गुरुवार, 21 अप्रैल 2022

विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत हैं सूर्य की रोशनी

विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत हैं सूर्य की रोशनी  

सरस्वती उपाध्याय         
हमारी बेहतर सेहत के लिए कई प्रकार के पोषक तत्वों की दैनिक आवश्यकता होती है। विटामिन-डी उनमें से एक है। सूर्य की रोशनी को विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। यही कारण है कि सभी लोगों को रोजाना सुबह की हल्की धूप में वॉक करने की सलाह दी जाती है। सूर्य की रोशनी सिर्फ विटामिन-डी के लिए ही नहीं, शरीर के लिए कई अन्य प्रकार से भी लाभदायक मानी जाती है। रोजाना सूर्य के प्रकाश में कुछ समय बिताने की आदत आपके सेहत को गजब का बूस्ट दे सकती है। आइए सूर्य के प्रकाश से होने वाले विभिन्न स्वास्थ्य लाभ के बारे में विस्तार से जानते हैं...

हड्डियों के लिए फायदेमंद...
हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन-डी की आवश्यकता होती है। सूर्य की रोशनी इसका सबसे अच्छा स्रोत मानी जाती है। विटामिन-डी शरीर में कैल्शियम की उचित मात्रा बनाए रखने में सहायक है, ऐसे में सूर्य की रोशनी के संपर्क में रहना आपके लिए विशेष लाभप्रद हो सकता है। कैल्शियम, हड्डियों को मजबूत करने, पतले होने और आसानी से टूटने से बचाने में सहायक है।

मूड विकारों को कम करती है...
सूर्य की रोशनी का संपर्क आपके मूड को बेहतर बनाए रखने में सहायक है। धूप, आपके शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाती है। सेरोटोनिन, एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मूड को खुश रखने में मददगार मानी जाती है। मन को शांत रखने और ध्यान केंद्रित करने में इसका लाभ है।
सूर्य की रोशनी के संपर्क में रहना शरीर की इम्युनिटी सिस्टम को बढ़ावा देने में काफी मददगार हो सकता है। विटामिन-डी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है, और सूरज की रोशनी के लगातार संपर्क में रहने से आप इसे बेहतर बनाए रखने में सफल हो सकते हैं। स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली सर्जरी के बाद बीमारी, संक्रमण, कुछ प्रकार के कैंसर, कोरोना संक्रमण आदि के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है।

व्हाट्सएप का नया फीचर, क्रिएट ग्रुप शॉर्टकट

व्हाट्सएप का नया फीचर, क्रिएट ग्रुप शॉर्टकट   

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। व्हाट्सएप अपने ग्लोबल यूजर्स के चैटिंग एक्सपीरियंस को पहले से और बेहतर बनाने के लिए नए-नए फीचर लाता रहता है। इसी कड़ी में अब कंपनी व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा एक बेहद सुविधाजनक और काम का फीचर लाई है। इस फीचर का नाम क्रिएट ग्रुप शॉर्टकट हैं। नए फीचर की मदद से यूजर किसी भी कॉन्टैक्ट के साथ शॉर्टकट के जरिए तुरंत ग्रुप बना सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, क्रिएट ग्रुप शॉर्टकट का ऑप्शन यूजर्स को कॉन्टैक्ट इन्फो सेक्शन में मिलेगा। बताया जा रहा है कि शॉर्टकट पर टैप करने के साथ ही वॉट्सऐप ऑटोमैटिकली उस कॉन्टैक्ट को एक नया ग्रुप बनाने के लिए ऐड कर लेगा। 
यह ग्रुप तुरंत नहीं नहीं क्रिएट होगा क्योंकि इसके लिए आपको इसमें और मेंबर्स को भी ऐड करना होगा। यह शॉर्टकट आपको तभी नजर आएगा, जब आपका और उस कॉन्टैक्ट का कोई कॉमन ग्रुप होगा। ऐंड्रॉयड बीटा वर्जन 2.22.9.13 के लिए रोलआउट कर रही है। ऐसे में यह अभी ज्यादा यूजर्स तक नहीं पहुंच पाया है। बग फिक्स के बाद कंपनी आने वाले कुछ हफ्तों में इसके स्टेबल अपडेट को रोलआउट कर सकती है। कुछ दिन पहले कंपनी ने कुछ बीटा टेस्टर्स के लिए ऐप लैंग्वेज को चेंज करने का फीचर रोलआउट किया था। हालांकि, अब इसे कुछ वजहों के कंपनी ने डिसेबल कर दिया है। माना जा रहा है कि ऐप लैंग्वेज चेंज करने वाले इस फीचर में कुछ खामियां हैं, जिन्हें ठीक करके कंपनी इसे फिर से रिलीज करेगी।

