मंगलवार, 12 अप्रैल 2022

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-186, (वर्ष-05)
2. बुधवार, अप्रैल 13, 2022
3. शक-1984, चैत्र, शुक्ल-पक्ष, तिथि-द्वादशी, विक्रमी सवंत-2078।            
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 27 डी.सै., अधिकतम-42+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
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सोमवार, 11 अप्रैल 2022

पानी के लिए कड़ा संघर्ष करते हैं पक्षी, व्यवस्था

पानी के लिए कड़ा संघर्ष करते हैं पक्षी, व्यवस्था  

सरस्वती उपाध्याय         
भीषण गर्मी में आसमान से आग बरस रही है। गर्मी में मानव हो या फिर पशु-पक्षी सभी को ठंडे जल की तलाश रहती है। लोगों के लिए तो जगह-जगह प्याऊ व नल के साथ ही पानी की उचित व्यवस्था मिल ही जाती है। लेकिन, पक्षियों को पानी के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ता है। ऐसे में लोगों की जिम्मेदारी है कि वे पक्षियों के लिए दाना व पानी की उचित व्यवस्था करें‌। ताकि, खुले आसमान और धूप में विचरण करने वाले पंछियों को राहत मिल सके।
गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है, मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है, लेकिन मूक पशु पक्षियों को प्यास में तड़पना पड़ता है, हालांकि जब वे प्यासे होते हैं तो घरों के सामने दरवाजे पर आकर खड़े हो जाते हैं। कुछ लोग पानी पिला देते हैं तो कुछ लोग भगा भी देते है। इस गर्मी में पशु पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए लोगों को प्रयास करना चाहिए।
गर्मियों में कई परिंदों व पशुओं की मौत पानी की कमी के कारण हो जाती है। लोगों का थोड़ा सा प्रयास घरों के आस पास उड़ने वाले परिंदों की प्यास बुझाकर उनकी जिंदगी बचा सकता है। सुबह आंखें खुलने के साथ ही घरों के पक्षियों की चहक मन को मोह लेती है। गर्मियों में घरों के आसपास इनकी चहचहाहट बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि लोग पक्षियों से प्रेम करें और उनका विशेष ख्याल रखें।
गर्मी में पानी अमृत के समान...
भोजन और पानी की होती है कमी।
गर्मी में पक्षियों के लिए भोजन की भी कमी रहती है। पक्षियों के भोजन कीड़े-मकोड़े गर्मियों में नमी वाले स्थानों में ही मिल पाते हैं। खुले मैदान में कीड़ों की संख्या कम हो जाती है, जिससे पक्षियों को भोजन खोजने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। जंगलों में पेड़ों के पत्ते झड़ जाते हैं, साथ ही जल स्त्रोत भी सूख जाते हैं। वहीं मवेशियों के लिए भी चारागाह के अलावा खेतों में पानी की समस्या होती है, इस वजह से पानी के साथ भोजन की भी कमी से मवेशियों को जूझना पड़ता है।
अपने घर की बालकनी और आंगन में आप पक्षियों के लिए पानी रख सकते हैं। ध्यान रहे कि प्लास्टिक या स्टील के बर्तन में पानी न रखें। धूप में इन बर्तनों का पानी बहुत गर्म हो जाता है। मिट्टी के बर्तन में पानी रखना सबसे अच्छा होता है। इन बर्तनों की नियमित सफ़ाई करते रहें, ताकि पक्षी रोगों से दूर रहें। आप अपने ऑफ़िस में भी अपने सहयोगियों के साथ मिल कर वहां पानी रख सकते हैं, जहां पक्षी आते हों।
 हम पक्षियों के लिए इस गर्मी के मौसम कुछ जिम्मेदारी निभा सकते है।
1) आप अपने घर के बहार मिट्टी का सतही कटोरा रख सकते हैं, ताकि छोटे पक्षी और स्तनधारी भी इससे पानी पी सकें। पक्षी को पानी देने के लिए एक उपयुक्त बर्तन को चुनें, जिसे आप आसानी से साफ कर सकें।
2)  आप अपने घर के पीछे एक छोटी सी स्थायी पूल भी स्थापित कर सकते हैं। बस थोड़ी सी जमीन खोदें और पानी को रोकने के लिए इसके चारों ओर प्‍लास्टिक या सीमेंट से एक दीवार बनाएं। आप पानी कि व्‍यवस्‍था करने के लिए इसमें एक पंप भी जोड़ सकते हैं। इससे पक्षियाँ तपती हुई गर्मी में ठन्डे पानी से स्नान कर अपने आप को राहत दे पाएंगी।
3) आप कटोरे को छत पर या बगीचे में छायादार स्थान पर रखें, कोशिश करें अधिक ऊंचाई पर रखें ताकि पक्षी बिल्लियों जैसे शिकारियों से सुरक्षित रहें। आस-पास प्राकृतिक पर्यावरण बना पाएं तो काफी अच्छा होगा।
4) आप पक्षियों को पानी के स्थान में नियमित रूप मे आने पर कुछ हफ्ते लग सकते हैं। इसलिए धैर्य रखें और साफ पानी को भरते रहें।
5) कटोरे को हर दो दिन में साफ करना याद रखें। पानी को बासी न होने दें। यदि पानी की सतह पर हरा शैवाल बनने लगे तो उसे तुरंत साफ कर लें। साथ ही ध्यान रहे पानी पुरा भरा होना चाहिए।

राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन

राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन   

दुष्यंत टीकम        
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू कर दी गई है। इस फैसले से नवीन अंशदायी पेंशन योजना के अधिकारी-कर्मचारियों को भी अब पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिलना इसी वित्तीय वर्ष से शुरू हो जाएगा। इस फैसले से लगभग तीन लाख अधिकारी-कर्मचारी को लाभ मिलेगा।
गौरतलब है कि विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू करने की घोषणा की थी। राज्य सरकार के विभिन्न कर्मचारी संगठन लम्बे समय से 01 नवंबर 2004 तथा उसके पश्चात् नियुक्त कर्मचारियों पर नवीन अंशदायी पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग कर रहे थे।
वित्त विभाग द्वारा पुरानी पेंशन योजना के संबंध में जारी निर्देश के अनुसार भविष्य निधि में 01 अप्रैल 2022 से मूल वेतन का 12 प्रतिशत की कटौती करने का निर्देश जारी कर दिया है। इसी प्रकार वर्ष 2004 एवं उसके पश्चात् नियुक्त राज्य सरकार के कर्मचारियों के वेतन से नवीन अंशदायी पेंशन योजना के लिए की जा रही 10 प्रतिशत मासिक कटौती 01 अप्रैल 2022 से समाप्त कर दी गई है।
जारी निर्देश में यह भी उल्लेख किया है कि सामान्य भविष्य निधि की कटौती का ब्योरा संचालनालय, कोष लेखा एवं पेंशन स्तर पर पृथक से रखा जाएगा तथा संबंधित कर्मचारियों के नवीन सामान्य भविष्य निधि खाता क्रमांक आबंटित होने पर यह राशि उसमे दर्शायी जाएगी।

अभिनेत्री रॉय ने व्हाइट ड्रेस में तस्वीरें शेयर की

अभिनेत्री रॉय ने व्हाइट ड्रेस में तस्वीरें शेयर की     

कविता गर्ग        
मुंबई। टीवी की पॉपुलर एक्ट्रेस और फिल्मी पर्दे पर भी बेहतरीन शुरुआत करने वाली अभिनेत्री मौनी रॉय एक बार फिर चर्चाओं में है। मौनी ने हाल ही में अपनी शॉर्ट स्ट्रैपलेस व्हाइट ड्रेस में तस्वीरें शेयर की है। 
जिसके चर्चे अब हर तरफ हो रही है। इन तस्वीरों में मौनी व्हाइट कलर की ऑफ शोल्डर ड्रेस पहनी हुई हैं। 
इस नाइट ड्रेस को पहनकर एक्ट्रेस एक से बढ़कर एक कातिलाना पोज दे रही हैं। तस्वीरों में एक्ट्रेस कभी रूम की खिड़की के पास बैठकर पोज दे रही हैं तो कभी जमीन पर बैठकर अदाएं दिखा रही हैं।

महिलाओं द्वारा 'तरंग प्रेरणा' कैंटीन का शुभारंभ

महिलाओं द्वारा 'तरंग प्रेरणा' कैंटीन का शुभारंभ  

संदीप मिश्र    
चंदौली। पं. कमलापति त्रिपाठी जिला चिकित्सालय परिसर में उ.प्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत तरंग आजीविका महिला संकुल समिति ग्राम- फुटिया, चन्दौली की महिलाओं द्वारा संचालित तरंग प्रेरणा कैंटीन का शुभारंभ, जिलाधिकारी संजीव सिंह द्वारा फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि कैंटीन के खुलने से यहां भर्ती मरीजों एवं तीमारदारों को अब चिकित्सालय परिसर में ही शुद्ध एवं किफायती रेट में नाश्ता एवं भोजन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। 
उन्होंने कहा कि अन्य सरकारी दफ्तरों एवं स्थानों पर जहाँ अधिक लोगों का आवागमन है इसी तर्ज पर वहां भी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कैंटीन खोली जाएगी। इससे महिलाओं को रोजगार उपलब्ध होगा तथा वे आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनेंगी। उन्होंने कहा कि 
महिलाओं को सामाजिक व आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।जनपद में समूह की महिलाओं को कौशल विकास की ट्रैनिंग देकर, उन्हें रोजगार देकर, आजीविका का साधन उपलब्ध कराकर इस दिशा में पूरा प्रयास किया जा रहा है।
 चिकित्साधिकारी डॉ वाई के राय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ उर्मिला सिंह, अन्य अधिकारगण सहित समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं।

