रविवार, 10 अप्रैल 2022

पीएम को कन्वींस नहीं कर सके, वह काहे के मंत्री

पीएम को कन्वींस नहीं कर सके, वह काहे के मंत्री   

नरेश राघानी     
बीकानेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को रविवार को फिर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह एक परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करवा सकते और प्रधानमंत्री को कन्वींस नहीं कर सके, वह काहे के मंत्री है। गहलोत ने बीकानेर दौरे के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा कि राजस्थान ने 25 सांसद जीताकर दिए हैं, राजस्थान का हमारा जलसंसाधन मंत्री बना है। कम से कम एक परियोजना को तो राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाएं। इतनी ही उसकी औकात नहीं है। वह काहे का मंत्री है, जो प्रधानमंत्री को कन्वींस नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का बोला हुआ शब्द एक बार उसे अलग कर दो, तब भी इतनी हैसियत होनी चाहिए कि प्रधानमंत्री से कहकर एक राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराए कि मेरे राजस्थान का मामला है प्रधानमंत्रीजी, इसको तो करना पड़ेगा।
चालीस साल का इतिहास उठाकर देख लीजिए, मैं खुद सांसद रहा हूं, आज राजस्थान का नक्शा बदल गया, हमने काम करवाए। इनसे पूछिए पांच साल में राजस्थान के लिए किया क्या किया। इससे पहले गहलोत ने शनिवार को भी कहा था कि प्रधानमंत्री ने पता नहीं क्या देखकर इनका चयन किया है और पानी जैसा विभाग इन्हें दिया है। सबसे महत्वपूर्ण विभाग कोई मेरी दृष्टि में राजस्थान के लिए होता है तो वह पानी का होता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सदियों से अकाल एवं सूखे पड़ते रहते हैं और शेखावत तो यह बचपन से ही जानते हैं, फिर भी राजस्थान के लिए पैरवी नहीं कर रहे हैं।

अल्पसंख्यकों का समर्थन हासिल करने की कोशिश

अल्पसंख्यकों का समर्थन हासिल करने की कोशिश  

इकबाल अंसारी              
हैदराबाद। भाजपा अपने मुस्लिम नेताओं के जरिए तेलंगाना में अल्पसंख्यकों का समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रही है। लेकिन इस कोशिश में भाजपा नेताओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे ही एक मामले में भाजपा के एक मुस्लिम नेता को अपने ही कौम के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। दरअसल, भाजपा नेता ने मस्जिद के लिए कूलर दान किए थे। लेकिन नमाजियों ने इस दान को अस्वीकार करते हुए सारे कूलर उठाकर मस्जिद से बाहर फेंक दिए्।
तेलंगाना के विकाराबाद जिले के भाजपा नेता मोहम्मद अनवर ने नमाजियों को गर्मी से निजात देने के लिए मस्जिद को कई सारे कूलर दान में दिए थे। इस दौरान उन्होंने मस्जिद में मौजूद लोगों से कहा, ‘बीजेपी ने मुसलमानों के लिए बहुत कुछ किया है। बीजेपी मुसलमानों से बहुत प्रेम करती है, दरअसल कांग्रेस ने मुसलमानों को बीजेपी से दूर किया है।
भाजपा नेता मोहम्मद अनवर की ओर से मस्जिद को दान में कूलर देने के बाद भी विकाराबाद की मुस्लिम जनता उनसे काफी नाराजगी जताई। मुस्लिम जनता ने मोहम्मद अनवर की ओर से मस्जिद को दान में दिया हुआ कूलर उठाकर बाहर फेंक दिया। फिर सभी कूलर मस्जिद के बाहर से उठाकर उनके घर के बाहर लाकर पटक दिया। यह घटना विकाराबाद जिले के बवंटाराम मंडल के तोरुमामिडी इलाके की है।

