शनिवार, 7 मई 2022

बैसाखी के सहारे 'एवरेस्ट बेस कैंप' की चढ़ाई

बैसाखी के सहारे 'एवरेस्ट बेस कैंप' की चढ़ाई  

दुष्यंत टीकम/अकांशु उपाध्याय                  

नई दिल्ली/रायपुर। छत्तीसगढ़ की बेटी चंचल सोनी ने 14 वर्ष की उम्र में बैसाखी के सहारे एवरेस्ट बेस कैंप की चढ़ाई कर अनोखा रिकॉर्ड बना दिया। इस चढ़ाई के साथ ही चंचल पूरे विश्व में सबसे कम उम्र की एंप्यूटी क्लाइंबर बन गई है। इस अभियान में चंचल के साथ विभिन्न श्रेणी जैसे दिव्यांगता, जेंडर, उम्र तथा कम्युनिटी के कुल 9 लोगो द्वारा सफलतापूर्वक चढ़ाई की गई। एवरेस्ट बेस कैंप तक की चढ़ाई के लिए चंचल को 10 दिनों का समय लगा और उन्होंने 5364 मीटर की चढ़ाई कर वये उपलब्धि अपने नाम की। चंचल ने बताया कि इस चढ़ाई का मकसद विविधता ,समावेशन और एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देना था।

14 साल की चंचल का जन्म से नहीं है एक पैर...

14 साल की चंचल सोनी धमतरी की रहने वाली हैं। इन्होंने एक पैर और बैसाखी के सहारे एवरेस्ट के बेस कैंप की चढ़ाई की है। चंचल 12 साल की उम्र से व्हील चेयर बास्केट बॉल प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने बताया कि ट्रैकिंग के लिए एक साल से पैदल चलने की प्रैक्टिस कर रही हूं। रोज रूद्री से गंगरेल डैम तक यानी लगभग 12 किलोमीटर पैदल चलती थी। कई बार आसपास के जंगल और पहाड़ों पर भी गई। चंचल एक पैर से डांस भी करती हैं।

चंचल ने राजिम कुंभ मेला में 3 साल पहले भाग लिया था। पर्वतारोही और इस टीम के लीडर चित्रसेन को पता चला कि चंचल की रुचि ट्रैकिंग में है। उन्होंने कुछ सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए चंचल के परिजनों के बारे में जानकारी लेकर संपर्क किया। इसके बाद चंचल इस एवरेस्ट बेस कैंप मिशन का हिस्सा बनी और कामयाबी भी हासिल की।

उप सीएम के 53वें जन्म दिवस पर पूजन-अर्चना

उप सीएम के 53वें जन्म दिवस पर पूजन-अर्चना 

बृजेश केसरवानी             
प्रयागराज। परिवर्तन धार्मिक एवं सामाजिक संस्था के अध्यक्ष मोनू गुप्ता के नेतृत्व में बहादुरगंज स्थित शिव के मंदिर में प्रयागराज के गौरव व विकास पुरुष उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के 53वें जन्म दिवस के अवसर पर उनके दीर्घायु होने की कामना के लिए भगवान शिव की पूजन-अर्चना करते हुए हवन पूजन किया गया एवं शरबत रूपी प्रसाद वितरण किया गया।
इस अवसर पर विवेक अग्रवाल ,दिनेश विश्वकर्मा,राजेश केसरवानी, शिव बाबू केसरवानी, नन्हा निषाद ,प्यारे लाल जायसवाल, राजेश गुप्ता (चक्की), जय किशन चौरसिया आदि ने हवन पूजन कर प्रसाद वितरण करते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के चित्र पर उन्हें मिठाई खिलाकर उनके लिए दीर्घायु की कामना की।

