रविवार, 3 अप्रैल 2022

कंपनियों ने पेट्रील-डीजल की कीमतों में इजाफा किया

कंपनियों ने पेट्रील-डीजल की कीमतों में इजाफा किया  

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतें एक बार फिर लगातार बढ़ने लगी हैं। 13 दिनों ये 11वीं बार है, जब राज्य संचालित ईंधन कंपनियों ने पेट्रील-डीजल की कीमतों में इजाफा किया है। रविवार सुबह ईंधन के दाम 80 पैसा/लीटर बढ़ाए गए हैं। जिसके बाद राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 103.41 रुपये का हो गया है, वहीं डीजल के दाम 94.67 रुपये प्रति/लीटर तक पहुंच गए हैं। 
बता दें कि 22 मार्च से अबतक पेट्रोल की कीमतों में 8 रुपये की बढ़ोतरी की जा चुकी है। मुंबई की बात करें तो यहां 84 पैसा बढ़कर पेट्रोल का दाम 118.41 रुपये/लीटर हो गया है, वहीं डीजल की कीमत 85 पैसा बढ़कर 102.64 रुपये/लीटर हो गई है।
आपके शहर में पेट्रोल और डीजल के क्या दाम हैं इसकी जानकारी आप एक SMS के जरिए भी पा सकते हैं। इसके लिए इंडियन ऑयल के ग्राहकों को RSP कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा. कोड आपको इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम ही IGL ने ऐलान किया है कि घरेलू गैल यानी PNG के दामों में भी बढ़ोतरी की गई है। IGL ने बताया कि पाइप से रसोई तक पहुंचने वाले PNG की कीमतें 5.85 रुपये प्रति एससीएम बढ़ाई गई हैं। ये बढ़ी कीमतें 1 अप्रैल 2022 से लागू हो गई हैं। इस तेजी के बाद अब दिल्ली NCR में पीएनजी की कीमतें 41.71/SCM हो गई है।

कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के पुतले का दहन किया

कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के पुतले का दहन किया   

पंकज कपूर              
गदरपुर। विधानसभा चुनाव के पश्चात बेतहाशा बढ़ रही महंगाई के विरोध में कांग्रेस नगर अध्यक्ष सिद्धार्थ भुसरी, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष नासिर हुसैन की। अध्यक्षता एवं कांग्रेस प्रत्याशी रहे प्रेमानंद महाजन के नेतृत्व में महंगाई के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के पुतले का दहन किया। 
इस दौरान कांग्रेस नगर अध्यक्ष सिद्धार्थ भुसरी व कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष नासिर हुसैन ने कहा प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को एक मौका ओर दिया कि भाजपा सरकार महंगाई पर अंकुश लगाते हुए आम जनमानस को राहत देने का काम करेगी परंतु प्रदेश एवं केंद्र की सरकार लगातार बेतहाशा महंगाई बढ़ती चली जा रही है जिसको लेकर आम जनमानस का बुरा हाल है। 
आज प्रदेश की जनता रोजगार के बिना अपने घर की एक वक्त की रोटी के लिए भी संघर्ष करता नजर आ रहा है, परंतु बेतहाशा महंगाई के चलते आम जन मजबूर हो चुका है। 
कांग्रेस प्रत्याशी रहेे प्रेमानंद महाजन ने भी केंद्र की मोदी सरकार को कोसते हुए कहा कि रविवार को रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल सहित खाद्य पदार्थ भी इतने महंगे कर दिए हैं कि दिनचर्या से दो वक्त की रोटी कमाने वाला व्यक्ति आज अपने बच्चों को पौष्टिक भोजन ना देने पर मजबूर है।
खाद्य तेलों के दाम की बात की जाए या ईंधन की तो गैस सिलेंडर भी हजार के पार हो चुका है जिस पर ना ही प्रदेश सरकार की नजर है और ना ही केंद्र सरकार की। 
 महंगाई खत्म करने को लेकर केंद्र सरकार को काम करने की जरूरत है जिस से प्रदेश व देश वासियों को राहत मिल सके। इस मौके पर कांग्रेस वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अनिल सिंह, विराट शर्मा, संजीव झाम, ऋषभ कम्बोज, प्रशांत सिंह, सुमित सिंह, सत्यम सिंह, अकील, बृजेश चैधरी सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।