आरोपियों के घर को बुलडोजर से ढहाने की कार्रवाई

आरोपियों के घर को बुलडोजर से ढहाने की कार्रवाई    

मनोज सिंह ठाकुर        

भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में जिला प्रशासन अपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद आरोपियों के घर को बुलडोजर से ढहाने की कार्रवाई कर रहा है। बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी थी, जिसे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि विजय कुमार मलिमथ और जस्टिस पी के कौरव की युगलपीठ ने जनहित का मुद्दा मानने से इंकार करते हुए खारिज कर दिया है।

अधिवक्ता अमिताभ गुप्ता की तरफ से दायर की गयी याचिका में कहा गया था कि प्रदेश के भिन्न जिलों में अपराधिक प्रकरण दर्ज होने पर आरोपियों का घर को तोड़ने की कार्रवाई पुलिस व प्रशासन द्वारा की जा रही है। याचिका के साथ इंदौर, भोपाल, उज्जैन, खरगोन सहित अन्य जिलों की कार्रवाई के संबंध में खबरों की प्रतियां पेश की गयी थी। याचिका में कहा गया था कि सुनवाई का अवसर दिये बिना ही अपराधिक प्रकरण दर्ज आरोपियों के घरों को बुलडोजर से गिराने की कार्रवाई अवैधानिक है।

14 वर्षीय नाबालिग लड़की की हत्या का खुलासा

14 वर्षीय नाबालिग लड़की की हत्या का खुलासा    

संदीप मिश्र        
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा से 14 वर्षीय नाबालिग लड़की की हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने मृतक लड़की की मां, चाचा और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि इस घटना में शामिल अन्य आरोपी फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने हत्या के बाद लड़की का शव नहर में फेंक दिया था‌। जसवंतनगर थाना पुलिस ने शव बरामदगी के आठवें दिन गिरफ्तारी कर घटना का खुलासा किया। यह पूरा मामला ऑनर किलिंग से जुड़ा हुआ था‌। रिश्वत लेते गिरफ्तार पुलिस को पूछताछ में मृतक लड़की की मां ने बताया कि वो दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहती थी। 
मोहल्ले में रहने वाले लड़के से उनकी बेटी की दोस्ती हो गई। लड़की को कई बार समझाया पर वो नहीं मानी फिर उसके पिता ने परिवार को गांव भेज दिया। बावजूद इसके दोनों की दोस्ती पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और लड़का उससे मिलता रहा।12 अप्रैल को गांव में दोनों को एक साथ देखा गया और इसकी जानकारी लड़की के परिवार को लग गई। बेटी के प्रेमी के साथ भाग जाने और बदनामी के डर ने उन्होंने बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी। शव को मोटरसाइकिल में ले जाकर नहर में फेंक दिया। अप्रैल को जसवंतनगर थाना क्षेत्र के ग्राम भतौरा नहर पुल में पुलिस को पड़ा मिला था। जिसकी शिनाख्त अरविंद धोबी की पुत्री निवासी ग्राम कछपुरा थाना जसवंतनगर के तौर पर हुई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जिसमें पता चला कि लड़की की मौत गला घोंटने से हुई है। शव मिलने के कई दिनों बाद 18 अप्रैल को मृतका की मां रेनू देवी द्वारा अभियुक्तगण भागीरथ तथा शिवसागर पता अज्ञात द्वारा लड़की को बहला फुसलाकर भगा ले जाने तथा हत्या करके शव नहर में फेंक देने का मुकदमा दर्ज कराया गया। पर पिता, पुत्र समेत तीन लोगों को मिली उम्रकैद की सजा फोन सर्विलांस और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस को मृतक लड़की के परिजनों पर शक हुआ। लड़की की मां को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और सारा मामला खुलकर सामने आ गया।
पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना के आधार पर विभिन्न स्थानों से मृतका की मां रेनू देवी, चाचा ब्रजेश कुमार पुत्र मनीराम धोबी निवासीगण कछपुरा और चाचा के साथी दलवीर सिंह उर्फ मोटे पुत्र श्याम सिंह जाटव निवासी नगला बेनीसाल थाना जसवंतनगर को गिरफ्तार किया गया। कपिल देव सिंह ने बताया कि जसवंतनगर के भटौरा पुल के नीचे नहर में एक नाबालिग लड़की का शव मिला था। शव का पोस्टमार्टम कराया गया तो पता चला कि गला घोंटकर हत्या की गई है। मृतका की पहचान होने के बाद बी परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। जांच के दौरान पुलिस को हत्या में परिजनों की भूमिका नजर आई। साक्ष्यों के आधार पर मृतक लड़की की मां चाचा और एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें डर था कि कहीं उनकी बेटी अपने प्रेमी के साथ भाग न जाए। इसलिए उन्होंने उसकी हत्या कर दी।

