मंगलवार, 3 मई 2022

यूपी: निकाय चुनाव की तैयारियों की कवायद


यूपी: निकाय चुनाव की तैयारियों की कवायद
हरिओम उपाध्याय  
लखनऊ। विधानसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में अब निकाय चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है। सूबे में अक्टूबर-नवंबर महीने तक निकाय चुनाव कराए जा सकते हैं। निकाय चुनाव की घोषणा से पहले योगी सरकार सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत का सर्वे करा रही है। जिसके सीमा विस्तार वाले क्षेत्रों में वार्ड का गठन हो सके। लेकिन उससे पहले जमीनी हकीकत जानने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को क्षेत्र में उतार दिया है। इसके लिए उन्होंने एक कैबिनेट मंत्री के साथ एक स्वतंत्र प्रभार और राज्य मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी थी।
हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है सुल्तान शाह बाबा का दरगाह, आइये जाने इसके बारे में तीन दिन तक मंत्री अलग-अलग जिलों के दौरे पर रहे वहां आम लोगों से मुलाकात की और अधिकारियों के सामने उनकी समस्याओं को सुना। इस आधार पर मंत्रियों ने एक रिपोर्ट तैयार की थी। मंत्रियों से मिले फीडवैक के आधार पर सीएम योगी आगे की रणनीति तय करेंगे। कहा तो यह भी जा रहा है कि कई जिलों से अधिकारियों की शिकायतें मिली हैं। यह रिपोर्ट सीएम को मिलने के बाद उन अफसरों पर गाज गिरनी तय है। नगर निकाय चुनाव के लिए परिसीमन का कार्य शुरू वहीं सरकार से आदेश मिलने के बाद नगर निकाय चुनाव के लिए परिसीमन का कार्य भी शुरू हो चुका है। 56 जिलों के 151 निकायों में परिसीमन होगा। जिसमें एक नगर निगम और दो नगर पालिका परिषद शामिल हैं। साथ ही सीमा विस्तार में 9 नगर निगम, 21 नगर पालिका और 35 नगर पंचायत हैं। नए परिसीमन के बाद यहां सीमा विस्तार का कार्य पूरा होगा और फिर नए वार्ड बनेंगे। यह कार्य पूरे होने पर यहां निकाय के चुनाव कराएं जाएंगे।
फजीहत के बाद लोहिया संस्थान ने वापस लिया फैसला, पत्रकारों पर लगा बैन हटा विधानसभा चुनाव से पहले हुए पंचायत चुनाव में यहां वोटिंग नहीं हुई थी क्योंकि इसे पहले ही निकायों में शामिल कर लिया गया था। जहां विकास के कार्य भी शुरू हो चुके हैं। निकाय चुनाव से पहले होने वाले नए परिसीमन 2011 की जनगणना के अनुसार ही होगा। पहले कहा गया था नई जनगणना के आधार पर वार्डों का गठन होगा। लेकिन 2021 में जनगणना नहीं होने के बाद अब 2011 को ही परिसीमने के लिए आधार बनाकर इसका गठन किया जाएगा। परिसीमन वाले 56 जिले योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में कई जिलों के नगर निकायों का दायरा बढ़ा दिया था। यहां नगर निगम, नगर पालिया और नगर पंचायत के क्षेत्र फल बढाए गए हैं। इसी आधार पर अब यहां परिसीमन कराकर नए वार्डों का गठन होगा। उसके बाद यहां पहली बार निकाय के चुनाव होंगे।
मंदाकिनी सैनिकों का नौंवे दिन भी जारी रहा नदी स्वच्छता अभियान, DM ने किया सहयोग जिस जिलों में परिसीमन होगा उसमें राजधानी लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर, देवरिया, जालौन, ललितपुर, शाहजहांपुर।

कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप

कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप 
नरेश राघानी  
जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डा. सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर वोट बैंक एवं तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी तुष्टिकरण की नीति के कारण प्रदेश को अराजक तत्वों ने गिरफ्त में ले लिया है और राज्य सरकार का तुष्टकरण का रवैया कांग्रेस के डूबने का सबसे बड़ा कारण बनेगा।
डा पूनिया ने जोधपुर में उपद्रव के बाद तनाव के मामले पर अपने बयान में आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चूनौती बनी हुई है और राजस्थान के बारे में देश में शांतिप्रिय प्रदेश के रुप में एक मिसाल दी जाती थी लेकिन कांग्रेस पार्टी की अशोक गहलोत के नेतृत्व में तुष्टकरण की राजनीति के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था भंग हुई है जो चूनौतीपूर्ण और चिंताजनक है।
उन्होंने कहा कि कल ईद की पूर्व संध्या पर जोधपुर में स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर भगवा ध्वज को उतारकर इस्लामिक झंडा लगाया गया और जिस तरीके से वहां हिंसा की गई, जिससे साफ तौर पर यह जाहिर होता है कि कांग्रेस पार्टी की सरकार का तुष्टीकरण रवैया उनके डूबने का सबसे बड़ा कारण बनेगा।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह तोड़फोड़ एवं अराजकता की कोशिश की गई हैं, यह एक बानगी है और करौली की घटना से साबित हो जाता है कि सरकार के संरक्षण में इस तरह की घटनाओं को किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रश्न उठता है कांग्रेस सरकार आती है तब ही इस तरह की घटना क्यों होती है, कयोंकि संरक्षण मिलता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की तुष्टिकरण की नीति के कारण प्रदेश को अराजक तत्वों ने गिरफ्त में लिया है और यह कांग्रेस के डूबने का बड़ा कारण बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति, सद्भाव एवं जन सुरक्षा के लिए अपने वोट बैंक की राजनीति को छोड़कर लोगों की सुरक्षा की फिक्र करनी चाहिए।

उत्तर भारत में हीटवेव से राहत, वर्षा भी होगी

उत्तर भारत में हीटवेव से राहत, वर्षा भी होगी
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से उत्तर भारत के राज्य गर्मी से परेशान थे। लेकिन अब मौसम विभाग ने उत्तर भारत में मौसम बदलने की जानकारी दी है। उत्तर भारत के कई राज्यों को कुछ दिनों तक हीटवेव से राहत मिलेगी। वहीं, हिमाचल प्रदेश में चार दिनों तक जमकर बारिश होने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश के शिमला में चार दिनों तक गरज के साथ बारिश की संभावना है। शिमला में 3 मई से 6 मई तक न्यूनतम तापमान 15 से 16 डिग्री के बीच रहेगा और अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री तक रहने की संभावना है। आज 3 मई को शिमला में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री दर्ज किया गया है। तो वहीं, अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। गर्मी से निजात पाने उत्तर भारत के मौदानी इलाकों से शिमला में छुट्टी मनाने गए सैलानियों को शिमला में बारिश का मजा लेने को मिल सकता है। हिमाचल प्रदेश के चंबा में मौसम ने करवट ली है। यहां 3 मई से 6 मई के बीच बारिश की संभावना है। आज 3 मई को चंबा में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री, तो अधिकतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं कल यानी 4 मई की बात करें तो चंबा में गरज के साथ बारिश की संभावना है। वहीं न्यूनतम तापमान 15 डिग्री दर्ज किया जा सकता है। वहीं, अधिकतम तापमान 29 डिग्री रह सकता है। धर्मशाला में 3 मई को न्यूनतम तापमान 19 डिग्री तो अधिकतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं, 4 मई को धर्मशाला में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री रिकॉर्ड किया जा सकता है और अधिकतम तापमान 27 डिग्री तक रह सकता है। हिमाचल के धर्मशाला में भी चार दिनों तक भारी बारिश की संभावना है।

सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम नहीं हो सके: कोरोना

सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम नहीं हो सके: कोरोना
सत्येंद्र पंवार  
मेरठ। कोरोना व आदर्श आचार संहिता के कारण मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत वैवाहिक कार्यक्रम नहीं हो सके थे। अब शासन ने 76.50 लाख का बजट जारी कर सामूहिक विवाह समारोह आयोजन के लिए निर्देशित किया है। समारोह का लाभ लेने के लिए विवाह बंधन में बंधने वाले जोड़ों को आवेदन करना होगा।मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 76.50 लाख का बजट समाज कल्याण विभाग को प्राप्त हुआ है। प्राप्त बजट से 410 जोड़ों का विवाह कार्यक्रम आयोजन किया जाएग। जिला समाज कल्याण अधिकारी मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने बताया कि जनपद में शीघ्र ही प्रशासन की देख-रेख में शहनाई गूंजेगी। सामूहिक विवाह समारोह का शानदार आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में वर-वधू को आशीर्वाद देने के लिए प्रभारी मंत्री, अन्य मंत्री, सांसद व विधायकगण भी मौजूद रहेंगे। समस्त अतिथियों के सत्कार व उपहार की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। वर्तमान में सामूहिक विवाह योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। इच्छुक व्यक्ति निर्धारित नियमों को पूरा कर आवेदन कर सकता है। आवेदन करने के लिए वर वधू की उम्र 21 वर्ष या इससे अधिक होनी चाहिए। कन्या के माता-पिता या अभिभावक की वार्षिक आय दो लाख तक होनी चाहिए। विवाह के दौरान 35 हजर सीधे कन्या के खाते में भेजे जाएंगे। जबकि जोड़ों को उपहार स्वरूप 10 हजार रुपये के बजट की सामग्री प्रदान की जाएगी।