'मदर्स डे' पर गिफ्ट करें पोर्टेबल स्पीकर

'मदर्स डे' पर गिफ्ट करें पोर्टेबल स्पीकर 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत       
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। हैप्पी 'मदर्स डे' के दिन बच्चे अपनी मां पर स्पेशल फील कराते हैं और उन्हें तोहफे देते हैं। इस दिन को खास मदर्स के लिए डेडिकेट किया गया है। इस दिन लोग अपनी माताओं को तोहफे देते हैं। अगर आप मां टेक्नोलॉजी लवर हैं और आप चाहते हैं कि उन्हें कोई बढ़िया टेक गिफ्ट दें तो हम आपके लिए कुछ टेक गिफ्ट्स की जानकारी लाए हैं।
कई बार आपने देखा होगा कि आपकी मम्मी को गाने सुनने का शौक है और वो फोन से गाने सुनती रहती हैं। ऐसे में आप उन्हें एक पोर्टेबल स्पीकर गिफ्ट कर सकते हैं, इनमें बिल्ट-इन ब्लूटूथ है। इसका डिजाइन काफी कॉम्पैक्ट है और यह यूएसबी टाइप-सी चार्जिंग के साथ आता है। इसमें बिल्ट-इन माइक्रोफोन है। इसका स्पीकर, स्पीकर फोन की तरह भी काम करता है। इसकी कीमत 2,499 रुपये है।
बैकअप के लिए आप अपनी मां को गो-टू डिवाइस दे सकते हैं। जिससे यह सुनिश्चि हो सके कि उनका सारा डाटा सुरक्षित रहे। पोर्टेबल अल्ट्रा-स्लिम फॉर्म फैक्टर के साथ आता है। इसमें 5 टीबी तक की कैपेसिटी दी गई है। इस पर सिस्टम से अहम फाइलों का बैकअप लेने के लिए बस समय और फ्रीक्वेंसी को चुनना होता है। इसकी कीमत 3,999 रुपये है।
हर मां होम मेकर होती है। उनके बिना घर सजाना बेहद ही मुश्किल हो जाता है। यह वैक्यूम क्लीनर एक बढ़िया गिफ्ट हो सकात है। इसमें एलसीडी स्क्रीन दी गई है, जो परफॉर्मेंस और रन टाइम की जानकारी देता है। इसमें कई क्लीनिंग मोड्स दिए गए हैं। इसमें एक डिजिटल मोटर इंटीग्रेटेड है जो ब्रश बार को एक सेकेंड में 60 बार घुमा देती है। इसमें सिक्स-लेयर फिल्ट्रेनश सिस्टम ट्रैप दिया गया है। इसकी कीमत 54,900 रुपये है।
इसमें ऑल्वेज-ऑन एमोलेड डिस्प्ले दिया गया है। इसमें एलेक्सा बिल्ट-इन है। साथ ही SpO2 ट्रैकर भी दिया गया है। इसमें 14 दिन तक की बैटरी लाइफ, 68 स्पोर्ट्स मोड, जीपीएस, एचआर, स्लीप और स्ट्रेस मॉनिटरिंग जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसकी कीमत 5,999 रुपये है।

महत्वपूर्ण सुधारों के बीच होगी हज यात्रा: नकवी

महत्वपूर्ण सुधारों के बीच होगी हज यात्रा: नकवी   

कविता गर्ग           

मुंबई। अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को कहा कि हज यात्रा-2022 महत्वपूर्ण सुधारों के बीच होने जा रही है। उन्होंने कहा कि हज यात्रियों के स्वास्थ्य और आरोग्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। हज हाउस में ‘खादिम उल हुज्जाज’ के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए नकवी ने कहा कि 2022 में कुल 79,237 भारतीय मुस्लिम हज के लिए जाएंगे। जिनमें से 50 फीसदी महिलाएं हैं। मंत्री ने कहा कि हज-2022 की पूरी प्रक्रिया को भारत और सऊदी अरब की सरकारों के आवश्यक दिशा-निर्देशों के साथ तैयार किया गया है, जिसमें पात्रता मानदंड, उम्र सीमा, स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताएं और अन्य चीजें शामिल हैं।

पिछले दो वर्षों से कोविड-19 महामारी के कारण हज यात्रा नहीं हो सकी थी। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं कि हज यात्रियों पर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ न पड़े, क्योंकि वे बिना किसी सब्सिडी के हज यात्रा करेंगे। सऊदी अरब में किफायती कीमतों पर आवास, परिवहन और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने की प्रक्रिया जारी है।उन्होंने कहा कि हज यात्रियों की चयन प्रक्रिया पूरी करने में कोविड-19 टीकाकरण के पूरा होने और दोनों देशों की सरकारों द्वारा तय किए गए आवश्यक मानदंडों पर ध्यान दिया गया। नकवी ने कहा कि हज 2022 की पूरी प्रक्रिया को 100 प्रतिशत डिजिटल बनाना हज यात्रियों के स्वास्थ्य और आरोग्य को सुनिश्चित करने के लिहाज से बेहद फायदेमंद रहा है।