13 हजार फीट की ऊंचाई से गिरीं महिला, मात दीं

13 हजार फीट की ऊंचाई से गिरीं महिला, मात दीं   

सुनील श्रीवास्तव              
रिचमंड। एक 35 वर्षीय महिला ने करीब साढ़े 13 हजार फीट की ऊंचाई से गिरने के बाद भी मौत को मात दे दी। महिला का नाम जॉर्डन हाटमाकेर है। जॉर्डन वर्जीनिया की रहने वाली हैं और एक स्काईडाइवर हैं। 
'द सन' के मुताबिक, महीने भर अस्पताल में भर्ती रहने के बाद अब वो फिर से स्काईडाइविंग के लिए तैयार हैं। हाल ही में उन्होंने अपने साथ हुए इस हादसे के बारे में बताया। जॉर्डन कहती हैं कि ये सबकुछ सिर्फ 30 सेकेंड के अंदर हुआ था। वो करीब साढ़े 13 हजार फीट की ऊंचाई से नीचे कूदी थी। लेकिन जैसे ही उन्होंने पैराशूट खोलना चाहा तो पता चला कि पैराशूट उनके पैरों में उलझ गया है। इसके बाद वो करीब 200 किमी/घंटे की स्पीड से जमीन की तरफ गिरने लगीं। चंद सेकेंड में जॉर्डन आसमान से नीचे गिरीं और दर्द से कराहने लगी। उन्हें यकीन था कि अब वो जिंदा नहीं बचेंगी। लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था।
बकौल जॉर्डन जमीन पर गिरते ही उनका पैर टूट गया, एड़ियां भी डैमेज हो गईं। उनकी रीढ़ की हड्डी भी टूट गई थी। वो कहती हैं कि मेरी बॉडी का शायद ही कोई ऐसा हिस्सा होगा, जो डैमेज ना हुआ हो। लेकिन इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद भी वो होश में थीं और उस दर्द को महसूस कर रही थीं। 
इस हादसे के बाद जॉर्डन करीब 25 दिन अस्पताल में रहीं। उन्हें वापस अपने पैरों पर चलने में तीन महीने का समय लगा। फिलहाल वो ठीक हैं और पूरी तरह रिकवर होने का इंतजार कर रही हैं। जॉर्डन कहती हैं कि स्काईडाइविंग उनका सपना है और वो इसको नहीं छोड़ सकती। जल्द ही वो फिर से आसमान से छलांग लगाना चाहती हैं।

भारत एक फेडरल रिपब्लिक यूनियन हैं: येचुरी

भारत एक फेडरल रिपब्लिक यूनियन हैं: येचुरी   

इकबाल अंसारी         
तिरुवनंतपुरम/रांची। सीताराम येचुरी को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का फिर राष्‍ट्रीय महासचिव बनाया गया है। नई केंद्रीय कमेटी के लिए झारखंड से प्रकाश विप्लव निर्वाचित हुए। केरल के कन्नूर में 23वीं पार्टी, कांग्रेस में 85 सदस्यीय केंद्रीय कमेटी और 17 सदस्यीय पोलिट ब्यूरो का चुनाव किया गया।
पार्टी कांग्रेस 10 अप्रैल को समाप्त हो गयी। इस मौके पर ईके नयनार नगर, कन्नूर स्टेडियम में विशाल जनसभा संपन्न हुई। इसमें 3 लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। जनसभा को केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने संबोधित किया।
नवनिर्वाचित महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि इंडिया, यानी भारत एक फेडरल रिपब्लिक यूनियन है। यह यूनियन राज्यों के संघ से बना है। इसलिए अनेकता में एकता की जो हमारी विरासत है, उसे कमजोर किए जाने की किसी भी साजिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
येचुरी ने तथा कथित सांप्रदायिक हिंदुत्व की उन्मादी और विषाक्त विचारधारा के खिलाफ बिना थके संघर्ष चलाने का आह्वान किया। उन्‍होंने कहा कि देश की वसुधैव कुटुम्बकम की गौरवशाली परंपरा और सभी धर्मों का सम्मान एवं भारत के संविधान में उल्लेखित समानता की परिकल्पना कमजोर नहीं होने देंगे।