चीन: 250 करोड़ साल पुरानी एक्लोगाइट मिलीं

चीन: 250 करोड़ साल पुरानी एक्लोगाइट मिलीं    

सुनील श्रीवास्तव       
बीजिंग। चीन में एक अनोखी चट्टान से ऐसे सबूत मिले हैं, जो बताते हैं कि टेक्टोनिक प्लेट्स में सबडक्शन यानी, खिंचाव, टकराव, घर्षण कोई 250 से 400 करोड़ साल पहले हुआ था। जो चट्टान मिली है, वह 250 करोड़ साल पुरानी एक्लोगाइट है। सबसे पहले यह जान लेते हैं कि ये टेक्टोनिक प्लेट्स होती क्या हैं ? 
पृथ्वी का पतला बाहरी आवरण बड़े टुकड़ों से बना होता है, जिसे टेक्टोनिक प्लेट कहते हैं। यह प्लेट ठोस चट्टान का एक विशाल, अनियमित आकार का स्लैब होता है, जो आम तौर पर महाद्वीप और महासागर के स्थलमंडल दोनों से बना होता है। को पकड़ लिया टेक्टोनिक प्लेट्स को लिथोस्फेयरिक प्लेट भी कहा जाता है। ये प्लेटें पहेलियों की तरह एक साथ फिट होती हैं, लेकिन ये एक जगह पर अटकी नहीं होतीं। ये पृथ्वी के मेंटल  पर तैरती रहती हैं। 
पृथ्वी के क्रस्ट और कोर के बीच की परत को मेंटल कहते हैं। एक्लोगाइट कम तापमान पर समुद्री क्रस्ट के मेंटल में गहराई से धकेले जाने के बाद बनी। इस अध्ययन के शोधकर्ता और चीन यूनिवर्सिटी ऑफ जियोसाइंसेज के पृथ्वी वैज्ञानिक टिमोथी कुस्की और लू वांग का कहना है कि इस तरह की पृथ्वी पर उच्च दबाव और कम तापमान वाली इन चट्टानों को सबडक्शन जोन कहा जाता है। इस अध्ययन से सबसे पुराने एक्लोगाइट का पता चला है जो एक पुराने पर्वतीय क्षेत्र में पृथ्वी के समुद्री क्रस्ट पर मिला। इस तरह की दूसरी सबसे पुरानी चट्टान 210 करोड़ साल पुरानी हैं, जो कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में स्थित हैं। लेकर गए पृथ्वी को गर्म रखने के लिए टेक्टोनिक प्लेट्स काफी अहम होती हैं। पिछले 20 सालों से, रिसर्च टीम ने उत्तरी चीन में करीब 1,600 किलोमीटर तक फैले आर्कियन ईऑन चट्टानों की मैपिंग की है। यह प्राचीन पर्वत श्रृंखला है, जिसे ऑरोजेन कहा जाता है। 
यहां करीब 250 करोड़ साल पहले, दो टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकरा गई थीं। शोधकर्ताओं का कहना है कि इन चट्टानों से पता चलता है कि टेक्टोनिक प्लेटों के रूप में बनी यह प्राचीन पर्वत श्रंखला आपस में काम करती थी। ओपिओलाइट्स  कहे जाने वाले समुद्री क्रस्ट के टुकड़े टकराव वाले क्षेत्र में फंसे हुए हैं। ये बुरी तरह से टूट चुकी चट्टानों का मिश्रण है जिन्हें मेलेन्जेस (Mélanges) कहा जाता है। ये उस जगह के बारे में बताती हैं जहां प्लेटें टकराई थीं। शोधकर्ताओं की टीम को कुछ बड़ी-बड़ी मुड़ी हुई संरचनाएं भी मिली हैं, जिन्हें नैप्स (Nappes) कहा जाता है‌। एक्लोगाइट्स के लैब एनलिसिस से पता चलता है कि वे लगभग 250 साल पहले समुद्री रिज पर बने थे, जो बाद में समुद्र तल पर आ गए‌। इसके बाद ये सबडक्शन से मेंटल में पहुंच गए। यह भी पता चलता है कि ये 792 से 890 डिग्री सेल्सियस तापमान और 19.8 और 24.5 किलोबार प्रति स्वायर इंच के उच्च दबाव में रहे थे। शोधकर्ताओं ने बताया कि ये आंकड़ों से पता चलता है कि एक्लोगाइट्स कम से कम 65 किमी गहरे हैं।

