बुधवार, 4 मई 2022

ट्विटर: अग्रवाल की जगह लेंगे नए मुख्य अधिकारी

ट्विटर: अग्रवाल की जगह लेंगे नए मुख्य अधिकारी

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। जब से टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीदा है। कर्मचारियों को लगातार अपनी नौकरी खोने की चिंता सता रही है। पिछले कुछ हफ्तों में सीईओ पराग अग्रवाल को छंटनी ट्विटर के भविष्य और बहुत कुछ के बारे में कई सवालों से घेर लिया गया है। जहां तक ​​नौकरियों में कटौती का सवाल है, अग्रवाल ने आश्वासन दिया कि फिलहाल ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। लेकिन, रॉयटर्स की एक नई रिपोर्ट एक अलग कहानी बताती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मस्क ने पहले ही ट्विटर के लिए एक नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी को लाइन में खड़ा कर दिया है। जो इस साल के अंत में 44 बिलियन डॉलर की बिक्री का सौदा पूरा होने के बाद अग्रवाल की जगह लेंगे। पिछले महीने, अरबपति ने ट्विटर के चेयरमैन ब्रेट टेलर से कहा कि उन्हें कंपनी के प्रबंधन पर भरोसा नहीं है, उन्होंने प्रबंधन स्तर पर पुनर्गठन का संकेत दिया।
पिछले नवंबर में सीईओ के रूप में जैक डोर्सी की जगह लेने वाले अग्रवाल से उम्मीद की जाती है कि जब तक मस्क को कंपनी की बिक्री पूरी नहीं हो जाती, तब तक वह अपनी भूमिका निभाएंगे। मस्क ने कथित तौर पर प्रतिस्थापन की पहचान प्रकट करने से इनकार कर दिया।
पहले यह बताया गया था कि मस्क को ट्विटर पर नियंत्रण में बदलाव के 12 महीनों के भीतर अग्रवाल को हटाने पर 43 मिलियन डॉलर का भुगतान करना होगा।
 रिपोर्ट से पता चला है कि मस्क ने कथित तौर पर ट्विटर के कानूनी प्रमुख विजया गड्डे को भी बर्खास्त करने की योजना बनाई है। यदि पद से हटा दिया जाता है, तो कहा जाता है कि गड्डे को ट्विटर शेयरों सहित $ 12.5 मिलियन का विच्छेद पैकेज मिलेगा। वह वर्तमान में लगभग $ 17 मिलियन प्रति वर्ष कमाती है और कंपनी में अत्यधिक भुगतान वाले अधिकारियों में से एक है।
रिपोर्ट में कहा गया है, गड्डे, जिन्होंने पिछले साल ट्विटर के शीर्ष कानूनी वकील के रूप में $1.7 मिलियन कमाए, चॉपिंग ब्लॉक पर हो सकते हैं।क्योंकि मस्क कथित तौर पर नौकरियों को कम करने और कार्यकारी वेतन को कम करने की योजना बना रहे हैं। क्योंकि वह अपनी ट्विटर बोली के लिए वित्तपोषण सुरक्षित करना चाहते हैं।

