शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022

एमपी: 10वीं व 12वीं के रिजल्ट ऐसे चेक करें

एमपी: 10वीं व 12वीं के रिजल्ट ऐसे चेक करें

मनोज सिंह ठाकुर  
भोपाल। मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन के नतीजे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट्स mpresults.nic.in, mpbse.nic.in और mpbse.mponline.gov.in पर चेक कर सकते है।
ऐसे चेक करें अपना रिजल्ट
सबसे पहले आप रिजल्ट की वेबसाइट पर जाएं।
इसके बाद 10 वीं का रिजल्ट देखने के लिए सेकेंडरी रिजल्ट पर क्लिक करें।
12 वीं का रिजल्ट देखने के लिए सीनियर सेकेंडरी रिजल्ट पर क्लिक करें।
साइट खुलने पर अपना रोल नंबर डालें।
अब आपका रिजल्ट स्क्रीन पर नजर आने लगेगा।
 डाउनलोड कर प्रिंट कर सकते हैं।
मार्कशीट डाउनलोड करने का लिंक बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट्स पर लाइव हो गया है।छात्रों को अपने रोल नंबर की मदद से वेबसाइट पर लॉगिन करना होगा और अपनी मार्कशीट डाउनलोड करनी होगी।

बोतल पानी पीने की आदत को मॉनिटर करता है

बोतल पानी पीने की आदत को मॉनिटर करता है 

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। अपने अनोखे प्रोडक्ट के लिए एपल जाना जाता है। अब एप्पल ने एक स्मार्ट बोतल लॉन्च करने दुनिया को चौंका दिया है। इससे पहले एपल ने फोन को साफ करने वाला एक कपड़ा 1,900 रुपये में लॉन्च किया था। एपल के इस खास बोतल का नाम हाइड्रेट स्पार्क रखा गया है।
एपल का हाइड्रेट एक पानी का बोतल है जिसे एपल के अमेरिकी स्टोर पर 59.95 डॉलर यानी करीब 4,600 रुपये में लिस्ट किया गया है। फिलहाल यह बोतल अमेरिकी बाजार में उपलब्ध है और अन्य मार्केट में इसकी उपलब्धता के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।
एप्पल हाइड्रेट स्पार्क को स्मार्ट बोतल इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसमें ब्लूटूथ कनेक्टिविटी है। यह बोतल आपके पानी पीने की आदत को मॉनिटर करता है और आईके आईफोन के एपल हेल्थ एप में डाटा भेजता है।
एप्पल हाइरेट्स को दो वेरियंट में पेश किया गया है। पहला वेरियंट हाइड्रेट्स है और दूसरा वेरियंट हाइड्रेट स्पार्क स्मार्ट प्रो है। इन दोनों वेरियंट की कीमतें क्रमशः 59.95 डॉलर और 79.95 डॉलर्स हैं।
 हाईरेट्स स्मार्ट प्रो स्टील को सिल्वर और ब्लैक दो कलर में खरीदा जा सकेगा। इस बोतल में एक LED सेंसर भी लगा है जिसके साथ ब्लूटूथ की कनेक्टिविटी है। बोतल पानी पीने के लिए फोन पर अलर्ट भी भेजता है। हाइट रेट प्रो को ब्लैक और ग्रीन कलर में पहले वाले वेरियंट जैसे फीचर्स के साथ खरीदा जा सकेगा।

