सोमवार, 4 अप्रैल 2022

अन्य दवाओं की 5 से 12% जीएसटी दर पर बिक्री

अन्य दवाओं की 5 से 12% जीएसटी दर पर बिक्री   

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। सरकार ने सोमवार को लोकसभा को बताया कि महामारी शुरू होने के बाद से कोविड-19 रोधी दवाएं एवं उपकरण 5 प्रतिशत जीएसटी की दर पर बेचे जा रहे हैं। जबकि अन्य दवाओं की 5 से 12 प्रतिशत जीएसटी दर पर बिक्री हो रही है। लोकसभा में बेनी बेहनन के पूरक प्रश्न के उत्तर में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने यह जानकारी दी।
चौधरी ने कहा कि देश में 66 प्रतिशत सरकार प्रायोजित बीमा योजना केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही हैं। वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि जब कोविड-19 महामारी प्रारंभ हुई तब यह निर्णय किया गया कि सभी दवाओं को 5 से 12 प्रतिशत जीएसटी दर पर बेचा जायेगा तथा कोविड-19 से जुड़ी दवाओं एवं उपकरणों को 5 प्रतिशत जीएसटी की दर पर बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बीमा के लिये जीएसटी दर 18 प्रतिशत है जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है।

टिकटों की कालाबाजारी, हेल्पलाइन नंबर जारी

टिकटों की कालाबाजारी, हेल्पलाइन नंबर जारी   

पंकज कपूर 
देहरादून। केदारनाथ यात्रा के लिए हेली सेवा की बुकिंग आज से हो जाएगी। इसके लिए उत्तराखंड सिविल एसोसिएशन डेवलपमेंट ने सभी तैयारियां कर ली हैं। UCADA ने टिकटों की कालाबाजारी को रोकने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) को ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग करने की जिम्मेदारी दी गई है। केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खुलने जा रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, केदारनाथ धाम के लिए गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा से संचालित होने वाली हेली सेवा के लिए आज से ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग शुरू होगी। उत्तराखंड टूरिज्म डेवलप बोर्ड के सेक्रेटरी दिलीप जावलकर ने बताया कि देश-दुनिया से आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए GMVN की वेबसाइट https://heliservices.uk.gov.in/ पर हेली सेवा का टिकट उपलब्ध होगा। उन्होंने केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों से GMVN की आधिकारिक वेबसाइट से ही हेली सेवा के टिकट बुक करने का आग्रह किया है। हेली सेवा का दो तरफ का किराया करीब 5000 रुपये पड़ेगा। तीर्थियात्रियों को पहले से ही सब चीजों का इंतजाम रखना होगा। आपको ठहरने के लिए होटल और खान-पान की व्यवस्था को लेकर तैयारियां अभी से करनी होंगी। GMVN की वेबसाइट पर आप किफायती दाम पर होटल, फूड और एक्टिविटीज की बुकिंग कर सकते हैं।
केदारनाथ धाम के अलावा, गढ़वाल हिमालय के चारधाम के नाम से मशहूर चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट भी 8 मई से खुलने वाले हैं। गढ़वाल हिमालय की पहाड़ियों पर स्थित चारों धाम, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री, सर्दियों में भारी बर्फवारी की वजह से हर साल अक्टूबर-नवंबर में बंद कर दिए जाते हैं। जो अप्रैल-मई में दोबारा खोल दिए जाते हैं।

2 गुटों के बीच हिंसक वारदात, 4 लोगों की मौंत

2 गुटों के बीच हिंसक वारदात, 4 लोगों की मौंत 

अमित शर्मा          

गुरदासपुर। पंजाब के गुरदासपुर जिले में भैनी मोया खान पुलिस थानान्तर्गत जमीनी विवाद के कारण दो गुटों के बीच हिंसक वारदात में गोली लगने से चार लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने सोमवार को यहां बताया कि दसूहा के एक व्यक्ति निर्मल सिंह ने फुल्लडा गांव में जमीन पर कब्जा करने की मंशा से बड़ी संख्या में अपने साथियों के साथ घटना स्थल पहुंच गया। गांव के सरपंच सुखराज सिंह उर्फ सुख्खा ने इन लोगों का विरोध किया तो कब्जा करने के इरादे से आए लोगों ने उन पर गोली चली दी।

जिसमें सुखराज सहित निशान सिंह, जैमल सिंह और अमरेन्द्र सिंह(मजदूर) की गोली लगने से मौत हो गई । घायल मजदूर अमरिंदर को हरचोवाल अस्पताल लाया गया लेकिन डाक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। मजदूर सरपंच के खेतों पर काम करने गया था। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।

