गुरुवार, 5 मई 2022

अतिक्रमण हटाओ अभियान, जनता का उत्पीड़न

अतिक्रमण हटाओ अभियान, जनता का उत्पीड़न

आमिर खान  
अलीगढ़। व्यापारी संघर्ष समिति द्वारा समद रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में आज एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष अनिल सेंचुरी व महामंत्री मनीष अग्रवाल वूल ने कहा कि समाचार पत्रों व व्यापारियों के माध्यम से पता चला कि 6 मई से नगर निगम द्वारा बाजारों में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा। अलीगढ़ व्यापारी संघर्ष समिति भी अतिक्रमण की विरोधी है किन्तु एक बड़ा प्रश्न यह भी है कि क्या बाजारों में अतिक्रमण केवल दुकानदारों द्वारा ही किया जाता है, जो न केवल नगर-निगम को बल्कि सरकार को भी भारी भरकम राजस्व देता है।
बाजारों व महानगर के प्रत्येक मार्ग पर शहर की सूरत बिगाड़ने वाले सब्जी विक्रेताओं, ठेल-ढकेल व फुटपाथ विक्रेताओं के लिए आज तक नगर-निगम वैंडिंग जोन भी विकसित नहीं कर पाया है। लेकिन अतिक्रमण हटाओ अभियान की आड़ में बार-बार दुकानदारों का उत्पीड़न किया जाता है।  अलीगढ़ व्यापारी संघर्ष समिति के पदाधिकारी माँग करते हैं कि अतिक्रमण अभियान चलाने से पहले नगर निगम पहले अपने गिरेबान में झाँककर देखे कि गृहकर के बदले जितनी सुविधाऐं नगर-निगम को देनी चाहिए,पहले नगर-निगम अपनी व्यवस्थाओं को दुरूस्त करे तथा व्यापारी संगठनों के साथ सार्थक बातचीत कर पहले सर्वमान्य मानक व ठोस कार्य योजना तय किये जाऐं। महामंत्री हरिकिशन अग्रवाल व वरिष्ठ सलाहकार सुशील मित्तल ने कहा कि व्यापारियों से 5 गुना गृहकर वसूल कर भी कोई सुविधा न देने वाले नगर निगम को अपने फंड से अपने मानकों के अनुसार नाली के ऊपर का निर्माण स्वयं कराना चाहिए। स्मार्ट सिटी के नाम पर आया हुआ सारा धन सिविल लाइन क्षेत्र में खर्च किया जा रहा है जबकि पुराने शहर की स्थिति अभी भी नारकीय बनी हुई है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष अन्नू बीड़ी व उपाध्यक्ष संजीव अग्रवाल ने कहा कि 10 मिनट की बारिश में रेलवे रोड, मैरिस रोड सहित महानगर के अधिकांश हिस्सों में नाले-नाली उफन कर बाहर आ जाते हैं। सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है।  व्यापारी संघर्ष समिति के समस्त पदाधिकारी नगर आयुक्त से इस प्रेस वार्ता के माध्यम से आग्रह करते हैं कि जब तक सरकारी अतिक्रमण न हटा लिए जाएं तथा व्यापारी संगठनों के साथ व्यापारियों की समस्याओं पर अतिक्रमण हटाने पर सहमति ना बने तब तक इस अभियान को स्थगित किया जाए, जिससे अतिक्रमण अभियान के विरोध की स्थिति ना बने। 
अन्यथा की स्थिति में अलीगढ़ व्यापारी संघर्ष समिति सम्पूर्ण व्यापारी समाज व आम जनता को साथ लेकर नगर-निगम के विरूद्ध वृहद जनान्दोलन छेड़ने को विवश होगी। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी नगर-निगम के अधिकारियों की होगी।

मेरी ख्वाहिश है कि मैं फ़रिश्ता हो जाऊं...

