बुधवार, 6 अप्रैल 2022

भारत: 24 घंटे में कोरोना के1,086 नए मामलेें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के1,086 नए मामलेें    


अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। देश में जानलेवा कोरोना वायरस महामारी के नए मामलों में बुधवार को बढ़ोतरी दर्ज की गई है‌। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1,086 नए मामलें सामने आए हैं और 71 लोगों की मौत हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, कल देश में 1 हजार 198 लोग ठीक हुए, जिसके बाद अब एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 11 हजार 871 हो गई है‌।

वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5 लाख 21 हजार 487 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक 4 करोड़ 24 लाख 97 हजार 567 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोरोना वायरस रोधी टीकों की 185 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना योद्धाओं और 60 साल से ज्यादा आयु वाले अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को 2 करोड़ से ज्यादा (2,37,72,909) एहतियाती टीके लगाए गए है। देश में कोविड रोधी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 से शुरू हुआ और पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया‌। वहीं, कोरोना योद्धाओं के लिए टीकाकरण अभियान दो फरवरी से शुरू हुआ था।

'नवरात्रि' का छठवां दिन, माता कात्यायनी की पूजा

'नवरात्रि' का छठवां दिन, माता कात्यायनी की पूजा   

सरस्वती उपाध्याय        
बृहस्पतिवार को चैत्र नवरात्रि का छठवां दिन है। नवरात्रि के छठवें दिन मां दुर्गा के स्वरूप, माता कात्यायनी की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां कात्यायनी की विधिवत पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है। इसके साथ ही विवाह में आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिलती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, मां कात्यायनी ने महिषापुर का वध किया था। असुर महिषासुर का वध करने के कारण इन्हें दानवों, असुरों और पापियों का नाश करने वाली देवी कहा जाता है। आइए जानते हैं, मां कात्यायनी की पूजा-विधि, मंत्र, आरती और भोग।

मां कात्यायनी का स्वरूप...

मां कात्यायनी आकर्षक स्वरूप की हैं। मां का शरीर सोने की तरह चमकीला है। मां की चार भुजाएं हैं। मां की सवारी सिंह यानी शेर है। मां के एक हाथ में तलवार और दूसरे हाथ में कमल का पुष्प सुशोभित है। मां के दूसरे दोनों हाथ वर और अभयमुद्रा में हैं।

मां कात्यायनी का भोग...

मां कात्यायनी को भोग में शहद अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि मां को शहद अतिप्रिय है।

मां कात्यायनी प्रिय पुष्प व रंग...

नवरात्रि के छठवें दिन मां दुर्गा को लाल रंग का पुष्प अर्पित करना चाहिए। मां को खासकर लाल गुलाब बहुत प्रिय है। ऐसे में पूजा के दौरान लाल पुष्प अर्पित करना चाहिए।  

मां कात्यायनी प्रिय पुष्प व रंग...

नवरात्रि के छठवें दिन मां दुर्गा को लाल रंग का पुष्प अर्पित करना चाहिए। मां को खासकर लाल गुलाब बहुत प्रिय है। ऐसे में पूजा के दौरान लाल पुष्प अर्पित करना चाहिए।

मां कात्यायनी पूजा-विधि...

सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं और फिर साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
मां की प्रतिमा को शुद्ध जल या गंगाजल से स्नान कराएं।
मां को पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें।
मां को स्नान कराने के बाद पुष्प अर्पित करें।
मां को रोली कुमकुम लगाएं। 
मां को पांच प्रकार के फल और मिष्ठान का भोग लगाएं।
मां कात्यायनी को शहद का भोग अवश्य लगाएं।
मां कात्यायनी का अधिक से अधिक ध्यान करें।
मां की आरती भी करें।

मां कात्यायनी मंत्र...

या देवी सर्वभूतेषु मा कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥

मां कात्यायनी की आरती...