उन्होंने कहा कि कम से कम 56,601 हज यात्री भारतीय हज समिति और 22,636 मुस्लिम हज समूह आयोजक (एचजीओ) के जरिये हज-2022 के लिए रवाना होंगे। मंत्री ने कहा कि 1,800 से अधिक मुस्लिम महिलाएं ‘मेहरम’ (पुरुष साथी) के बिना हज-2022 के लिए जाएंगी और वे बिना लॉटरी प्रणाली के हज पर जाएंगी। मंत्री ने कहा कि हज 2022 के लिए कुल 83,140 आवेदन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि हज यात्री अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोचीन, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और श्रीनगर जैसे 10 केन्द्रों से भारतीय हज समिति के माध्यम से जाएंगे। नकवी ने कहा कि अहमदाबाद केन्द्र के तहत गुजरात आएगा, जबकि बेंगलुरू के केन्द्र के तहत कर्नाटक और आंध्र प्रदेश का चित्तूर जिला आएगा।

कोचीन केन्द्र के तहत केरल, लक्षद्वीप, पुडुचेरी, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार आएंगे। दिल्ली केन्द्र के तहत दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिले आएंगे। गुवाहाटी केन्द्र के तहत असम, मेघालय, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और नगालैंड आएंगे। कोलकाता केन्द्र के तहत पश्चिम बंगाल, ओडिशा, त्रिपुरा, झारखंड और बिहार आएंगे। लखनऊ केन्द्र के तहत उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भागों को छोड़कर राज्य के सभी हिस्से आएंगे। मंत्री ने कहा कि मुंबई के तहत महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली के लिए होगा और श्रीनगर आरोहण बिंदु के तहत जम्मू-कश्मीर, लेह-लद्दाख-कारगिल क्षेत्र आएगा। नकवी ने आगे कहा कि हज यात्रियों को डिजिटल स्वास्थ्य कार्ड, ‘ई-मसिहा’ स्वास्थ्य सुविधा और ई-लगेज प्री-टैगिंग दी जाएगी, जो मक्का-मदीना में आवास और परिवहन के बारे में हर जानकारी देता है। दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश भर से 12 महिलाओं सहित 400 से अधिक खादिम-उल-हुज्जाज ने भाग लिया। खादिम-उल-हुज्जाज मक्का-मदीना में भारतीय हज यात्रियों की सहायता करेगा।

'तहसील संपूर्ण समाधान' दिवस का आयोजन संपन्न

'तहसील संपूर्ण समाधान' दिवस का आयोजन संपन्न    

भानु प्रताप उपाध्याय                

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप जन सामान्य की शिकायतों एवं समस्याओं का त्वरित गति के साथ निस्तारण संभव कराने के उद्देश्य से रविवार को जनपद की चारों तहसीलों में तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन संपन्न हुआ। राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास कपिल देव अग्रवाल के द्वारा सदर में पहुंचकर तहसील संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता की गई। आयोजित तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में जन सामान्य के द्वारा कुल 48 शिकायतें विभिन्न विभागों से संबंधित दर्ज कराई गई। जिसके सापेक्ष 03 शिकायतों का निराकरण विभागीय अधिकारियों के द्वारा मौके पर ही सुनिश्चित किया गया। 

इस अवसर पर राज्य मंत्री ने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनता की शिकायतों एवं समस्याओं के निराकरण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार एवं शासन गंभीर है। उन्होंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में जिन विभागों से संबंधित जनता की शिकायतें दर्ज हो रही हैं। सभी संबंधित अधिकारीगण गंभीरता के साथ तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करें और मौके पर जाकर संबंधी शिकायतों का निराकरण सुनिश्चित कराएं ताकि संबंधित पोर्टल पर शिकायतों को ऑनलाइन किया जा सके।

जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिह ने तहसील बुढाना में पहुचकर जनता की समस्याओ को सुना जिसमें कुल शिकायते 64 प्राप्त हुई जिनका मौके पर 02 का निस्तारण कर दिया गया बाकि सम्बन्धित अधिकारियो निर्देशित कर दिया गया। और उन्होने कहा कि शिकायतकर्ता को भी संबंधित विभागीय अधिकारियों के द्वारा निस्तारण के दौरान उपस्थित रखा जाए। ताकि सभी शिकायतों का निराकरण गुणवत्ता परक रूप से सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में दर्ज शिकायतों की मानिटरिंग उत्तर प्रदेश शासन स्तर से सुनिश्चित की जा रही है। अतः सभी अधिकारियों के द्वारा दर्ज शिकायतों का निराकरण पूर्ण गंभीरता के साथ कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।