मेरी ख्वाहिश है कि मैं फ़रिश्ता हो जाऊं...
हरिओम उपाध्याय  
लखनऊ। विधानसभा चुनाव 2022 से पहले प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने या भाजपा की सरकार बनने पर उत्तर प्रदेश को छोड़ने की बात कहने वाले प्रख्यात शायर मुनव्वर राना का हृदय परिवर्तन हो गया है। शायर राना ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो को शेयर कर एक शेर पेश किया है। फोटो में सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी मां का चरण स्पर्श पर उनका आशीर्वाद ले रहे हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान भारतीय जनता पार्टी तथा सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बड़ा अभियान छेडऩे वाले शायर मुनव्वर राना ने तो यह घोषणा कर दी थी कि योगी आदित्यनाथ के दोबारा सीएम बनने पर उत्तर प्रदेश को छोड़ दूंगा। उस समय खासे चर्चित रहे शायर मुनव्वर राना की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर अब इस शायरी के अलग मायने-मतलब निकाले जा रहे हैं।

मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊँ, माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊं।

जनहित याचिका पर केंद्र व दिल्ली सरकार को नोटिस

जनहित याचिका पर केंद्र व दिल्ली सरकार को नोटिस 

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए बीमा अनिवार्य रूप से जारी करने के निर्देश संबंधी जनहित याचिका पर केंद्र और दिल्ली सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए गुरुवार को नोटिस जारी किया। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति नवीन चावला ने संबंधित मामले की सुनवाई के बाद केंद्र और दिल्ली सरकार को अपना जवाब प्रस्तुत करने के आदेश दिये हैं।

न्यायालय ने इस मामलें की सुनवाई 20 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी है। याचिका में कहा गया है कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन तेजी से बढ़ रहा हैं और खरीदार को यह चिंता हो सकती है कि उन्हें उपयुक्त इलेक्ट्रिक वाहन बीमा कहां मिल सकता है। याचिका में यह भी कहा गया है कि इलेक्ट्रिक वाहन चलाने वालों को हेलमेट पहनने के साथ ही बीमा कवर लेनी चाहिए।

₹333 की कीमत के साथ नए प्रीपेड प्लान लॉन्च

₹333 की कीमत के साथ नए प्रीपेड प्लान लॉन्च  

अकांशु उपाध्याय          

नई दिल्ली। जियो अपने ग्राहकों के लिए एक बार फिर से कुछ ऑफर लेकर आया है। दरअसल, जियो ने 333 रुपये की शुरुआती कीमत के साथ नए प्रीपेड प्लान लॉन्च कियें हैं। इसमें यूजर्स को अनलिमिटेड कॉलिंग, फ्री SMS और डेटा के साथ-साथ Disney+ Hotstar का फ्री सब्सक्रिप्शन मिल रही है। इसमें यूजर्स को अनलिमिटेड कॉलिंग, एसएमएस की सुविधा के साथ-साथ डेली डेटा भी मिल रहा है। इतना ही नहीं कंपनी इन प्लान्स के साथ फ्री में लोकप्रिय ओटीटी प्लेटफॉर्म Disney+ Hotstar का सब्सक्रिप्शन भी दे रही है।

बता दें Disney+ Hotstar के साथ पाटनर्शिप से जियो अपने प्रीपेड यूजर्स को चुनिंदा रिचार्ज प्लान पर Disney+ Hotstar मोबाइल का फ्री सब्सक्रिप्शन दे रहा है। इस नए प्रीपेड प्लान में यूजर्स को कई और सुविधाएं भी मिल रही हैं। 333 रुपए के इस प्लान में यूजर को हर रोज 1.5जीबी हाई स्पीड डेटा, अनलिमिटेड कॉलिंग और रोजाना 100 एसएमएस की सुविधा भी मिल रही है। इसकी वैलिडिटी 28 दिन है।
56 दिन की वैलेडिटी के साथ दूसरा प्लान 583 रुपये का और 84 दिन की वैलिडिटी के साथ 783 रुपये के प्लान में भी यह सारी सुविधाएं हैं।

