सोमवार, 9 मई 2022

पूर्वी एशिया की 'यथास्थिति' बदलने की कोशिश

पूर्वी एशिया की 'यथास्थिति' बदलने की कोशिश 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय      

नई दिल्ली/टोक्यो। इस बीच जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने पिछले हफ़्ते अपने ब्रिटेन दौरे पर चेताया है कि जो यूक्रेन के साथ हुआ, वह ताइवान के साथ भी हो सकता है और इस क्षेत्र में स्थिरता न सिर्फ़ जापान की सुरक्षा के लिए, बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है। उनका इशारा सीधे चीन की ओर था। दूसरी ओर डायरेक्टर विलियम बर्न्स ने भी कहा है कि चीन यूक्रेन में रूस के हमले पर पैनी नज़र रखे हुए है और इससे ताइवान को लेकर उसके आकलन भी प्रभावित हो रहे हैं। भारत पहले से ही चीन की आक्रामकता झेल रहा है।

अप्रैल 2019 के बाद से लेकर अब तक एलएसी पर यथास्थिति बनाए रखने के लिए चीन के साथ कई दौर की सैन्य वार्ताएं हो चुकी हैं, जिनमें से अधिकांश बेनतीजा रही हैं। अब जापान के प्रधानमंत्री ने कहा है कि चीन पूर्वी एशिया की यथास्थिति बदलने की कोशिश कर सकता है। कहा जा रहा है कि जापान के पीएम किशिदा का बयान भारत के लिए भी चिंता का विषय हो सकता है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में कहा था कि एशिया में नियम आधारित व्यवस्था को चुनौती मिल रही है लेकिन पश्चिम के देश इस पर ख़ामोश रहे और यूक्रेन के मामले में भारत पर दबाव बनाया जा रहा है।


अधिकारियों ने तालाब से अतिक्रमण हटवाया

अधिकारियों ने तालाब से अतिक्रमण हटवाया  

भानु प्रताप उपाध्याय  
मुजफ्फरनगर। जनपद में अवैध कब्जों पर जिला प्रशासन की कडी कार्यवाही लगातार जारी है। इसी कडी में सोमवार को अधिकारियों ने फोर्स के साथ कस्बा भोकरहेडी में तालाब से अतिक्रमण हटवाया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जनपद के कस्बा भोकरहेडी के गोटकी तालाब पर आज जिला प्रशासन द्वारा अवैध निर्माण हटाया गया। जिले में अवैध अतिक्रमण करने वालो पर लगातार प्रशासन का चाबुक चल रहा है।
अतिक्रमण हटाने की इस कार्यवाही के दौरान तहसीलदार जानसठ, ईओ भोकरहेड़ी, लेखपाल व भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे।

चुनिंदा लोगों को सूट करता है नीलम, खासियत

चुनिंदा लोगों को सूट करता है नीलम, खासियत 

श्रीराम मौर्य           
आजकल हर कोई डायमंड पहनता है। फैशन के चक्‍कर में डायमंड पहनना भारी भी पड़ सकता है क्‍योंकि डायमंड सभी राशि वालों को सूट नहीं करता है। इसी तरह नीलम रत्‍न भी चुनिंदा लोगों को ही सूट करता है। लेकिन इन दोनों रत्‍नों की खासियत है कि ये जिन्‍हें सूट कर जाएं उन्‍हें फर्श से अर्श पर पहुंचा देते हैं। वहीं जिन्‍हें सूट न हों तो उन्‍हें तबाह कर देते हैं।

बहुत ताकतवर हैं ये दोनों रत्‍न...
कुंडली के शुक्र और शनि जैसे ग्रहों के अशुभ असर को कम करने के लिए और इन ग्रहों को मजबूत करने के लिए हीरा और नीलम रत्‍न धारण किए जाते हैं। ये रत्‍न दिखने में जितने सुंदर होते हैं, प्रभाव के मामले में उतने ही ताकतवर होते हैं। इनके शुभ और अशुभ असर दोनों ही बहुत दमदार होते हैं इसलिए जीवन पर बड़ा प्रभाव डालते हैं। लिहाजा इन रत्‍नों को कभी भी बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं पहनना चाहिए।
नीलम रत्‍न शनि का प्रमुख रत्न है। जिन जातकों की कुंडली के लिहाज से यह रत्‍न शुभ हो यह उन्‍हें सफलता के चरम पर पहुंचा देता है। वहीं जिन लोगों के लिए अशुभ हो, उन्‍हें मिट्टी में मिला देता है। बड़ी दुर्घटना, कंगाली, मान हानि कराता है। इसलिए विशेषज्ञ को अपनी कुंडली दिखाकर ही नीलम रत्‍न धारण करना चाहिए। बल्कि इसे अंगूठी, पेंडेंट में पहनने से पहले नीले कपड़े में बांधकर तकिए के नीचे रखकर या हाथ में बांध कर सोना चाहिए। यह रत्‍न 24 घंटे में असर दिखाने लगता है। नीलम रत्‍न मकर, कुंभ, वृष, मिथुन, कन्या और तुला के जातक धारण कर सकते हैं।
डायमंड हीरे का संबंध शुक्र ग्रह से है। यह रत्‍न जीवन में सुख-समृद्धि, धन-दौलत देता है। साथ ही लव लाइफ-मैरिड लाइफ पर असर डालता है। लेकिन हीरा हर किसी को सूट नहीं करता है। हालांकि कम वजन के हीरे पहनने से कोई असर नहीं पड़ता है लेकिन बड़ा हीरा बहुत सोच-समझकर पहनना चाहिए। डायमंड केवल वृषभ, तुला राशि वालों को शुभ फल देता है। यदि यह अशुभ रहे तो जातक धन हानि, दांपत्‍य में समस्‍या झेलता है। इसके अलावा बड़े नुकसान और दुर्घटना का कारण भी बन सकता है।