जहां संस्कृत, वहां पार्टी की विचारधारा होगी

जहां संस्कृत, वहां पार्टी की विचारधारा होगी  

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कहा, कि जहां संस्कृत होगी, वहां उनकी पार्टी की विचारधारा होगी और वह भारतीय संस्कृति व परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्याालय की ओर से आयोजित ‘‘उत्कर्ष महोत्सव’’ को संबोधित करते हुए नड्डा ने यह भी कहा कि दुनिया में भारत का कोई मुकाबला इसलिए नहीं है। क्योंकि देश के मूल में उसकी संस्कृति है।
उन्होंने कहा, ज्ञान, विज्ञान, अर्थ, गणित सभी की उत्पत्ति का बीज संस्कृत ही है। संस्कृत सिर्फ भाषा ही नहीं है, बल्कि विभिन्न आयामों को आगे बढ़ाने का रास्ता भी है। हमारे पुरातन ज्ञान को संजोकर रखने वाली भाषा भी संस्कृत है। उन्होंने कहा कि जहां संस्कृत है, वहीं संस्कृति है और भाजपा इस संस्कृति की रक्षक है तथा वह संस्कृति को आगे बढ़ाने की दृष्टि से कार्य कर रही है।
नड्डा ने कहा, इसलिए जहां संस्कृत होगी, वहां हमारी विचारधारा होगी। भारतीय परंपरा, भारतीय संस्कृति, भारतीय उल्लेखों को आगे बढ़ाने के लिए भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दुनिया में भारत का जो कोई मुकाबला नहीं है, उसका मूल कारण भारत की संस्कृति ही है।
उन्होंने कहा, कई देश अगर मानवता की दृष्टि से काम करने का सोच सकते हैं तो ये प्राथमिक स्तर पर ही है। लेकिन भारत में ये बहुत विकसित है। हमारी ये जो ताकत है, वो हमारी संस्कृति से ही आती है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति और स्वास्थ्य नीति का उल्लेख करते हुए नड्डा ने कहा कि दोनों ही भारत की जड़ों से जुड़ी हुई हैं और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भाषा का विशेष ध्यान रखा गया है तथा साथ ही संस्कृत के बारे में भी इसमें चिंता की गई है।

विधायकों की सैलरी बढ़ाने पर सहमति बनीं

विधायकों की सैलरी बढ़ाने पर सहमति बनीं  

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में विधायकों की सैलरी बढ़ाने को लेकर सहमति बन गई है। जल्द ही दिल्ली के विधायकों की सैलरी 54 हजार से बढ़कर 90 हजार हो जाएगी। विधायकों की सैलरी बढ़ाने के प्रस्ताव पर दिल्ली सरकार का कहना है कि यह अब भी बाकी दूसरे राज्यों के मुकाबले कम है। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि दूसरे राज्यों से अभी भी दिल्ली के विधायकों का वेतन कम है, जबकि तेलंगाना में 2.50 लाख, महाराष्ट्र में 2.32 लाख रुपये, उत्तर प्रदेश के अंदर 1.87 लाख और जम्मू कश्मीर आदि में 1.60 लाख रुपये वेतन है।

बता दें कि आम आदमी पार्टी ने 2015 में सत्ता में आने के बाद दिल्ली विधानसभा से विधायकों का वेतन बढ़ाने के लिए एक बिल पास किया, जो केंद्र सरकार को भेजा था। केंद्र की अनुमति पर अब विधायकों को विधानसभा क्षेत्र अलाउंस 18 हजार से बढ़ाकर 25 हजार, कन्वेंस अलाउंस 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार, टेलीफोन अलाउंस 8 हजार से 10 हजार, सेक्रिटिएट अलाउंस 10 हजार से बढ़ाकर 15 हजार हो सकेगा। सभी भत्ते, आफिस और सेक्रेटिएट आदि का किराया मिलाकर पहले के 54 हजार रुपये की जगह बढ़कर 90 हजार करने की केंद्र सरकार ने अनुमति दे दी है।

'बीएसए' द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया

'बीएसए' द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप कुमार द्वारा कस्तूरब...