दैनिक सामान खरीदने के लिए गहने बेचने को मजबूर

दैनिक सामान खरीदने के लिए गहने बेचने को मजबूर  

सुनील श्रीवास्तव               
कोलंबो। श्रीलंका की खस्ताहाली का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि लोग अनाज व अन्य जरूरी दैनिक सामान खरीदने के लिए घर के गहने बेचने को मजबूर हो गए हैं। कोलंबो के सबसे बड़े सराफा बाजार कोलंबो गोल्ड सेंटर के कई कारोबारियों ने बताया कि लोगों को दैनिक सामान की खरीद के लिए गहने बेचने पड़ रहे हैं। कारोबारी सिल्वा के अनुसार, ‘हमने श्रीलंका में ऐसा संकट पहले कभी नहीं देखा। श्रीलंकाई मुद्रा की कीमत में ऐतिहासिक गिरावट के बाद गहनों के खरीदारों की संख्या बहुत कम हो गई है और बेचने वालों की बहुत ज्यादा।’
श्रीलंका 1948 में आजादी मिलने के बाद से अबतक के सबसे भीषण आर्थिक व राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है। श्रीलंकाई रुपया सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बन चुकी है। शनिवार को एक श्रीलंकाई रुपया की कीमत 315 डालर थी। निजी मनी एक्सचेंज तो एक डालर के लिए 345-380 श्रीलंकाई रुपये तक चार्ज कर रहे हैं। 24 कैरेट सोने की कीमत 2.05 लाख श्रीलंकाई रुपये तक पहुंच गई है।
श्रीलंका के वित्त मंत्री अली साबरी ने शनिवार को कहा कि आर्थिक संकट से पार पाने और आवश्यक सामग्री की आपूर्ति श्रृंखला दुरुस्त करने के लिए देश को अगले छह महीने में तीन अरब डालर की मदद की जरूरत होगी। उन्होंने कहा, ‘यह अत्यंत कठिन काम है।’ रायटर से खास बातचीत में साबरी ने कहा, ‘हम अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) से बातचीत के लिए तैयार हैं। अंतरराष्ट्रीय संप्रभु बांड के पुनर्गठन, ऋण भुगतान स्थगन व जुलाई में एक अरब डालर के कर्ज की अदायगी के लिए और वक्त मांगने जैसे प्रयास कर रहे हैं।’ जेपी मार्गन के विश्लेषकों का मानना है कि श्रीलंका का मौजूदा वित्तीय घाटा तीन अरब डालर होने को है और यह साल के अंत तक सात अरब डालर हो जाएगा।
एएनआइ के अनुसार, श्रीलंका का संसद सत्र 19 से शुरू होकर 22 अप्रैल तक चलेगा। उल्लेखनीय है कि तीन अप्रैल को 26 कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था। 42 सांसदों के साथ छोड़ने के बाद सरकार अल्पमत में आ चुकी है। विपक्ष राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी में है।

मस्जिद के चंदे को लेकर 2 पक्षों के बीच विवाद

मस्जिद के चंदे को लेकर 2 पक्षों के बीच विवाद   

संदीप मिश्र      
सहारनपुर। गांव में बन रही मस्जिद के चंदे को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। एक पक्ष की ओर से जब 8 लाख रूपये के गबन का आरोप लगाया गया तो दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों के बीच चले लाठी-डंडों की चपेट में आकर कई लोग घायल हो गए। सूचना पर दौड़ी पुलिस ने बवाल काट रहे लोगों को डंडे फटकार कर दूर तक दौड़ाया। पुलिस ने इस घटना में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।
दरअसल सहारनपुर की देहात कोतवाली क्षेत्र के पीकी गांव में मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा एक मस्जिद का निर्माण कराया जा रहा है, जिसके लिए नागरिक जमकर चंदा दे रहे हैं। इसी चंदे के पैसे को लेकर शनिवार की देर रात दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। एक पक्ष ने जब दूसरे पक्ष के ऊपर 8 लाख रुपए के गबन का आरोप लगाया तो दूसरा पक्ष इसका विरोध करते हुए लाठी डंडे लेकर सामने आ गया। आरोप लगाने वाले पक्ष के लोगों की तरफ से भी लाठी-डंडे बाहर निकल आए। देखते ही देखते गाली गलौज के साथ एक दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला होने लगा। इसी बीच दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे पर पथराव कर दिया गया जिससे गांव में भगदड़ मच गई। मामले की जानकारी पाते ही देहात कोतवाली पुलिस गांव में पहुंची, लेकिन दोनों पक्ष के लोग कोतवाली पुलिस के सामने ही एक दूसरे का मुकाबला करते हुए पथराव करते रहे। बाद में पुलिस ने जिला मुख्यालय पर जानकारी देकर अतिरिक्त फोर्स को बुलवाया, जिसके चलते कुतुबशेर, जनकपुरी, सिटी कोतवाली और मंडी कोतवाली पुलिस गांव में पहुंची और डंडे फटकार कर बवालियो को दूर तक खदेड़ा।
एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया है कि फिलहाल गांव में मामला शांत है, अभी किसी भी पक्ष की ओर से पुलिस को तहरीर नहीं दी गई है। एसपी सिटी का कहना है कि यदि दोनों पक्षों की ओर से तहरीर नहीं दी जाती है तो पुलिस की तरफ से इस मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा है कि कानून-व्यवस्था किसी को भी हाथ में नहीं लेने दी जाएगी।

