नाटो से मुलाकात को लेकर बाइडन की चर्चा तेज
सुनील श्रीवास्तव
कीव/मास्को/वाशिंगटन डीसी। यूक्रेन-रूस में जारी जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की नाटो से मुलाकात को लेकर चर्चा तेज होने लगी है। बाइडन ने तीन बैक-टू बैक आपातकाल मीटिंग की है। इसे रूस के लिए बहुत बुरे संकेत की तरह देखा जा रहा है। इस बीच नाटो ने रूस बॉर्डर के करीब युद्धभ्यास तेज कर दिया है। रूस के आसपास पश्चिमी मुल्क अपनी सेनाओं की तैनाती भी बढ़ा रहे हैं। इन सभी घटनाक्रम को देखने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि कुछ बड़ा हो सकता है।
बता दें कि नाटो नेताओं ने गुरुवार को ब्रसेल्स में बैठक की है।बैठक में सभी ने निर्णय लिया कि रूस के खिलाफ यूक्रेन को सुरक्षा सहायता के साथ समर्थन देना जारी रखा जाएगा। वहीं, NATO बाल्टिक समुद्र से ब्लैक सागर तक आठ जंगी बेड़े तैनात करने की तैयारी में है।
NATO रूस को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहता
इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति और दुनिया के 30 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच लंबी चर्चा हुई। बता दें कि पुतिन पर NATO के 30 देश, जी-7 के सात देश और यूरोपीय यूनियन के 27 देश मिलकर दबाव बनाना चाहते हैं। NATO रूस को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहता है। वह सैन्य घेराबंदी कर अपने देशों पर हमले की स्थिति में मजबूत जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहता है।
NATO इन जगहों पर तैनात करेगा बैटल ग्रुप
नाटो के सेक्रेटरी जनरल जेन्स स्टोलेनबर्ग ने उम्मीद जताई है पूर्वी सीमा पर उसकी थल, जल और वायु में सेनाओं की संख्या बढ़ाने पर किसी को आपत्ति नहीं होगी। पहले चरण में नाटो के चार बैटल ग्रुप बुल्गारिया, रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया में भेजे जाएंगे।
उधर, NATO के हर एक कदम से रूस की बौखलाहट सामने आ रही है।अमेरिका में रूस के उप राजदूत दिमित्री पोलांस्की ने कहा था कि अगर नाटो उकसाएगा तो पुतिन परमाणु हमला कर सकते हैं। इससे पहले क्रेमलिन के प्रवक्ता Dmitry Peskov ने यूक्रेन पर परमाणु हमले की बात कही थी। यूक्रेन को लेकर रूस की तरफ से परमाणु हमले की 24 घंटे में दो धमकी सामने आई है। Dmitry Polyanskiy ने कहा है कि अगर नाटो रूस को उकसाएगा तो हमारे पास परमाणु हथियारों को इस्तेमाल करने का अधिकार है। ज्यादा परमाणु हथियार रूस के पास
क्रेमलिन के प्रवक्ता Dmitry Peskov ने एक दिन पहले बुधवार को यूक्रेन को लेकर परमाणु हमले की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अगर रूस के सामने 'अस्तित्व का खतरा' आएगा तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा। याद दिला दें कि दुनिया में परमाणु हथियार की सबसे ज्यादा खेप रूस के ही पास है।