गुरुवार, 28 अप्रैल 2022

निर्यात बंद, खाने के तेल महंगे होने की आशंका

निर्यात बंद, खाने के तेल महंगे होने की आशंका

सुनील श्रीवास्तव 

जकार्ता। ‌आज यानी 28 अप्रैल से इंडोनेशिया ने खाद्य तेलों का निर्यात बंद कर दिया है और इसका असर कई देशों पर देखा जा सकता है। हालांकि भारतीयों के लिए ये खबर और ज्यादा परेशान करने वाली हो सकती है क्योंकि देश में खाने के तेल और महंगे होने वाले हैं। 

शैंपू-साबुन तक के दाम बढ़ने वाले हैं
पहले ही यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण देश में सनफ्लार ऑयल (सूरजमुखी का तेल) महंगा हो चुका है, वहीं देश में सरसों के तेल के दाम पहले ही अब तक के हाई स्तर पर हैं। अब पाम तेल के महंगे होने से ना केवल देश में एडिबल ऑयल (खाने के तेल) महंगे होंगे बल्कि कई उपभोक्ता वस्तुएं जैसे केक, बिस्कुट और चॉकलेट से लेकर शैंपू-साबुन तक के दाम बढ़ने वाले हैं।

भारत के लिए क्यों है चिंता बढ़ाने वाली खबर
भारत अपनी जरूरत का 70 फीसदी पाम तेल इंडोनेशिया से आयात करता है और 30 फीसदी तेल मलेशिया से आयात करता है। देश में करीब 90 लाख टन पाम तेल इंडोनेशिया और मलेशिया से आता है और इंडोनेशिया से एक्सपोर्ट बंद होने के चलते देश में पाम तेल की उपलब्धता कम होगी जिससे यहां महंगाई बढ़ेगी। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एफएमसीजी और सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली कंपनियां भी बड़ी मात्रा में पाम तेल का यूज करती हैं। इनके चलते वो एफएमसीजी प्रोडक्ट्स जिनमें पाम तेल यूज होता है, महंगे होने वाले हैंं। पाम तेल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल खाने के तेल की तरह तो होता ही है, इसके अलावा इंडस्ट्री के बहुत से प्रोडक् जैसे शैंपू, टूथपेस्ट, नहाने का साबुन, विटामिन की गोलियां, सौंदर्य प्रसाधन प्रोडक्ट्स, केक और चॉकलेट वगैरह में भी इनका खूब यूज होता है।

देश में कई कंपनियां करती है पाम तेल का यूज
इंडोनेशिया ने पाम ऑयल का निर्यात बंद किया है जिससे खाद्य तेलों की कीमत में तो इजाफा होगा ही, शैंपू-साबुन, केक, बिस्कुट और चॉकलेट महंगे होने के संकेत भी मिल रहे हैं।इन कंपनियों ने तो पहले ही बता रखा है कि वो अपने प्रोडक्ट्स में पाम ऑयल का यूज करती हैं। जैसे एचयूएल, नेस्ले, प्रॉक्टर एंड गैम्बल और लॉरियल ने अपने उत्पादों में पाम तेल की मात्रा रखने के बारे में जानकारी दे रखी है। जाहिर है अब अगर पाम तेल की कमी होगी तो इसकी कीमतें बढ़ेंगी और ये कंपनियां भी अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ा सकती हैं। 

