सोमवार, 28 मार्च 2022

ओमिक्रॉन-डेल्टा के जुड़ने से तैयार हुआ 'डेल्टाक्रॉन'

ओमिक्रॉन-डेल्टा के जुड़ने से तैयार हुआ 'डेल्टाक्रॉन'

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव      
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। कोरोना वायरस ने पिछले कुछ समय से दुनिया भर में तबाही मचा रखी है। इसके नए वैरिएंट आने से अगली लहर की संभावना बढ़ जाती है। इसी क्रम में ओमिक्रॉन और डेल्टा के जुड़ने से कोरोना का नया वैरिएंट डेल्टाक्रॉन सामने आया है, जिसकी पहचान भारत में भी हो चुकी है। दुनिया में कोरोना की तीसरी लहर के मामले कम हो ही रहे थे कि COVID-19 के नए मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। जैसे-जैसे कोरोना के प्रतिबंध हट रहे थे, माना जा रहा था कि कोरोना महामारी खत्म हो गई है। लेकिन हाल ही में जानकारी सामने आई है कि कोरोना का एक ओर नया वैरिएंट सामने आया है, जो चौथी लहर  का कारण बन सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट के बारे में कहा कि ओमिक्रॉन और डेल्टा दोनों के तेजी से फैलने के कारण ये स्थिति आनी ही थी।
कोविड-19 के इस नए वैरिएंट का नाम डेल्टाक्रॉन
 है, जो ओमिक्रॉन और डेल्टा के जुड़ने से तैयार हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस वैरिएंट की पहचान भारत में हो चुकी है और 7 राज्यों में मिलने वाले मरीजों को निगरानी में रखा गया है। इन राज्यों में कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और दिल्ली शामिल हैं। ऐसे में यह नया वैरिएंट डेल्टाक्रॉन कितना खतरनाक है और इसके लक्षण क्या हैं, इस बारे में जानना बेहद जरूरी हो जाता है। 
डेल्टाक्रॉन रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट है, जो कि ओमिक्रॉन और डेल्टा वैरिएंट के जुड़ने से बना है। डेल्टाक्रॉन की पहचान फरवरी 2022 में हुई थी। दरअसल, पेरिस में  के वैज्ञानिकों ने कोरोनावायरस का एक नया वैरिएंट देखा था, जो कि पिछले वैरिएंट्स से बिल्कुल अलग था।
डेल्टाक्रॉन का सैंपल उत्तरी फ्रांस के एक बुजुर्ग व्यक्ति से आया था। सैंपल की जांच करने पर वैरिएंट काफी अलग लग रहा था। इस वैरिएंट की जांच में पाया गया कि इसके अधिकतर जेनेटिक्स डेल्टा वैरिएंट के समान थे, जो पिछले साल के अंत तक दुनिया भर में डोमेनेंट वैरिएंट था‌। लेकिन इस वैरिएंट का वह हिस्सा जो वायरस के स्पाइक प्रोटीन को एन्कोड करता है और जिसका उपयोग यह कोशिकाओं के अंदर जाने के लिए करता है, वह ओमिक्रॉन से आया है।
 के वैज्ञानिकों ने कहा, यूके और यूएस में रिपोर्ट किए गए डेल्टाक्रॉन वैरिएंट में कुछ अंतर देखने मिल रहा है। इसलिए इसके भी कई रूप हो सकते हैं।
