अनाज की कीमतों में आठ प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।

'मन की बात' कार्यक्रम के चलते, देश को संबोधित किया

'मन की बात' कार्यक्रम के चलते, देश को संबोधित किया

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के चलते देश को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने कहा कि, हाल ही में देश ने एक ऐसी उपलब्धि हासिल की है। जो हम सभी को प्रेरित करती है। आप लोग क्रिकेट के मैदान पर किसी बैट्समैन की सेंचुरी सुनकर खुश होते होंगे, लेकिन भारत ने एक और मैदान में सेंचुरी लगाई है। इस महीने 5 तारीख को देश में यूनिकॉर्न की संख्या 100 के आंकड़े तक पहुंच चुकी है।
एक यूनिकॉर्न यानी कम से कम साढ़े 7 हजार करोड़ का स्टार्टअप होता है। इन यूनिकॉर्न्स का कुल वैल्युएशन 25 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। ये बात हर भारतीय के लिए गर्व करने की बात है।
पीएम मोदी ने कहा कि, इंडियन यूनिकॉर्न्स का एनुअल ग्रोथ रेट यूएसए, यूके और अन्य कई देशों से भी ज्यादा है। जानकारों का ये भी कहना है कि आने वाले समय में इसमें तेज उछाल देखने को मिलेगी। हमारे यूनिकॉर्न्स अलग-अलग क्षेत्रों के हैं। स्टार्टअप की दुनिया न्यू इंडिया की स्प्रिट को बढ़ा रही है। देश में लगातार स्टार्टअप्स की संख्या बढ़ रही है।

नई गाइडलाइन में सिर्फ मास्क्ड आधार ही शेयर करें

नई गाइडलाइन में सिर्फ मास्क्ड आधार ही शेयर करें 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। केंद्र ने देश की जनता को अलर्ट किया। अगर आप भी अपने आधार कार्ड को कहीं देने में लापरवाही बरतते हैं, या बेफिक्र तरीके से इसकी कॉपी शेयर करते हैं, तो आपको सरकार की इस चेतावनी पर गौर करना चाहिए। सरकार ने अपनी नई गाइडलाइन में लोगों से सिर्फ मास्क्ड आधार ही शेयर करने के लिए कहा है।
हो सकता है आधार का गलत इस्तेमाल...
सरकार का कहना है कि लोगों को किसी संस्थान को आधार कार्ड की फोटोकॉपी नहीं देना चाहिए, क्योंकि इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है। इसकी जगह आप मास्क्ड आधार का उपयोग कर सकते हैं।
जानें क्या होता है मास्क्ड आधार...
मास्क्ड आधार में आपकी 12 डिजिट की पूरी आधार संख्या नहीं दिखाई देती है। बल्कि इसमें आधार संख्या के सिर्फ आखिरी चार अंक ही दिखाई देते हैं। इसे आप ऑनलाइन भी प्राप्त कर सकते हैं।
गैर-लाइसेंसी नहीं रख सकते आपका आधार
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने अपने नोटिस में ये भी साफ किया है कि गैर-लाइसेंसी प्राइवेट इकाइयां आपका आधार कलेक्ट नहीं कर सकती हैं, ना ही उसे अपने पास रख सकती हैं। इसमें बिना लाइसेंस वाले होटल और सिनेमा हॉल शामिल हैं ।केवल ऐसे प्राइवेट संस्थान ही आपके आधार कार्ड की कॉपी कलेक्ट कर सकते हैं।
जिन्होंने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) से आधार के लिए यूजर लाइसेंस वाले होटल और सिनेमा हॉल शामिल हैं। केवल ऐसे प्राइवेट संस्थान ही आपके आधार कार्ड की कॉपी कलेक्ट कर सकते हैं जिन्होंने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) से आधार के लिए यूजर लाइसेंस हासिल किया है।
साइबर कैफे से नहीं करें डाउनलोड
सरकार ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे अपने आधार की कॉपी को पब्लिक कंप्यूटर या साइबर कैफे से डाउनलोड नहीं करें। अगर वो ऐसा करते हैं तो ये सुनिश्चित करें कि आधार की डाउनलोड की कई सभी कॉपी को परमानेंट डिलीट कर दिया है।
आधार कार्ड को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण जारी करता है।
ये एक 12 डिजिट का एक न्यूमेरिक कोड होता है, जिसे आधार संख्या कहा जाता है। ये मूलत आपकी बायोमीट्रिक पहचान सुनिश्चित करने के लिए उपयोग किया जाता है। भारत सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आधार संख्या अनिवार्य है। वहीं इसके माध्यम से डिजिटल पेमेंट आधार पे भी हो सकता है।

