शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022

सीमेंट प्लांट में गोलीबारी, 8 की मौंत, 11 घायल

सीमेंट प्लांट में गोलीबारी, 8 की मौंत, 11 घायल    

सुनील श्रीवास्तव     

मैक्सिको सिटी। मैक्सिको में हिडाल्गो प्रांत के तुला शहर में क्रूज अजुल सीमेंट प्लांट में गोलीबारी हुई। इसमें आठ लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए।शहर के गवर्नर उमर फयाद मेनेसेस ने बताया कि बुधवार तड़के कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने प्लांट पर कब्जा करने कोशिश की। जब यहां काम करने वाले वर्कर्स ने उनका विरोध किया तो गोलीबारी शुरू हो गई।उन्होंने अपने ट्विटर पेज पर लिखा- मैं तुला शहर में क्रूज अजुल प्लांट में हुई झड़प की कड़ी निंदा करता हूं, ताजा जानकारी के मुताबिक, आठ लोगों की मौत हो गई है। 11 घायल हो गए और नौ को हिरासत में लिया गया है। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है। एक अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि ये एक गैंगवार था। अभी तक इस गोलीबारी की असल वजह पता नहीं चल पाई है। माना जा रहा है कि गैंगवार को बदले की भावना के चलते अंजाम दिया गया है।

गैंगवार पहले भी हुआ था...
मार्च में, सेंट्रल मेक्सिको में 19 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना मिचोआकन राज्य के लास तिनाजस में एक फंक्शन के दौरान हुई। गोलीबारी में मरने वालों में से 16 पुरुष और तीन महिलाएं हैं। गोलीबारी में कई लोग घायल भी हुए थे। वहीं, फरवरी में भी मिचोआकन में एक बड़ा हमला हुआ था, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारियों का कहना है कि यह हमला दो गैंग्स के बीच चल रहे विवाद की वजह से हुआ था।

राज ठाकरे को जनसभा व भाषण की इजाजत

राज ठाकरे को जनसभा व भाषण की इजाजत 

कविता गर्ग  
मुंबई। औरंगाबाद पुलिस ने औरंगाबाद में राज ठाकरे को जनसभा और भाषण की इजाजत दे दी है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे 30 अप्रैल को सुबह करीब 8 बजे पुणे से रवाना होंगे। महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) नेता बाबू वागास्कर ने इंडिया टुडे/आजतक को बताया कि राज ठाकरे के काफिले में करीब 150 वाहन, कारें, एसयूवी होंगी। ठाकरे को ये अनुमति सशर्त दी गई है। ‘महाराष्ट्र में योगी नहीं भोगी हैं’ उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा लाउडस्पीकर के खिलाफ अभियान जारी है।
धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं, या उनकी आवाज कम की जा रही है। इस पर राज ठाकरे ने सीएम योगी की तारीफ की है। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र में जो हैं वे योगी नहीं, भोगी हैं। राज ठाकरे ने ट्वीट में लिखा, धार्मिक स्थलों विशेषकर मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को हटाने के लिए मैं योगी सरकार को तहे दिल से बधाई देता हूं और आभारी हूं। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र में कोई योगी नहीं है। लेकिन यहां सभी भोगी हैं।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा लाउडस्पीकर के खिलाफ अभियान जारी है। धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं, या उनकी आवाज कम की जा रही है। इस पर राज ठाकरे ने सीएम योगी की तारीफ की है। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र में जो हैं वे योगी नहीं, भोगी हैं। राज ठाकरे ने ट्वीट में लिखा, धार्मिक स्थलों विशेषकर मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को हटाने के लिए मैं योगी सरकार को तहे दिल से बधाई देता हूं और आभारी हूं। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र में कोई योगी नहीं है। लेकिन यहां सभी भोगी हैं।
महाराष्ट्र में भी लाउड स्पीकर पर सियासत पिछले दिनों से महाराष्ट्र में भी लाउड स्पीकर पर सियासत जारी है। हाल ही में राज ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर अल्टीमेटम जारी किया था पिछले दिनों मुंबई में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राजठाकरे ने कहा था, ‘मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी तेज आवाज में क्यों बजाए जाते हैं। अगर इसे नहीं रोका गया तो मस्जिदों के बाहर स्पीकर पर अधिक तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाया जाएगा। ठाकरे ने आगे कहा कि वह किसी विशेष धर्म की प्रार्थना के खिलाफ नहीं है, लेकिन उन्हें सिर्फ अपने धर्म पर ही गर्व है।

'ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट' का उद्घाटन

'ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट' का उद्घाटन 

इकबाल अंसारी
सूरत। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के सूरत में ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम सरदारधाम द्वारा आयोजित किया जा रहा है।पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के पास इतना कुछ है। हमें बस अपने आत्मविश्वास को, आत्मनिर्भरता के अपने जज्बे को मज़बूत करना है। ये आत्मविश्वास तभी आएगा जब विकास में सबकी भागीदारी होगा, सबका प्रयास लगेगा।
उन्होंने आगे कहा कि देश को जब आजादी मिली थी तब सरदार साहब ने जो कहा था कि भारत में संपदा की कोई कमी नहीं है। हमें बस अपने दिमाग और संसाधनों को इनके सदुपयोग के लिए लगाना होगा। आजादी के मुकाबले में आने वाले 25 वर्षों के लिए जब हम संकल्प के लिए निकले हैं तो हमें सरदार साहब के इन शब्दों को कभी भूलना नहीं चाहिए।
मोदी ने कहा अपनी नीतियों, अपने एक्शन के माध्यम से सरकार का ये निरंतर प्रयास है कि देश में ऐसा माहौल बने कि सामान्य से सामान्य परिवार का युवा भी उद्यमी बने, उसके लिए के सपने देखे, उद्यमिता पर गर्व करे। आधुनिक कनेक्विटी के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, नए शहरों के निर्माण, पुराने शहरों में स्मार्ट सुविधाएं विकसित करने, पुराने नियमों-कायदों से देश को मुक्त करने और इनोवेशन व आइडिया की हैंड-हॉल्डिंग, ऐसे सभी कामों पर एकसाथ काम किया जा रहा है।
मुद्रा योजना आज देश के उन लोगों को अपना बिजनेस करने का हौसला दे रही है जो कभी इसके बारे में सोचते भी नहीं थे। स्टार्ट-अप इंडिया से वो इनोवेशन, वो टैलेंट में भी आज यूनिकार्न के सपने साकार होते देख रहा है जिसको कभी रास्ता नहीं दिखता था। पीएलआई योजना ने पुराने सेक्टरों में तो मेक इन इंडिया का उत्साह तो भरा ही है, सेमीकंडक्टर जैसे नए सेक्टर्स के विकास की संभावनाएं भी बनी हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल की अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद देश में MSME सेक्टर आज तेजी से विकास कर रहा है। लाखों करोड़ रुपये की मदद देकर MSME से जुड़े करोड़ों रोजगार बचाए गए और आज ये सेक्टर नए रोजगार का आज तेजी से निर्माण कर रहा है। छोटे से बड़े हर व्यवसाय, हर कारोबार का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। सबका प्रयास की यही भावना तो अमृतकाल में देश की ताकत बन रही है। मुझे खुशी है कि इस बार के समिट में आप इस विषय पर विस्तार से चर्चा कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि रेहड़ी-पटरी पर छोटा सा व्यापार करने वाला देशवासी आज भारत की ग्रोथ स्टोरी से अपने आप को जुड़ा महसूस करता है। पहली बार रेहड़ी-पटरी वालों को भी पीएम स्वनिधि योजना से फॉर्मल बैंकिंग सिस्टम में भागीदारी मिली है। हाल ही में हमारी सरकार ने इस योजना को दिसंबर 2024 के लिए बढ़ा दिया है।
तीन दिन तक चलेगा कार्यक्रम
तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन 29 अप्रैल से 1 मई तक होगा। सरदारधाम पाटीदार समुदाय के सामाजिक और आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के लिए ‘मिशन 2026’ के तहत जीपीबीएस का आयोजन कर रहा है। यह शिखर सम्मेलन हर दो साल में आयोजित किया जाता है। पहले दो शिखर सम्मेलन 2018 और 2020 में गांधीनगर में आयोजित किए गए थे और वर्तमान शिखर सम्मेलन अब सूरत में आयोजित हो रहा है।
जीपीबीएस 2022 का मुख्य विषय ‘आत्मनिर्भर समुदाय से आत्मनिर्भर गुजरात और भारत’ रखा गया है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य समुदाय के भीतर छोटे, मध्यम और बड़े उद्यमों को एक साथ लाना है। साथ ही नए उद्यमियों का पोषण और समर्थन करना और शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार सहायता प्रदान करना है। तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में सरकारी औद्योगिक नीति, एमएसएमई, स्टार्ट-अप, नवाचार, के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।