16 से घटाकर 13 उड़ान प्रति सप्ताह करेगी इंडिया

16 से घटाकर 13 उड़ान प्रति सप्ताह करेगी इंडिया  

सुनील श्रीवास्तव          
नई दिल्ली/कोलंबो। एअर इंडिया ने रविवार को कहा कि वह मांग में कमी के चलते नौ अप्रैल से भारत-श्रीलंका के बीच अपनी उड़ानों की संख्या मौजूदा 16 से घटा कर 13 उड़ान प्रति सप्ताह करेगी। श्रीलंका अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। कम आपूर्ति के चलते ईंधन, रसोई गैस और जरूरी सामान के लिए लंबी कतारें लगी हैं। घंटों बिजली गुल रहती है और आम लोग हफ्तों से ऐसे हालात का सामना कर रहे हैं।
एअर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि फिलहाल, एअर इंडिया हर हफ्ते 16 उड़ानों का संचालन कर रही है। इनमें दिल्ली से रोजाना एक उड़ान का संचालन किया जा रहा है जबकि चेन्नई से हफ्ते में नौ उड़ानें संचालित की जा रही हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि नए कार्यक्रम के तहत एअर इंडिया हर सप्ताह 13 उड़ानों का संचालन करेगी। प्रवक्ता ने कहा कि चेन्नई से उड़ानों की संख्या में कोई कमी नहीं की जाएगी, जबकि दिल्ली से उड़ानों की तादाद प्रति सप्ताह सात से घटाकर चार की जाएगी। प्रवक्ता ने कहा, ”मांग में कमी के चलते नौ अप्रैल से दिल्ली से उड़ानों की संख्या सात से घटाकर चार की जाएगी।

योगी सरकार से अवैध घर को ध्वस्त करने का निवेदन

योगी सरकार से अवैध घर को ध्वस्त करने का निवेदन   

संदीप मिश्र              
रामपुर। उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बन चुकी है। जिसके बाद योगी सरकार ने अवैध निर्माण पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए ‘बुलडोजर’ चलवाए हैं। इसी बीच खबर सामने आ रही है कि रामपुर जिले में एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने योगी सरकार से अपने अवैध घर को ध्वस्त करने का निवेदन किया है। 
आपको बता दें कि रामपुर जिले के 40 वर्षीय व्यक्ति का घर सूखे तालाब और कब्रिस्तान पर बनाया गया है। शुरुआती जांच में एहसान मियां नामक व्यक्ति का दावा सही साबित हुआ है। अंग्रेजी समाचार वेबसाइट ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के मुताबिक, एहसान मियां ने बताया कि हम दो पीढ़ियों से इस घर में रह रहे हैं। मैंने हाल ही में पाया कि वक्फ और सरकार की संपत्ति पर घर अवैध रूप से बनाया गया था। 
उन्होंने कहा कि मैंने घर को ध्वस्त करने के लिए अर्जी दाखिल करने का फैसला किया और एसडीएम अशोक चौधरी से इसे ध्वस्त करने की अपील की। इस पर एसडीएम चौधरी का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि रामपुर जिले की तहसील शाहाबाद के अंतर्गत मित्रपुर एहरोला गांव में कई घर सूखे तालाबों और कब्रिस्तानों पर बने हैं।