जनधन खाते को आधार से लिंक ज़रूर कराएं

जनधन खाते को आधार से लिंक ज़रूर कराएं

अंकुर कुमार
नई दिल्ली। जन धन योजना के तहत खोले गए बैंक खातों की संख्‍या जनवरी 2022 तक 44.23 करोड़ पर पहुंच चुकी थी। इस आंकड़े से जन धन खातों की लोकप्रियता का पता चलता है। इन खातों में जमा राशि भी जनवरी में 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में जनधन योजना शुरू करने की घोषणा की थी। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कुल 44.23 करोड़ जन धन खातों में से 34.9 करोड़ खाते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में और 8.05 करोड़ खाते क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में खोले गए हैं। 1.28 करोड़ खाते निजी क्षेत्र के बैंकों में खोले गए हैं।
जनधन बैंक खाताधारकों को सरकार कई सुविधाएं उपलब्‍ध कराती हैं। जनधन खाता जीरो बैलेंस बचत खाता होता है। इसके अलावा इसमें ओवरड्राफ्ट और रूपे कार्ड समेत कई खास सुविधाएं मिलती हैं‌।इनमें बीमा कवर सबसे महत्‍वपूर्ण है।‌ जनधन खाता में खाताधारक के अपने आधार कार्ड से लिंक करवाना बहुत जरूरी है। ऐसा नहीं करवाने पर कई सुविधाओं को रोक दिया जाता है।
जनधन खाताधारक को रूपे डेबिट कार्ड दिया जाता है, जिसमें 1 लाख रु का दुर्घटना बीमा कवर उपलब्‍ध कराया जाता है। अगर कोई खाताधारक अकाउंट को आधार से लिंक नहीं कराता है तो वह इस बीमा कवर से वंचित रह जाता है। यही नहीं जनधन अकाउंट पर खाताधारक को 30,000 रु के एक्सीडेंटल डेथ इंश्योरेंस कवर भी मिलता है। यह भी जनधन खाते के आधार से लिंक होने पर ही मिलता है। खाताधारक को जनरल इंश्योरेंस कवर भी मिलता है। लेकिन, इन सभी सुविधाओं का फायदा उठाने के लिए जनधन खाते आधार से लिंक होना जरूरी है।
जनधन खाते को आधार से लिंक कराने के लिए जिस बैंक में यह खाता है, उस बैंक में जाएं।
आपको आधार कार्ड की फोटो कॉपी और बैंक पास बुक की कॉपी ले जानी होगी।
बैंक में एक फॉर्म भरना पड़ेगा। इसके बाद आपके जनधन खाते को आधार से लिंक कर दिया जाएगा।
SBI सहित कई बैंक ग्राहकों को केवल SMS के जरिए भी जनधन खाते को आधार से लिंक करने की सुविधा देते हैं।
इसके लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से मैसेज में UIDआधार नंबरअकाउंट नंबर लिखकर 567676 नंबर पर भेज दें।
इस तरह आसानी से आपका खाता आधार से जुड़ जाएगा।
आप बैंक के एटीएम से भी आधार लिंक कर सकते हैं।

राजनीति: विधानसभाओं के दौरे पर निकलें सीएम

राजनीति: विधानसभाओं के दौरे पर निकलें सीएम

दुष्यंत टीकम  

बलरामपुर। बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभाओं के दौरे पर निकल गए हैं। जहां योजनाओं के धरातल पर रूबरू होने के साथ अधिकारियों के साथ विधायको की भी सांसे अटकी हुई है। जाहिर है, कि योजनाओं को धरातल पर अमलीजामा कितना पहनाया गया है और कोताही पर शामत आनी तय है। इसी के साथ आज सीएम भूपेश बलरामपुर जिले के सामरी विधानसभा के कुसमी में हैं और योजनाओं को बारीकी से देख रहे हैं। जैसे कि कयास लगाए जा रहे थे वही हुआ है। पहली शामत कुसमी नगरपंचायत सीएमओ के ऊपर गिरी है।

जो जानकारी है उस अनुसार सीएमओ को सस्पेंड कर दिया गया है, कुसमी के दौरे पर सीएम राशन दुकानों को देख रहे थे, तभी एक महिला ने सीएम से अपनी दास्तां सुना दी, कि वो तीन साल से राशन के लिए भटक रही है, उसने तमाम हाथ पैर मारे हैं। लेकिन, अब किसी ने उसके साथ न्याय नही किया है। तीन साल पहले जो उसका नाम गरीबी रेखा में था, उसे काट दिया गया है, और वह तब से राशन के लिए चक्कर लगा रही है। इस शिकायत के बाद सीएम भूपेश बघेल ने सीएमओ को सस्पेंड के निर्देश दे दिए। महिला का नाम शशिकला बताया जा रहा है।

भाजपा को राजस्थान में शांति हजम नहीं: सीएम

भाजपा को राजस्थान में शांति हजम नहीं: सीएम   

नरेश राघानी 

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि उसे राजस्थान में शांति हजम नहीं हो रही है।इसलिए वह कांग्रेस और राज्य सरकार को बदनाम करने के षड्यंत्र में लगी है। इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार हिंसा के मामले में कोई समझौता नहीं करेगी और किसी भी कीमत पर दंगा नहीं होने दिया जाएगा।