रेप के आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार किया

21 वर्षीय युवती से रेप, तांत्रिक अरेस्ट किया  

दुष्यंत टीकम
उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में 21 साल की लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया है। जहां एक तांत्रिक ने जादू-टोने के चक्कर में युवती से दुष्कर्म किया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।

ऐसे दिया घटना को अंजाम...
21 साल की पीड़िता मानसिक तौर पर कमजोर है। उसकी मां दिमाग तेज कराने के लिए अपनी बेटी को तांत्रिक के पास लेकर गई थी। इस दौरान आरोपी ने मां को बहाने से कमरे से बाहर निकाला दिया और लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
पीड़िता की मां का कहना है कि उनकी बेटी दिमाग से थोड़ी कमजोर है। इलाज के लिए देवास के एक व्यक्ति से उसने संपर्क किया था, जो झाड़-फूंक का काम करता है। जब वो अपनी बेटी को तांत्रिक के पास लेकर गई तो उसने बताया कि बेटी पर भूत-प्रेत का साया है, यह बोलकर उसे कमरे से बाहर निकाल दिया और दरवाजा बंद कर दिया। वो बेटी के ठीक होने का इंतजार करती रही।
पीड़िता की मां का आरोप है कि कमरे में उनकी बेटी को नशे की गोलियां खिलाकर बेसुध किया, फिर रेप की घटना को अंजाम दिया। साथ ही लड़की को होश में आने के बाद ठीक होने का हवाला भी दिया। होश आने पर लड़की ने पूरी घटना अपनी मां को बताई और उसके होश उड़ गए। तुरंत ही इसकी शिकायत थाने की गई और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देख, भड़कें सीएम

सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देख, भड़कें सीएम

संदीप मिश्र
गोरखपुर। जनता दर्शन में सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देखकर सीएम योगी भड़क गए और अधिकारियों से पूछा कि क्या तहसील, थानों में फरियादियों को न्याय नही मिल रहा है ? तहसील और थाने पर लोगों को न्याय नहीं मिल रहा क्या? आखिर इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मेरे तक आने की जरूरत क्यों पड़ रही। यह स्थिति ठीक नहीं। इसमें सुधार नहीं आया तो कार्रवाई के लिए तैयार रहिए। शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में अपनी समस्या कहने के लिए उमड़ी भीड़ को देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धैर्य जवाब और उन्होंने यह हिदायत अफसरों को दे डाली। मुख्यमंत्री ने करीब 100 लाेगों की समस्या खुद सुनी और बाकी लोगों की समस्या डीएम और एसएसपी ने उनके निर्देश पर सुनी। शुक्रवार को जनता दर्शन में करीब 600 लोग अपनी समस्या के निस्तारण के लिए गोरखनाथ मंदिर पहुंचे हुए थे। गुरुवार की शाम गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री की सुबह की दिनचर्या परंपरागत रही। 
तड़के अपने आवास से निकलने के बाद सबसे पहले उन्होंने बाबा गोरखनाथ के दरबार में जाकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दर्शन-पूजन किया। इसी क्रम में उन्होंने अपने दादा गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधिस्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। हमेशा की तरह मंदिर परिसर के भ्रमण के क्रम वह गोशाला गए। वहां वह करीब आधा घंटा रहे, इस दौरान उन्होंने गायों को दुलारा-पुचकारा और अपने हाथ से गुड़-चना खिलाया। वहीं सीएम योगी हिंदू सेवाश्रम पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या कहने के लिए उनका इंतजार कर रहे थे। संख्या काफी थी, सो मुख्यमंत्री ने 100 लोगों से सीधे मुलाकात की और बाकी लोगों का समस्यात्मक पत्र लेने के लिए डीएम और एसएसपी को निर्देशित कर दिया। जनता दर्शन में ज्यादातर मामले जमीन-जायदाद से जुड़े थे, जिसे मुख्यमंत्री ने स्थानीय स्तर पर निपटाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। जनता दर्शन के बाद मुख्यमंत्री जब मंदिर कार्यालय की ओर आए तो वहां भी करीब 100 लोग उनसे मिलने का इंतजार कर रहे थे।
जनता दर्शन मे सैकड़ों फरियादियों की भीड़ देख सीएम योगी भड़क गए और अधिकारियों से पूछा कि क्या तहसील, थानों में फरियादियों को न्याय नही मिल रहा है। तहसील और थाने पर लोगों को न्याय नहीं मिल रहा क्या? आखिर इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मेरे तक आने की जरूरत क्यों पड़ रही। यह स्थिति ठीक नहीं। इसमें सुधार नहीं आया तो कार्रवाई के लिए तैयार रहिए। शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में अपनी समस्या कहने के लिए उमड़ी भीड़ को देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने यह हिदायत अफसरों को दे डाली। मुख्यमंत्री ने करीब 100 लाेगों की समस्या खुद सुनी और बाकी लोगों की समस्या डीएम और एसएसपी ने उनके निर्देश पर सुनी। शुक्रवार को जनता दर्शन में करीब 600 लोग अपनी समस्या के निस्तारण के लिए गोरखनाथ मंदिर पहुंचे हुए थे। गुरुवार की शाम गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री की सुबह की दिनचर्या परंपरागत रही। तड़के अपने आवास से निकलने के बाद सबसे पहले उन्होंने बाबा गोरखनाथ के दरबार में जाकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दर्शन-पूजन किया। इसी क्रम में उन्होंने अपने दादा गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधिस्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। हमेशा की तरह मंदिर परिसर के भ्रमण के क्रम वह गोशाला गए। वहां वह करीब आधा घंटा रहे, इस दौरान उन्होंने गायों को दुलारा-पुचकारा और अपने हाथ से गुड़-चना खिलाया। वहीं सीएम योगी हिंदू सेवाश्रम पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या कहने के लिए उनका इंतजार कर रहे थे। संख्या काफी थी, सो मुख्यमंत्री ने 100 लोगों से सीधे मुलाकात की और बाकी लोगों का समस्यात्मक पत्र लेने के लिए डीएम और एसएसपी को निर्देशित कर दिया। जनता दर्शन में ज्यादातर मामले जमीन-जायदाद से जुड़े थे, जिसे मुख्यमंत्री ने स्थानीय स्तर पर निपटाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। जनता दर्शन के बाद मुख्यमंत्री जब मंदिर कार्यालय की ओर आए तो वहां भी करीब 100 लोग उनसे मिलने का इंतजार कर रहे थे।

ई-रिक्शा का रूट-रंग तय करने की कवायद शुरू

ई-रिक्शा का रूट-रंग तय करने की कवायद शुरू 

भानु प्रताप उपाध्याय         
मुजफ्फरनगर। शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पुलिस ने फिर से ई-रिक्शा का रूट और रंग तय करने की कवायद शुरू कर दी है। रिक्शा चालकों को यातायात कार्यालय बुलाकर बात की जाएगी। यातायात व्यवस्था को लेकर आए दिन व्यापारी अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। मुख्य मार्गों पर पुलिस ने बेरिकेडिंग कर दी है। कई बाजारों तक ग्राहकों को पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ रही है।पुलिस ने व्यापारियों के साथ कई दौर की बातचीत की, जिसके बाद चार बिंदु तय किए गए हैं। ई-रिक्शा के मार्गों का निर्धारण और रंग तय करना।
रजिस्टर्ड ई-रिक्शाओं के चालकों को प्रोत्साहित किया जाना व शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाना।यातायात पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह का कहना है कि इन बिंदुओं पर यातायात पुलिस की तैयारी चल रही है। 
शहर के ई-रिक्शा चालकों को यातायात कार्यालय बुलाया गया है। चालकों से बातचीत की जाएगी और उन्हें रूट और रंग के विषय में जानकारी दी जाएगी। जाम रोकने के लिए भी उनसे सहयोग मांगा जाएगा। व्यापारियों ने जो सुझाव दिए हैं, उन पर भी विचार कर कार्ययोजना बनाई गई है।

