मंगलवार, 29 मार्च 2022

ओबीसी को आरक्षण सुनिश्चित किए जाने की मांग

ओबीसी को आरक्षण सुनिश्चित किए जाने की मांग 

अकांशु उपाध्याय                            
नई दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सुशील कुमार मोदी ने अनुसूचित जाति और अनुसचित जनजाति को एक ही सूची के आधार पर शिक्षा, नौकरियों और राजनीति में मिलने वाले आरक्षण की तर्ज पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण सुनिश्चित किए जाने की मांग की और सुझाव दिया कि इसे सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार को आवश्यकता अनुसार कानून बनाना चाहिए।
राज्यसभा में शून्य काल के दौरान मोदी ने उच्चतम न्यायालय द्वारा पिछले साल महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों में ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण पर रोक लगाए जाने संबंधी फैसले का हवाला देते हुए कहा कि इसके परिणामस्वरूप महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में पंचायत और शहरी निकायों के चुनावों को स्थगित करना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक और बिहार में भी चुनाव कराना मुश्किल हो गया है क्योंकि राजनीतिक आरक्षण की अलग सूची बनाना बहुत ही कठिन काम है। साथ ही कहा कि ‘इसलिए मैं आपसे आग्रह करूंगा कि जिस तरह से एसटी व एससी के लिए एक ही सूची है और जिसके आधार पर शिक्षा, नौकरी और राजनीतिक आरक्षण का लाभ मिलता है। ठीक उसी प्रकार ओबीसी के लिए भी एक ही लिस्ट के आधार पर आरक्षण होना चाहिए। इसे सुनिश्चित करने के लिए आवश्यकतानुसार कानून बनाया जाए।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम के पी विल्सन ने भी इस मुद्दे को उठाया और कहा कि सर्वोच्च अदालत के फैसले से संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है क्योंकि 1992 में स्थानीय निकायों के चुनाव में आरक्षण की संवैधानिक व्यवस्था की गई थी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस गतिरोध को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।

एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,000 रुपये के पार

एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,000 रुपये के पार  

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। गैस-सिलेंडर की कीमतों में इजाफा हो गया है। जिसके बाद कुछ शहरों में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,000 रुपये के पार पहुंच गई है। लेकिन ऐसे में आपके पास सिर्फ 669 रुपये में गैस सिलेंडर खरीदने का मौका है। महंगाई के बीच आप सस्ते में गैस-सिलेंडर खरीद सकते हैं।
आपको बता दें इंडेन अपने ग्राहकों के लिए एक नया कंपोजिट सिलेंडर लेकर आई है। जिसको आप 14.2 किलो वाले सिलेंडर की तुलना में सस्ते में खरीद सकते हैं‌। इंडेन ग्राहकों के लिए कंपोजिट सिलेंडर लेकर आई है जिसका वजन 10 किलो है।
दिल्ली में 10 किलोग्राम कंपोजिट गैस सिलेंडर की कीमत 669 रुपये है। इसके अलावा 14.2 किलो वाले नॉन-सब्सिडी सिलेंडर की कीमत राजधानी में 950 रुपये है।
आपको बता दें कल यानी 22 मार्च को तेल कंपनी ने कंपोजिट सिलेंजर की कीमतों में भी 35 रुपये का इजाफा किया। कंपोजिट सिलेंडर के लेटेस्ट रेट्स- मुंबई – 669 कोलकाता – 687 चेन्नई – 680 लखनऊ – 695 जयपुर – 672 पटना – 732 14.2 किलो वाले सिलेंडर के लेटेस्ट रेट्स- मुंबई – 950 कोलकाता – 976 चेन्नई – 966 लखनऊ – 988 जयपुर – 954 पटना – 1,048 गैस का भी लग सकेगा पता आपको बता दें यह नया सिलेंडर पूरी तरह जंग रोधी है।
इसके अलावा यह सिलेंडर कभी ब्लास्ट नहीं होगा। ये सिलेंडर ट्रांसपेरेंट नेचर के हैं जिससे ग्राहकों को एलपीजी के स्तर को देखना आसान साबित होगा। यानी कि ग्राहक पता लगा सकेंगे कि इसमें कितनी गैस बची है और कितनी खत्म हो गई है।

सूखी हवाओं की वजह से दिन का पारा चढ़ा

सूखी हवाओं की वजह से दिन का पारा चढ़ा 

मनोज सिंह ठाकुर               

भोपाल। मध्यप्रदेश में सूखी हवाओं की वजह से अब दिन का पारा चढ़ने लगा है। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा के मुताबिक, मंगलवार से लगातार तीन दिन तक पारा चढ़ेगा। इस दौरान धार, खंडवा, रतलाम, ग्वालियर, गुना, सागर और भोपाल में लू चल सकती है। हालांकि, अभी रात का पारा 20 से ज्यादा नहीं जाएगा। रात को गर्मी से कुछ राहत रहेगी।

मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक शुष्क हवाओं के कारण दिन का पारा चढ़ रहा है। इसी वजह से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में पारा 42 के पार चला गया है। इंदौर और भोपाल में आज यह 40 के पार निकल सकता है। इसके साथ ही आसमान साफ होने के कारण रात को तपिश जल्दी कम हो जाती है। जिससे रात का पारा नहीं चढ़ रहा है। रात 2 बजे के बाद मौसम में हल्की ठंडक हो जाती है।

मध्यप्रदेश के बैतूल और भोपाल समेत आधे जिलों में रात का पारा लुढ़का है। भोपाल में सबसे ज्यादा करीब 2 डिग्री तापमान नीचे आया है। इसके अलावा बैतूल, गुना, खंडवा, खरगौन, उज्जैन और सागर में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। उधर इंदौर और जबलपुर समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों में रात का पारा चढ़ गया है। प्रदेशभर में रात का पारा 20 डिग्री के आसपास रहा।

रूसी अरबपति रोमन को दिया जहर, भर्ती करवाया

रूसी अरबपति रोमन को दिया जहर, भर्ती करवाया 

अखिलेश पांडेय          

मॉस्को। रूसी अरबपति रोमन अब्रामोविच को जहर दिए जाने की खबर है। रिपोर्ट के मुताबिक, कथित तौर पर कुछ हफ्ते पहले रोमन अब्रामोविच को यूक्रेन की राजधानी कीव में एक बैठक के बाद जहर दिया गया था। वे यूक्रेन में जारी रूसी जंग के बीच एक ‘पीसमेकर’ के रूप में काम कर रहे थे।

दरअसल, एक प्रतिनिधिमंडल यूक्रेन पर रूस के हमले को खत्म करने के लिए मार्च महीने की शुरुआत में कीव पहुंचा था। इस प्रतिनिधिमंडल में रूसी अरबपति रोमन अब्रामोविच और यूक्रेनी सांसद रुस्तम उमेरोव समेत दो अन्य अधिकारी शामिल थे। यहां हुई बैठक के बाद इन लोगों में कुछ अजीब से लक्षण दिखाई दिए थे। बैठक खत्म होने के बाद सभी कीव के एक अपार्टमेंट में चले गए थे। लेकिन जब वे सुबह उठे तो उनकी आंखें सूजी हुई थीं और लाल हो गई थीं, शरीर में दर्द हो रहा था साथ ही उनके चेहरे और हाथों की स्किन (त्वचा) निकलने लगी थी। इतना ही नहीं, रोमन को कुछ देर तक दिखना भी बंद हो गया था। इसके बाद उन्हें तुर्की के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था। खबरों के मुताबिक, उन्हें जहर दिया गया था।

यूपी: उपद्रव के आरोप में 9 लोगों को गिरफ्तार किया

यूपी: उपद्रव के आरोप में 9 लोगों को गिरफ्तार किया       

संदीप मिश्र              

लखनऊ/गोरखपुर। यूपी में योगी आदित्यनाथ के सीएम पद की शपथ लेने वाले दिन यानी, 25 मार्च को गोरखपुर में हुए उपद्रव के आरोप में पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में कई समाजवादी पार्टी के नेता हैं। पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान ड्रोन कैमरे की रिकॉर्डिंग से की है। वहीं, पुलिस ने 56 लोगों के खिलाफ नामजद और 200 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है। कहा जा रहा है कि, समाजवादी पार्टी के नेताओं ने योगी के शपथ वाले दिन गोरखपुर में दंगे की साजिश रची थी।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जिस दिन योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, उसी दिन गोरखपुर जनपद के चौरीचौरा क्षेत्र को आग में झोंकने की साजिश रची गई थी। 25 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने इकाना स्टेडियम में दूसरी बार यूपी के सीएम पद की शपथ ली थी। उसी दिन चौरी-चौरा के एक सैनिक की मौत के बाद उसे शहीद का दर्जा दिलाने के लिए भारी हंगामा हो गया। इस दौरान पुलिस की सरकारी गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया। हालत ये थी कि प्रशासनिक अधिकारियों को भी पब्लिक का आक्रोश देखकर पीछे हटना पड़ा। मामले में पुलिस की कार्रवाई के बाद फैलहा सहित आसपास गांवों में सन्नाटा फैल गया है। आला अधिकारियों के निर्देश पर बवाल करने वालों की पहचान के लिए पुलिस भोपा बाजार की दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालने के बाद कार्रवाई कर रही है।