जय-जय अम्बे जय कात्यायनी,
जय जगमाता जग की महारानी।
बैजनाथ स्थान तुम्हारा,
वहा वरदाती नाम पुकारा।
कई नाम है, कई धाम है,
यह स्थान भी तो सुखधाम है।
हर मंदिर में ज्योत तुम्हारी,
कही योगेश्वरी महिमा न्यारी।
हर जगह उत्सव होते रहते,
हर मंदिर में भगत हैं कहते।
कत्यानी रक्षक काया की,
ग्रंथि काटे मोह माया की।
झूठे मोह से छुडाने वाली,
अपना नाम जपाने वाली।
बृहस्‍पतिवार को पूजा करिए,
ध्यान कात्यायनी का धरिए।
हर संकट को दूर करेगी,
भंडारे भरपूर करेगी।
जो भी मां को 'चमन' पुकारे,
कात्यायनी सब कष्ट निवारे।।

2 भाईयों की हिरासत अवधि 11 अप्रैल तक बढ़ाईं

2 भाईयों की हिरासत अवधि 11 अप्रैल तक बढ़ाईं   

कविता गर्ग               
मुंबई। यहां की एक विशेष धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने बुधवार को नागपुर के वकील सतीश ऊके और उनके भाई प्रदीप की हिरासत अवधि 11 अप्रैल तक बढ़ा दी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इन दोनों को धनशोधन मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। नागपुर के पार्वती नगर इलाके में वकील के आवास पर छापेमारी के बाद पिछले हफ्ते पीएमएलए के तहत दोनों भाईयों को गिरफ्तार किया गया था।
आरोपियों को बुधवार को उनकी प्रारंभिक रिमांड अवधि समाप्त होने पर विशेष न्यायाधीश एम. जी. देशपांडे के समक्ष पेश किया गया। मामले की आगे की जांच के लिए दोनों की हिरासत 11 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने दावा किया है कि इन दोनों के खिलाफ धनशोधन का मामला नागपुर में लगभग 1.5 एकड़ जमीन की खरीद से जुड़ा है और जमीन की खरीद के लिए इस्तेमाल किए गए दस्तावेज कथित तौर पर जाली थे।
ईडी ने दावा किया है कि खरीदी गई जमीन भाइयों के नाम पर थी। वकील ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं विशेषकर देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ अदालतों में कई याचिकाएं दायर की हैं। अपने एक आवेदन में, ऊके ने अपने चुनावी हलफनामे में आपराधिक मामलों का ‘‘खुलासा नहीं करने’’ के लिए फडणवीस के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही का अनुरोध किया था।
वकील ने बंबई उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ में याचिका दायर कर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के न्यायाधीश बी. एच. लोया की संदिग्ध परिस्थितियों में और असमय मृत्यु की पुलिस जांच का आदेश देने का भी आग्रह किया था। न्यायाधीश लोया, 2014 के सोहराबुद्दीन शेख कथित फर्जी मुठभेड़ मामले की सुनवाई कर रहे थे। 
ऊके, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले के भी वकील हैं, जिन्होंने (कांग्रेस नेता ने) कथित तौर पर अवैध रूप से अपना फोन टैप किये जाने को लेकर यहां एक दीवानी अदालत में भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी एवं राज्य खुफिया विभाग की पूर्व प्रमुख रश्मि शुक्ला एवं अन्य के खिलाफ 500 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया था।