भाजपा विरोधी मोर्चे का नेतृत्व नहीं करेंगे पंवार

भाजपा विरोधी मोर्चे का नेतृत्व नहीं करेंगे पंवार   

कविता गर्ग          
पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पंवार ने रविवार को कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी विरोधी मोर्चे का नेतृत्व नहीं करेंगे और वह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) का अध्यक्ष बनने के भी इच्छुक नहीं हैं। पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर में पत्रकारों से बातचीत में पवार ने यह भी कहा कि केंद्र में भाजपा का विकल्प पेश करने के मकसद वाली किसी भी पहल से कांग्रेस को बाहर नहीं रखा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाजपा के खिलाफ विभिन्न दलों वाले किसी भी मोर्चे की अगुवाई करने की कोई जिम्मेदारी नहीं उठाने जा रहा।’’ साथ ही उन्होंने कहा कि वह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अगुवाई भी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हाल में हमारी पार्टी (राकांपा) के कुछ युवा कार्यकर्ताओं ने मुझे संप्रग का अध्यक्ष बनने के लिए कहते हुए एक प्रस्ताव पारित किया, लेकिन मैं उस पद का इच्छुक नहीं हूं।
पंवार ने कहा कि अगर भाजपा का विकल्प पेश करने की कोशिश की जाती है तो मैं उसमें सहयोग के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा, ‘‘हम यह करते रहे हैं। जब यह कहा जाता है कि विपक्ष को एक साथ आना चाहिए तो कुछ तथ्यों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में सबसे मजबूत पार्टी है और उनके पास जनता का समर्थन है। उसी तरह क्षेत्रीय दल भी अपने-अपने राज्यों में मजबूत हैं।’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस बेशक अभी सत्ता में न हो लेकिन उसकी देशभर में मौजूदगी है। उन्होंने कहा, ‘‘आप हर गांव, जिले और राज्य में कांग्रेस के कार्यकर्ता पाएंगे। सच्चाई यह है कि विकल्प पेश करते हुए कांग्रेस को शामिल करना जरूरी है।
भाजपा नेता नितिन गडकरी के कांग्रेस को मजबूत होने की आवश्यकता बताने वाले बयान पर पवार ने कहा कि एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए मजबूत विपक्षी दल की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर केवल एक पार्टी ही मजबूत होती है तो यह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जैसा हो जाएगा। उन्होंने और चीन के राष्ट्रपति ने जीवित रहने तक अपने देशों का नेतृत्व करने का संकल्प लिया है। मैं उम्मीद करता हूं कि भारत के पास ऐसा पुतिन नहीं होना चाहिए।’’ पंवार ने कहा कि देश में महंगाई एक प्रमुख मुद्दा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में हर दूसरे दिन ईंधन की कीमतें बढ़ायी जा रही हैं, जो न केवल आम लोगों के खर्चों पर असर डाल रही है बल्कि कीमतें बढ़ने और परिवहन की लागत बढ़ाने में भी योगदान दे रही है।
फिल्म इस तरह से बनायी गयी है कि अन्य धर्मों के लोग आक्रोशित होंगे। उन्होंने दोहराया कि घाटी से कश्मीरी पंडितों के निर्वासन के दौरान केंद्र में वीपी सिंह की सरकार थी न कि कांग्रेस की। उन्होंने कहा कि फिल्म तथ्यों पर आधारित नहीं है बल्कि इससे नस्लवाद और नफरत बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि गुजरात में हालात (2002 में गोधरा साम्प्रदायिक दंगों के बाद) घाटी से बदतर थे। स्वाभिमानी शेतकरी पक्ष (एसएसपी) के बारे में पंवार ने कहा कि किसी भी पार्टी को महा विकास अघाडी से अलग नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘अगर उन्हें (एसएसपी) कोई गलतफहमी है तो उनकी शंकाएं दूर करना हमारी जिम्मेदारी है।

