गुरुवार, 7 अप्रैल 2022

बलिया के 3 पत्रकारों को रिहा किए जाने की मांग

बलिया के 3 पत्रकारों को रिहा किए जाने की मांग  

संदीप मिश्र      
बलिया। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षाओं के आउट हुए संस्कृत एवं अंग्रेजी विषय के पेपर के संबंध में नकल एवं शिक्षा माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की बजाय, तीन पत्रकारों को जेल भेजे जाने से अन्य पत्रकारों में बुरी तरह से उबाल आ गया है। बलिया के तीन पत्रकारों को जेल भेजे जाने से नाराज पत्रकारों ने बृहस्पतिवार को राजधानी में जोरदार जुलूस निकालकर जिला प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 15 सूत्रीय ज्ञापन भेजकर जेल भेजे गए पत्रकारों को बिना शर्त रिहा किए जाने की मांग की है।
बृहस्पतिवार को वर्किंग जर्नलिस्ट आफ इंडिया के बैनर तले हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर इकट्ठा हुए पत्रकार पैदल मार्च निकालते हुए प्रेस क्लब पहुंचे और वहां से परिवर्तन चौक तक जोरदार जलूस निकाला। इस दौरान तकरीबन 2 घंटे तक पत्रकारों द्वारा जोरदार धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष पवन श्रीवास्तव ने कहा कि पत्रकारों का उत्पीड़न बर्दास्त नही होगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगर तीन दिनों के भीतर बलिया जिले के निर्दाेष पत्रकार साथियों को नही छोड़ा गया और व भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही नही की गई तो प्रदेश भर में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
धरना प्रदर्शन को वरिष्ठ पत्रकार हेमन्त कृष्णा, नीरज उपाध्याय, तनवीर अहमद सिद्दीकी, सुशील दुबे ने संबोधित करते हुए पत्रकारों पर हो रहे जुल्म पर पवन श्रीवास्तव के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का भरोसा दिलाया।
पत्रकारों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया जिसमें बताया गया है कि उत्तर प्रदेश बोर्ड प्रश्न पत्र लीक मामले में बलिया जनपद के 3 निर्दाेष पत्रकार अजीत ओझा (अमर उजाला) दिग्विजय सिंह ( अमर उजाला ) वाह मनोज गुप्ता (राष्ट्रीय सहारा) को जेल भेजा गया है। जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग ने अपनी नाकामयाबी छुपाने के लिए यह कार्यवाही की है। बलिया में यूपी बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र लगातार आउट हो रहे थे, इसकी जानकारी जिला प्रशासन को थी। यहां पर यही भी बताना जरूरी है कि हाई स्कूल संस्कृत विषय की परीक्षा शुरू होने के पहले ही उसकी हल कापी सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों पर वायरल होने की जानकारी जिला अधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक को थी।
फिर भी प्रश्न पत्र पर परीक्षा कराई गई। संस्कृत का प्रश्न पत्र आउट होने की खबर को सभी प्रमुख समाचार पत्रों आदि ने प्रकाशित व प्रसारित किया था। इसी बीच 29 मार्च 2022 को इंटर के अंग्रेजी विषय का प्रश्नपत्र आउट हो गया था, जिसकी परीक्षा 30 मार्च 2022 को दूसरी पाली में होनी थी। 30 मार्च 2022 को ही अमर उजाला ने आउट प्रश्न पत्र के चित्र के साथ समाचार प्रकाशित कर दिया था। समाचार प्रकाशित होने पर शासन ने संज्ञान लिया और 24 जिलों में परीक्षा रद्द कर दी गई । प्रश्न पत्र आउट मामले को लेकर बलिया जिला प्रशासन से सवाल जवाब करने को लेकर दोपहर तकरीबन 12.00 बजे अमर उजाला बलिया कार्यालय से शिक्षा विभाग की बीट देखने वाले वरिष्ठ पत्रकार अजीत ओझा को पुलिस ने जबरदस्ती गिरफ्तार कर लिया और शाम को मुकदमा दर्ज करके जेल भी भेज दिया। अगले दिन अमर उजाला अखबार से जुड़े नगर के रिपोर्टर दिग्विजय सिंह और राष्ट्रीय सहारा अखबार के मनोज गुप्ता को भी पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। इस विषय पर जिला प्रशासन अभी तक भी पत्रकारों की गिरफ्तारी को लेकर उनका दोष नहीं बता पाया है।
ज्ञापन में पीएम से मांग की गई है कि निर्दाेष पत्रकार अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता को तत्काल रिहा किया जाये, निर्दाेष पत्रकारों पर दर्ज मुक़दमे वापस लिया जाये, लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को दमन किये जाने की नियत से की गयी कार्यवाही के लिए दोषी अधिकारीयों पर सख्त कार्यवाही हो, पेपर आउट होने के मामले में उच्च स्तरीय जाँच करा कर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो, ताकि आगे से कोई भी युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने की हिम्मत न जुटा सके, पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाए, मीडिया आयोग का गठन किया जाए, पत्रकारों का नेशनल रजिस्टर बनाया जाए, गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिये उन्हें आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाए, 60 साल से ऊपर के पत्रकारों को 20 हज़ार रुपये की मासिक पेंशन दी जाए, देश मे ई-पेपर को मान्यता दी जाए, पत्रकारो को रियायती दरों पर भूखंड आबंटित किये जायें, जिला स्तर पर प्रेस कल्ब व मीडिया सेन्टर बनाये जाए, महिला पत्रकारो के लिये होस्टल बनाये जाए, पत्रकार की आकस्मिक मृत्यु होने पर उसके परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए, मीडिया से जुड़े कानूनी मामलों के जल्द निपटारे के लिए आयोग बनाया जाए।
धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन देने वाले पत्रकरों में सुशील दुबे, अजय वर्मा,हेमन्त कृष्णा,हरिराम त्रिपाठी,मोहम्मद कामरान,ममता सिंह, प्रिया भट्टाचार्य, संजय आज़ाद,शेखर पंडित, नीरज उपाध्याय, अनिल सैनी,तनवीर अहमद ,कृष्णा मिश्रा, अनुराग, ऋषि,सैय्यद ,गिरीश खरे,शोभित शुक्ला,अम्बरीष शुक्ला सहित सैकड़ों पत्रकार उपस्थित रहे।