प्रवर्तक की जमानत याचिका पर 7 अप्रैल को फैसला

प्रवर्तक की जमानत याचिका पर 7 अप्रैल को फैसला  

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। उच्च न्यायालय ने बुधवार को कहा कि वह कुछ व्यक्तियों को विमानन कंपनी के शेयर के हस्तांतरण में कथित तौर पर की गई धोखाधड़ी के मामलें में स्पाइसजेट के प्रवर्तक अजय सिंह की अग्रिम जमानत याचिका पर सात अप्रैल को फैसला सुनाएगा। न्यायमूर्ति अनूप कुमार मेंदीरत्ता ने सिंह का पक्ष रख रहे वकील, शिकायतकर्ता और दिल्ली पुलिस की दलीलें सुनने के बाद अग्रिम जमानत याचिका पर आदेश सुरक्षित रख लिया।
उन्होंने कहा कि यह देखा जाना चाहिए कि आपराधिक इरादा बनता है या नहीं। हम याचिका पर फैसला बृहस्पतिवार तक के लिए सुरक्षित रखते हैं। निचली अदालत ने बीते महीने सिंह की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। अदालत ने कहा था कि मामले के तथ्यों और परिस्थितियों के अलावा अपराध की गंभीरता को देखते हुए उसे सिंह को राहत देने के लिए पर्याप्त आधार नहीं मिला। सिंह के वकील सिद्धार्थ लूथरा ने उच्च न्यायालय के समक्ष दलील दी है कि स्पाइसजेट के प्रवर्तक को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि सिंह भागने वाले नहीं हैं और वह जांच में पूर्ण सहयोग कर रहे हैं। लूथरा ने यह भी कहा कि सिंह ने 10 लाख रुपये की राशि भी वापस कर दी है, जो शिकायतकर्ता द्वारा उन्हें शेयरों के हस्तांतरण के लिए दी गई थी। उन्होंने बताया कि एक मध्यस्थता न्यायाधिकरण के समक्ष अलग से लंबित विवाद के कारण शेयर हस्तांतरण पर अमल नहीं हो सका और वह जांच के दायरे में आए शेयर को ‘अलग एवं सुरक्षित’ रखने के लिए तैयार हैं। वहीं, शिकायतकर्ता की ओर से पेश वकील विकास पाहवा ने सिंह की अग्रिम जमानत याचिका का विरोध किया।
उन्होंने कहा कि मौजूदा मामला बेहद ‘गंभीर’ है और सिंह उसी दिन फरार हो गए थे, जब निचली अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। इस पर, लूथरा ने कहा कि सिंह किसी जरूरी काम के सिलसिले में विदेश गए थे और वह वापस आने का इरादा रखते हैं। दिल्ली पुलिस ने भी सिंह की अग्रिम जमानत याचिका का यह कहते हुए विरोध किया कि उनके खिलाफ अन्य आपराधिक मामले भी लंबित हैं और मौजूदा केस में उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है।मौजूदा मामले में दिल्ली के एक व्यवसायी और उसके परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनके और आरोपी के बीच एक शेयर-खरीद समझौता था और उन्होंने स्पाइसजेट के 10 लाख शेयर के लिए आरोपी को 10 लाख रुपये का भुगतान किया था। व्यवसायी ने कहा कि हालांकि, इन शेयर को स्थानांतरित नहीं किया गया, जिसके कारण सिंह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।

'एनएलएफबी' के 6 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया

'एनएलएफबी' के 6 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया   

इकबाल अंसारी          
दिसपुर। असम के सोनितपुर जिले में नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनएलएफबी) के छ: उग्रवादियों ने बुधवार को आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा पर चारीदुआर इलाके में करीब 12 उग्रवादियों के एक समूह के छिपे होने की सूचना प्राप्त हुई थी।
उन्होंने बताया कि पुलिस की टीम ने एक अप्रैल को भालुकपोंग कस्बे के 12 माइल इलाके में छापा मारा था और इस दौरान हुई मुठभेड़ में दो उग्रवादी घायल हो गए थे। अधिकारियों के अनुसार, जैसे ही इलाके में अभियान तेज किया गया, छह उग्रवादियों ने पुलिस की ओर से आश्वासन मिलने पर अपने हथियारों और गोला-बारूद के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। जनवरी 2020 में बोडो समझौते पर हस्ताक्षर के बाद बड़ी संख्या में एनडीएफबी उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, जबकि कुछ ने एनएलएफबी का गठन कर लिया है।