डेल्टाक्रॉन के मुख्य लक्षण 
नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक, ओमिक्रॉन और डेल्टा के रिकॉम्बिनेशन से बने इस वायरस के लक्षण वैसे ही हैं, जैसे कि पिछली महामारी में थे। लेकिन वैज्ञानिक अभी भी इसकी निगरानी कर रहे हैं और इसके अन्य लक्षणों के बारे में खोज कर रहे हैं।
डेल्टा को कोरोना का अब तक का सबसे घातक रूप माना जाता है और डेल्टाक्रॉन, डेल्टा और ओमिक्रॉन के जुड़ने से बना है। अगर कोई इससे संक्रमित होता है तो संक्रमित व्यक्ति को कुछ हल्के और कुछ गंभीर लक्षण महसूस हो सकते हैं।
सिरदर्द, तेज बुखार, पसीना आना, ठंड लगना, गले में खराश, लगातार खांसी, थकान, एनर्जी में कमी, शरीर दर्द, ओमिक्रॉन के BA.2 वैरिएंट के लक्षण हैं। Omicron BA.2 के अन्य लक्षण बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, थकान और हार्ट रेट बढ़ना है।
डेल्टाक्रॉन पर की गई स्टडी के मुताबिक, इस वैरिएंट के 2 प्रमुख लक्षण चक्कर आना और थकान हैं, जो कि संक्रमित होने के 2-3 दिन के अंदर महसूस होने लगते हैं. कुछ रिपोर्ट बताती हैं कि डेल्टाक्रॉन का असर नाक से ज्यादा पेट पर हो रहा है. पेट पर इसके प्रभाव के कारण रोगी को मतली, दस्त, उल्टी, पेट में दर्द, जलन, सूजन और डाइजेसन जैसी समस्याओं हो सकती हैं।
IHU मेडिटरेनी इंफेक्शन (फ्रांस) के एक्सपर्ट फिलिप कोलसन के मुताबिक, क्योंकि इस वैरिएंट के अभी दुनिया में बहुत कम मामलों की पुष्टि हुई है, इसलिए यह बताना कि डेल्टाक्रॉन अधिक संक्रामक होगा या गंभीर बीमारी का कारण होगा या नहीं, इस बारे में कहना मुश्किल है. इसके अलावा पर्याप्त डाटा भी नहीं है, जिसके आधार पर इस बारे में जानकारी दी जाए।
जयप्रकाश मुलिल, महामारी विज्ञानी और राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान की वैज्ञानिक सलाहकार समिति के अध्यक्ष
कोई भी इस बारे में पूर्ण विश्वास के साथ भविष्यवाणी नहीं कर सकता है कि कोई और लहर आएगी या नहीं, लेकिन हमारी व्यापकता और टीकाकरण कवरेज को देखते हुए, मैं कहूंगा कि चौथी लहर की संभावना असंभव है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि वेरिएंट म्यूटेट नहीं होंगे और हमारी चिंता का कारण नहीं बनेंगे। सार्स CoV 2 (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम- सार्स) हमेशा आस-पास रहने वाला है, हमें बस वायरस के साथ जीना सीखना होगा जैसा कि हमने अन्य प्रकार के वायरस के साथ किया है। मुझे नहीं लगता कि संख्या चिंता का कारण होगी और न ही इसका घातक होना कोई मुद्दा होगा।