भड़काऊ नारेबाजी, नेता को गिरफ्तार किया

भड़काऊ नारेबाजी, नेता को गिरफ्तार किया  

इकबाल अंसारी  
तिरुवनंतपुरम। केरल के अलप्पुझा जिले में हाल में आयोजित एक मार्च के दौरान एक नाबालिग लड़के के द्वारा कथित रूप से भड़काऊ नारेबाजी किये जाने के संबंध में रविवार सुबह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक नेता को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मामले में याहया थांगल की गिरफ्तारी की पुष्टि की। थांगल को इसलिये गिरफ्तार किया गया क्योंकि वह उस कार्यक्रम के आयोजकों में शामिल था, जिसमें कथित रूप से नारेबाजी की गई।
थांगल ने शनिवार को केरल उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में अभी कोई कार्रवाई नहीं की है क्योंकि इस पर उच्च न्यायालय को संज्ञान लेना है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपनी तरफ से मामले में कार्रवाई शुरू नहीं कर सकती। पुलिस शनिवार को नाबालिग लड़के के पिता को गिरफ्तार कर चुकी है। गौरतलब है कि 21 मई को पीएफआई ने ‘गणतंत्र बचाओ’ रैली निकाली थी, जिसके एक वीडियो में एक व्यक्ति के कंधे पर बैठे नाबालिग लड़के को कथित रूप से आपत्तिजनक नारे लगाते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था।

धर्मांतरण के लिए मजबूर करना, कतई बर्दाश्त नहीं

धर्मांतरण के लिए मजबूर करना, कतई बर्दाश्त नहीं  

इकबाल अंसारी  
पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि राज्य में लोगों को ईसाई धर्म अपनाने का लालच देने के आरोप में हाल ही में गिरफ्तार किए गए पादरी के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं, जिनमें एक व्यक्ति की मौत से संबंधित मामला भी शामिल है। सावंत ने शनिवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार संविधान में निहित धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का पूरा सम्मान करती है, लेकिन लोगों को धन या दूसरी चीजों का लालच देकर धर्मांतरण के लिए मजबूर किए जाने को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि राजधानी पणजी से लगभग 20 किलोमीटर दूर उत्तरी गोवा के सालिगांव में सक्रिय पादरी डॉमिनिक डिसूजा और उनकी पत्नी जोआन को दो लोगों द्वारा अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराए जाने के बाद बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। 
इन शिकायतों में आरोप लगाया गया था कि दोनों धर्मांतरण में शामिल रहे हैं। अधिकारी ने कहा था कि पादरी और उनकी पत्नी कथित रूप से धन की पेशकश करके या बीमारी का इलाज कराने का लालच देकर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे।
सावंत ने कहा कि पहले भी डिसूजा द्वारा कथित रूप से जबरन धर्मांतरण कराए जाने के मामले पुलिस की नजर में आए थे। उन्होंने कहा कि पादरी के खिलाफ एक व्यक्ति की मौत के सिलसिले में भी मामला दर्ज किया गया था, जिसे उन्होंने कथित ‘चमत्कारी तेल’ लगाया था। सावंत ने कहा कि पादरी के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की गई है और मामले की जांच जारी रहेगी।
पुलिस ने पादरी और उनकी पत्नी के खिलाफ धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने तथा धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर एवं दुर्भावनापूर्ण कृत्यों में लिप्त होने संबंधी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं के अलावा औषधि एवं चमत्कारिक उपचार (आक्षेपणीय विज्ञापन) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है।

