बुधवार, 27 अप्रैल 2022

लड़ाई रोकने के लिए वार्ता पर जोर देना होगा

लड़ाई रोकने के लिए वार्ता पर जोर देना होगा

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन में संघर्ष से निपटने का सर्वश्रेष्ठ तरीका ‘‘लड़ाई रोकने और वार्ता पर’’ जोर देना होगा। साथ ही, संकट पर भारत का रुख इस तरह की किसी पहल को आगे बढ़ाना है। भारत की विदेश नीति एवं भू-आर्थिक सम्मेलन ‘रायसीना डॉयलॉग’ में एक परिचर्चा सत्र में एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह कहा।
जयशंकर ने यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई पर भारत के रुख की आलोचना का मंगलवार को विरोध करते हुए कहा था कि पश्चिमी शक्तियां पिछले साल अफगानिस्तान में हुए घटनाक्रम सहित एशिया की मुख्य चुनौतियों से बेपरवाह रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने यूक्रेन मुद्दे पर कल काफी वक्त बिताया और मैंने न सिर्फ यह विस्तार से बताने की कोशिश की कि हमारे विचार क्या हैं, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि हमें लगता है कि आगे की सर्वश्रेष्ठ राह लड़ाई रोकने, वार्ता करने और आगे बढ़ने के रास्ते तलाशने पर जोर देना होगा। हमें लगता है कि हमारी सोच, हमारा रुख उस दिशा में आगे बढ़ने का सही तरीका है।
उल्लेखनीय है कि भारत ने यूक्रेन पर हुए हमले की अब तक सार्वजनिक रूप से निंदा नहीं की है और वार्ता एवं कूटनीति के जरिये संघर्ष का समाधान करने की अपील करता रहा है। जयशंकर ने अपने संबोधन में भारत की आजादी के बाद के 75 वर्षों के संघर्ष के बारे में चर्चा की और इस बात को रेखांकित किया कि देश ने दक्षिण एशिया में लोकतंत्र को बढ़ावा देने में किस तरह से भूमिका निभाई है।
विदेश मंत्री ने मानव संसाधन और विनिर्माण पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिए जाने का जिक्र किया और कहा कि विदेश नीति के तहत बाहरी सुरक्षा खतरों पर शायद ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। जयशंकर ने इस सवाल पर कि अगले 25 वर्षों की प्राथमिकताएं क्या होनी चाहिए, कहा कि सभी संभावित क्षेत्रों में क्षमता निर्माण पर मुख्य रूप से जोर होना चाहिए।
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘हम कौन हैं, इस बारे में हमें आश्वस्त रहना होगा। मुझे लगता है कि हम कौन हैं… इस आधार पर विश्व के देशों से बात करना बेहतर होगा। ’’ उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत अपनी प्रतिबद्धताओं, जिम्मेदारियों और अगले 25 वर्षों में अपनी भूमिकाओं के संदर्भ में अत्यधिक अंतरराष्ट्रीय होगा।

'भारतीय पोस्‍ट ऑफिस' में ग्रुप-सी पदों पर रिक्‍त‍ियां

'भारतीय पोस्‍ट ऑफिस' में ग्रुप-सी पदों पर रिक्‍त‍ियां

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। नौकरी की तलाश कर रहे उम्‍मीदवारों के लिए अच्‍छी खबर है। भारतीय पोस्‍ट ऑफ‍िस में ग्रुप-सी पदों पर रिक्‍त‍ियां हैं।इसके लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इच्‍छुक और योग्‍य उम्‍मीदवार आधिकार‍िक वेबसाइट indiapost.gov.in पर जाकर इससे संबंधित विस्‍तृत नोटिफिकेशन देख सकते हैं। नोटिफिकेशन के अनुसार ग्रुप-सी पदों पर आवेदन करने की आखिरी तारीख 9 मई है। वहीं, इस भर्ती अभ‍ियान के जर‍िये कुल 9 पदों पर नियुक्‍त‍ियां होंगी। ऐसे में उम्‍मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वह जल्‍द से जल्‍द पदों पर आवेदन करें और आखिरी तारीख का इंतजार ना करें।

भर्ती का विवरण: मेकेनिक (मोटर वेहिकल): 5, इलेक्‍ट्र‍िकल: 2, टायरमैन: 1, ब्‍लैकस्‍मिथ: 1।

