शनिवार, 19 मार्च 2022
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अमेरिका: खटमल से फैला खतरनाक वायरस 'हार्टलैंड'
इस खतरनाक वायरस का नाम हार्टलैंड है। इस वायरस का पहला मामला 2009 में सामने आया था और यह खटमल से हिरन में पाया गया था। इसके बाद 2013 में इस वायरस से इंसानों में संक्रमण का पता चला। जानकारों के अनुसार हर दो हजार में से किसी एक खटमल में ऐसे वायरस पाए जाते हैं। हार्टलैंड वायरस की चपेट में आने के बाद बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और भूख का ना लगना शामिल है। इसकी चपेट में आने के बाद ऑर्गन्स फेल हो जाते हैं।
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यूपी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 25 को होगा
यूपी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 25 को होगा
संदीप मिश्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित भाजपा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को शाम चार बजे होगा। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण सामारोह का आयोजन राजधानी में शहीद पथ स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में किया जाएगा। भाजपा सूत्रों के अनुसार, इससे पहले संभवत: 21 मार्च को भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा। समझा जाता है कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा। भाजपा सूत्रों ने बताया कि शपथ ग्रहण से पहले, योगी आदित्यनाथ को सदन का नेता चुना जाएगा और वह लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। योगी ने हाल ही में संपन्न चुनावों में पार्टी को प्रचंड जीत दिलाई है। भाजपा सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के शपथ ग्रहण में शामिल होने की संभावना है।
शपथ ग्रहण समारोह में केंद्र सरकार के कई मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, संघ और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा सहित विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि समारोह की व्यापक तैयारियां पहले ही शुरू हो चुकी हैं, जिसमें योगी सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, को भी आमंत्रित किया जाएगा।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक इकाना स्टेडियम में प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर योगी आदित्यनाथ की पार्टी नेतृत्व के साथ मन्त्रणा हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को क्रमशः पर्यवेक्षक व सह पर्यवेक्षक बनाया गया है एवं शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची को मुख्यमंत्री के गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने पर अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय का आकार या कौन-कौन विधायक मंत्री पद शपथ लेगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन मंत्रिमंडल में महिलाओं और युवाओं को खास तवज्जो मिलेगी। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने 403-सदस्यीय विधानसभा में 255 सीटें जीतीं और उसके सहयोगियों ने 18 अन्य सीटें जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी का मार्ग प्रशस्त किया। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव हुए और 10 मार्च को नतीजे घोषित किए गए।
मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा कर रही फिल्म
मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा कर रही फिल्म
इकबाल अंसारी
चेन्नई। बॉलीवुड इस फिल्म के जरिये भाजपा का उद्देश्य धार्मिक नफरत पैदा करना और धार्मिक सहिष्णुता को बिगाड़कर राजनीतिक लाभ हासिल करना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात को कोई नहीं भूल सकता कि कश्मीर को भारत में शामिल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पंडित समुदाय से ही थे।’’ तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) के प्रमुख के. एस. अलागिरि ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ‘एकतरफा अर्द्धसत्य तथा अप्रमाणित मनगढंत’ बातों के जरिये मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह फिल्म कश्मीर के लोगों के साथ हुए अत्याचार और अन्याय को छुपाने के लिए बनायी गयी है तथा इसमें इस अप्रमाणित झूठे आरोपों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है कि राज्य में मुसलमानों के साथ भाई- बहनों की तरह रहने वाले कश्मीरी पंडितों को उत्पीड़ित किया गया था। अलागिरि ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘इस फिल्म के जरिये भाजपा का उद्देश्य धार्मिक नफरत पैदा करना और धार्मिक सहिष्णुता को बिगाड़कर राजनीतिक लाभ हासिल करना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात को कोई नहीं भूल सकता कि कश्मीर को भारत में शामिल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पंडित समुदाय से ही थे।’’
अलागिरि ने कहा कि आरएसएस और भाजपा कश्मीर में धार्मिक सौहार्द से रह रहे कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए जिम्मेदार थे। उन्होंने कहा कि न तो कांग्रेस और न ही जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस नेता शेख अब्दुल्ला पंडितों के पलायन के लिए दोषी थे, क्योंकि उनकी पार्टी उस वक्त सत्ता में नहीं थी। वास्तव में, तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और शेख अब्दुल्ला के बीच दोस्ती ही कश्मीर के भारत में विलय का मुख्य कारण थी। उन्होंने फिल्म की प्रशंसा करने और निदेशक को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आड़े हाथों लिया और कहा कि उनकी खुली प्रशंसा से भारतीय संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत कमजोर हुए हैं। श्री अलागिरि ने कहा, ‘‘मैं विभाजनकारी राजनीति को बढ़ावा देने और धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने के लिए भाजपा सरकार की निंदा करता हूं।
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