गुलकंद का सेवन, गर्मी से पा सकते हैं राहत

गुलकंद का सेवन, गर्मी से पा सकते हैं राहत

सरस्वती  उपाध्याय 
गर्मी से राहत पाने के लिए लोग तरह-तरह की चीजों का सेवन करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गुलकंद का सेवन किया है। बता दें कि गुलकंद का सेवन करके आप गर्मी से तो राहत पा ही सकते हैं साथ ही कई तरह की दिक्कतों से भी निजात पा सकते हैं। गुलकंद (Gulkand) का सेवन दूध के साथ भी किया जा सकता है और इसको आप सीधे तौर पर भी खा सकते हैं।
वैसे विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर होने के कारण जहां दूध को प्रोटीन का बेस्ट सोर्स माना जाता है। वहीं गुलाब के फूलों से बना गुलकंद खाना भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।इसलिए दूध के साथ गुलकंद का सेवन करने से इसके फायदे और भी ज्यादा बढ़ जाते हैं। आइये thehealthsite के अनुसार जानते हैं गुलकंद के फायदों के बारे में।
एसिडिटी से मिलेगी राहत
पेट में गैस, कब्ज और एसिडिटी से निजात पाने के लिए दूध के साथ गुलकंद का सेवन काफी कारगर नुस्खा होता है। दूध में गुलकंद मिलाकर पीने से पेट की सभी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। ये गट बैक्टिरिया को बढ़ाने में मददगार है और आंतों की कार्य प्रणाली को प्रॉपर तरह से काम करने के लिए भी मदद करता है। आप गुलकंद को सीधे तौर पर भी खा सकते हैं।

एनर्जी देता है
गुलकंद का सेवन करने से आपका एनर्जी लेवल बूस्ट होता है क्योंकि इसमें चीनी की मात्रा काफी होती है। जिससे आप दिन भर स्फूर्ति का अनुभव करते हैं। इतना ही नहीं गुलकंद खाने से आंखों की रोशनी भी तेज होती है।
अच्छी नींद लाने में मददगार है
आजकल की बिजी दिनचर्या में काम के प्रेशर की वजह से तनाव होना काफी आम बात हो गई है। हालांकि गुलकंद की तासीर ठंडी होने के कारण इसका सेवन करने से दिमाग की नसों को आराम मिलने लगता है और आपका स्ट्रैस चुटकियों में गायब हो सकता है। जिससे अच्छी और सुकून भरी नींद आना काफी आसान हो जाता है।
पिम्पल्स से पाएं निजात
गर्मी के मौसम में धूप, धूल और मिट्टी की वजह से चेहरे पर पिम्पल्स होना काफी कॉमन प्राब्लम होती है। ऐसे में गुलकंद का सेवन करने से आपको पिम्पल्स से छुटकारा मिलने लगता है। दरअसल गुलकंद एंटी-बैक्टिरियल और एंटी-वायरल तत्वों से भरपूर होता है, जो पिम्पल्स या एक्ने मार्क्स को कम करने में मदद करता है।

अब कोका कोला में कोकीन मिलाने का मन

अब कोका कोला में कोकीन मिलाने का मन
अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर को खरीदने के बाद दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने एक चौंकाने वाला ट्वीट करके संकेत दिया है कि उनकी नजर अब कोका कोला को खरीदने पर है। ताकि वह इसमें एक बार फिर कोकीन मिला सकें।
यह तो हालांकि सिर्फ एलन मस्क ही जानते हैं कि उन्होंने यह ट्वीट मजाक में किया है या नहीं। टेस्ला के संस्थापक हालांकि अपने ट्विटर पर कभी-कभी हल्के-फुल्के मजाक करने के लिए जाने जाते हैं और फ्री स्पीच जैसे कई मुद्दों पर उनके ट्वीट अक्सर विभिन्न मुद्दों पर बहस छेड़ते रहते हैं।मस्क ने गुरुवार को ट्वीट किया कि वह बहुराष्ट्रीय पेय कंपनी को खरीदेंगे और उसमें फिर से कोकीन मिलाएंगे। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “इसके बाद, मैं कोका-कोला खरीद रहा हूं, ताकि उसमें कोकीन मिला सकूं।उल्लेखनीय है कि कोका कोला एक कार्बोनेटेड शीतल पेय है। इसका मुख्यालय अटलांटा द कोका-कोला कंपनी नाम से है।

