रविवार, 10 अप्रैल 2022

एक्ट्रेस के पति फरहान को गोवा एयरपोर्ट पर रोका

एक्ट्रेस के पति फरहान को गोवा एयरपोर्ट पर रोका 

कविता गर्ग     
मुंबई। बॉलीवुड में अपने दमदार अभिनय और अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर होने वाली एक्ट्रेस आयशा टाकिया को लेकर एक बड़ी खबर आई है। दरअसल, उनसे और उनके पति फरहान आजमी अपने बेटे के साथ गोवा से मुंबई लौट रहे थे।
हालाँकि, इसी दौरान उन्हें गोवा एयरपोर्ट पर रोक लिया गया। फरहान का नाम पढ़ने के बाद कुछ अफसरों ने उन्हें परिवार से अलग कर दिया और बदतमीजी की। इस बारे में जानकारी फरहान ने सोशल मीडिया पर देते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया है।
फरहान ने बदतमीजी करने वाले अफसर की दो तस्वीरें शेयर की हैं। इसी के साथ फरहान ने कैप्शन में लिखा है- ‘ डियर @CISFHQrs मैं मुंबई के लिए 6:40 की फ्लाइट में बैठ रहा था और तभी रेसिस्ट अफसरों R P Singh, A K Yadav, कमांडर राउत और एसपी कैटिगरी के सीनियर अफसर बहादुर ने मेरा नाम पढ़ते ही मुझे मेरे परिवार से अलग कर दिया। मौजूद एक आर्म्ड अफसर ने हमें फिजिकली टच किया और मेरी वाइफ और बेटे को मुझसे अलग खड़े होने को कहा। वहीं अन्य फैमिली मेंबर्स सिक्योरिटी चेकअप के लिए खड़े थे और उन्हें अलग नहीं किया गया। बस मैंने उनसे इतना कहा कि वे किसी महिला को टच ना करें और दूरी बनाकर रखें।’
केवल यही नहीं बल्कि इसके अलावा फरहान ने आगे बताया कि- ‘बात यहीं नहीं रुकी। सीनियर अफसर बहादुर ने फिर CISFHQrs के एक गार्ड को इशारे से बुलाया, जो मुझे डराने को एकदम तैयार था। इस रेसिस्ट अफसर ने मेरी जेब चेक करते हुए मुझ पर बेहद घटिया सेक्शुअल कमेंट किया। मेरी जेब में सिर्फ 500 रुपये थे। फरहान ने ट्वीट में मुंबई पुलिस और गोवा एयरपोर्ट को भी टैग किया है।’ उनके इस ट्वीट पर गोवा एयरपोर्ट ने माफी मांगते हुए कहा, ‘सफर के दौरान आपको और आपके परिवार को जो तकलीफ उठानी पड़ी, उसके लिए हम माफी मांगते हैं। इस मामले की जांच की जाएगी।’ आप सभी को बता दें आयशा ने साल 2009 में फरहान से शादी की थी। वहीं शादी के दो साल बाद एक्ट्रेस ने एक्टिंग से दूरी बना ली और अब वह अभिनय से दूर हैं।

परीक्षार्थियों को निष्कासित नहीं करने का निर्देश

परीक्षार्थियों को निष्कासित नहीं करने का निर्देश   

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को निष्कासित नहीं करने का निर्देश दिया है। बोर्ड की मानें तो परीक्षा के दौरान नकल करते छात्र पकड़े जायेंगे, तो उन्हें निष्कासित नहीं किया जायेगा। बल्कि नकल के बाद परीक्षार्थियों को दुबारा परीक्षा दिलवायी जायेगी।
नकल करने वाले छात्र की कॉपी और प्रश्नपत्र ले लिया जायेगा। इसके बाद फिर उसे दूसरे कमरे में ले जाया जायेगा। फिर दूसरी उत्तरपुस्तिका और प्रश्नपत्र देकर उसे परीक्षा दिलवाई जाएगी। परीक्षा के बाद ऐसे छात्रों की दोनों उत्तर पुस्तिका को अलग-अलग लिफाफे में सीलबंद किया जायेगा और उन्हें स्पीड पोस्ट से सीधा बोर्ड को भेजा जायेगा।
कोरोना संक्रमण के समय बना नियम : कोरोना संक्रमण के कारण बोर्ड ने यह बदलाव किया है। कोरोना के कारण दो साल ऑनलाइन कक्षाएं चलीं। बच्चों पर किसी तरह का दबाव न हो, इसके लिए यह किया गया है जबकि कोरोना संक्रमण के पहले निष्कासित किया जाता था।