मेट्रो स्टेशन पर ‘बैगेज स्कैनर’ लगाना प्रारंभ किया

मेट्रो स्टेशन पर ‘बैगेज स्कैनर’ लगाना प्रारंभ किया  

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने के मद्देनजर चरणबद्ध तरीके से मेट्रो स्टेशन पर अत्याधुनिक ‘बैगेज स्कैनर’ (सामान की जांच करने वाली मशीन) लगाना शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन नए ‘बैगेज स्कैनर’ में उन्नत सुविधाओं की वजह से बुजुर्गों और महिला यात्रियों को स्कैनिंग के लिए भारी सामान उठाने और रखने के दौरान अधिक सहूलियत होगी। 
डीएमआरसी ने कहा कि वर्तमान में कश्मीरी गेट, एम्स, विश्वविद्यालय, हुडा सिटी सेंटर, राजौरी गार्डन, मयूर विहार फेज-1, नोएडा सेक्टर-18, पालम स्टेशन पर एक्स-बीआईएस सिस्टम के स्थान पर यात्रियों के अनुकूल सुविधाओं वाले 34 ऐसे ‘बैगेज स्कैनर’ पहले ही लगाए जा चुके हैं। धीरे-धीरे इस साल के अंत तक दिल्ली मेट्रो के सभी स्टेशन पर ऐसे 250 से अधिक ‘बैगेज स्कैनर’ लगाए जाएंगे। वर्तमान में डीएमआरसी नेटवर्क में विभिन्न मेट्रो स्टेशन पर लगभग 400 एक्स-बीआईएस मशीन लगे हैं। सिस्टम’ (एक्स-बीआईएस सिस्टम) को और उन्नत बनाने के लिए डीएमआरसी ने चरणबद्ध तरीके से अत्याधुनिक ‘बैगेज स्कैनर’ लगाना शुरू कर दिया है।’’ ये उन्नत ‘बैगेज स्कैनर’ अतिरिक्त सुविधाओं से लैस हैं, जिनमें सामान की तेज निकासी, उन्नत और प्रभावी निगरानी, निरंतर ऑडियो-वीडियो निगरानी शामिल हैं।
ये स्कैनर अब प्रति घंटे 550 बैग तक की जांच करने में सक्षम होंगे, जबकि पहले वाली मशीन लगभग 350 बैग प्रति घंटे जांच करने में सक्षम थी। इसके लिए ‘कन्वेयर बेल्ट’ की गति 18 सेमी प्रति सेकेंड से बढ़ाकर 30 सेमी प्रति सेकेंड कर दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि इसका उद्देश्य विशेष रूप से व्यस्त समय के दौरान तलाशी लेने वाले स्थानों पर यात्रियों की भारी भीड़ को कम करना है। उन्होंने कहा कि इन नए ‘बैगेज स्कैनर’ में उन्नत सुविधाएं यात्रियों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी और बुजुर्गों और महिला यात्रियों को स्कैनिंग के दौरान भारी सामान उठाकर रखने और उतारने के दौरान भी आसानी होगी।
अधिकारियों ने कहा कि ‘बैगेज स्कैनर’ के ठीक ऊपर लगा एक 360-डिग्री कैमरा एक्स-बीआईएस प्रक्रिया के स्पष्ट ऑडियो और वीडियो फुटेज को लेने में सक्षम होगा, जो किसी भी अप्रिय घटना जैसे चोरी, यात्रियों के बीच विवाद, सुरक्षा कर्मचारियों के मामले में उपयोगी हो सकता है। स्कैनिंग मशीन के लिए ड्यूटी पर लगे बैगेज ऑपरेटर (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल कर्मी) के लिए उपलब्ध अन्य सहायक प्रावधानों में वायरलेस सेट, मेटल डिटेक्टर और मोबाइल फोन के लिए चार्जिंग पोर्ट शामिल हैं।

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...