नागरिकता आवेदन, पाकिस्तान लौटें कई प्रवासी हिंदू

नागरिकता आवेदन, पाकिस्तान लौटें कई प्रवासी हिंदू   

सुनील श्रीवास्तव  

इस्लामाबाद/नई दिल्ली। भारत में पाकिस्तानी अल्पसंख्यक प्रवासियों के हक़ की आवाज़ उठाने वाली संस्था सीमांत लोक संगठन (एसएलएस) ने ये दावा किया हैै, कि नागरिकता आवेदन के बाद प्रक्रिया में कोई प्रगति न देखने के बाद इनमें से कई प्रवासी हिंदू तो वापस पाकिस्तान लौट गए। ये आँकड़े साल 2021 के हैं। एसएलएस के अध्यक्ष हिंदू सिंह सोढा के हवाले से अख़बार ने लिखा है, “एक बार वे वापस लौट गए तो पाकिस्तानी एजेंसियां उनका इस्तेमाल भारत को बदनाम करने के लिए करती हैं। उन्हें मीडिया के सामने लाया गया और ये बयान देने को मजबूर किया गया कि भारत में उनके साथ बुरा बर्ताव हुआ।

गृह मंत्रालय ने साल 2018 में नागरिकता आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की थी। मंत्रालय ने सात राज्यों में 16 कलेक्टरों को भी ये ज़िम्मेदारी दी थी कि वे पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्धों नागरिकता देने के लिए ऑनलाइन आवेदन स्वीकार करे।

टॉस करके निकाला 'जीत-हार' का फैसला

टॉस करके निकाला 'जीत-हार' का फैसला  

अखिलेश पांडेय/अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली/लंदन। ब्रिटेन और भारत में जब लोकसभा या विधानसभा चुनाव होता है तो कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं। जिसमें दो कैंडिडेट्स के वोट बराबर होते हैं। ऐसे में रीकाउंटिंग होती है और इसके बाद भी वोट बराबर आए तो दोबारा वोटिंग कराई जाती है। हालांकि, पंचायती या सभासद जैसे छोटे चुनावों में ऐसी परिस्थिति में पर्ची खुलवाई जाती है। लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है।
जिसके बारे में शायद ही पहले आपने सुना हो। जी हां, एक चुनाव के दौरान वोट काउंटिंग के बाद दो कैंडिडेट्स के नतीजे बराबर थे। जिसके बाद जीत-हार का फैसला क्रिकेट गेम की तरह टॉस करके निकाला गया। 
दो प्रमुख उम्मीदवारों को समान वोट मिले तो क्या हुआ। चुनाव परिणाम में कभी-कभी नेक-टू-नेक की फाइट हो सकती है, क्योंकि उम्मीदवार केवल एक छोटे अंतर या सिर्फ एक अतिरिक्त वोट से जीत सकते हैं। लेकिन क्या होता है जब दो प्रमुख उम्मीदवारों को समान वोट मिलते हैं। यूके में, स्थानीय चुनाव परिणाम में एक मामला सामने आया है, जिसमें काउंटिंग के दौरान दो कैंडिडेट्स की वोट टाई हो गए। उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला एक सिक्का उछाल कर किया गया।
पूरे ब्रिटेन में लोग 5 मई को अपने स्थानीय चुनावों में मतदान करने के लिए बाहर आए। साउथ वेल्स में मॉनमाउथशायर काउंटी काउंसिल ने सबसे कम अंतर देखा। जैसा कि अंतिम मतगणना के बाद दो उम्मीदवारों को समान संख्या में वोट मिले, एक सिक्का टॉस के आधार पर लॉनफॉइस्ट फॉवर और गोविलॉन के लिए विजेता का फैसला किया गया‌।
मॉनमाउथशायर काउंटी काउंसिल में लेबर के ब्रायोनी निकोलसन, कंजर्वेटिव के टॉमोस डेविस के खिलाफ थे। दोनों उम्मीदवारों को 679 वोट मिले। निकोलसन द्वारा सिक्के का अनुमान लगाने के बाद टॉमोस डेविस को परिषद के लिए चुना गया था। टॉस के साथ विजेता घोषित किए जाने का ट्विटर पर साझा किया गया वीडियो वायरल हो गया है और इसे 6,000 से अधिक बार देखा जा चुका है।

