ज्ञानवापी में सर्वेक्षण के दौरान मिला शिवलिंग
अकांशु उपाध्याय/हरिओम उपाध्याय
नई दिल्ली/वाराणसी। विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि वाराणसी में ज्ञानवापी में सर्वेक्षण के दौरान शिवलिंग मिला है और कहा कि इससे स्वयं सिद्ध हो गया है कि वह स्थान वास्तव में एक मंदिर है जो 1947 से पहले से है। आलोक कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि ज्ञानवापी मंदिर में सर्वेक्षण के दौरान एक कमरे में शिवलिंग प्राप्त हो गया है।
उन्होंने कहा कि शिवलिंग दोनों पक्षों और उनके वकीलों की उपस्थिति में मिला है। इसलिए शिवलिंग वाला स्थान मंदिर है। यह तथ्य स्वयं सिद्ध हो चुका है कि वहां मंदिर अब भी है और 1947 में भी था। उन्होंने आशा जताई है कि ज्ञानवापी में सर्वेक्षण के दौरान मिले इस साक्ष्य को समस्त देशवासी स्वीकार करेंगे और इसका आदर करेंगे। उन्हें भरोसा है कि शिवलिंग मिलने के बाद इसकी, जो स्वाभाविक परिणतियां हैं, देश उस तरफ़ आगे बढ़ेगा।