योग्‍यता: शैक्षणिक योग्‍यता: किसी भी मान्‍यता प्राप्‍त संस्‍थान से 8वीं पास हो और साथ में संबंधित ट्रेड में सर्ट‍िफ‍िकेट हो। उम्‍मीदवार के पास एक साल का अनुभव भी होना चाहिए। जो उम्‍मीदवार मेकेनिक (मोटर गाडी) के लिए आवेदन कर रहे हैं, उनके पास हेवी वेहिकल का ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए।

उम्र सीमा: इन पदों के लिए 18 से 40 साल के उम्‍मीदवार आवेदन कर सकते हैं।

चयन प्रक्र‍िया: उम्‍मीदवारों का चयन कांपेटेटिव ट्रेड टेस्‍ट के आधार पर होगा।

ऐसे करें आवेदन: उम्‍मीदवारों को नोटिफिकेशन में दिये निर्देश के अनुसार आवेदन फॉर्म भरना होगा और उसे नीचे दिये गए पते पर भेजना होगा।

गाजियाबाद: कॉलेज की लिफ्ट गिरने से विद्यार्थी घायल

गाजियाबाद: कॉलेज की लिफ्ट गिरने से विद्यार्थी घायल

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश स्थित गाजियाबाद में लालकुंआ के पास स्थित एक कॉलेज की लिफ्ट गिरने से 8 स्टूडेंट्स घायल हो गए और तीन की हालत गंभीर है। यह जानकारी पुलिस ने दी। मसूरी थानान्तर्गत गाजियाबाद में हुए इस हादसे में घायल छात्रों में से कुछ के पैर टूट गए। रोजाना की तरह ही बुधवार को भी छात्र लिफ्ट का इस्तेमाल कर रहे थे। लेकिन यह अचानक से टूट गई। जिस वक्त हादसा हुआ और लिफ्ट टूटी उस वक्त उसमे 8 छात्र सवार थे। वो इस बड़ी दुर्घटना का शिकार हो गए। घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है तो वहीं कुछ लोगों को मामूली चोट आई है।

मसूरी थाने के एसएचओ ने बताया कि यह हादसा कुछ देर पहले ही हुआ, लेकिन कॉलेज की ओर से पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी गई थी। बल्कि पुलिस ने खुद इस मामले में संज्ञान लिया हैै।एसएचओ ने बताया कि पुलिस की टीम अभी मौके पर पहुंची है। 8 घायल छात्रों में से 3 की हालत गंभीर है और 5 घायल है। इन्हें पास के कोलंबिया एशिया अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है और पुलिस फिलहाल मामले की जांच करेगी। इसके बाद ही यह साफ हो पाएगा की आखिर यह हादसा कैसे हुआ।

दिवंगत किसान के परिजनों से मुलाकात की

दिवंगत किसान के परिजनों से मुलाकात की   

दुष्यंत टीकम  
रायपुर। नवा रायपुर के प्रभावित किसानों के आंदोलन में शामिल होने के लिए रायपुर पहुंचे। किसान नेता राकेश टिकैत ने बरौदा गांव पहुंचे। आंदोलन के दौरान मौत का शिकार हुए गांव के दिवंगत किसान सियाराम पटेल के परिजनों से टिकैत ने मुलाकात की। बता दें कि राकेश टिकैत नवा रायपुर में बुधवार को नवा रायपुर प्रभावित किसानों के पंचायत में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। 
एयरपोर्ट में पत्रकारों से चर्चा में टिकैत ने कहा कि सरकार को समाधान के लिए चिट्ठी लिखी है। सरकार ने पहले कहा था और किसान अब उसी की मांग कर रहे।‌‌ किसान को जो भी मिलेगा एक बार ही मिलेगा। टिकैत ने कहा कि किसानों की मांग जायज है। हम सरकार से भी बात करेंगे। दो दिन रहेंगे तो बात करेंगे। इस दौरान उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा के चुनाव लड़ने की चर्चा पर कहा कि संयुक्त मोर्चा कोई चुनाव नहीं लड़ेगा। कोई अकेला लड़े वो अलग बात है।