कांग्रेस के चिंतन शिविर की तैयारियों के लिए उदयपुर पहुंचे गहलोत ने करौली के बाद जोधपुर की घटना की ओर इशारा करते हुए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा,‘‘ भाजपा घबराई हुई है, भाजपा का अभी पूरे मुल्क में निशाना कोई है तो राजस्थान है, इसलिए आप देख रहे हो कि दंगे भड़क रहे हैं,जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सवाई माधोपुर में आए थे तब भी मैंने कहा था कि ये आग लगाने आए हैं। आग लग गई करौली में।’’ जोधपुर में मंगलवार को हुए उपद्रव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ जोधपुर में जो कुछ हुआ, कोई ऐसा मुद्दा नहीं था कि दंगा भड़कने की स्थिति आए। हम लोगों ने करौली में,राजगढ़ में, जोधपुर में, कहीं दंगा होने नहीं दिया और इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई, कोई बड़ी घटना नहीं हुई, हादसा नहीं हुआ।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ रामनवमी को राजस्थान में शांति रही जबकि देश के सात राज्यों में दंगे भड़के …बुलडोजर चले, वहां पर गरीबों पर, क्या-क्या नहीं हुआ है? यहां शांति रही, शांति इनको हजम नहीं हो रही है…..।’’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिंसा की घटनाओं के मामले में कोई समझौता नहीं करेगी और किसी भी कीमत पर दंगा नहीं होने देगी। उल्लेखनीय है कि ईद पर उपद्रव के बाद मुख्यमंत्री के गृहनगर जोधपुर में मंगलवार को कर्फ्यू लगा दिया गया। गहलोत ने कहा कि जोधपुर में अब शांति है और सद्भावना के प्रयास किए जा रहे हैं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-208, (वर्ष-05)
2. बृहस्पतिवार, मई 5, 2022
3. शक-1984, वैशाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्थी, विक्रमी सवंत-2078‌‌। 
4. सूर्योदय प्रातः 05:38, सूर्यास्त: 06:57।
5. न्‍यूनतम तापमान- 28 डी.सै., अधिकतम-39+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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मंगलवार, 3 मई 2022

2 से 3 दिनों के लिए 'राष्ट्रपति' बनेंगे पैट्रुशेव

2 से 3 दिनों के लिए 'राष्ट्रपति' बनेंगे पैट्रुशेव  

अखिलेश पांडेय
मॉस्को/कीव। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को दो महीने से ज्यादा का समय गुजर चुका है। अभी तक रूस को वो सफलता हाथ नहीं लगी है। जिसकी उम्मीद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने लगा रखी थी। लेकिन, अब खबर ये है कि इस भीषण युद्ध के बीच कुछ समय के लिए रूस का राष्ट्रपति किसी और को बनाया जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक व्लादिमीर पुतिन को अपने कैंसर का इलाज करवाना है। जल्द ही उनकी कोई सर्जरी होने वाली है। ऐसे में उस ऑपरेशन के दौरान 2 से 3 दिनों के लिए रूस की जिम्मेदारी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पैट्रुशेव को दी जा सकती है। अभी तक इसको लेकर कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया गया हैं। लेकिन विदेशी मीडिया लगातार इस बात की पुष्टि कर रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले कई दिनों से व्लादिमीर पुतिन की सेहत को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इसकी शुरुआत पिछले महीने तब हो गई थी। जब पुतिन की रक्षा मंत्री Sergei Shoigu के साथ एक बैठक जारी थी‌।
उस बैठक के दौरान एक वक्त ऐसा आया था जब पुतिन ने अचानक से डेस्क को पकड़ लिया था।उसके बाद से ही पुतिन की सेहत को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। बाद में उनकी कई ऐसी तस्वीरें भी सामने आईं। जहां पर वे काफी बीमार नजर आए। अब उन सभी अटकलों के बीच कहा जा रहा है कि कुछ समय के लिए व्लादिमीर पुतिन की जगह सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पैट्रुशेव को रूस का राष्ट्रपति बनाया जा सकता है‌। ये वहीं शख्स हैं जिन पर पुतिन सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं। दावा तो ये भी किया गया है कि पुतिन द्वारा पहले ही ऐसे संकेत निकोलाई पैट्रुशेव को दे दिए गए थे‌। उन्हें बताया गया था कि अगर पुतिन की सेहत ज्यादा खराब होती है तो देश की बागडोर निकोलाई पैट्रुशेव के हाथ में चली जाएगी। निकोलाई पेत्रुशेव को लेकर कहा जा रहा है कि वे भी अपने विचारों को लेकर काफी सख्त रहते हैं। कई मामलों में वे पुतिन से भी दो कदम आगे चल सकते हैं। ऐसे में उनके आने के बाद रूस की परेशानी कम होने के बजाय और ज्यादा बढ़ सकती है। टेलीग्राम चैनल के मालिक जिन्होंने पुतिन की सेहत को लेकर खुलासा किया है।
वहीं निकोलाई पैट्रुशेव की कार्यशैली पर गंभीर सवाल भी खड़ा कर रहे हैं। लेकिन इस सब के बीच रिपोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि व्लादिमीर पुतिन लंबे समय तक के लिए सत्ता से दूर नहीं रहने वाले हैं। वे सिर्फ दो से तीन दिनों के लिए राष्ट्रपति कुर्सी निकोलाई पैट्रुशेव को सौंप सकते है।

