सोमवार, 2 मई 2022

यूक्रेनी सैनिकों को भेजा, रानी का पोस्ट कार्ड

यूक्रेनी सैनिकों को भेजा, रानी का पोस्ट कार्ड 

सुनील श्रीवास्तव
कीव/मॉस्को/मेड्रिड। रूस-यूक्रेन के बीच पिछले दो महीने से जंग जारी है। युद्ध लंबा खिंच रहा है। ऐसे में यूरोपीय देश अपने-अपने तरीके से यूक्रेन की मदद कर रहे हैं। स्पेन की रानी लेटिज़िया ने ग्रेनेड और लॉन्चर जैसे हथियारों के साथ अपने हाथों से लिखा एक पोस्ट कार्ड, यूक्रेनी सैनिकों को भेजा है। इसके साथ रानी ने यूक्रेनी सैनिकों के लिए स्पेन का ट्रैडीशनल सॉसेज भी भेजा है।
रानी ने अपने शुभकामना संदेश और सॉसेस को ग्रेनेड के बक्से में रख कर यूक्रेनी सैनिकों तक भिजवाया। बता दें कि स्पेन यूक्रेन को लड़ाई जारी रखने के लिए ग्रेनेड और दूसरे हथियार भेज रहा है। 
रानी लेटिज़िया ने इसी हथियार के खेप के साथ लेटर और सॉसेज भेजा था। शुरुआत में एक यूक्रेनी सैनिक को ग्रेनेड के डब्बे में महारानी का लेटर मिला तो उसे यकीन नहीं हुआ। लेकिन बाद में जब उस पर रॉयल मुहर और महारानी का साइन देखा तब जाकर सबको यकीन हुआ।
रानी ने लिखा- आपकी जीत चाहती हूं।
अपने छोटे से संदेश में रानी ने यूक्रेनी सैनिकों के लिए लिखा कि ‘मैं आपकी जीत चाहती हैं। प्यार के साथ, लेटिज़िया…’ 49 साल की रानी लेटिज़िया स्पेन के राजा फिलिप छठवें की पत्नी हैं। स्पेन में उन्हें काफी लोकप्रिय माना जाता है। वो वहां के सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती हैं।
रानी लेटिज़िया इससे पहले भी यूक्रेन का समर्थन करती रही हैं। यूक्रेन पर रूसी हमले के कुछ दिन बाद ही लेटिज़िया ने यूक्रेन में पहले जाने वाले पारंम्परिक गाउन को पहन कर यूक्रेनियों के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया था।

महंगाई भत्ते में 5 प्रतिशत की वृद्धि का ऐलान

महंगाई भत्ते में 5 प्रतिशत की वृद्धि का ऐलान  

दुष्यंत टीकम 
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने सरकारी कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी है। सीएम ने महंगाई भत्ते में 5 प्रतिशत की वृद्धि का ऐलान किया है। यह घोषणा 1 मई से ही प्रभावी होगी। बता दें लगातार बढ़ती महंगाई के बीच सीएम की यह घोषणा कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत है। अभी महंगाई भत्ता 17% मिल रहा है। इस घोषणा के साथ अब 22% महंगाई भत्ता मिलेगा। सीएम भूपेश बघेल ने यह जानकारी ट्वीट करके दी। इधर कर्मचारी संघ केंद्र के समान महंगाई भत्ता मांग रहे हैं।
सीएम भूपेश बघेल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि कर्मचारियों के हित में आज हमने एक बड़ा फैसला लिया है। शासकीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 5% की बढ़ोत्तरी की घोषणा करता हूं। यह दर 1 मई से ही लागू होगी। बता दें सीएम की इस घोषणा से प्रदेश के लगभग साढ़े 3 लाख सरकारी कर्मचारियों फायदा होगा। राजपत्रित अधिकारियों को 3500 से 5 हजार, तृतीय वर्ग कर्मचारियों को 1500 सौ से 3500 सौ और चतुर्थ कर्मचारियों को 700 से 2000 रुपये तक फायदा मिलेगा।
इस घोषणा से छत्तीसगढ़ शासन पर सालाना लगभग एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का आर्थिक भार आएगा। छत्तीसगढ़ में लंबे समय से राज्य के कर्मचारी केंद्र के सामान 34% डीए की मांग कर रहे हैं। इधर यह भी सूचना है कि 5% डीए बढ़ाने से कर्मचारी खुश नहीं है। अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन सहित विभिन्न कर्मचारी संघों की बैठक होने वाली है, जिसमें सरकार के निर्णय पर विचार किया जाएगा।