पेट्रोल-डीजल की कीमत, गहरी नाराजगी व्यक्त की

पेट्रोल-डीजल की कीमत, गहरी नाराजगी व्यक्त की   

इकबाल अंसारी           
बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री व जनतादल (एस) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर चुप रहने वाली भारतीय जनता पार्टी, राज्य सरकार और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के खिलाफ गहरी नाराजगी व्यक्त की है। पूर्व मुख्यमंत्री, जिन्होंने रविवार सुबह ट्वीट की एक श्रृंखला की। उन्होंने कहा कि, भाजपा ने चुप्पी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। 
भाजपा के सत्तारूढ़ भाषण के तहत भारत चमक रहा है‌। उन्होंने कहा कि,13वें दिन से कीमतों में लगातार बढ़ोतरी। दोनों तेलों की कीमतों में वृद्धि। बेंगलुरु में पेट्रोल की कीमत 108.99 रुपये प्रति लीटर (रविवार की बढ़ोतरी: 88 पैसे) बढ़कर 92.83 रुपये प्रति लीटर हो गई। जैसे ही स्टॉक इंडेक्स ट्रेजरी में गिरता है, प्राइस इंडेक्स का मंदी सूचकांक भी ढह जाता है।
उन्होंने कहा कि जब मैं 2018 में सीएम था, तो भाजपा नेता 1.12 पैसे प्रति लीटर पेट्रोल और 1.14 पैसे प्रति लीटर डीजल की कीमत में बढ़ोतरी से परेशान थे। उनका पेट जल गया क्योंकि कीमतों में बढ़ोतरी का यह पैसा किसानों के पास नहीं जा रहा था। उन्होंंने कहा कि सड़क पर खाली सिलेंडर ले जा रही भाजपा ने क्यों सरेंडर कर दिया है। महंगाई की वजह से अगर गरीबों का पेट जल जाए तो क्या आप खुश हैं। आओ, सड़कों पर उतरो और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध करो और चिल्लाओ।
उन्होंने कहा कि सीमेंट, लोहा और भोजन सहित आम आदमी द्वारा उपयोग की जाने वाली हर वस्तु की कीमत में लगातार उछाल आ रहा है। श्रीमना का घर बनाने का सपना महज एक सपना है। उसकी जेब खाली है, कुछ लोगों की जेब भर रही है। भाजपा में बिजनेसमैन बन रहे हैं दुनिया के सबसे अमीर लोग। पूर्व सीएम और पूर्व मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कीमतों में वृद्धि के लिए पिछली यूपीए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। आठ साल बाद भी यूपीए ने अपनी गलती नहीं सुधारी, क्यों? रसोई में माताओं, अगर आप आग में पके हुए हैं तो आप राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं।

'व्यक्तिगत' कारण से दिल्ली नहीं गए थे सीएम

'व्यक्तिगत' कारण से दिल्ली नहीं गए थे सीएम     

इकबाल अंसारी                 

चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने विपक्षी अन्नाद्रमुक के आरोपों का खंडन करते हुए रविवार को कहा कि वह राज्य के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली गए थे। स्टालिन ने कहा कि वह केवल राज्य का बकाया हासिल करने के लिए दिल्ली गए थे, न कि किसी व्यक्तिगत कारण से।

उन्होंने कहा कि, कुछ लोगों ने आरोप लगाया है कि मैं डर के कारण कुछ समस्याओं से खुद को बचाने के लिए वहां (दिल्ली) गया था। एक बात बहुत स्पष्ट कर दूं। मैं वहां जाकर कोई एहसान मांगने के लिए किसी के पैरों पर नहीं गिर गया। मैं दिल्ली गया, प्रधानमंत्री से मिला और हमारे राज्य के मुद्दों को सामने रखा, संबंधित मंत्रियों से मुलाकात की और ज्ञापन प्रस्तुत किया और हमारे राज्य के अधिकारों के लिए आवाज उठाई। उन्होंने विपक्षी अन्नाद्रमुक द्वारा की गई टिप्पणी के जवाब में कहा कि, कुछ लोग जो इसे पचा नहीं पा रहे हैं, वे ऐसे आरोप लगा रहे हैं।

आह्वान, युवा राजनीति में मिशन लेकर आए: पीएम

आह्वान, युवा राजनीति में मिशन लेकर आए: पीएम  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि गलतियां मेरे से भी होती है। मैं...