टूर्नामेंट: आर्य ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया

टूर्नामेंट: आर्य ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया 

पंकज कपूर     
देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ों से लगातार प्रतिभावान खिलाड़ी उभरकर सामने आ रहे है। अब क्रिकेट, बॉलीवाल, दौड़ , चैस और दौड़ के बाद अब क्रॉसमिंटन टूर्नामेंट में उत्तराखंड का दबदबा रहा है। गुडग़ांव में उत्तराखंड क्रॉसमिंटन एसोशिएसन द्वारा आयोजन टूर्नामेंट में उत्तराखंड की झोली में 17 पदक आये। जिसमें अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर के गौरव आर्या ने गोल्ड जीतकर टूर्नामेंट में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। गौरव के गोल्ड जीतने के बाद उनके परिवार और क्रॉसमिंटन उत्तराखंड एसोशिएसन में खुशी का माहौल है।
विगत 24 मार्च से 27 मार्च तक गुडग़ांव में क्रॉसमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन मैचों का आयोजन उत्तर प्रदेश के उप सचिव फांउडेशन के चेयरमैन बिलाल अहमद के नेतृत्व में हुआ। इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड ने कुल 17 पदक जीते है। मूलरूप से सोमेश्वर के ग्राम रमेला डूंगरी निवासी गौरव आर्य ने गोल्ड पर कब्जा कर क्रॉसमिंटन में अपना दबदबा बनाते हुए उत्तराखंड का नाम रोशन किया। गौरव ने यह प्रतियोगिता अंडर -8 में जीती है। उनके पिता शिव राम आर्य उत्तराखंड क्रॉसमिंटन एसोशिएसन के उप सचिव के पद पर गुडग़ांव में कार्यरत है। उनकी माता हेमा देवी भी बच्चों को क्रॉसमिंटन की कोचिंग देती है। वहीं दूसरे बेटे प्रिंस आर्य ने भी सिल्वर और रजत पदक जीता है। इस सफलता से परिवार में खुशी का माहौल है। लोग लगातार उन्हें बधाई दे रहे है। एक बार फिर सोमेश्वर का नाम रोशन हुआ है।
इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड की झोली में कुल 17 पदक आये जिसमें से एक गोल्ड जो गौरव के नाम रहा, जबकि 8 सिल्वर और 8 रजत पदक मिले है। इस प्रतियोगिता में पहली बार ऊधमसिंह नगर जिले के बाजपुर से गई जनिया सलरिया ने चार पदक जीते। जिसमेंं तीन सिल्वर और एक रजत पदक शामिल है। जनिया सलरिया मूलरूप से बाजपुर के फौजी कालोनी निवासी है जो श्री दशमेश स्कूल की छात्रा है। सलरिया के पदक जीतने पर स्कूल और परिवार में खुशी का माहौल है।
इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड से गौरव आर्य, प्रिंस आर्य, प्रनेश, रियास, दाहिरा यादव, रिया, जनिया व हेमा आर्या ने प्रतिभाग किया। सभी विजयी खिलाडिय़ों को गृह मंत्रालय नई दिल्ली के संयुक्त उप निदेशक वी मुथु कुमार ने सम्मानित किया। एसोशिएसन के उप सचिव शिव राम आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि ये सभी खिलाड़ी जिला और स्टेट लेबल पर चयन के बाद नेशनल स्तर पर खेलने आये थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही उत्तराखंड में क्रॉसमिंटन टूर्नामेंट का आयोजन किया जायेगा।

वन महकमे ने 'माडल क्रू स्टेशन' का फार्मूला निकाला

वन महकमे ने 'माडल क्रू स्टेशन' का फार्मूला निकाला 

पंकज कपूर      
अल्मोड़ा। उत्तराखंड फायर सीजन में सूरज की तपिश परवान चढ़ने के साथ ही वन महकमे को वनाग्नि का भय सताने लगा है। इसी क्रम में वह अपनी तैयारियों में जुटा है। वनों को आग से बचाने के लिए तैयारी के साथ योजना बनाई गई हैं। इस बार महकमा जिले में चार मॉडल क्रू स्टेशन अस्तित्व में लाया है। जो वनों में आग बुझाने के आधुनिक उपकरणों से लैस किए हैं और इनमें विशेष ट्रेनिंग प्राप्त वन कर्मी तैनात किए हैं। ये क्रू स्टेशन सिविल सोयम वन प्रभाग व अल्मोड़ा वन प्रभाग ने तैयार किए हैं।
उल्लेखनीय है कि हर साल फायर सीजन में काफी प्रयासों के बाद भी कई क्षेत्रों में वन आग की भेंट चढ़ जाते हैं। जिससे काफी वन संपदा को नुकसान पहुंचता है। इस बार वनाग्नि के मामलों पर लगाम लगाने के लिए वन महकमे ने माडल क्रू स्टेशन का फार्मूला निकाला है। जनपद में पृथक पृथक जगहों पर चार मॉडल क्रू स्टेशन बनाए गए हैं। ये माडल क्रू स्टेशन अयारपानी, चंथरिया, ताड़ीखेत व मानिला में बनाए हैं।
प्रत्येक क्रू स्टेशन में ड्रोन, लीव ब्लोवर, बेस वायरलेस सेट आदि आधुनिक उपकरणों के साथ एक दर्जन से अधिक प्रशिक्षित वन कर्मी मुस्तैद किए गए हैं। कर्मचारियों की शिफ्टिंग ड्यूटी लगाई जा रही है। बकायदा पूरी चौकसी के लिए उनके आवास व भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। इन क्रू स्टेशनों में कंट्रोल रुम भी बनाया है, जो 24 घंटे काम करता रहेगा। इधर इस संबंध में अल्मोड़ा के प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव का कहना है कि फायर सीजन में वनाग्नि की घटनाओं से निबटने और आग पर काबू करने के लिए इस जनपद में मॉडल क्रू स्टेशन बनाए गए हैं। जिनमें संचार व उपकरणों की व्यवस्था की गई है और कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा है कि वनाग्नि की घटना होते ही तत्काल वन रेंजों को ये क्रू स्टेशन आग बुझाने में मदद पहुंचाएंगे।