जम्मू-कश्मीर की घाटी के कई क्षेत्रों में दबिश: एजेंसी

 जम्मू-कश्मीर की घाटी के कई क्षेत्रों में दबिश: एजेंसी 

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर की घाटी के कई क्षेत्रों में दबिश दी। एनआईए ने टेरर फंडिंग को लेकर कश्मीर में छापेमारी कर कार्यवाही कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनआईए की टीम ने केंद्रीय सुरक्षा बल के साथ मिलकर श्रीनगर, बडगाम और घाटी के कई क्षेत्रों में छापेमारी की है।

एनआईए ने अरसलान फिरोज निवासी जालदगर के आवास पर भी छापा मारा। अरसलान पहले की एनआईए की हिरासत में हैं। वहीं श्रीनगर के बाहरी इलाके में एजाज अहमद डार के घर पर भी छापामारी की गई। इसी तरह से समीर अहमद गनई निवासी बोनापोरा नौगाम के घर पर रेड की गई। गनई पेशे से सेल्समैन हैं। टीम ने पूर्व सरकारी अधिकारी मोहम्मद मकबूल निवासी चनपोरा के घर पर भी रेड की।

गर्मी के मौसम में नुकसानदायक हैं 'गुड़ का सेवन'

गर्मी के मौसम में नुकसानदायक हैं 'गुड़ का सेवन'   

सरस्वती उपाध्याय         
गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। इस बढ़ती गर्मी में अपनी सेहत का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। हेल्दी बॉडी के लिए गर्मी के अनुसार दिनचर्या में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने का सुझाव दिया जाता है। यानी पिछले मौसम में जो फूड्स आपके लिए जरूरी थी, अब उन्हें छोड़ देने का समय आ गया है। आयुर्वेद के अनुसार कुछ खास आहार का सेवन केवल उससे संबंधित मौसम में ही करना चाहिए। जैसे गुड़, अमूमन सर्दी में गुड़ के सेवन की सलाह दी जाती है। लेकिन, वही गुड़ जब आप गर्मी में खातें हैं, तो आपको कुछ स्वास्थ्स समस्याएं हो सकती हैं। 
आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में, जो गर्मी में गुड़ के सेवन से आपको हो सकते हैं। 
हर मौसम में हेल्दी डाइट लेना बहुत जरूरी है। यह हमारी इम्युनिटी को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। इस मौसम में भी अपनी डाइट में उन सुपरफूड्स (supper food) को शामिल करें, जो आपके शरीर को इस मौसम के लिए तैयार कर सके। 
 यह गर्म मौसम है और आयुर्वेद के अनुसार इस समय खीरा, ककड़ी और कई अन्य तरह के फलों का सेवन किया जाता है। ठीक उसी तरह कुछ ऐसे फ़ूडस भी हैं, जिनसे गर्मियों के मौसम में परहेज रखना बहुत जरूरी है। उनमे से एक है, गुड़ (jaggery)। गर्मी के मौसम में कम से कम गुड़ का सेवन करने की सलाह दी जाती है। गुड की तासीर गर्म होती हैै, इसीलिए गर्मियों में गुड़ का सेवन आपकी शरीर में गर्मी को बढ़ा देता है, जिसके कारण आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

गर्मियों में फायदेमंद है हाई प्रोटीन डाइट...