ऐश्वर्या ने बच्चन परिवार का नाम खराब किया

ऐश्वर्या ने बच्चन परिवार का नाम खराब किया      

कविता गर्ग          
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या बच्चन, अमिताभ बच्चन फिल्म इंडस्ट्री का एक ऐसा नाम है। जिसे हर कोई बखूबी जानता है। देश ही नहीं, पूरी दुनिया में अमिताभ का नाम आता है। शायद ही कोई ऐसी चीज होगी, जिसकी अमिताभ के पास कमी होगी। वह अपना जीवन बहुत आराम से बिताते है।
अमिताभ बच्चन ने फिल्म इंडस्ट्री को एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं, जिससे उनका काफी सम्मान है। अमिताभ इन दिनों सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं, उन्हें अपनी बहू ऐश्वर्या की वजह से बुरी तरह सुनना पड़ रहा है। ऐश्वर्या की हरकतों से अमिताभ का नाम खराब हो रहा है।
ऐश्वर्या राय की गिनती देश की मशहूर अभिनेत्रियों में होती है। अमिताभ जिस तरह से देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में जाने जाते हैं, ऐसा ही ऐश्वर्या के साथ भी है। ऐश्वर्या राय ने अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन से शादी की है। 
लेकिन, फिलहाल अभिनेत्री ऐश्वर्या ने अपनी हरकतों से बच्चन परिवार का नाम खराब किया है। एक बड़ा सच सामने आने के बाद इन दिनों वह थाने के चक्कर लगा रही हैं। ये बात सामने आई है कि ऐश्वर्या की विदेश में संपत्ति के बारे में किसी को पता नहीं था और इसी वजह से वह इन दिनों परेशान हैं। थाने में बुलाकर उनसे भी पूछताछ की जा रही है। जिस वजह से इस समय हर तरफ बच्चन परिवार की चर्चा चल रही है।