गाजीपुर डंपिंग ग्राउंड में आग, काबू पाने का प्रयास

गाजीपुर डंपिंग ग्राउंड में आग, काबू पाने का प्रयास

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के गाजीपुर डंपिंग ग्राउंड में आग लग गई है। आग लगने की जानकारी पाकर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई है। फायर ब्रिगेड के पांच दमकल आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं। गाजीपुर डंपिंग ग्राउंड में लगी आग के कारण हर तरफ धुआं ही धुआं नजर आ रहा है।

धुएं का गुबार आसपास के इलाकों में भी फैल गया है। गाजीपुर डंपिंग ग्राउंड में लगी भीषण आग के कारण हर तरफ धुआं फैल गया है जिसके कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। आसपास के लोगों ने दोपहर करीब 2 बजकर 27 मिनट पर आग लगने की जानकारी फायर ब्रिगेड को दी। जानकारी पाकर फायर ब्रिगेड ने तत्काल पांच गाड़ियां मौके पर भेज दीं जो आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं।

यूक्रेन ने अन्य पश्चिमी देशों से हथियार की मांग की

यूक्रेन ने अन्य पश्चिमी देशों से हथियार की मांग की  

सुनील श्रीवास्तव         
कीव/मास्को। रूस से चल रही जंग में हथियारों की कमी से जूझ रहे यूक्रेन ने एक बार फिर अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से हथियार की मांग की है। इस संबंध में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में उन्होंने नाटो से भी मदद मांगी है और कुछ पॉइंट पर सवाल भी खड़े किए हैं।
इस वीडियो में जेलेंस्की कह रहे हैं कि, ‘नाटो देश अगर अपने 1 प्रतिशत विमान और टैंक यूक्रेन को मुहैया करा दे तो हम रूस को सबक सिखा देंगे। वैसे भी ये हथियार स्टोर में धूल खा रहे हैं। 
हम लोग 31 दिन से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक हमें बड़े हथियार नहीं मिले हैं। यूरो-अटलांटिक समुदाय का प्रभारी कौन है, क्या सच में सब मॉस्को से डरते हैं।
वहीं दूसरी तरफ रूस का कहना है कि, अब उसका फोकस दोनबास और लुहांस्क को आजाद कराना है। पहले वह दोनबास को आजाद कराएगा और फिर लुहांस्क को। इस बयान के बाद लुहांस्क के लोकल अलगाववादी नेता ने कहा कि वे लोग जल्द ही अपने एरिया में रूस के साथ विलय पर जनमत संग्रह कराएंगे।
जनमत संग्रह की बात पर यूक्रेन की सेना का कहना है कि रूस जनमत संग्रह के बहाने से यूक्रेन का बंटवारा करने की फिराक में है। यूक्रेन सैन्य इंटेलिजेंस के प्रमुख कीरिलो बुदानोव ने कहा कि, रूस यूक्रेन को उत्तर और दक्षिण कोरिया बनाना चाहता है। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही यूक्रेनी सेना रूस को हरा देगी।
इन सबके बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति की पत्नी ओलेना जेलेंस्का ने रूस की माताओं को एक भावुक पत्र लिखा। इसमें वह कह रही हैं कि किसी भी मां के जीवन में उसके लिए सबसे ज्यादा कीमती उनके बच्चे होते हैं, लेकिन इस जंग में मासूम बच्चे मारे जा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया है कि इन बच्चों के हिस्से मौत क्यों दी जा रही है। बता दें कि इस युद्ध में अब तक 100 से अधिक बच्चों को मौत हो चुकी है और दस लाख से ज्यादा बच्चे परिवार के साथ देश छोड़कर जा चुके हैं।