कश्मीरी पंडितों को भेजा जा सकता है विधानसभा

कश्मीरी पंडितों को भेजा जा सकता है विधानसभा

इकबाल अंसारी  

श्रीनगर। । जम्मू-कश्मीर में अभी परिसीमन चल रहा है जिसके कारण विधानसभा में कश्मीरी पंडित समुदाय के सदस्यों को नामित विधायकों के तौर पर एंट्री दी जा सकती है। दरअसल कश्मीरी पंडितों की आबादी घाटी में नाम मात्र की है और 1990 में हिंसा के बाद पलायन करने वाले परिवारों की वापसी भी बहुत सीमित है। ऐसे में उन्हें प्रतीकात्मक तौर पर प्रतिनिधित्व देते हुए नामित सदस्य विधानसभा भेजे जा सकते हैं। इस प्रावधान पर परिसीमन आयोग विचार कर रहा है। आयोग का कार्यकाल 6 मई को समाप्त हो रहा है। खास बात यह है कि परिसीमन आयोग की सिफारिश में इन नामित सदस्यों को विधानसभा में किसी भी मसले पर होने वाले मतदान में वोटिंग का अधिकार भी दिया जा सकता है। पैनल का मानना है कि कश्मीरी पंडितों को राज्य की व्यवस्था में भागीदारी का अवसर दिया जाना चाहिए। इसके अलावा यह भी चर्चा हुई है कि क्या पलायन करने वाले कश्मीरी पंडित जहां भी हैं, वहीं से जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों में मतदान कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडलों से परिसीन आयोग के सदस्यों ने बात की है। इसके बाद इस पर सहमति बनी है कि विधानसभा में कश्मीरी पंडितों को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।परिसीमन आयोग में मेवानिवृत सुप्रीम कोर्ट जस्टिस रंजना देसाई और मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा शामिल हैं। विधानसभा में कश्मीरी पंडितों का यह प्रतिनिधित्व धर्म या जाति के आधार पर नहीं होगा। इसकी बजाय इसका आधार यह होगा कि वे पीढ़ियों से राज्य की राजनीतिक व्यवस्था के हिस्सेदार रहे हैं। इस व्यवस्था का उदाहरण सिक्किम से लिया गया है, जहां बौद्ध भिक्षुओं को नामित सदस्य के तौर पर भेजने का नियम है। जम्म-कश्मीर विधानसभा में चुनाव के माध्यम से कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधित्व की बजाय नामित सदस्यों की व्यवस्था को ज्यादा सही माना जा रहा है। अब तक जम्मू-कश्मीर विधानसभा में दो महिला सदस्यों को भेजने की व्यवस्था रही है। ऐसा ही प्रावधान पुदुचेरी विधानसभा में भी है, जहां 30 सदस्य चुनाव के जरिए आते हैं। इसके अलावा 3 सदस्यों को केंद्र सरकार की ओर से नामित किया जाता है। यदि परिसीमन आयोग केंद्र सरकार से कश्मीरी पंडितों को लेकर यह सिफारिश करता है तो समुदाय की लंबे वक्त से चल रही मांग पूरी हो सकती है। कश्मीरी पंडित समुदाय की ओर से मांग की जाती रही है कि उन्हें जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भी समुदाय ने इसे लेकर मांग की थी।

तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम जारी कियें

तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम जारी कियें   

अंकुर कुमार        

नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने शुक्रवार को पेट्रोल-डीजल के दाम जारी कर दिए हैं। सुबह छ: बजे जारी किए गए रेट्स के अनुसार, आज भी कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। सभी शहरों में पेट्रोल-डीजल के रेट्स स्थिर बने हुए हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। आईओसीएल के अपडेट के अनुसार, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई समेत अन्य महानगरों में भी तेल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 120.51 रुपये और डीजल 104.77 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। कोलकाता में पेट्रोल 115.12 रुपये व डीजल 99.83 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। इसके अलावा, चेन्नई में आज एक लीटर पेट्रोल के दाम 110.85 रुपये और डीजल के दाम 100.94 रुपये पर बने हुए हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल (Crude Oil) की कीमत के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमत प्रतिदिन अपडेट की जाती है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद रोज पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) के दाम तय करती हैं। इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम तेल कंपनियां हर दिन सुबह विभिन्न शहरों की पेट्रोल और डीजल की कीमतों की जानकारी अपडेट करती हैं।

भारतीय नौसेना में नौकरी का शानदार मौका

भारतीय नौसेना में नौकरी का शानदार मौका  

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना में 10वीं पास के लिए सरकारी नौकरियों के मौके हैं। भारतीय नौसेना ने फार्मासिस्ट, फायरमैन और पेस्ट कंट्रोल वर्कर के पदों पर भर्ती निकाली है। भारतीय नौसेना में सरकारी नौकरी का शानदार मौका है। नौसेना ने फार्मासिस्ट, फायरमैन और पेस्ट कंट्रोल वर्कर के पदों पर भर्ती निकाली है‌। इस भर्ती के लिए आवेदन की आखिरी तारीख भर्ती विज्ञापन जारी होने से 60 दिन यानी 26 जून तक है। नौसेना भर्ती के लिए आवेदन ऑफलाइन करना है।

वैकेंसी डिटेल...
फार्मासिस्ट- 1 पद
फायरमैन- 120 पद
पेस्ट कंट्रोल वर्कर- 6 पद

योग्यता...
फार्मासिस्ट- 10वीं पास होना चाहिए।
फायरमैन- 10वीं पास होने के साथ शारीरिक रूप से मजबूत होना चाहिए। लंबाई 165 सेंटीमीटर कम से कम होनी चाहिए। आईएसटी मेंबर को लंबाई में 2.5 सेंटीमीटर की छूट मिलेगी। चेस्ट बिना फुलाए 81.5 सेंटीमीटर और फुलाने के बाद 85 सेंटीमीटर होना चाहिए। वजन कम से कम 50 किलोग्राम होना चाहिए। पेस्ट कंट्रोल वर्कर- 10वीं पास होना चाहिए। हिंदी/रीजनल लैंग्वेज लिखने, पढ़ने और बोलने में सक्षम होना चाहिए।