आयुर्वेद की प्रभावशीलता, लोकप्रियता बढ़ाने का आह्वान

आयुर्वेद की प्रभावशीलता, लोकप्रियता बढ़ाने का आह्वान 

मनोज सिंह ठाकुर
उज्जैन। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को आयुर्वेद विशेषज्ञों से रोगों के उपचार एवं महामारी विज्ञान के नए-नए क्षेत्रों में आयुर्वेद की प्रभावशीलता एवं लोकप्रियता को बढ़ाने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत के गांवों में आज भी पारंपरिक आयुर्वेद चिकित्सा पद्धतियां प्रचलित हैं और अभी भी किसी अन्य चिकित्सा पद्धति ने इसका स्थान नहीं लिया है।
उज्जैन में अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के 59वें महाधिवेशन का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा, सचमुच में भारत गांवों का देश है और गांवों में जो पारंपरिक चिकित्सा की व्यवस्था है, वह आज भी आयुर्वेदिक ही है। इसका विकल्प अभी भी किसी भी अन्य चिकित्सा पद्धति में नहीं है। किसी भी चिकित्सा पद्धति ने इसका स्थान अ​भी तक नहीं लिया है।उन्होंने कहा, अनुसंधान से जुड़े हुए लोगों से अपेक्षा है कि रोगों के उपचार एवं महामारी विज्ञान के नए-नए क्षेत्रों में आयुर्वेद की प्रभावशीलता और लोकप्रियता को बढ़ाया जाए। कोविंद ने कहा, विश्व भर में अनेक चिकित्सा पद्धतियां प्रचलित हैं। परंतु आयुर्वेद इनमें सबसे अलग है। आयुर्वेद का अर्थ है ‘साइंस ऑफ लाइफ’ अर्थात आयु का विज्ञान।
उन्होंने कहा, विश्व में प्रचलित अनेक चिकित्सा पद्धतियों के साथ पैथी शब्द जुड़ा होता है। पैथी अर्थात रोग हो जाने पर उसका उपचार करने की पद्धति।
लेकिन आयुर्वेद में स्वास्थ्य रक्षा अर्थात रोग के उपचार के साथ-साथ रोग निवारण पर भी बल दिया जाता है। रोग का मूल कारण ढूंढ़ करके उसे दूर करने का प्रयास किया जाता है। ऐसे सर्वहितकारी आयुर्वेद का परंपरागत ज्ञान हमारे पास है। यह हम सबका सौभाग्य है।कोविंद ने आगे कहा, लेकिन आज का समय शोध और अनुसंधान का, प्रमाणन का और गुणवत्ता का समय है। यह समय आयुर्वेद के लिए ज्ञान को अधिक गहराई से समझने, वैज्ञानिक कसौटी पर कसकर खरा उतरने का तथा वर्तमान समय की आवश्यकताओं के अनुसार तकनीकी विश्व को देने का है। ये हम सबके लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है और मुझे विश्वास है कि आप सब लोग मिलकर इस चुनौती को स्वीकारेंगे और इसमें प्रगति करेंगे।
उन्होंने कहा कि ये जानकर गौरव होता है कि मॉरिशस सहित विश्व के लगभग 20 देशों में आयुर्वेद में अनुसंधान किया जा रहा है। कोविंद ने कहा कि भारत सरकार द्वारा समय-समय पर भारतीय चिकित्सा पद्धतियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए अनेक उपाय किए गए हैं, लेकिन वर्ष 2014 में पृथक आयुष मंत्रालय की स्थापना के बाद इस कार्य में और तेजी आई है। उन्होंने आशा जताई कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में चिकित्सा सुविधाओं को प्रदेश में लगातार संबल मिलता रहेगा और यह प्रदेश आयुर्वेद चिकित्सा का गंतव्य बनेगा।

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...