केंद्र को 45 हजार करोड़ से अधिक का जीएसटी

केंद्र को 45 हजार करोड़ से अधिक का जीएसटी   

दुष्यंत टीकम     
रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में जीएसटी कलेक्शन में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बीते पांच वर्षों में प्रदेश से केंद्र को 45 हजार करोड़ से अधिक का जीएसटी मिला है। जीएसटी कलेक्शन में साल-दर-साल बढ़ोतरी हो रही है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में जीएसटी कलेक्शन में 35.27 फीसद की बढ़ोतरी हुई। विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार बीते पांच वर्षों में प्रदेश को सीजीएसटी के रूप में 45,784.87 करोड़ रुपये मिले हैं।
गौरतलब है कि गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) देश भर में एक जुलाई 2017 को लागू हुआ। जीएसटी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2017-18 में सीजीएसटी के रूप में 4763.87 करोड़ रुपये मिले थे। इसके बाद से जीएसटी कलेक्शन में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बताया जा रहा है कि स्टील की कीमतों में पिछले दिनों हुई जबरदस्त बढ़ोतरी के चलते इस सत्र में जीएसटी कलेक्शन में ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली।

‘अखबार बचाओ महासंघ’ का गठन, अध्यक्ष चुना

‘अखबार बचाओ महासंघ’ का गठन, अध्यक्ष चुना 

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। मीडियाकर्मियों व प्रकाशकों के हितों के लिए सशक्त कार्य करने हेतु देश के प्रतिष्ठित मीडिया संगठनों ने संयुक्त रूप से ‘अखबार बचाओ महासंघ’ का गठन किया है। महासंघ की ‘स्थायी संचालन समिति’ द्वारा अखिलेश चन्द्र शुक्ल को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है।
महासंघ ‘प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया’ के सदस्यों सर्व गुरिन्दर सिंह, बलदेव राज गुप्ता, जयशंकर गुप्ता, श्याम सिंह पंवार, एड. शैलेन्द्र दुबे, एल. सी. भारतीय तथा पूर्व पीसीआई सदस्यों सर्व सुनील डंग, अशोक कुमार नवरत्न, राकेश शर्मा (राष्ट्रदूत), अमर देवपल्ली आदि के मार्गदर्शन में कार्य करेगा। इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रेस एन मीडियामेन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन सहयोगी को महासंघ का राष्ट्रीय संयोजक चुना गया हैं। महासंघ के संयोजकों प्रदेश संयोजकों में सर्वश सुधीर पांडा (सदस्यः केन्द्रीय मीडिया प्रत्यायन समिति), एस. एम. आसिफ, अवधेश कुमार सिंह, संजय शर्मा, शिवशरण सिंह गहरवार, डी. डी. मित्तल, मलय बैनर्जी, लक्ष्मण पटेल, अर्जुन कुमार जैन, डा. अनवर अली खां, विश्वनाथ स्वामी, शिबू खां व हरपाल सिंह यादव सम्मलित हैं।
विगत वर्षों में समाचार पत्रों के प्रकाशकों-सम्पादकों-पत्रकारों के कार्यक्षेत्र में सरकार द्वारा परोक्ष या परोक्ष रूप से अवरोध उत्पन्न करने तथा प्रेस की आजादी पर अंकुश लगाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। पिछले दिनों पत्रकारों पर हुई एफआईआर व अन्य कार्रवाही चिन्ताजनक हैं। ऐसी स्थिति में पत्रकारों-प्रकाशकों के हितों के संरक्षण एवं सवर्धन के लिए देश के प्रतिष्ठित मीडिया संगठनों द्वारा संयुक्त रूप में ‘अखबार बचाओ महासंघ’ का गठन किया है जो प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के दर्जनभर सदस्योें/ पूर्व सदस्यों व प्रतिष्ठित मीडियाकर्मियों के नेतृत्व में कार्य करेगा। महासंघ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, आरएनआई, पीआईबी, डीएवीपी व राज्य सरकारों के जनसम्पर्क निदेशालयों से वार्ता कर उक्त घटनाओं पर अपना विरोध दर्ज करेगा तथा अपने हितों के लिए विधिसम्मत संर्घष करेगा।
नवनियुक्त अध्यक्ष अखिलेश चंद्र शुक्ल विगत कई दशकों से मीडियाकर्मियों के हितों के लिए कार्यरत है तथा प्रेस कांउसिल ऑफ इंडिया द्वारा अधिसूचित संगठन ‘अखिल भारतीय समाचार पत्र एसोसियशन’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। श्री शुक्ल ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान में मीडिया की स्थिति वाकई चिन्ताजनक है। छोटे व मझोले अखबार सरकार की नीतियों के कारण दम तोड रहे हैं। इसके लिए सशक्त आवाज उठाने की नितांत आवश्यकता है। महासंघ अपने उद्देश्यों के अनुसार मीडियाकर्मियों के हितों के लिए कार्य करेगा।