कॉमेडियन भारती ने बेटे को दिया जन्म, फोटोशूट

कॉमेडियन भारती ने बेटे को दिया जन्म, फोटोशूट   

कविता गर्ग               
मुंबई। मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह और हर्ष लिम्बाचिया के घर खुशखबरी आई है। भारती ने सोमवार को बेटे को जन्म दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके इस बात की जानकारी दी है। भारती और हर्ष को इस दिन का बेसब्री से इंतजार था। भारती ने हर्ष के साथ एक फोटो शेयर की है। उन्होंने फोटो शेयर करते हुए लिखा- लड़का हुआ है। भारती ने अपने मैटरनिटी फोटोशूट की तस्वीर शेयर की है। जिसके बाद से सभी सोशल मीडिया पर इस क्यूट कपल को बधाई दे रहे हैं।
 लिखा-आखिरकार। आप दोनों को बधाई। वहीं अदिति भाटिया ने लिखा- ओएमजी मुबारक हो। बहुत खुश हूं। छोटे बेबी को देखने का इंतजार नहीं हो रहा है। राहुल वैद्य ने कमेंट किया- ओएमजी…। 
बेबी को देखने का इंतजार नहीं हो रहा है। मुबारकबाद, अमृता खानविल्कर ने लिखा, ओमाईगॉड बहुत बहुत शुभकामनाएं।
आपको बता दें भारती सिंह ने अपने प्रेग्नेंसी फेज में काम किया है।‌ वह रियलिटी शो हुनरबाज पति हर्ष लिम्बाचिया के साथ होस्ट कर रही थीं। उसके बाद वह अपने शो खतर खतरा खतरा का दूसरा सीजन लेकर आईं हैं। जिसमें सेलेब्स के साथ हर्ष और भारती ढेर सारी मस्ती करते हैं। अजीब-अजीब गेम खेले जाते हैं जिसे देखकर दर्शकों की हंसी नहीं रुकती है।
भारती सिंह और हर्ष लिम्बाचिया सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। बीते साल ही उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया था। जिसमें वह कभी अपने डेली रुटीन के बारे फैंस को बताते थे तो कभी बच्चे से जुड़ी खबर देते थे। कुछ समय पहले भारती ने अपने व्लॉग में फैंस को एक काम दिया था। उन्होंने फैंस से कहा था कि उन्होंने बच्चे का नाम नहीं सोचा है तो फैंस उन्हें ढेर सारे नाम सोचकर भेजे। वह उनमें से कोई एक नाम चुनेंगी और फैंस को भी इस बारे में बताएंगी।

‘गतिशील’ कानूनी ढांचे की जरूरत पर बल दिया

‘गतिशील’ कानूनी ढांचे की जरूरत पर बल दिया   

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। केन्द्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को एक नए ‘‘गतिशील’’ कानूनी ढांचे की जरूरत पर बल दिया। जो साइबर क्षेत्र में पेश होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए निजता के अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और विनियमों तथा नियंत्रण की मांगों में संतुलन कायम कर सके।
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा ‘साइबर अपराध जांच एवं डिजिटल फोरेंसिक’ विषय पर आयोजित दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए, मंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में प्रौद्योगिकी में बहुत अधिक बदलाव आए हैं, लेकिन साथ ही इससे लोगों के जीवन में घुसपैठ बढ़ गई है। यह मामूली भी हो सकती है, लेकिन ज्यादातर समय यह घातक होती है और इसका उद्देश्य गलत कृत्यों को अंजाम देना ही होता है।
उन्होंने बताया कि कानूनी रणनीति, प्रौद्योगिकी, संगठनों, क्षमता निर्माण और आपसी सहयोग से इस समस्या से निपटा जा सकता है। साइबर अपराधों का मुकाबला करने के लिए कानूनी रणनीति पर वैष्णव ने कहा कि देश के कानूनी ढांचे को बड़े पैमाने पर बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि, मुझे नहीं लगता कि किसी भी क्रमिक बदलाव से मदद मिलेगी। परिवर्तन पर्याप्त, महत्वपूर्ण, मौलिक और संरचनात्मक होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूरा संघर्ष निजता व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार और ‘‘निजता के अधिकार की आड़ में धोखाधड़ी भरे कृत्यों को रोकने के लिए’’ अधिक विनियमन तथा नियंत्रण रखने की परस्पर विरोधी मांगों के बीच है। वैष्णव ने कहा कि समाज एक ओर कहता है कि निजता का अधिकार तथा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सबसे महत्वपूर्ण हैं और उसमें किसी का दखल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता वहीं दूसरा वर्ग नियमों तथा नियंत्रण की मांग करता है और इन दोनों मांगों के बीच संतुलन कायम करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कानूनी ढांचे को पूरी तरह से एक नया आकार देना चाहिए, जो गतिशील, समय के अनुरूप हो तथाहमारी हर पीढ़ी की आकांक्षाओं को पूरा करे, साथ ही लोगों को, उनके विचारों व सोशल मीडिया को जवाबदेह बनाए और उन लोगों को दूर रखे, जो मेहनत की कमाई को ठगना चाहते हैं। मंत्री ने समारोह में 12 सीबीआई अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक और दो सीबीआई अधिकारियों को असाधारण खुफिया पदक से भी सम्मानित किया।