आयु सीमा...
उम्मीदवारों की आयु अधिकतम 56 साल होनी चाहिए।

सेलेक्शन क्राइटेरिया...
उम्मीदवारों का सेलेक्शन फिजिकल फिटनेस टेस्ट, प्रोविजनल अलॉटमेंट लेटर और डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के आधार पर होगा।

कहां भेजना है आवेदन फॉर्म...
फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (एसओ सीपी के लिए), हेडक्वॉर्टर्स वेस्टर्न नेवल कमांड, बलाड पीयर, टाइगर गेट के नजदीक, मुंबई- 400001।

101 किलो चांदी से बना दरवाजा चढ़ाया: आस्था

101 किलो चांदी से बना दरवाजा चढ़ाया: आस्था

सत्येंद्र पंवार
मिर्जापुर। मिर्जापुर के विंध्याचल में स्थित प्रसिद्ध मां विंध्यवासनी मंदिर में एक भक्त ने मनोकामना पूरी होने पर 101 किलो चांदी से बना दरवाजा चढ़ाया। मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश द्वार पर इस चांदी के दरवाजे को वैदिक मंत्रोच्चार के बाद मुख्य द्वार पर स्थापित किया गया। इसकी कीमत 80 लाख रुपये आंकी गई है‌‌। यह दरवाजा सवा पांच फीट लंबा और दो फीट चौड़ा है। इसे राजस्थान से बनवाया गया है। चांदी के दरवाजे को लगाने के लिए राजस्थान के झुंझुनू जिले से पांच कारीगर भी लाए गए थे। मंदिर में जहां चांदी का दरवाजा लगाया गया। 
वहां पहले पीतल का गेट लगा था। इस मौके पर माता विंध्यवासिनी के दरबार में विशेष पूजन अर्चन एवं भंडारे का आयोजन किया गया। भक्त संजय चौधरी ने बताया कि वह करीब 25 सालों से रांची से विंध्याचल आ रहे हैं। संजय दोनों नवरात्रि में सपरिवार माता विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करने के लिए आते हैं। नवरात्रि के दौरान ही उन्होंने मन में संकल्प लिया कि एक दिन माता के गर्भ गृह में चांदी का दरवाजा लगवाएंगे। संजय ने कहा कि मां के आशीर्वाद से चांदी का द्वार लगवाने का संकल्प पूरा हुआ। बता दें, पिछले साल अगस्त महीने में बिहार के एक मंत्री ने मां विध्यवासिनी को एक किलो के सोने का मुकुट और चरण दान किया था। इसकी कीमत 50 लाख रुपये आंकी गई थी। विध्यवासिनी दरबार लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। यहां आम दिनों में भी हजारों की संख्या में दर्शन-पूजन के लिए भक्त पहुंचते हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने की कामना करते हैं।

नाटो-रूस के बीच टकराव या छद्म युद्ध बताना असत्य

नाटो-रूस के बीच टकराव या छद्म युद्ध बताना असत्य 

अखिलेश पांडेय           

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि रूसी अधिकारियों की ओर से यूक्रेन में संघर्ष को अमेरिका, उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) और रूस के बीच सीधे टकराव या छद्म युद्ध बताना असत्य, लेकिन चिंताजनक हैं। बाइडेन ने रूस अधिकारियों की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "वे सच्चे नहीं हैं। वे मेरी चिंता करते हैं, क्योंकि यह उनकी हताशा को दर्शाता है। रूस ने पहली बार में जो करने के लिए निर्धारित किया गया था, उसे करने में वे अपनी घोर विफलता महसूस कर रहे हैं। इसलिए मुझे लगता है कि यह सच्चाई से अधिक उनकी विफलता को प्रतिबिंबित करता है। इसलिए यह कहने के बजाय कि यूक्रेन के पास रूसी सेना का विरोध करने की क्षमता है, इस तरह का बयान दे रहे हैं। उन्हें अपने लोगों को बताना होगा कि अमेरिका और सभी नाटो रूसी सैनिकों और टैंकों को बाहर निकालने में लगे हुए हैं।"

उल्लेखनीय है कि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव सहित वहां के अन्य अधिकारियों ने रूस के विशेष सैन्य अभियान के दौरान यूक्रेन में अमेरिका और नाटो की गतिविधियों को एक छद्म युद्ध की ओर ले जाने की संभावना जताई है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...