एयरपोर्ट: पोल से टकराया स्पाइसजेट का विमान

एयरपोर्ट: पोल से टकराया स्पाइसजेट का विमान   

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। देश की राजधानी नई दिल्ली के एयरपोर्ट पर सोमवार को एक बड़ा हादसा टल गया। दरअसल, स्पाइसजेट का एक विमान पोल से टकरा गया, जिससे विमान और पोल दोनों क्षतिग्रस्त हो गए। सूत्रों के अनुसार टक्कर उस समय हुई जब स्पाइसजेट की फ्लाइट संख्या SG 160 यात्रियों से भरी हुई थी और उड़ान भरने के लिए रनवे की ओर बढ़ रही थी।
ये उड़ान दिल्ली से जम्मू जा रही थी। हालांकि टेक ऑफ से पहले ही विमान का दाहिना पंख पोल से टकरा गया। इससे एलेरॉन विंग के पीछे के छोर का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार इस घटना के बाद विमान को वापस लौटाया गया और उसमें सवार यात्रियों को दूसरे विमान में बिठाया गया। इस घटना में किसी को चोट नहीं आई।
बहरहाल, इस पूरे मामले पर जांच शुरू कर दी गई है। घटना सोमवार सुबह करीब 10 बजे की है। वहीं स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा, 'आज, स्पाइसजेट की उड़ान SG 160 दिल्ली और जम्मू के बीच संचालित होने वाली थी। पुश बैक के दौरान, दाहिना पंख एक पोल के निकट संपर्क में आ गया, जिससे एलेरॉन को नुकसान हुआ। उड़ान को संचालित करने के लिए दूसरे विमान की व्यवस्था की गई है।

हत्या के मामलें में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया

हत्या के मामलें में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया   

भानु प्रताप उपाध्याय           
शामली। जनपद की कांधला थाना पुलिस में 3 अक्टूबर 2021 में हुई एक व्यक्ति की हत्या के मामलें में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए चारों आरोपियों से एक देशी तमंचा और एक बाइक बरामद किया गया है। पकड़े गए आरोपियों में से एक व्यक्ति मृतक का साला लगता है और जमीन के विवाद के चलते साले ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपने जीजा की हत्या कराई थी। पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए आगे की वैधानिक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
दरअसल आपको बता दें कि मामला कांधला थाना क्षेत्र के कस्बा कांधला का है। जहां पर 2021 के अक्टूबर महीने में एक व्यक्ति अमजद पुत्र अब्बास की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसमें उसके पिता ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आज कड़ी जांच पड़ताल के बाद चार आरोपियों को धर दबोचा है। पकड़े गए आरोपी सहीद हाफिजी ने अपने चचेरे भाई आजाद के साथ मिलकर हत्या की थी।जिन्होंने जमीन के लालच में आकर अपने जीजा अमजद की हत्या कराई थी। आपको बता दे कि दोनों भाइयों ने मिलकर शूटर साजेब और अमीर को 2,00,000 में हायर किया था। जिसके बाद प्लानिंग करते हुए अपने बहनोई अमजद को घर से बाहर जाते वक्त गोली मारकर हत्या कर दी थी।
वहीं बार-बार आरोपियों को पकड़ने के लिए पकड़ा गया मुख्य आरोपी हाफिजी ने अपने परिवार के साथ मिलकर पुलिस पर दबाव भी बना रहा था। अब इस मामले में पुलिस अधिकारी का कहना है कि 2021 में 3 अक्टूबर को कांधला कस्बे में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या हो गई थी। जिसमें आज पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी मृतक का साला है और उसमें 2,00,000 देकर अपने जीजा की हत्या कराई थी घटना में पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर एक देशी तमंचा और हत्या में प्रयोग की गई बाइक भी बरामद कर ली है चारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की वैधानिक कानूनी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी की पत्नी जो समय-समय पर पुलिस के पर दबाव बना रही थी और जांच में कोई मदद नहीं कर रही थी। उसकी भी जांच पड़ताल की जा रही है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...