एक्ट्रेस उर्फी ने साड़ी में अपना नया लुक शेयर किया

एक्ट्रेस उर्फी ने साड़ी में अपना नया लुक शेयर किया   

कविता गर्ग            
मुंबई। एक्ट्रेस उर्फी जावेद सोशल मीडिया पर टॉक ऑफ़ द टाउन बन चुकी हैं। उर्फी जावेद रोजाना अपने नए और अतरंगी फैशन स्टाइल के साथ दर्शकों के सामने पेश होती हैं। मीडिया उनके अजीबोगरीब स्टाइल की दीवानी हो चुकी है। करके फैंस को खास ट्रीट दे दी है। उर्फी ने साड़ी में अपना नया लुक फैंस के साथ शेयर किया है। वीडियो में उर्फी अपनी दिलकश अदाओं से फैंस के दिलों को जीत रही हैं। फैंस भी उर्फी के इस अंदाज पर फिदा हो रहे हैं। उर्फी जावेद नए वीडियो में व्हाइट प्रिंटेड साड़ी में नजर आ रही हैं। व्हाइट साड़ी को एक्ट्रेस ने पिंक ब्लाउज के साथ कैरी किया है। ब्रालेट स्टाइल में उर्फी का ब्लाउज काफी स्टाइलिश है, जो उनकी साड़ी को ग्लैमरस टच दे रहा है।
उर्फी वीडियो में अपनी साड़ी का पल्लू हवा में लहराती हुई अपने जलवे बिखेरते हुए नजर आ रही हैं। एक्ट्रेस की मिलियन डॉलर स्माइल उनकी खूबसूरती में चार चांद लगा रही है। फैंस को भी उर्फी का ये लुक पसंद आ रहा है।
उर्फी ने साड़ी के साथ अपने ब्लाउज के कलर की मैचिंग लाइट पिंक लिपस्टिक लगाई है। एक्ट्रेस ने ट्रेंडी ईयररिंग्स और ओपन कर्ली हेयर के साथ अपने लुक को कंप्लीट किया है।
उर्फी के वीडिय को कुछ ही घंटों में हजारों लोग लाइक कर चुके हैं और गिनती लगातार बढ़ रही है। फैंस उर्फी के साड़ी लुक पर फिदा हो रहे हैं और जमकर एक्ट्रेस की तारीफें कर रहे हैं।  एक यूजर ने कमेंट किया, आखिरकार कुछ तमीज वाला पहना दीदी ने। एक दूसरे यूजर ने लिखा- किलर लेडी। 
ज्यादातर बोल्ड और रिवीलिंग आउटफिट्स में दिखने वाली उर्फी जावेद को साड़ी में देखकर उनके कई फैंस खुश नजर आ रहे हैं और उनके लुक की तारीफ भी कर रहे हैं।‌ वैसे एक बात तो है उर्फी जावेद कुछ भी पहन लें, एक्ट्रेस अपने हर लुक से चर्चा बटोर लेती हैं।