गुड़ के स्वास्थ्य लाभ के बारे में तो आप सभी को पता होगा, परंतु इससे होने वाले साइड इफेक्ट के बारे में शायद ही कोई जानता हो। गुड़ आपकी सेहत के लिए हेल्दी होता है, परंतु इसका अत्यधिक सेवन आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं गर्मी में इसके सेवन से कई तरह के स्वास्थ्य जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है। 

जानिए आपको क्यों नहीं करना चाहिए गर्मियों में गुड़ का सेवन...

आयुर्वेद के अनुसार हर आहार के लिए एक निश्चित मौसम होता है। इसमें गुड़ की तासीर के अनुसार उसे सर्दी में खाने की सलाह दी गई है। गर्मियों के मौसम  में बिना विशेषज्ञ परामर्श के गुड़ का सेवन करना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। इस गर्म मौसम में संतुलित शरीर के लिए ठंडी तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने की जरुरत है। जबकि गुड़ की तासीर गर्म होती है, इसलिए गर्मियों में इसके सेवन से आपके शरीर की गर्मी बढ़ जाती है। जिसके कारण आपको नाक से खून आना, अपच, गैस, जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
गुड़ के अधिक सेवन से बॉडी में ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। सभी गुड़ पूरी तरह शुद्ध नहीं होते। इनमें सुक्रोज की मात्रा पाई जाती है। सुक्रोज शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड को बनने से रोकता है, जिसकी वजह से सूजन और जलन जैसी समस्या हो सकती है। 
इसीलिए गर्मी में गठिया पीड़ितों को गुड़ से परहेज रखना जरूरी है। वहीं गुड़ (jaggery) में अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। ऐसे में मोटापे की समस्या से ग्रसित लोगों को इसके सेवन से दूर रहने की सलाह है। खासकर तुरंत के बने ताजे गुड़ को खाने से कब्ज, अपच और गैस जैसी परेशानिया हो सकती हैं। 

गर्मियों में गुड़ के सेवन से सेहत को हो सकते हैं ये नुकसान...

पब मेड द्वारा किये गए एक अध्ययन में देखा गया कि गुड़ चीनी से ज्यादा फायदेमंद होता है। गुड में बनाए गए पदार्थ चीनी में बनाए गए पदार्थों की तुलना में शरीर के लिए अधिक फायदेमंद होते हैं। परंतु गर्मियों में गुड़ का सेवन चीनी के सेवन से ज्यादा हानिकारक हो सकता है। गुड उन पदार्थों में से एक है। जिनकी तासीर बहुत गर्म होती है। ऐसे में इस गर्म मौसम में गुड़ के सेवन से जितना हो सके उतना परहेज रखने की जरूरत है। पोषक तत्वों से भरपूर यह गुड़ सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। परंतु हर चीज के सेवन का एक सही समय और मौसम होता है। इस समय गुड़ का सेवन आपकी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। जानते है गुड़ से होने वाली कुछ स्वास्थ्य समस्यायों के बारे में।
पब मेड की रिसर्च में देखा गया कि कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी से भरपूर गुड़ का अधिक सेवन आपको मोटापे की समस्या से ग्रसित कर सकता है। आपका बढ़ता वजन कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण हो सकता है। इसीलिए सीमित मात्रा में गुड़ का सेवन करें। जो लोग मोटापे की समस्या से परेशान है, उन्हें गुड से पूरी तरह परहेज रखने की जरूरत है। 
गुड़ का अधिक सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। किये गए अध्ययन के अनुसार गुड का ग्लाइसेमिक लेवल शरीर में ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ाता है। इसीलिए इसके अधिक सेवन से डायबिटीज की समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है।
असल में गुड़ (jaggery) में सुक्रोज की मात्रा पाई जाती है, जो शरीर में बनने वाले ओमेगा 3 फैटी एसिड की गति धीमी कर देता है। जिसकी वजह से जलन और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसीलिए गठिया मरीजों (arthritis) को गुड़ के सेवन से पूरी तरह परहेज रखने की जरूरत है। क्योंकि यह उनकी समस्या को और ज्यादा बढ़ा सकता है।
अधिक मात्रा में गुड़ के सेवन से पेट संबंधी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। आयुर्वेद के अनुसार तुरंत के बने ताजे गुड़ को खाने से कब्ज, अपच और गैस जैसी समस्याएं परेशान कर सकती। हमेशा गुड़ शुद्ध तरीके से नहीं बनाया जाता, कई बार इसकी अशुद्धियां हमारे पेट के इंफेक्शन का कारण बन जाती है।
गुड के अधिक सेवन से कई तरह के संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। कई बार गुड़ का सेवन एलर्जीक रिएक्शन का कारण बन सकता है। सर्दी खासी, उल्टी, चक्कर, सिर दर्द और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती है।

नाक से खून आने की समस्या...