स्कूल बस की चपेट में आने से एक छात्र की मौंत

स्कूल बस की चपेट में आने से एक छात्र की मौंत

गोपीचंद
बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत में गुरुवार सुबह एक छ: वर्षीय छात्र की स्कूल बस की चपेट में आने से मौत हो गई। सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और स्कूल परिसर में जाकर जमकर हंगामा किया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने का प्रयास किया लेकिन परिजनों पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।
जानकारी के अनुसार चामरावल निवासी अरुण का छह वर्षीय पुत्र आयुष पांची- चमरावल मार्ग के एक पब्लिक स्कूल में यूकेजी कक्षा का छात्र था। गुरुवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे वह स्कूल पहुंच गया था।
स्कूल परिसर में ही स्कूल की बस को बैक करते हुए वह छात्र बस के टायर के नीचे आ गया, जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई । सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। जिसके बाद परिजनों ने स्कूल परिसर में जमकर हंगामा किया और गाड़ी ड्राइवर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हत्या करने का आरोप लगाया।
परिजनों ने हंगामा करते हुए एसपी और डीएम को मौके पर बुलाने की मांग की। डीएम व एसपी को बुलाने की मांग को लेकर पांची-चमरावल मार्ग पर छात्र का शव रखकर जाम लगा दिया। इस दौरान प्रबंधक की गाड़ी में तोड़फोड़ भी की गई।

16 मई को लगेगा साल का पहला 'चंद्र ग्रहण'

16 मई को लगेगा साल का पहला 'चंद्र ग्रहण' 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत   
नई दिल्ली। वैशाख पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण है। चंद्र ग्रहण 16 मई 2022, सोमवार को लगेगा। सोमवार का संबंध चंद्रमा से है। साथ ही सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। भगवान शिव अपने सिर पर चंद्रमा को धारण करते हैं। इसके अलावा इस दिन वैशाख पूर्णिमा भी है। इस तरह इन सभी कारणों से यह चंद्र ग्रहण बेहद खास होने जा रहा है।

चंद्र ग्रहण का समय और सूतक काल...
साल का पहला चंद्रग्रहण 16 मई 2022 सुबह 08:59 बजे शुरू होगा और करीब डेढ़ घंटे बाद सुबह 10:23 बजे खत्‍म होगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप, दक्षिणी-पश्चिमी एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका के ज्यादातर हिस्सों, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा। चूंकि यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
वैशाख पूर्णिमा 2022 पर जरूर करें यह काम
वैशाख पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण एक ही दिन होने से इस दिन कुछ बातों का ख्‍याल रखना बहुत जरूरी है। इस दिन पवित्र नदी में या पवित्र नदी के जल मिले पानी से स्‍नान करें। ग्रहण खत्‍म होने के बाद दान अवश्‍य करें। ग्रहण के दौरान कुछ खाएं-पिएं नहीं। साथ ही इस दौरान जितना हो सके भगवान की आराधना करें। मंत्र जाप करें। दरअसल, ग्रहण के दौरान नकारात्‍मक शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं। लिहाजा इस नकारात्‍मकता से बचने के लिए अपनी सोच को सकारात्‍मक रखें और अपना ध्‍यान भगवान की भक्ति में लगाए।

'फैटी लिवर डिसीज' बीमारी के लक्षण, जानिए

'फैटी लिवर डिसीज' बीमारी के लक्षण, जानिए   

सरस्वती उपाध्याय        
'फैटी लिवर डिसीज' एक ऐसी बीमारी है, जिसमें लिवर की कोशिकाओं में बहुत ज्यादा फैट जमा हो जाता है। यह बीमारी आज के समय में काफी आम हो चुकी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि आज हर 3 में से 1 इंसान इस बीमारी का सामना कर रहा है। इस बीमारी के कारण लिवर सही तरीके से काम नहीं कर पाता और कई समस्याएं होने लगती हैं। कई लोगों का मानना है कि जो लोग शराब आदि का सेवन ज्यादा करते हैं, केवल उन्हें ही इस समस्या का सामना करना पड़ता है, जबकि ऐसा नहीं है‌। जो लोग शराब नहीं पीते, उन लोगों में भी यह बीमारी हो सकती है।
लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि जो लोग अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं, उन लोगों में यह समस्या अधिक देखी जाती है। जिन लोगों ने कभी भी शराब का सेवन नहीं किया है, उनमें भी यह समस्या देखने को मिलती है और इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे: हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल, डायबिटीज, स्लीप एपनिया, अंडरएक्टिव थाइरॉयड आदि। अधिकतर मामलों में शुरुआत में इस बीमारी का पता नहीं चल पाता। नॉन-अल्कोहल फैटी लिवर डिसीज एक ऐसी स्थिति है, जो शराब के कारण नहीं होती, लेकिन अगर ऐसे में शराब का सेवन किया जाए तो यह और भी बढ़ सकती है।