इंदिरापुरम की झुग्गियों में आग, 100 गायों की मौंत

इंदिरापुरम की झुग्गियों में आग, 100 गायों की मौंत   

अश्वनी उपाध्याय           
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के इंदिरापुरम इलाके की झुग्गियों में भीषण आग लगी गई। आग इतनी भयंकर थी, पास बनी एक गौशाला तक पहुंच गई। इस हादसे में करीब 100 गायों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई और कई गायें झुलस गई हैं।
आग पहले झुग्गियों में लगी और फिर झोपड़ियों में रखे सिलेंडर इसकी जद में आ गए और ब्लास्ट हो गया। इसके बाद आग ने भयानक रूप धारण कर लिया और आस पास के इलारों में आग का तांडव शुरू हो गया।
दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं। इलाके में अधिक मात्रा में झुग्गी होने के कारण और सूखा कबाड़ होने के कारण यहां धुआं ही धुआं छा गया है। फिलहाल आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि बिजली की लाइन में शॉर्ट सर्किट होने कारण आग लगी। 
श्रीकृष्णा गोसेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि 'कबाड़ में आग लगने के कारण 100 से ज्यादा गायों की जल कर मृत्यु हो गई है। सभी बिना दूध देने वाली गाय थीं।

द कश्मीर फाइल्स, प्रोजेक्ट्स को लेकर घोषणा

द कश्मीर फाइल्स, प्रोजेक्ट्स को लेकर घोषणा   

कविता गर्ग 
मुंबई। बॉलीवुड 'द कश्मीर फाइल्स’ के निर्माता अभिषेक अग्रवाल आर्ट्स और आई एम बुद्धा प्रोडक्शंस, फिल्म की पूरी टीम ने अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट्स को लेकर घोषणा की है।
अभिषेक अग्रवाल, विवेक रंजन अग्निहोत्री और पल्लवी जोशी दो फिल्मों को प्रोड्युस करने वाले हैं। जो ‘द कश्मीर फाइल्स’ की तरह होंगी और तेज नारायण अग्रवाल उन्हें प्रस्तुत करेंगे।
विवेक अग्निहोत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक मोशन वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में विवेक अग्निहोत्री और पल्लवी जोशी के प्रोडक्शन हाउस और अभिषेक अग्रवाल के प्रोडक्शन हाउस ने आगामी दो फिल्मों के लिए हाथ मिलाया है। इसमें यह भी कहा गया है कि दोनों प्रोडक्शन हाउस अब भारत की दो ऐसी सच्ची दास्तां को बड़े पर्दे पर दर्शाएंगे, जो बहुत ही भयानक है।
विवेक अग्निहोत्री ने इस वीडियो को शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा- टाइगर प्रोड्यूसर अभिषेक अग्रवाल को जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई। इस मौके पर अभिषेक अग्रवाल आर्ट्स और आई एम बुद्धा फाउंडेशन के बीच एक नए सहयोग की घोषणा करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। 
इस वीडियो में विवेक अग्निहोत्री और पल्लवी जोशी के प्रोडक्शन हाउस और अभिषेक अग्रवाल के प्रोडक्शन हाउस ने आगामी दो फिल्मों के लिए हाथ मिलाया है। इसमें यह भी कहा गया है कि दोनों प्रोडक्शन हाउस अब भारत की दो ऐसी सच्ची दास्तां को बड़े पर्दे पर दर्शाएंगे, जो बहुत ही भयानक है।
विवेक अग्निहोत्री ने इस वीडियो को शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा- टाइगर प्रोड्यूसर अभिषेक अग्रवाल को जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई। इस मौके पर अभिषेक अग्रवाल आर्ट्स और आई एम बुद्धा फाउंडेशन के बीच एक नए सहयोग की घोषणा करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। 
ये फिल्म 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार और उनके पलायन की दर्दभरी दास्तां को बयां करती है। 1990 में कश्मीरी पंडितों के पलायन के अपने दिल दहला देने वाले चित्रण के साथ ‘द कश्मीर फाइल्स’ हाल ही में 250 करोड़ रुपये के क्लब में शामिल हुई, जिसके बाद देश में चर्चा का विषय बन गया।

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...