कैशबैक: 224 रुपये में खरीद सकते हैं स्मार्टफोन

कैशबैक: 224 रुपये में खरीद सकते हैं स्मार्टफोन

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। फ्लिपकार्ट पर कई सारे ब्रांड्स के नए स्मार्टफोन्स की सेल की शुरुआत की जा रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्मार्टफोन निर्माता कंपनी माइक्रोमैक्स के नए स्मार्टफोन,  IN 2C की सेल की शुरुआत भी फ्लिपकार्ट पर की गई है। 8,499 रुपये की कीमत वाले इस स्मार्टफोन को आप सिर्फ 224 रुपये में खरीद सकते हैं, आइए जानते हैं कैसे ?
स्मार्टफोन को 8,499 रुपये की कीमत पर लॉन्च किया गया है और फ्लिपकार्ट पर भी इस स्मार्टफोन को इसी कीमत पर खरीदा जा सकता है। माइक्रोमैक्स के इस स्मार्टफोन को खरीदते समय अगर आप फ्लिपकार्ट एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपको 5% यानी 425 रुपये का कैशबैक मिल जाएगा। इसके बाद आपके लिए इस फोन की कीमत 8,074 रुपये हो जाएगी।
ऐसे खरीदें महज 224 रुपये में...
अगर आप सोच रहे हैं कि  2C को आप सिर्फ 224 रुपये में कैसे खरीद सकते हैं तो हम आपको बता दें कि इस डील में एक एक्सचेंज ऑफर भी शामिल है। Micromax IN 2C को अपने पुराने स्मार्टफोन के बदले में खरीदकर आप 7,850 रुपये तक बचा सकते हैं। अगर आपको इस एक्सचेंज ऑफर का पूरा लाभ मिल जाता है तो आपके लिए इस फोन की कीमत केवल 224 रुपये रह जाएगी।
 IN 2C का यह स्मार्टफोन 3GB RAM और 32GB के इंटरनल स्टोरेज के साथ आता है। 6,52-इंच के एचडी+ डिस्प्ले के साथ इस स्मार्टफोन में आपको 5,000mAh की बैटरी भी मिलेगी यूनीसॉक T610 प्रोसेसर पर काम करने वाले Micromax IN 2C में आपको 8MP का रीयर कैमरा और 5MP का फ्रंट कैमरा मिलेगा। ये स्मार्टफोन डुअल सिम और 4G सेवाओं के सपोर्ट के साथ लॉन्च किया गया है।