वैज्ञानिकों ने इंसानों के शरीर में ब्रैंड न्यू अंग को खोजा

वैज्ञानिकों ने इंसानों के शरीर में ब्रैंड न्यू अंग को खोजा  

अकांशु उपाध्याय                     
नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने इंसानों के शरीर में एक ब्रैंड न्यू अंग को खोजा है। असल में हैं, ये कोशिकाएं, लेकिन काम पूरे अंग की तरह करते हैं। ये इंसानी फेफड़ों के अंदर मौजूद पतली और बेहद नाजुक शाखाओं में पाई जाती हैं। इनका मुख्य काम है, श्वसन प्रणाली को दुरुस्त रखना। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इसकी मदद से वो धूम्रपान संबंधी बीमारियों से लोगों को बचा पाएंगे या ठीक कर पाएंगे।
इस नए अंग यानी कोशिका को बेहर रोचक नाम दिया गया है। इसका नाम है रेस्पिरेटरी एयरवे सेक्रेटरी यह फेफड़ों के अंदर मौजूद नसों की शाखा ब्रॉन्किओल्स  में मौजूद रहते हैं। इनका संबंध एल्वियोली  के साथ भी रहता है। ये वहीं अंग है जो खून के अंदर ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान-प्रदान करते हैं।
RAS कोशिकाएं किसी स्टेम सेल्स  की तरह होती हैं। इन्हें ब्लैंक कैनवास  कोशिकाएं कहते हैं, क्योंकि ये शरीर के अंदर किसी भी तरह के नए अंग या कोशिकाओं की पहचान करते हैं। ये क्षतिग्रस्त एल्वियोली को सुधारती हैं। नए एल्वियोली कोशिकाओं का निर्माण करती है। ताकि खून में गैसों का बहाव सही बना रहे।
शोधकर्ताओं ने देखा कि RAS कोशिकाएं फेफड़ों पर निर्भर रहने से फ्रस्टेट होने लगती हैं। क्योंकि उनका पूरा काम फेफड़ों से संबंधित प्रणालियों से ही चलता है। लेकिन बदले में उन्हें कुछ नहीं मिलता।‌ असल में इन सभी सवालों के जवाब पाने के लिए वैज्ञानिकों ने एक स्वस्थ इंसान के फेफड़ों का टिश्यू यानी ऊतक लिया। इसके बाद हर कोशिका के अंदर मौजूद जीन्स का विश्लेषण किया, तब RAS कोशिकाओं का पता चला।
यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया के पेरेलमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर एडवर्ड मॉरिसे ने कहा कि यह बात तो पहले से पता था कि इंसानी फेफड़ों की शाखाएं यानी हवाओं के आने-जाने का मार्ग चूहों के फेफड़ों से अलग होते हैं। नई तकनीकों के विकसित होने से हमें यह फायदा हुआ कि हम इस नई कोशिका को खोज पाए। हम उसके सैंपल की जांच कर पाए।
प्रो. एडवर्ड मॉरिसे और उनकी टीम को फेरेट्स  के फेफड़ों में भी RAS कोशिकाएं मिली हैं, जो इंसानी कोशिकाओं से मिलती-जुलती हैं। इसके बात वैज्ञानिक इस नतीजे पर पहुंचे कि ज्यादातर स्तनधारी जीवों में चाहे वह छोटे हों या बड़े। उन सभी के फेफड़ो में RAS कोशिकाएं होती हैं।
RAS कोशिका का दो ही मुख्य काम है- पहला ये ऐसे कणों का रिसाव करते हैं, जो ब्रॉन्किओल्स में बहने वाले तरल पदार्थों के लिए लाइनिंग बनाने का काम करते हैं। ताकि पहले एयर सैक खराब न हों। साथ ही फेफड़ों की क्षमता बढ़ जाए। दूसरा काम ये करते हैं कि ये प्रोजेनिटर कोशिकाओं की तरह यानी एल्वियोलर टाइप-2 (AT2) कोशिकाओं जैसे काम करते हैं। यह खास तरह की कोशिका होती है जो क्षतिग्रस्त एल्वियोली को ठीक करने के लिए रसायन निकालती है।
प्रो. एडवर्ड ने कहा कि RAS कोशिकाएं फेफड़ों के अंदर मौजूद फैकल्टेटिव प्रोजेनिटर्स हैं। ये फेफड़ों को सुरक्षित भी रखती हैं, साथ ही कई तरह के काम भी करती हैं। ये कोशिकाएं धूम्रपान यानी स्मोकिंग संबंधी कई बीमारियों के इलाज में काम आ सकती हैं। भविष्य में क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीस (COPD) को रोकने में मदद कर सकती हैं। COPD स्मोकिंग से या फिर वायु प्रदूषण से होता है।
COPD में फेफड़ों के अंदर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन का निर्माण नहीं हो पाता। एयरसैक्स सूज जाती हैं। इसके लक्षण दमा की तरह होते हैं। इसके अलावा यह एम्फीसेमा क्रोनिक ब्रॉन्काइटिस जैसी बीमारियों को भी जन्म देती हैं। इसमें लंबे समय तक खांसी आती रहती है। हर साल दुनिया में करीब 30 लाक लोग COPD की वजह से मारे जाते हैं।
प्रो. एडवर्ड मॉरिसे ने कहा कि भविष्य में RAS कोशिकाएं COPD के इलाज में मदद कर सकती हैं। हालांकि इसके बारे में अभी सिर्फ अंदाजा लगा रहे हैं। क्योंकि इन कोशिकाओं का काम ही ऐसा है। लेकिन अगर ये भविष्य में अपने काम से इस तरह की बीमारी को ठीक कर सकती हैं, या फिर इंसान को बचा सकती है, तो लाखों लोगों का जान समय से पहले नहीं जाएगी। यह स्टडी हाल ही में Nature जर्नल में प्रकाशित हुई है।

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...