7,442 मदरसों की जांच के लिए कमेटियां बनाई

7,442 मदरसों की जांच के लिए कमेटियां बनाई 

संदीप मिश्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 7,442 मदरसों की जांच के लिए सरकार ने कमेटियां बनाई गई हैं। मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है। इसमें 15 मई तक जांच पूरी कर रिपोर्ट भेजने को कहा गया हैरजिस्ट्रार एसएन पांडेय के मुताबिक इस जांच में यह देखा जाएगा कि इन मदरसों की भौतिक अवस्थापना सुविधाएं कैसी हैं। भूमि, भवन, किरायानामा आदि की जांच की जाएगी। वास्तव में मदरसों में कमरों आदि की वास्तविक स्थिति क्या है, इसका परीक्षण होगा ?
मान्यता के अभिलेखों का भी परीक्षण होगा। संपूर्ण जांच के लिए कमेटियों का गठन किया गया है। नगरीय क्षेत्र के मदरसों की जांच कमेटी के अध्यक्ष उपजिलाधिकारी होंगे।

मुस्लिम का दिल, हिंदू के सीने में ट्रांसप्लांट किया

मुस्लिम का दिल, हिंदू के सीने में ट्रांसप्लांट किया

इकबाल अंसारी
अहमदाबाद। आपसी सौहार्द की नजीर पेश करता हुआ एक मामला गुजरात के अहमदाबाद से सामने आया है। यहां ब्रेन डेड हो चुके एक मुस्लिम शख्स का दिल जरूरतमंद हिंदू व्यक्ति के सीने में ट्रांसप्लांट किया गया। ऑपरेशन के दौरान एक तरफ मुस्लिम परिवार नमाज पढ़ रहा था तो वहीं दूसरी तरफ प्रार्थनाओं का दौर भी जारी था। दरअसल, कच्छ निवासी 25 वर्षीय आमिर (परिवर्तित नाम) 23 अप्रैल को एक्टिवा चलाते समय सामने से आ रही दूसरी एक्टिवा से टकरा गया था। हादसे के बाद उसके परिवार के सदस्य तुरंत उसे पास के अस्पताल ले गए। हालत गंभीर होने के कारण उसे अहमदाबाद के सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक राकेश जोशी ने बताया कि आमिर को मेडिकल जांच के बाद हमारे अस्पताल लाया गया। जांच में पता चला कि उसका ब्रेन डेड हो चुका है। उसका दिमाग काम नहीं कर रहा था, लेकिन उसके शरीर के अंग पूरी तरह से काम कर रहे थे। हमें लगा कि उसके अंग दूसरे जरूरतमंद रोगियों के लिए बहुत काम के साबित हो सकते हैं। हमने जांच शुरू की। इस बीच डॉक्टरों की टीम ने आमिर के परिवार को अंगदान का महत्व समझाया और परिवार अंगदान करने के लिए तैयार हो गया। शरीर से दिल निकालने के बाद सिम्स अस्पताल में 52 वर्षीय व्यक्ति को ट्रांसप्लांट किया गया।
बता दें कि अहमदाबाद के विधायक ग्यासुद्दीन शेख लंबे समय से इस तरह के अंग दान की मुहिम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात में यह पहली बार है, जब किसी मुस्लिम व्यक्ति ने अंगदान किया है। रमजान के महीने में यह बहुत बड़ा दिन है। हम लंबे समय से ब्रेन डेड व्यक्ति के परिवारों को अंगदान के लिए राजी करने की कोशिश कर रहे थे। हमारे समुदाय में अंगदान ना करने की कई मान्यताएं है, जो गलत हैं।

पीएम की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक: कोरोना

पीएम की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक: कोरोना

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। देश में बीते कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिला है। कुछ राज्यों में तो कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। कोरोना संक्रमण पर मोदी सरकार लगातार नजर बनाए हुए हैं। केंद्र सरकार इसको लेकर अलर्ट पर है। इसी सिलसिले में पीएम मोदी ने बुधवार को कई मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक के दौरान पीएम ने कहा कि बीते 2 वर्षों में कोरोना को लेकर ये हमारी 24वीं बैठक है, कोरोना काल में जिस तरह केंद्र और राज्यों ने मिलकर काम किया है और जिन्होंने कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है मैं सभी कोरोना वॉरियर्स की प्रशंसा करता हूं।

मोदी ने आगे कहा कि स्पष्ट है कि कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है। ओमिक्रोन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह गम्भीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं, ये यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं। पिछले कुछ महीने में इन वैरिएंट्स से मामले बढ़े हैं। हम भारत में कई देशों की तुलना में हालात पर नियंत्रण रखा है।

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यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...