'राष्ट्रगीत' के साथ हुईं, कार्यक्रम की शुरुआत

'राष्ट्रगीत' के साथ हुईं, कार्यक्रम की शुरुआत

मनोज सिंह ठाकुर
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि बेटियां बोझ नहीं, वरदान हैं। इसलिए वर्ष 2007 में लाडली लक्ष्मी योजना प्रारंभ की गई। चौहान की गरिमामयी उपस्थिति में यहां आयोजित ‘मां तुझे प्रणाम योजना’ के पुन: शुभारंभ कार्यक्रम की शुरुआत, राष्ट्रगीत वंदेमातरम के साथ हुई।
इस अवसर पर खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भी मौजूद रहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चाहते है कि मेरी लाडली लक्ष्मी बेटियां हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करें। हम जैसा सोचते और करते हैं, वैसा बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2007 में हमने लाडली लक्ष्मी बेटी योजना शुरू इसलिए की, कि बेटी बोझ नहीं बेटी वरदान हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके मन में कल्पना थी की मध्यप्रदेश की धरती पर बेटी जन्म ले, तो वह लखपति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज दो योजनाओं का संगम है। एक जो मेरे हृदय से निकली है लाड़ली लक्ष्मी योजना और एक ‘मां तुझे प्रणाम योजना’ जो भारत माता के प्रति देशभक्ति का भाव पैदा करने के लिए प्रारंभ की है।
उन्होंने कहा कि आज लाड़ली लक्ष्मी बेटियां वाघा बॉर्डर पर जा रहीं हैं। चौहान ने कहा कि मां तुझे प्रणाम योजना के तहत अपने गांव की माटी ले जाकर सैनिकों का तिलक करेंगे, उनसे चर्चा करेंगे। जब आएंगे तो शहीदों के लहू से पवित्र माटी का तिलक लगाकर आएंगे। हम ये संकल्प भी लें कि जरूरत पड़ी तो मां भारती की रक्षा के लिए सर्वस्व समर्पण कर देंगे।
उन्होंने कहा कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। लाड़ली लक्ष्मी का मतलब है बड़ा लक्ष्य तय करना। आत्मविश्वास से भरा रहना। उन्होंने कहा कि उनके दिमाग में कल्पना आई थी कि बेटी पैदा हो तो लखपति पैदा हो। आज प्रदेश में 43 लाख लाड़ली लक्ष्मी बेटियां हैं। भगवान से प्रार्थना हैं कि बेटियों पर कृपा और आशीर्वाद बनाए रखें। इनके पांव में कभी कांटा न लगे, इनकी आंखों में कभी आंसू न आएं।

कॉमन सिविल कोड लागू करना, पागल सरकार

कॉमन सिविल कोड लागू करना, पागल सरकार

हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। बाबा साहब भीम राव अंबेडकर ने 2 दिसंबर 1948 को संविधान सभा में कहा था कि कॉमन सिविल कोड लागू करने के बारे में सोचने वाली सरकार एक पागल सरकार ही कही जाएगी। कॉमन सिविल कोड को तो राज्य सरकार बना ही नहीं सकती। फिर भी भाजपा सरकार के मंत्री और नेता अफवाह और अनिश्चितता का माहौल बनाने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं।
ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने फेसबुक लाइव के माध्यम से होने वाले स्पीक अप कार्यक्रम के 44 वीं कड़ी में कहीं।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि संविधान सभा में अर्टिकल 44 के सूत्रिकरण पर अपने संबोधन डॉ अंबेडकर ने कॉमन सिविल कोड को वांछनीय तो बताया था। लेकिन साथ ही इसे ऐक्षिक बताया था। उन्होंने कहा कि तत्कालीन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने भी लॉ कमिशन के समक्ष 12 पेज का हलफनामा दिया था। जिसमें कहा गया था कि राज्य सरकारों को कॉमन सिविल कोड बनाने का अधिकार नहीं है। यह सिर्फ संसद कर सकती है। वहीं 2018 में लॉ कमिशन ने भी कहा था कि पर्सनल लॉ के साथ छेड़-छाड़ नहीं करनी चाहिए। जिसके बाद मोदी सरकार ने 22 वें लॉ कमिशन के अध्यक्ष के पद पर किसी को नियुक्त ही नहीं किया। 2018 से ही यह पद खाली है। जबकि ऐसे गंभीर मसलों पर राय देने के लिए ही उसका गठन हुआ था।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारें जानती हैं कि कॉमन सिविल कोड का सबसे ज़्यादा विरोध बहुसंख्यक समुदाय से आयेगा, क्योंकि वहां विविधता ज़्यादा है। जबकि ईसाई और मुस्लिम जैसे अल्पसंख्यक समुदायों में पूरे देश में शादी, तलाक़, विरासत, गोद लेने और उत्तराधिकार के कानून एक समान हैं। इसीलिये केंद्र सरकार कॉमन सिविल कोड का कोई मसौदा संसद या मीडिया के सामने नहीं रख रही है जिससे उस पर बहस हो सके। सरकार की कोशिश बहुसंख्यक समुदाय को अंधेरे में रख कर उनके बीच इसे मुस्लिम विरोधी प्रचारित कर उनको सांप्रदायिक बनाये रखना है।