5 से 11 साल तक के बच्चों को लगेगा टीका

5 से 11 साल तक के बच्चों को लगेगा टीका

भानु प्रताप उपाध्याय  
शामली। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अब 5 साल से 11 साल तक के बच्चों को कोरोनारोधी वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। बच्चों को वैक्सीन का टीका लगाने की मंजूरी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग इस आयु के बच्चों का अपने स्तर पर डाटा जुटाने में लग गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि शासन की गाइड लाइन जारी होते ही बच्चों को टीके लगाने की शुरूआत कर दी जाएगी।कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण ही सुरक्षित कवच माना गया है। कोरोना से बचने के लिए टीकाकरण जरूरी है। सरकार ने अस्पतालों में कोरोनारोधी टीके नि:शुल्क लगाने की व्यवस्था की है। लोगों में भी कोरोनारोधी वैक्सीन का टीका लगवाने को जागरूकता आई है। 
युवा और बुजुर्गों को टीकाकरण के बाद इसी साल तीन जनवरी से 15 से 17 साल के किशोरों को टीकाकरण की शुरूआत हुई। दूसरी लहर में कोरोना का कहर देख चुके लोगों ने किशोरों को टीके लगवाने में रुचि दिखाई थी और उत्साह के साथ तेजी से टीकाकरण हुआ। एक माह में इस आयु के किशोरों को टीकाकरण लक्ष्य के करीब पहुंच गया था। स्वास्थ्य विभाग ने जिले में इस आयु के 95970 लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य रखा था। बुधवार तक 99463 किशोरों को टीके की पहली डोज लग चुकी हैं जो लक्ष्य का 103.64 प्रतिशत है। इसी आयु के 88318 किशोरों को दूसरी डोज लग चुुकी है। जो पहली डोज का 92.03 प्रतिशत है। 16 मार्च को 12 से 14 साल के किशोरों को टीकाकरण की शुरूआत की गई। शुरूआत में टीकाकरण की गति धीमी रही, लेकिन बाद में अभिभावकों ने उत्साह दिखाया और अपने किशोर उम्र के बच्चों को टीके लगवाएं। जिले में स्वास्थ्य विभाग ने 57963 किशोरों को टीके लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया। अब तक 30848 किशोरों को पहली डोज लगी है, जो लक्ष्य का 53.22 प्रतिशत है। 169 किशोरों को दूसरी डोज का टीका लगा है। कुल मिलाकर टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह बना हुआ है।टीकाकरण 16 जनवरी 2021 को कोरोनारोधी टीकाकरण नि:शुल्क शुरू हुआ था। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को टीकाकरण हुआ। इसके बाद अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को टीके लगाए गए। इसके कुछ समय बाद 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्ग और 45 वर्ष से अधिक आयु के बीमार लोगों को टीकाकरण किया गया। इसके बाद 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को टीके लगाए गए। इस साल तीन जनवरी से 15 से 17 साल के किशोरों को और 16 मार्च को 12 से 14 साल के किशोरों को टीकाकरण की शुरूआत हुई। इसी साल जनवरी में स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों और 60 साल से अधिक बुजुर्गों को सतर्कता डोज लगाने की शुरूआत हुई है। पांच से 11 साल तक के बच्चों को कोरोनारोधी टीका लगाने को मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन टीकाकरण के संबंध में अभी शासन की तरफ से गाइड लाइन नहीं मिली है। बच्चों का डाटा जुटाया जा रहा है। शासन के दिशा निर्देश मिलते ही बच्चों को टीके लगाना शुरू किया जाएगा।

कौशाम्बी: 'पीएम' नेहरू की जयंती मनाई गई

कौशाम्बी: 'पीएम' नेहरू की जयंती मनाई गई  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिला कांग्रेस कार्यालय में कौशाम्बी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गौरव पाण्डे...