‘जयेशभाई जोरदार' को लेकर खबरों में अभिनेता

‘जयेशभाई जोरदार' को लेकर खबरों में अभिनेता   

कविता गर्ग           
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह अपकमिंग फिल्म ‘जयेशभाई जोरदार' को लेकर खबरों में हैं। फिल्म का ट्रेलर हाल ही में रिलीज हुआ, जिसे देखने के बाद दर्शक लोटपोट हो गए‌। रणवीर इनदिनों इस फिल्म के प्रोमोशन में बिजी हैं। वह फैंस और मीडिया के बीच जा कर इसका प्रमोशन कर रहे हैं। इसी बीच एक इवेंट के दौरान रणवीर ने अपने शुरुआती करियर के दिनों को याद किया और बताया वाईआरएफ (YRF) बॉस मैन आदित्य चोपड़ा ने उनके लुक का जिक्र करते हुए उनसे कहा था कि वो ऋतिक रोशन नहीं हैं।
गौरतलब है कि रणवीर सिंह पिछले 11 सालों से एक्टिंग की दुनिया पर राज कर रहे हैं। उन्होंने अब तब बॉलीवुड को ‘बाजीराव मस्तानी’, ‘पद्मावत’, ‘सिम्बा’ , ‘गोलियों की रासलीला राम लीला’ और फिल्म 83 जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों के साथ अपनी पहचान बनाई है। उनकी डेब्यू फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ थी। इस फिल्म में लीड रोल में अनुष्का शर्मा थीं। रणवीर अपने डेब्यू फिल्म से कुछ खास नहीं कर पाए थे। यह 10 दिसंबर 2010 को रिलीज हुई थी।
फिल्म के पोस्टर पर लोगों ने दी थी प्रतिक्रिय)’ ट्रेलर लॉन्चिंग इवेंट के दौरान रणवीर ने याद किया कि जब बैंड बाजा बारात रिलीज होने वाली थी, तो पूरे शहर में उनके और अनुष्का के पोस्टर लगे थे। उस दौरान उन्होंने दो लोगों को पोस्टर पर प्रतिक्रिया देते हुए ये कहते हुए सुना कि वह एक हीरो की तरह नहीं दिखते हैं। कुछ ऐसा ही एक बार आदित्य चोपड़ा ने भी इसी तरह का कमेंट किया था, जब वे अपनी दूसरी मुलाकात के लिए बैठे थे।
आप ऋतिक रोशन नहीं हैं
बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के अनुसार,रणवीर सिंह ने कहा , “मेरी पहली फिल्म की रिलीज से पहले, मेरे पोस्टर हर जगह लगाए गए थे। मैं एक फिल्म देखने गया था, जहां मैंने देखा कि मेरे पोस्टर के सामने दो लोग खड़े हैं। मैं रुक गया क्योंकि मैं सुनना चाहता था कि वो क्या कह रहे हैं। वे बोले, ‘यह कौन है। वह हीरो की तरह नहीं दिखता। यह हो गया है।
रणवीर,आदित्य चोपड़ा के उन बातों को याद करते हुए आगे कहा- आदित्य चोपड़ा के साथ मेरी दूसरी मुलाकात थी और उन्होंने कहा, ‘आप ऋतिक रोशन नहीं हैं, इसलिए तुम्हें एक्टिंग पर ध्यान पर फोकस करना चाहिए। खैर, रणवीर ने साबित कर दिया है कि भले ही वह ऋतिक नहीं हैं, लेकिन वह निश्चित रूप से उम्दा अभिनय कर सकते हैं।अब ‘जयेशभाई जोरदार ‘ बात करें तो रणवीर एक खास भूमिका में नजर आने वाले हैं। वह एक गुजराती व्यक्ति की भूमिका में देखे जाएंगे, जिसकी शादी शालिनी पांडे (अर्जुन रेड्डी ) से हुई है, और वह एक बेटी का पिता हैं।
फिल्म में बोमन ईरानी रणवीर के पिता और एक्ट्रेस रत्ना पाठक शाह उनकी मां बनी हुई हैं। ये फिल्म 13 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है। फिल्म की कहानी में लड़का और लड़की के बीच के भेदभाव को दिखाया गया है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...