बुलडोजर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध, एससी का रुख

बुलडोजर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध, एससी का रुख

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। जमीयत उलमा-ए-हिंद का एक प्रतिष्ठित प्रतिनिधिमंडल, एक संगठन। जिसने जहांगीरपुरी दिल्ली में बुलडोजर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। सोमवार को जमीयत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी के नेतृत्व में जहांगीरपुरी का दौरा किया और वहां के जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे।
जमीयत ने उनमें 500 ईद किट भी बांटे। एक किट में 22 घरेलू सामान होते हैं।
तब प्रतिनिधिमंडल ने उच्च पुलिस अधिकारियों से भी मुलाकात की और निर्दोष व्यक्तियों की गिरफ्तारी पर चिंता व्यक्त की। इसने शिकायत की कि "पत्थरबाज" शब्द का उपयोग करके एक विशेष समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है, विशेष रूप से मीडिया के गैर-जिम्मेदार वर्गों ने, जिन्होंने विशेष समुदाय को निशाना बनाने में एक मिनट भी नहीं छोड़ा। इसलिए ऐसी स्थिति में पुलिस विभाग और उसके वरिष्ठ अधिकारी जिम्मेदार भूमिका निभाएं और किसी खास समुदाय को निशाना बनाने की प्रथा को बंद करें। गरीब और जरूरतमंद लोगों को अपना व्यवसाय फिर से शुरू करने का मौका दिया जाना चाहिए। दूसरी ओर, प्रतिनिधिमंडल ने यह भी मांग की कि पुलिस प्रशासन को निवासियों में व्याप्त भय और चिंता को दूर करने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
जमीयत उलमा-ए-हिंद की ओर से स्थानीय स्तर पर छह सदस्यीय स्थानीय राहत समिति का गठन भी किया गया था ताकि वहां के जरूरतमंद लोगों की मदद की जा सके।
जेयूएच प्रतिनिधिमंडल में जमीयत उलमा-ए-हिंद के जनरल और जमीयत उलमा-ए-हिंद के वरिष्ठ आयोजक मौलाना गयूर अहमद कासमी, मौलाना मुहम्मद यासीन जाहज़ी, मरकज़ दावत इस्लाम के अधिकारी जमीयत उलमा-ए-हिंद और मौलाना मुहम्मद जाकिर कासमी शामिल थे। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के आयोजन
प्रतिनिधिमंडल के मुखिया मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा कि वह भारत सरकार के संबंधित मंत्री के लगातार संपर्क में हैं और कई बार उनसे इस मामले पर चर्चा कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि उलमा-ए-हिंद पहले दिन से ही प्रभावित लोगों की हर संभव मदद कर रहा है। हम मौलाना महमूद मदनी साहब के नेतृत्व में शीर्ष अदालत में बुलडोजर के इस्तेमाल के खिलाफ याचिका दायर करने वाले थे।

रिहायशी इलाके में आग लगने से 8 की मौंत

रिहायशी इलाके में आग लगने से 8 की मौंत  

सुनील श्रीवास्तव
मनीला। फिलीपींस की राजधानी मनीला में सोमवार तड़के स्टेट यूनिवर्सिटी परिसर के एक रिहायशी इलाके में आग लगने से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई।
स्थानीय डीजेडबीबी रेडियो ने फायर प्रोटेक्शन ब्यूरो के अधिकारियों के हवाले से बताया कि क्यूज़ोन सिटी उपनगर में फिलीपींस विश्वविद्यालय परिसर के अंदर स्थानीय समयानुसार सुबह करीब पांच बजे आग लगने पीड़ित घरों में फंस गए थे। एक घर में बच्चों समेत छह की मौत हुई हैं।
रिपोर्ट के अनुसार आग में करीब 80 घर जल गए तथा 250 परिवार प्रभावित हुए है। आग से बचने के प्रयास में घरों से बाहर कूदने से कुछ निवासी घायल हुए हैं।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...