वेस्‍ट यूपी में ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा

वेस्‍ट यूपी में ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा 
सत्येंद्र पंवार 
मेरठ। वेस्‍ट यूपी में मंगलवार को ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। इस मौके पर अकीदतमंदों ने अमन चैन की दुआएं मांगी। सड़कों पर नमाज अदा नहीं करने के फरमान के बाद ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा करने के लिए भीड़ नजर आई। मेरठ में ईदगाह सहित शहर में 50 स्थानों पर नमाज अदा करने की व्‍यवस्‍था की गई थी।सुबह ईदगाह पर बड़ी संख्‍या में लोगों ने पहुंचकर नमाज अदा की। वहीं बागपत के रटौल की ईदगाह में ईदुल फितर की नमाज अदा की गई। इस दौरान भारी संख्‍या में पुलिस बल मौजूद रहा। सहारनपुर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली, बुलंदशहर जिलों में भी अकीदतमंदों ने नमाज अदा की। हर जगह भारी संख्‍या में पुलिस बल मौजूद रहा। मेरठ की सड़क पर नमाज न होने देने के शासन के फैसले के बाद सोमवार को शाही ईदगाह समेत अन्य प्रमुख मस्जिदों के इंतजामिया पेशो पेश में रहे। शाही ईदगाह में चूने से निशान लगाने का कार्य पूरा कर लिया गया। शहर काजी जैनुस साजिदीन ने बताया कि ईद की नमाज पौने आठ बजे सुबह होगी। वहीं कारी शफीकुर्रहमान ने कहा कि सड़कों पर नमाज नहीं होगी। नायब शहर काजी जैनुर राशिदीन ने कहा कि उन मस्जिदों में नमाज अदा करें जहां पर ईद की नमाज हो रही है।

लव जिहाद, सचिव की इकलौती बेटी बनी शिकार

लव जिहाद, सचिव की इकलौती बेटी बनी शिकार 
अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। केंद्र सरकार के एक सचिव ने अपनी इकलौती बेटी के लव जिहाद का शिकार होने की आशंका जताई है। गैर हिंदू युवक पर बेटी से धोखाधड़ी कर शादी करने का आरोप लगाते हुए नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। मुकदमे में दिल्ली के खन्ना मार्केट के आर्य समाज मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों और गाजियाबाद के छोटी बजरिया स्थित वैदिक हिंदू सभा को भी आरोपित बनाया है, जिसकी ओर से उनकी बेटी और आरोपित युवक की शादी का प्रमाण-पत्र जारी किया गया है।
 
पीड़िता की मां ने बताया कि 2016 में बेटी यूक्रेन से एमबीबीएस कर लौटी और आगे की पढ़ाई के लिए कोचिंग के साथ इंटर्नशिप करने लगी। तभी उनके पति का ट्रांसफर हो गया और वे बेटी को यहां छोड़कर चले गए। कुछ दिन बाद बेटी को जली हालत में अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना मिली। वह पहुंचीं तो अब्दुल रहमान नामक व्यक्ति बेटी के पास मिला। तीन माह तक सर्जरी के बाद वह बेटी को साथ ले गईं।