आयुर्वेद के अनुसार गुड़ की तासीर काफी गर्म होती है। इसीलिए गर्मी में गुड़ के अधिक सेवन से शरीर में गर्मी बढ़ जाती है। जिसकी वजह से नाक से खून आने लगता है। ऐसे में कम से कम और जरूरत पड़ने पर ही गुड़ का सेवन करने की कोशिश करें। 
हालांकि आप शरबत के रूप में सीमित मात्रा में गुड़ का सेवन कर सकती हैं। पानी के साथ मिक्स होने पर इसकी गर्म तासीर बदल सकती है।

नोएडा: मेट्रो के अंदर पार्टी करने का सुनहरा मौका

नोएडा: मेट्रो के अंदर पार्टी करने का सुनहरा मौका 

विजय भाटी      
गौतमबुद्ध नगर। अब आप अपने परिवार या अपने दोस्तों के साथ मेट्रो में पार्टी कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको जेब ढीली करनी पड़ेगी। नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन एक अधिकारी ने बताया कि अब एनएमआरसी (nmrc) ने मेट्रो के अंदर पार्टी करने का सुनहरा मौका दिया है। कोई भी जन्मदिन या शादी की सालगिरह या किसी अन्य पार्टी का आयोजन कर सकता है। हालांकि इसकी शुरुआत साल 2020 में हुई थी, लेकिन कोरोना माहमारी के चलते उनकी इस पहल का किसी ने फायदा नहीं उठाया।
अब जबकि कोरोना संक्रमण चला गया है, एनएमआरसी (nmrc) ने इसे फिर से शुरू कर दिया है। अधिकारी ने कहा चार ऐसे कोच बनाये जा रहे है, जिसमें कोई भी व्यक्ति अपने परिवार या दोस्तों के साथ कोई भी कार्यक्रम कर सकता है। इसके लिए आपको सिर्फ एक कोच या स्टेशन बुक करना होगा। जिसके बाद आप नोएडा मेट्रो एक्वा लाइन पर पार्टी कर सकते हैं। फिलहाल इस खास सुविधा के लिए लोगों की भर्ती की जा रही है। जो पूरे प्रबंधन की देखभाल करेगा।
अगर आप नॉर्मल कोच बुक करते हैं तो आपको 8 हजार रुपए देने होंगे, लेकिन यह रनिंग कोच बिना डेकोरेट किए होगा। वही आप बिना रनिंग कोच और बिना डेकोरेटेड कोच को 5 हजार रुपये में बुक कर सकते हैं। इसके अलावा 10 हजार रुपये में आपको डेकोरेटेड रनिंग कोच मिलेगा। जबकि आप 7 हजार में बिना रनिंग कोच डेकोरेट के साथ बुक कर सकते है।

रूस के साथ गठबंधन, भारत को कीमत चुकानी पड़ेेगी

रूस के साथ गठबंधन, भारत को कीमत चुकानी पड़ेेगी  

अखिलेश पांडेय        
नई दिल्ली/मास्को/वाशिंगटन डीसी। रूस और यूक्रेन के बीच जारी घमासान युद्ध के बीच भारत की तटस्थता की नीति अमेरिका का रास नहीं आ रही है और वह कई बार इस मुद्दे को लेकर भारत पर दबाव बना चुका है। परोक्ष रूप से दबाव बनाने की नाकाम कोशिश के बाद अब अमेरिका खुली धमकी देने पर उतारू हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के शीर्ष आर्थिक सलाहकार ब्रायन डीज ने कहा है कि रूस के साथ गठबंधन की भारत को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। डीज ने यह भी कहा कि रूस यूक्रेन मुद्दे पर चीन और भारत द्वारा लिए गए फैसलों ने पश्चिमी देशों को निराश किया है। इसी बीच यूक्रेन पर हमले के लिए रूस को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने के के लिए अमेरिका संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में एक प्रस्ताव लेकर आया है, जिस पर आज मतदान होगा। वहीं इस प्रस्ताव पर रूस ने भी खुली धमकी देते हुए कहा है कि अगर किसी भी देश ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पत्रकारों से बात करते हुए डिज ने कहा कि यूक्रेन संकट पर भारत और चीन द्वारा दिखाई गई तटस्थता से अमेरिका बहुत निराश है और इसके दीर्घकालिक संबंध प्रभावित हो सकते हैं। अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और जापान सहित कई देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा रखे हैं तो दूसरी तरफ भारत ने इन प्रतिबंधों को मानने से इनकार कर दिया है और उससे तेल आयात करने की तैयारी कर रहा है। ससे पहले भी अमेरिका भारत पर दबाव बनाने की लगातार कोशिश कर रहा है। कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने अपनी भारत यात्रा के दौरान चेताया था कि अगर चीन एलएसी का उल्लंघन करता है तो भारत को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि रूस भारत को बचाने के लिए आएगा।