एक्ट्रेस मल्ला ने बिकनी में कुछ नई फोटोज की

एक्ट्रेस मल्ला ने बिकनी में कुछ नई फोटोज की  

कविता गर्ग             
मुंबई। भोजपुरी एक्ट्रेस नम्रता मल्ला ने एक बार फिर सोशल मीडिया का टेम्प्रेचर हाई कर दिया है। ये लाइन पढ़ने के बाद मन में सवाल तो जरूर आ रहा होगा कि कैसे। अभी बता देते हैं, असल में नम्रता मल्ला ने बिकनी में कुछ नई फोटोज की हैं। जिसमें वो खतरनाक पोज देती दिख रही हैं। 
पिछले कुछ दिनों से खेसारी लाल यादव की एक्ट्रेस नम्रता मल्ला दुबई में वेकेशन एंजॉय कर रही हैं। अच्छी बात ये है कि वो दुबई में रहकर भी अपने फैंस को एंटरटेन करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं। नम्रता कभी फोटोज, तो कभी वीडियोज के जरिये फैंस से बराबर कनेक्शन बनाये हुए हैं। जैसे इस बार वो ब्लू बिकनी में कतई जहर पोज देती देखीं।
बिकनी पहनकर नम्रता गोरे-गोरे मुखड़े पर काला चश्मा लगाये दिख रही हैं। अब दुबई जैसी जगह पर बिकनी पहनकर नम्रता का टोन्ड फिगर फ्लॉन्ट करना बनता था। इसलिये वो फोटोज में खतरनाक पोज के साथ अपना टोन्ड फिगर फ्लॉन्ट करती दिख रही हैं‌। एक्ट्रेस के चेहरे पर एक खुशी है। उस लम्हा को यादगार बनाने की खुशी, जो लाइफ में कभी-कभी मिलता है।
अब ऐसा तो कभी हुआ नहीं कि नम्रता तस्वीरें पोस्ट करें और उस फैंस अपना प्यार ना लुटाए। एक्ट्रेस के फैंस उनके इस अंदाज को काफी पसंद कर रहे हैं। कमेंट में कोई नम्रता को लाजवाब बता रहा है, तो कोई। वैसे तो नम्रता का कैप्शन भी है। फोटोज शेयर करते हुए वो लिखती हैं, आप वही पाते हैं जो देते हैं। मतलब एक ही दिल है, नम्रता फोटोज और कैप्शन से कितनी बार जीतोगी।

आरोपी की जमानत के खिलाफ याचिका पर सुनवाई

आरोपी की जमानत के खिलाफ याचिका पर सुनवाई  

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे एवं लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की जमानत के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए इलाहबाद उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला दिया और सवाल किया कि न्यायाधीश कैसे पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर विस्तार से गौर कर सकते है? प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने जमानत रद्द करने की मांग वाली याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। 
पीठ ने कहा कि,  एक न्यायाधीश कैसे पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर विस्तार से गौर कर सकते हैं? हम जमानत से जुड़े मामले पर सुनवाई कर रहे हैं, हम इसे लटकाना नहीं चाहते। इसके गुण-दोष आदि पर बात करना जमानत के लिए अनावश्यक है। किसानों की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे और प्रशांत भूषण ने जमानत रद्द करने की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि उच्च न्यायालय ने जांच रिपोर्ट की अनदेखी की और आरोपी को राहत देने के लिए केवल प्राथमिकी पर गौर किया।
राज्य सरकार ने हालांकि अपराध को गंभीर करार दिया और कहा कि सभी गवाहों को सुरक्षा प्रदान की गई है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर शीर्ष अदालत ने 16 मार्च को उत्तर प्रदेश सरकार को अपना रुख स्पष्ट करने का निर्देश दिया था। उसने 10 मार्च को राज्य सरकार को गवाहों को सुरक्षा प्रदान करने का भी निर्देश दिया था।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों के सदस्यों ने आशीष मिश्रा को जमानत देने के उच्च न्यायालय के आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है। उच्च न्यायालय की एकल पीठ ने 10 फरवरी को मिश्रा को मामले में जमानत दे दी थी। इससे पहले वह चार महीने तक हिरासत में रहा था। इस हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोग मारे गए थे।गौरतलब है कि किसानों का एक समूह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के खिलाफ पिछले साल तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहा था और तभी लखीमपुर खीरी में एक एसयूवी (कार) ने चार किसानों को कथित तौर पर कुचल दिया था। इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के दो कार्यकर्ताओं और एक चालक को कथित तौर पर पीट-पीट कर मार डाला, जबकि हिंसा में एक स्थानीय पत्रकार की भी मौत हो गई थी। किसान नेताओं ने दावा किया है कि उस वाहन में आशीष मिश्रा थे, जिसने प्रदर्शनकारियों को कुचला था। हालांकि, मिश्रा ने आरोपों को खारिज किया है।

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यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...