बढ़ता हुआ वजन हो सकता है कारण...
ब्रिटिश लिवर ट्रस्ट के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर पामेला हीली का कहना है कि कई लोगों को यह तक पता नहीं होता कि इंसान का बढ़ता हुआ वजन भी फैटी लिवर के जोखिम को बढ़ा सकता है।  लिवर हार्ट की ही तरह महत्वपूर्ण ऑर्गन है, लेकिन लोग इसे स्वस्थ रखने की बिल्कुल कोशिश नहीं करते।
लिवर के बारे में कई सारे मिथक भी फैले हुए हैं। उदाहरण के लिए बहुत से लोग मानते हैं कि लिवर की बीमारी उन लोगों को होती है, जो शराब का सेवन करते हैं। लेकिन इसके अलावा भी कुछ लोग ऐसे हैं जो शराब का सेवन नहीं करते लेकिन फिर भी उन्हें बढ़े हुए वजन के कारण फैटी लिवर डिसीज का खतरा होता है।

शुरुआत में नजर नहीं आते लक्षण...
हर इंसान के लिवर में फैट की कुछ मात्रा होती है, लेकिन जैसे-जैसे लिवर में फैट की मात्रा बढ़ती जाती है, उसे हाई ब्लड प्रेशर, किडनी प्रॉब्लम्स और डायबिटीज का खतरा बढ़ने लगता है।
शुरुआत में फैटी लिवर डिसीज के कोई लक्षण नजर नही् आते, लेकिन अगर इसे कंट्रोल नहीं किया जाए तो गंभीर लक्षण सामने आ सकते हैं। इसके बाद यह यह नॉन-अल्कोहॉलिक स्टीटोहेपेटाइटिस या NASH नामक एक और गंभीर स्थिति में परिवर्तित हो सकती है, जिसमें लिवर में काफी सूजन आ जाती है। जैसे-जैसे समय बीतता जाता है, यह सूजन ब्लड वेसिल्स और लिवर दोनों को प्रभावित करने लगती है। हो सकता है नॉर्मल इंसान को यह भी पता न चले कि उसके लिवर में समस्या पैदा हो चुकी है।

फैटी लिवर डिसीज वाले लोगों में दिखते हैं ये लक्षण...

अगर किसी को फैटी लिवर डिसीज की समस्या होती है तो उनमें ये लक्षण नजर आ सकते हैं।
पेट के ऊपरी दाएं भाग में दर्द (पसलियों के नीचे)
अत्यधिक थकान।
जरूरत से ज्यादा वेट लॉस।
कमजोरी।
लिवर को जब सालों से नुकसान पहुंच रहा हो तो वह सिरोसिस में बदल जाती है। सिरोसिस के कारण लिवर को जो नुकसान होता है, उसे सही नहीं किया जा सकता। ऐसी स्थिति के बाद ये लक्षण नजर आते हैं।
त्वचा का पीलापन।
आंखों का सफेद होना।
त्वचा में खुजली।
पैर, टखने या पेट में सूजन।
लाइफस्टाइल में करें बदलाव।
एक्सपर्ट कहते हैं कि इस बीमारी से बचने के लिए सबसे पहले लाइफस्टाइल में बदलाव करना काफी जरूरी है। एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी में लिवर रिसर्च के हेड प्रोफेसर जोनाथन फॉलोफील्ड कहते हैं, नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी डिसीज के मरीज 2030 तक 5 प्रतिशत से बढ़कर 7 प्रतिशत तक हो जाएंगे। ज्यादातर लोग नहीं जानते कि उन्हें फैटी लिवर डिसीज हो चुका है। ये अक्सर ऐसे लोग होते हैं, जो बाहर से पतले दिखते हैं लेकिन उनके लिवर पर फैट होता है। उनके पेट के चारों ओर चर्बी जमी होती है और थकान भी होने लगती है‌।
फैटी लिवर डिसीज से बचने के लिए कुछ चीजों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। एक्सपर्ट कहते हैं कि ऐसे लोगों को 7 से 10 प्रतिशत वजन घटाने की कोशिश करनी चाहिए। एरोबिक एक्सरसाइज या हल्की वेट ट्रेनिंग से भी लिवर की सेहत को फायदा होता है। इसके लिए डॉक्टर डायबिटीज कंट्रोल करने की भी सलाह देते हैं। शरीर में कॉलेस्ट्रोल लेवल को भी घटाने की कोशिश करनी चाहिए।

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...