हल्द्वानी: सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अनिवार्य

हल्द्वानी: सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अनिवार्य
पंकज कपूर
हल्द्वानी। इस समय की सबसे बड़ी खबर आ रही हैं नैनीताल जिले से, जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर जिलाधिकारी ने बड़ा फैसला लिया है।
जिलाधिकारी ने आदेश जारी करते हुए कहा कि, कोविड-19 की रोकथाम के मद्देनजर पूर्व की भांति सार्वजनिक स्थानों अथवा घर के बाहर मास्क पहनना अनिवार्य है और सार्वजनिक स्थानों पर थूकना पूरी तरह प्रतिबंधित है।इसके साथ ही सार्वजनिक स्थल पर कोविड-19 के द्वितीय संशोधन नियमवाली के उल्लंघन करने पर ₹500 से ₹1000 तक जुर्माना वसूला जाएगा। और इस आदेश को तत्काल प्रभाव से कड़ाई से लागू किया जाएगा।जिलाधिकारी ने जारी आदेश में कहा, आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। आदेश का कड़ाई से अनुपालन कराने का दायित्व संबंधित अप जिला मजिस्ट्रेट, नगर मजिस्ट्रेट, क्षेत्राधिकारी (पुलिस)/थानाध्यक्ष का होगा।

किन्नर की हत्या में चौथा आरोपी गिरफ्तार

किन्नर की हत्या में चौथा आरोपी गिरफ्तार
कविता गर्ग 
मुंबई। मुंबई के बिल्डर समरजीत उर्फ समय चौहान की हत्या के मामले में चौथे आरोपी की गिरफ्तारी मुंबई क्राइम ब्रांच ने उत्तराखंड से की है। मुंबई से आई टीम ने एसओजी की मदद से आज हरिद्वार से आरोपी सुपारी किलर गिरोह के अर्जुन सिंह को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि गत 26 फरवरी, 2022 को मुंबई के विरार क्षेत्र अंतर्गत डी-मार्ट के सामने बिल्डर समरजीत उर्फ समय चौहान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तब यह खुलासा हुआ था कि किसी बड़े किन्नर की सरपरस्ती और एक भूखंड के विवाद को लेकर बिल्डर की हत्या सुपारी किलर द्वारा कराई गई थी। इस मामले में 04 शातिर बदमाशों के नाम सामने आये थे। जिसके बाद UP STF ने हत्या में वांछित दो शूटरों को वाराणसी के कंदवा क्षेत्र की आनंद नगर कॉलोनी से गत माह गिरफ्तार किया था। गिरफ्त में आए शूटरों की शिनाख्त मुंबई के सांताक्रूज गोलीवार में रहने वाले और वाराणसी के सिंधोरा थाना के बरांव कटौना निवासी राहुल शर्मा उर्फ राम और कपसेठी थाना के लोहराडीह गांव के अभिषेक सिंह उर्फ अंकुर के तौर पर हुई थी।
ज्ञात रहे कि इनमें से शातिर अपराधी राहुल शर्मा वर्ष 2013 में मुंबई के निर्मल नगर में विजय पुजारी उर्फ बट्टा की हत्या में आजीवन कारावास की सजा पा चुका है और तभी से वह फरार चल रहा था। फरारी के दौरान ही वर्ष 2013 में राहुल ने मुंबई में अजील शेख की हत्या की नीयत से उसे गोली मारी थी। वर्ष 2015 में मुंबई के मीरारोड थाना क्षेत्र में पुष्पक होटल के पास राहुल ने बंटी प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वहीं बीते साल 21 मार्च को वाराणसी में हुई मुठभेड़ में दो लाख रुपए का इनामी अपराधी मनीष सिंह उर्फ सोनू भी मारा गया था, जो कि समरजीत चौहान हत्याकांड में शामिल रहा था। यानी विगत वर्ष मुंबई के बिल्डर हत्याकांड में एक आरोपी का एनकाउंटर कर दिया गया था, जबकि 02 की ​उत्तर प्रदेश से गिरफ्तारी कर ली गई थी।मुंबई से आई क्राइम ब्रांच की टीम ने एसओजी पुलिस को साथ लेकर हरिद्वार के कनखल जगजीतपुर में काफी समय से रह रहे हत्या आरोपी अर्जुन पुत्र राजेंद्र चौधरी, निवासी चांदपुर रोड, बुलंदशहर को रेलवे फाटक ज्वालापुर से धर दबोचा है। इस आरोपी की पुलिस बीते दो माह से तलाश कर रही थी। इधर इस मामले में एसओजी प्रभारी रंजीत सिंह तोमर ने बताया कि मुंबई क्राइम ब्रांच ने अपराधी की लोकेशन हरिद्वार में बतायी और उनसे संपर्क साधा। जिसके बाद एसओजी टीम ने आरोपी को ज्वालापुर रेलवे फाटक के पास से गिरफ्तार कर लिया। यह फिलहाल कनखल के जगजीतपुर क्षेत्र में किराए के मकान पर रह रहा था। अब मुंबई क्राइम ब्रांच इसे कोर्ट में पेश कर इसकी ट्रांजिट रिमांड ले रही है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-202, (वर्ष-05)
2. शुक्रवार, अप्रैल 29, 2022
3. शक-1984, वैशाख, कृष्ण-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2078‌। 
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 30 डी.सै., अधिकतम-44+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
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बुधवार, 27 अप्रैल 2022