राष्ट्रपति पद का चुनाव, 10 से प्रारंभ हुआ पहला चरण

राष्ट्रपति पद का चुनाव, 10 से प्रारंभ हुआ पहला चरण 

अखिलेश पांडेय             
पेरिस। राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए फ्रांस में वोटिंग का पहला चरण रविवार, 10 अप्रैल से शुरू हुआ। इसी के साथ राष्ट्रपति चुनाव में हिजाब और बुर्के की एंट्री हो गई है। मौजूदा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के सामने चुनौती दे रही दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ली पेन ने चुनाव के दौरान हिजाब का मुददा उछालते हुए कहा है कि सरकार में आने पर हिजाब पर प्रतिबंध लगाते हुए पहनने वालों के ऊपर जुर्माना लगाया जायेगा।
रविवार से फ्रांस के भीतर राष्ट्रपति पद के लिए मतदान का पहला चरण आरंभ हो गया है। इस बार मौजूदा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के सामने दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ली पेन कड़ी चुनौती पेश कर रही है। मौजूदा समय में हो रहे चुनाव में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। इस हफ्ते हुए सर्वे के मुताबिक राष्ट्रपति पद का दोबारा से चुनाव लड़ रहे मैक्रों और मरीन ली पेन के बीच महल 3 फ़ीसदी वोटों का अंतर रह गया है।
राजनीतिक पंडितों के मुताबिक पहले दौर में किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलने की संभावना नहीं है। लिहाजा राष्ट्रपति की हार जीत का फैसला दूसरे दौर के मतदान ही हो पाएगा। इस चरण में 24 अप्रैल को पहले चरण में सबसे ऊपर रहने वाले दो उम्मीदवारों के बीच टक्कर देखने को मिलेगी।
आज रविवार को पहले चरण की वोटिंग का सिलसिला शुरू होते ही चुनाव में हिजाब का मामला भी उछाल दिया गया है। दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ली पेन ने वादा किया है कि अगर वह सत्ता में आती हैं तो हिजाब पहनने वाले मुस्लिमों पर जुर्माना लगाया जाएगा। भारत समर्थक ली पेन ने कहा है कि जिस तरह गाड़ियों में सीट बेल्ट पहनने को अनिवार्य बनाया गया है। उसी तरह से इस फैसले को भी सख्ती के साथ लागू किया जाएगा कि मुसलमान सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब नहीं पहने।