श्रीलंका के पीएम का इस्तीफा, प्रस्ताव खारिज

श्रीलंका के पीएम का इस्तीफा, प्रस्ताव खारिज  

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत   
कोलंबो। श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है। देश में वर्तमान में आपातकाल की स्थिति श्रीलंका के मुख्य विपक्षी एसजेबी ने रविवार को कहा कि उसने देश में जारी राजनीतिक अनिश्चितता के बीच अपने नेता साजिथ प्रेमदासा को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के प्रस्तावित राष्ट्रपति गोटबाया के एक प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। 
देश में वर्तमान में आपातकाल की स्थिति है। जयशेखर ने कहा कि असंतुष्ट समूह का 11 पार्टियों का गठबंधन संकट को खत्म करने के तरीकों पर सोमवार को आगे की बातचीत करेगा। महिंदा राजपक्षे के इस्तीफा देने पर उन्हें अंतरिम सरकार के गठन की उम्मीद है।

वैज्ञानिक ने चेताया, फिल्मी 'कहानी' होगी सच

वैज्ञानिक ने चेताया, फिल्मी 'कहानी' होगी सच  

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत    

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। बीते दिनों एक फिल्म आई थी, डोंट लुक अप‌। इस फिल्म में एक वैज्ञानिक को पता चलता है कि एक एस्टरॉइड धरती की ओर तेजी से बढ़ रहा है। वह दुनिया को चेताता हैै, लेकिन सभी उसकी बात को हल्के में लेते हैं। बाद में जब वह धरती के निकट पहुंच जाता है तो एक एयरक्राफ्ट के जरिए उस एस्टरॉइड पर परमाणु हमला करके उसे तोड़ने का फैसला लिया जाता हैै। लेकिन ये फिल्मी कहानी अब सच होने जा रही है। ठीक उसी तरह धरती को बचाने के लिए एक स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा, जो 23000 किमी की रफ्तार से टक्कर मारकर धरती की तरफ तेजी से बढ़ रहे एस्टरॉइड के टुकड़े-टुकड़े कर देगा। दरअसल, नासा ने चेतावनी दी थी कि एक एस्टरॉइड यानी क्षुद्रग्रह धरती से करीब 35 लाख मील की दूरी पर है और सीधे धरती की ओर बढ़ रहा है। इस एस्टरॉइड को 467460 (2006 JF 42) नाम दिया गया है।इसके अगले हफ्ते तक धरती की कक्षा के करीब से गुजरने की आशंका जताई गई है।

नासा अब इसे टुकड़ों में तब्दील करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।करीब 24 करोड़ पाउंड यानी 23 अरब रुपये की लागत का मिशन सितंबर में लान्च होने की उम्मीद है, जिसमें आधे टन के स्पेसक्राफ्ट को ऐस्टरॉइड की तरफ धकेलने की तकनीक विकसित की जा रही है।DART नाम का यह मिशन जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के भौतिकी विभाग के प्रमुख वैज्ञानिक एंडी चेंग ने वरिष्ठ शोधार्थियों के साथ मिलकर विकसित किया है। डॉ चेंग ने फाइनेशियल टाइम को बताया है कि यह उनके लिए बहुत सुखद है, यह किसी सपने के पूरा होने के जैसा है, ऐसा सपना जिसे पूरा होने के लिए वह पिछले 20 सालों से इंतजार कर रहे हैं।

डॉ. चेंग का अनुमान है कि DART की चोट से ऐस्टरॉइड का आकार बदल सकता है। वर्तमान में ऐसे 27000 ऑब्जेक्ट्स की धरती के निकट पहचान की गई है। जो धरती के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। DART मिशन से महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। जिससे यह पता चल सकेगा कि धरती के लिए कोई खतरा बढ़ तो नहीं रहा है। डॉ. चेंग का कहना है कि आपातकालीन स्थिति में हमें कुछ और स्पेसक्राफ्ट का निर्माण करना होगा, जिसे एस्टरॉइड से टकराने के लिए भेजा जा सके। मुख्य DART क्राफ्ट पिछले साल नवंबर में अंतरिक्ष में भेजा गया था। नासा का कहना है कि DART अपनी तरह का पहला मिशन है जो अंतरिक्ष में काइनेटिक प्रभाव के जरिए ऐस्टरॉइड की गति में बदलाव करेगा और इस पूरी प्रक्रिया को परखेगा।

यूपी सरकार ने 'धान खरीद' नीति को मंजूरी दी

यूपी सरकार ने 'धान खरीद' नीति को मंजूरी दी  भानु प्रताप उपाध्याय  शामली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को बड...