बयान, भारत में काम नहीं आएगा विदेशी ईवी मॉडल

बयान, भारत में काम नहीं आएगा विदेशी ईवी मॉडल  

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय         
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। पूर्व सीईओ और मारुति सुजुकी इंडिया एलटीडी के वर्तमान अध्यक्ष का इस बारे में मानना है कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के चल रहे प्रयासों के बावजूद, अगले 10-15 सालों में कार्बन तटस्थता हासिल करने के लिए इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सबसे अच्छा समाधान नहीं हो सकता है।
विदेशी ईवी मॉडल, भारत में काम नहीं आएगा।
Maruti Suzuki के चेयरमैन ने बयान दिया।
RC Bhargava ने एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया है कि EV मॉडल जो पश्चिमी देशों में इस्तेमाल किया जा रहा है, उसे भारत में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है और यह यहां की जरूरतों के अनुरूप काम नहीं करता है। Bhargava ने कहा कि भारतीय भौगोलिक और आर्थिक स्थिति पश्चिमी देशों से काफी भिन्न है।
उन्होंने कहा कि “भारत यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों से बहुत अलग है। अगर हम जो भी रणनीति अपना रहे हैं, अगर हम उसे अपनाते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि हम भारत में जो करने की जरूरत है, उसके साथ न्याय कर पाएंगे।
Bhargava ने कहा कि “मुझे कुछ बड़े अंतरों पर प्रकाश डालना चाहिए, जो पश्चिमी देशों और भारत के बीच मौजूद हैं। भारत में प्रति व्यक्ति आय यूरोप में लगभग 5% और संयुक्त राज्य अमेरिका में 3% है। जब व्यक्तिगत परिवहन की बात आती है, तो निजी परिवहन वाहनों और ग्राहकों की पसंद की सामर्थ्य की प्रत्यक्ष प्रासंगिकता होती है।
आगे उन्होंने कहा कि “हमारे पास अल्पावधि में और कम लागत पर विकल्प हैं। हमें अपने स्वयं के संसाधनों और अपनी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करना होगा, जो कि पश्चिमी देशों में प्रचलित से अलग होगा।” Maruti के अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय ऑटोमोटिव ग्राहकों का एक बड़ा हिस्सा परिवहन के असुविधाजनक और असुरक्षित होने के बावजूद दोपहिया वाहनों का उपयोग अपने परिवहन के प्राथमिक साधन के रूप में करता है।
विदेशी EV मॉडल भारत में नहीं आएगा काम, Maruti Suzuki के चेयरमैन ने दिया बयान
उन्होंने इस बात के बारे में जानकारी दी कि देश में स्कूटर और दोपहिया वाहनों की वर्तमान संख्या 200 मिलियन है और कहा कि यह इस तथ्य के कारण है कि लोग सामर्थ्य कारक के कारण उन्हें चुनने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि भारत में कारों की पैठ 3% से कम है, यहां इस्तेमाल होने वाली कारों में 70% से अधिक छोटी कारें हैं।
यूरोपीय संघ में प्रवेश 50% से अधिक है और संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 87% है। Bhargava ने कहा कि यहां इस्तेमाल की जाने वाली छोटी कारों का इस्तेमाल USA में बिल्कुल नहीं किया जाता है और यूरोपीय संघ में भी प्रतिशत बहुत कम है। इसका जीएचजी (ग्रीनहाउस गैस) पर प्रभाव पड़ता है।

कोरोना से मौतों की संख्या को लेकर एसीएस का बयान

कोरोना से मौतों की संख्या को लेकर एसीएस का बयान  

मनोज सिंह ठाकुर            

भोपाल। एसीएस से सवाल पूछा गया कि क्या कोरोना काल के दौरान मौत की संख्या छुपाई गई ? जिसके बाद उन्होंने जवाब दिया कि डेड बॉडीज गिनना स्वास्थ्य विभाग का काम नहीं है। ये किसी और का काम है और सही जवाब के‌ लिए सवाल उन्हीं से किया जाना चाहिए।मध्य प्रदेश में कोरोना से मौतों की संख्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग के एसीएस मोहम्मद सुलेमान ने फिर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का काम लाशें गिनना नहीं है, बल्कि मरीज गिनना है।

दरअसल सुलेमान ने राजधानी भोपाल में हो रहे लिटरेचर फेस्टिवल में आईएएस अफसर तरुण पिथोड़े की किताब पर चर्चा के दौरान यह विवादित बयान दिया। ACS से सवाल पूछा गया कि क्या कोरोना काल के दौरान मौत की संख्या छुपाई गई। जिसके बाद उन्होंने जवाब दिया कि डेड बॉडीज गिनना स्वास्थ्य विभाग का काम नहीं है। ये किसी और का काम है और सही जवाब के‌ लिए सवाल उन्हीं से किया जाना चाहिए।

वहीं कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए एसीएस से इस्तीफा तक देनें की मांग कर डाली। यूथ कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष ने कहा कि मौत के आंकड़े नहीं दे पा रहे हैं तो इस्तीफा दे दें। उन्होंने कहा कि अपर मुख्य सचिव ने कमलनाथ के आरोपों को सच साबित कर दिया। उन सभी परिवारों के साथ मेरी हमदर्दी  है जिनका मजाक सुलेमान साहब उड़ा रहे है। एसीएस सुलेमान सिर्फ अधिकारी होने का गलत फायदा उठा रहे है। वहीं, बीजेपी ने इसपर पलटवार किया है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि हमारा काम था मरीजों को प्राथमिकता से इलाज देना। कांग्रेस को लाशें मुबारक हो।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...