कुछ दिन बाद बेटी नोएडा के अस्पताल में नौकरी लगने की बात कहकर चली गई और फिर उससे संपर्क नहीं हुआ। बेटी से जब उनका संपर्क नहीं हुआ तो वह भी नोएडा चली आईं और युवक के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के मंदिर में अब्दुल ने बेटी से शादी कर गाजियाबाद की संस्था हिंदू मैरिज एक्ट के तहत शादी का प्रमाण-पत्र भी ले लिया।पीड़िता की मां ने बताया कि 2016 में बेटी यूक्रेन से एमबीबीएस कर लौटी और आगे की पढ़ाई के लिए कोचिंग के साथ इंटर्नशिप करने लगी। तभी उनके पति का ट्रांसफर हो गया और वे बेटी को यहां छोड़कर चले गए। कुछ दिन बाद बेटी को जली हालत में अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना मिली। वह पहुंचीं तो अब्दुल रहमान नामक व्यक्ति बेटी के पास मिला। तीन माह तक सर्जरी के बाद वह बेटी को साथ ले गईं।
कुछ दिन बाद बेटी नोएडा के अस्पताल में नौकरी लगने की बात कहकर चली गई और फिर उससे संपर्क नहीं हुआ। बेटी से जब उनका संपर्क नहीं हुआ तो वह भी नोएडा चली आईं और युवक के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के मंदिर में अब्दुल ने बेटी से शादी कर गाजियाबाद की संस्था हिंदू मैरिज एक्ट के तहत शादी का प्रमाण-पत्र भी ले लिया।पीड़िता की मां ने बताया कि 2016 में बेटी यूक्रेन से एमबीबीएस कर लौटी और आगे की पढ़ाई के लिए कोचिंग के साथ इंटर्नशिप करने लगी। तभी उनके पति का ट्रांसफर हो गया और वे बेटी को यहां छोड़कर चले गए। कुछ दिन बाद बेटी को जली हालत में अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना मिली। वह पहुंचीं तो अब्दुल रहमान नामक व्यक्ति बेटी के पास मिला। तीन माह तक सर्जरी के बाद वह बेटी को साथ ले गईं।
कुछ दिन बाद बेटी नोएडा के अस्पताल में नौकरी लगने की बात कहकर चली गई और फिर उससे संपर्क नहीं हुआ। बेटी से जब उनका संपर्क नहीं हुआ तो वह भी नोएडा चली आईं और युवक के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के मंदिर में अब्दुल ने बेटी से शादी कर गाजियाबाद की संस्था हिंदू मैरिज एक्ट के तहत शादी का प्रमाण-पत्र भी ले लिया।मां के मुताबिक अब्दुल यूनानी चिकित्सा का कोर्स कर रहा था और बेटी से परिचय नहीं था। उन्होंने बेटी को दवा देकर वश (हिप्नोटाइज) में करने का आरोप लगाया। अब्दुल के पीएफआइ (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) से जुड़े होने का आरोप लगाते हुए कहा कि बेटी कभी भी लव जिहाद का शिकार हो सकती है, क्योंकि वह उन्हें धमकी भी देता है। अनुसचिव ने मैरिज रजिस्ट्रार पंचम पर भी आरोप लगाया है। नोएडा पुलिस के सुनवाई न करने पर उन्होंने दिल्ली पुलिस से गुहार लगाई थी, जहां से शिकायत को गाजियाबाद ट्रांसफर किया गया था।
वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु कुमार गुप्ता ने बताया कि हिंदू मैरिज एक्ट में अलग-अलग धर्म के व्यक्तियों की शादी का पंजीकरण के लिए डीएम दोनों के अभिभावकों की सहमति से संस्तुति देते हैं।
वहीं सीओ कोतवाली स्वतंत्र सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी में केस दर्ज कर लिया है। विवेचना में जो तथ्य प्रकाश में आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे।

प्रेम-भाईचारे की परंपरा, शांति बनाए रखें: सीएम

प्रेम-भाईचारे की परंपरा, शांति बनाए रखें: सीएम
नरेश राघानी
जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर के जालौरी गेट और ईदगाह इलाके में देर रात तक भारी पुलिस बल तैनात रहा‌। स्थानीय सूत्रों ने पुष्टि की कि कुछ लोग जालोरी गेट चौराहे पर झंडा फहरा रहे थे। इस दौरान वीडियो बना रहे एक शख्स की कुछ युवकों ने पिटाई कर दी। कुछ लोग उसे बचाने आए तो उन पर भी हमला कर दिया। देखते ही देखते दूसरे गुट ने पथराव शुरू कर दिया। यह हंगामा देर रात तक जारी रहा और एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। 
इस पथराव में उदयमंदिर एसएचओ अमित सिहाग और डीसीपी पूर्वी भुवनभूषण यादव भी घायल हो गए। पुलिस ने पीछा कर लोगों को उनके घर भेज दिया। इसके बाद जनता ईदगाह रोड और जालोरी गेट चौराहे पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जालौरी गेट की ओर जाने वाले कई रास्तों को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया। देर रात सूरसागर विधायक सूर्यकांत व्यास और निगम दक्षिण महापौर वनिता सेठ भी मौके पर पहुंचे और 2.30 बजे तक पुलिस चौकी के बाहर बैठे रहे। 
घटना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, “दुर्भाग्यपूर्ण है कि जोधपुर के जालोरी गेट पर दो गुटों के बीच झड़प से तनाव पैदा हो गया है। प्रशासन को हर कीमत पर शांति व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। प्रेम और भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए, मैं सभी पक्षों से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था बनाने में सहयोग करने की एक मार्मिक अपील करता हू।

कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन

कौशाम्बी: 'संपूर्ण समाधान दिवस' का आयोजन  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिले के सभी तहसीलों में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया ग...