नवरात्रि के अवसर पर 'खांडवी' बनाने की रेसिपी

नवरात्रि के अवसर पर 'खांडवी' बनाने की रेसिपी       

सरस्वती उपाध्याय         

नवरात्रि के 9 दिनों में कुछ लोग सम्पूर्ण व्रत का पालन करते हैं, ऐसे में हम आपको यहाँ व्रत के दौरान खाई जाने वाली चीजों की रेसिपी शेयर कर रहें हैं।

खांडवी...
सामग्री।

1- सिंघाडा का आटा -1 कप।
2- छाछ – 4 कप‌।
3- अदरक-हरी मिर्च पेस्ट – ¼ छोटा चम्मच।
4- सेंधा नमक – 2 छोटे चम्मच।
5- हल्दी पाउडर – ¼ चम्मच।
6- सरसों – 1 चम्मच।
7- हींग – एक चुटकी।
8- तेल – 2 बड़े चम्मच‌।
9- हरी धनिया – 10 नग।
10- छीना हुआ नारियल – सजावट के लिए।

खांडवी बनाने की विधि...
सिंघाडा के आटे को एक बाउल में छाने। आटा के साथ अदरक-हरी मिर्च पेस्ट मिलाएं। नमक, हल्दी पाउडर और छाछ डाल दीजिये और जब तक कोई गांठ न रहे तब तक मिलाए। एक मोटे तलेवाली पैन में इस मिश्रण को 8 से 10 मिनट मध्यम आँच पर पकाएँ। जब तक यह गाढा और चिकना हो जाए तब तक हिलाये।

इस मिश्रण को थाली में या संगमरमर तालिका पर जल्द से जल्द फैलाए, संभवतः गर्म है तब तक फैलाना अच्छा है। एक बार जब यह ठंडा हो जाए दो इंच चौडी पट्टी में काटे और उन्हें कसकर रोल बनाये और हर टुकड़े को थाली में रखे।

एक छोटा पैन लें, तेल डालें और गर्म कीजिये, एक चुटकी हींग और सरसों के बीज डालें और तलतलाहट होने दें। जब तलतलाहट हो जाए खांडवी के टुकड़े पर तेल डालिए। छीना हुआ नारियल और बारिक कटा हुआ हरा धनिया से सजाये।

पेट्रोल-डीजल के दामों को स्थिर रखने के लिए कोशिश

पेट्रोल-डीजल के दामों को स्थिर रखने के लिए कोशिश  

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। भारत में पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार इजाफा हो रहा है। 17 दिनों में 14 बार इनकी कीमतों में इजाफा किया जा चुका है। लेकिन अब आम जनता को पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से राहत मिल सकती है। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल के दामों को स्थिर रखने के लिए कोशिश कर रही है। सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार दामों को स्थिर रखने के लिए बड़ी योजना तैयार कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक, सरकार की ओर से देश की प्रमुख तेल विपणन कंपनियों को इस तरह के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अलावा ऐसी भी संभावना है कि अगर कच्चे तेल की कीमतों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमी नहीं आती और दाम इसी तरह बढ़ते रहते हैं तो फिर सरकार पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में भी कटौती का कदम उठा सकती है। ताकि आम जनता के बोझ को कम किया जा सके। रिपोर्ट की मानें तो सरकार ने राज्यों को भी कहा है कि वे पेट्रोल-डीजल पर वसूले जाने वाले वैट में कटौती करें।
बता दें कि बीते दिनों भी विपक्ष ने जब तेल की कीमतों को लेकर सरकार पर निशाना साधा था तो पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार का बचाव करते हुए कहा था कि ऐसा अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में बढ़ोतरी के कारण हुआ है। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि देश की जनता को सस्ती कीमतों पर ईंधन उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...