पीएम को कन्वींस नहीं कर सके, वह काहे के मंत्री

पीएम को कन्वींस नहीं कर सके, वह काहे के मंत्री   

नरेश राघानी     
बीकानेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को रविवार को फिर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह एक परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करवा सकते और प्रधानमंत्री को कन्वींस नहीं कर सके, वह काहे के मंत्री है। गहलोत ने बीकानेर दौरे के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा कि राजस्थान ने 25 सांसद जीताकर दिए हैं, राजस्थान का हमारा जलसंसाधन मंत्री बना है। कम से कम एक परियोजना को तो राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाएं। इतनी ही उसकी औकात नहीं है। वह काहे का मंत्री है, जो प्रधानमंत्री को कन्वींस नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का बोला हुआ शब्द एक बार उसे अलग कर दो, तब भी इतनी हैसियत होनी चाहिए कि प्रधानमंत्री से कहकर एक राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराए कि मेरे राजस्थान का मामला है प्रधानमंत्रीजी, इसको तो करना पड़ेगा।
चालीस साल का इतिहास उठाकर देख लीजिए, मैं खुद सांसद रहा हूं, आज राजस्थान का नक्शा बदल गया, हमने काम करवाए। इनसे पूछिए पांच साल में राजस्थान के लिए किया क्या किया। इससे पहले गहलोत ने शनिवार को भी कहा था कि प्रधानमंत्री ने पता नहीं क्या देखकर इनका चयन किया है और पानी जैसा विभाग इन्हें दिया है। सबसे महत्वपूर्ण विभाग कोई मेरी दृष्टि में राजस्थान के लिए होता है तो वह पानी का होता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सदियों से अकाल एवं सूखे पड़ते रहते हैं और शेखावत तो यह बचपन से ही जानते हैं, फिर भी राजस्थान के लिए पैरवी नहीं कर रहे हैं।

अल्पसंख्यकों का समर्थन हासिल करने की कोशिश

अल्पसंख्यकों का समर्थन हासिल करने की कोशिश  

इकबाल अंसारी              
हैदराबाद। भाजपा अपने मुस्लिम नेताओं के जरिए तेलंगाना में अल्पसंख्यकों का समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रही है। लेकिन इस कोशिश में भाजपा नेताओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे ही एक मामले में भाजपा के एक मुस्लिम नेता को अपने ही कौम के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। दरअसल, भाजपा नेता ने मस्जिद के लिए कूलर दान किए थे। लेकिन नमाजियों ने इस दान को अस्वीकार करते हुए सारे कूलर उठाकर मस्जिद से बाहर फेंक दिए्।
तेलंगाना के विकाराबाद जिले के भाजपा नेता मोहम्मद अनवर ने नमाजियों को गर्मी से निजात देने के लिए मस्जिद को कई सारे कूलर दान में दिए थे। इस दौरान उन्होंने मस्जिद में मौजूद लोगों से कहा, ‘बीजेपी ने मुसलमानों के लिए बहुत कुछ किया है। बीजेपी मुसलमानों से बहुत प्रेम करती है, दरअसल कांग्रेस ने मुसलमानों को बीजेपी से दूर किया है।
भाजपा नेता मोहम्मद अनवर की ओर से मस्जिद को दान में कूलर देने के बाद भी विकाराबाद की मुस्लिम जनता उनसे काफी नाराजगी जताई। मुस्लिम जनता ने मोहम्मद अनवर की ओर से मस्जिद को दान में दिया हुआ कूलर उठाकर बाहर फेंक दिया। फिर सभी कूलर मस्जिद के बाहर से उठाकर उनके घर के बाहर लाकर पटक दिया। यह घटना विकाराबाद जिले के बवंटाराम मंडल के तोरुमामिडी इलाके की है।

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...