इबादत स्थलों से 'लाउडस्पीकर' उतारने पर चर्चा

इबादत स्थलों से 'लाउडस्पीकर' उतारने पर चर्चा    

भानु प्रताप उपाध्याय         

मुजफ्फरनगर। जिला मुजफ्फरनगर का एक प्रतिनिधि मंडल जमीअत उलेमा, मौलाना नजर मोहम्मद के नेतृत्व में डीएम चंद्रभूषण सिंह से मिला। जिसमें जमीअत के पदाधिकारियों ने जिलें में इबादत स्थलों से लाउडस्पीकर उतारें जाने के सिलसिले में चर्चा की। मौलाना नजर मोहम्मद ने डीएम को बताया, कि पूरे जिले की मस्जिदों और धार्मिक स्थलों के लाउडस्पीकर को अनुमति होने के बावजूद उतरवाया जा रहा है। जिससे रमजान मुबारक के पवित्र महीने में खासतौर से अजान, सहरी और इफ्तार के वक्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पर जमीअत के पदाधिकारियों से डीएम ने कहा की यह एक कानूनी प्रक्रिया है और सुप्रीम कोर्ट तथा हाईकोर्ट के आदेशानुसार, किसी भी धर्म स्थल पर तेज आवाज में लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति नहीं है।

उन्होंने कहा कि सब इस कानूनी प्रक्रिया का पालन करें और जहां-जहां तेज आवाज के लाउडस्पीकर लगे हुए हैं। उनकी आवाज़ धीमी करें। डीएम ने जमीअत के प्रतिनिधि मंडल से कहा कि अपनी-अपनी तहसीलों में जाकर एसडीएम से लाउडस्पीकर की अनुमति प्राप्त कर लें। अगर इन नियमों का पालन सभी धर्मों के लोगों द्वारा या किसी कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा किया गया तो कहीं कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। जमीअत उलेमा के पदाधिकारियों ने तमाम मुसलमानों से अपील की कि अपनी-अपनी मस्जिदों के लाउडस्पीकर को नीचे की ओर प्रशासन की अनुमति से लगाएं और धीमी आवाज में रखें। जिन मस्जिदों में लाउडस्पीकर लगाने की परमिशन नहीं है। उनकी परमिशन अपने एसडीएम से प्राप्त कर लें। डेलिगेशन में प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना नज़र मुहम्मद क़ासमी, जिलाध्यक्ष मौलाना क़ासिम क़ासमी, मौलाना ताहिर क़ासमी, सलीम मलिक, कलीम त्यागी, कारी अब्दुल रहमान, फैसल खान आदि मौजूद रहे।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...