सहजन के पत्तों का इस्तेमाल, जानिए फायदे

सहजन के पत्तों का इस्तेमाल, जानिए फायदे   

सरस्वती उपाध्याय     
अक्सर हम अपनी दादी और नानी से सहजन के औषधीय गुणों के बारे में सुनते आ रहे हैं। सहजन की फली के अलावा, अगर आप इसके फूल और पत्तों की बात करें तो इन्‍हें भी सेहत के लिए काफी गुणकारी माना जाता है। सहजन एक ऐसा ही एक औषधीय पौधा है। जिसमें डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने से लेकर कई तरह के गुण होते हैं। सहजन के पौधे आपको कहीं भी मिल सकते हैं‌‌।

सहजन के पत्तों से बनने वाला पाउडर आपको किसी भी स्टोर या ऑनलाइन पर आसानी से मिल सकता है। लेकिन अगर आप बाजार में मिलने वाले सूखे पाउडर पर विश्वास नहीं करते हैं, तो आपके लिए इसके छोटे-छोटे हरे पत्तों का इस्तेमाल करना ही बेहतर रहेगा।

डायबिटीज में वरदान है सहजन...
द हेल्थसाइट के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों में वजन घटाने और ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए सहजन का यूज किया जाता है। कई स्टडीज में इस बात का दावा किया गया है कि सहजन के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट क्लोरोजेनिक एसिड होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में सहायक है। अगर आप शुगर के मरीज हैं। तो आपको नॉर्मल चाय की बजाय सहजन के पत्तों के बनी चाय पीना शुरू कर देना चाहिए।

सहजन की चाय...
ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रखने के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है। बस आपको सहजन के कुछ ताजे पत्तों को धोकर धूप में सुखाना है और उसके बाद उन्हें पीसकर पाउडर बनाना है। इसे चाय की पत्ती की तरह इस्तेमाल करना है। रोजाना इस पाउडर की चाय पीने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रह सकता है।

वजन कम करती है सहजन की चाय...
सहजन की चाय में डाईयूरेटिक गुण होते हैं। जोकि बॉडी के सेल्स में अनावश्यक पानी को कम करता है। इसके एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण शरीर की सूजन कम करते हैं। फाइबर से भरपूर सहजन की चाय शरीर में फैट अब्जॉर्प्शन कम करती है. इन्सुलिन रेजिस्टेंस कम करके ये अनावश्यक फैट जमने से रोकती है।

ब्लड प्रेशर कम करने में भी फायदेमंद...
सहजन के हरे पत्तों से निकलने वाले अर्क में आइसोथियोसाइनेट और नियाज़िमिनिन होते हैं। ये ऐसे यौगिक हैं, जो आर्ट्रीज को मोटा होने से रोकने में मदद करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...