शनिवार, 19 मार्च 2022

83वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में गृहमंत्री ने भाग लिया

83वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में गृहमंत्री ने भाग लिया   

इकबाल अंसारी       
श्रीनगर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 83वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाग लिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सीआरपीएफ स्थापना दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (19 मार्च) को जम्मू में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 83वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाग लिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 83वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाग लिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सीआरपीएफ स्थापना दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार (19 मार्च) को जम्मू में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 83 वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाग लिया। यह पहली बार है जब सीआरपीएफ राष्ट्रीय राजधानी के बाहर अपना स्थापना दिवस मना रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शनिवार को सीआरपीएफ के स्थापना दिवस परेड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा 2014 में नरेंद्र मोदी के भारत के प्रधान मंत्री बनने के बाद, जम्मू-कश्मीर की स्थिति में सुधार हुआ है। जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ी उपलब्धि वह अपार सफलता है जो हमारे बलों ने राज्य में आतंकवाद को नियंत्रित करने में हासिल की है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू में सीआरपीएफ के 83वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में कहा सीआरपीएफ ने लंबे समय से भारत में लोगों को सुरक्षा और सुरक्षा की भावना प्रदान करने का काम किया है। सीआरपीएफ जवानों ने देश में मुश्किल हालात में लोगों को दी राहत की सांस दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू में में कहा कि चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है और निष्पक्ष चुनाव एक लोकतांत्रिक देश की आत्मा है। जब भी भारत में लोकसभा या विधानसभा चुनाव होते हैं, सीआरपीएफ देश भर में शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने 1950 में संसद द्वारा सीआरपीएफ अधिनियम के अधिनियमित होने के बाद सीआरपीएफ को रंग प्रस्तुत करने के बाद 19 मार्च को सीआरपीएफ स्थापना दिवस मनाया जाता है। सीआरपीएफ की स्थापना 1939 में हुई थी और तब इसे क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्स पुलिस के नाम से जाना जाता था। 1939 में आज ही के दिन सीआरपीएफ को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्स पुलिस के रूप में स्थापित किया गया था।
स्वतंत्रता के तुरंत बाद इसे जीवन का एक नया पट्टा दिया गया था जब इसका नाम बदलकर 28 दिसंबर 1949 को केंद्रीय रिजर्व पुलिस के रूप में बदल दिया गया था और देश की आंतरिक सुरक्षा को सुरक्षित करने के लिए इसे अनिवार्य किया गया था।

डिजिटल माध्यम से 21 को शिखर बैठक करेंगे पीएम

डिजिटल माध्यम से 21 को शिखर बैठक करेंगे पीएम  

सुनील श्रीवास्तव      
नई दिल्ली/सिडनी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, डिजिटल माध्यम से 21 मार्च को शिखर बैठक करेंगे। आपको बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया बीते कुछ सालों से द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने के लिए लगातार कोशिशें कर रहे हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर से दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक बैठक होने जा रही है। इस बैठक में पीएम नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन हिस्सा लेंगे।
ऑस्ट्रेलिया प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने व्यापार और निवेश संबंधों को गहरा करने और हमारे पारस्परिक आर्थिक सुधार और विकास का समर्थन करने के लिए नए आर्थिक अवसरों का उपयोग करने पर चर्चा करेंगे। बताया जा रहा है कि इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच व्यापार, महत्वपूर्ण खनिजों, माइग्रेशन और मोबिलिटी और शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण बातचीत होगी। माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच कई अहम घोषणाएं हो सकती हैं।
विविध क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के साथ नई पहल के लिए रास्ते तलाशे जायेंगे। इससे पहले शिखर सम्मेलन की घोषणा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक मीडिया ब्रीफिंग में की है। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच का ये शिखर सम्मेलन 4 जून 2020 को पहली बार हुए ऐतिहासिक वर्चुअल सम्मेलन का ही अगला हिस्सा है। उस दौरान भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया था। अरिंदम बागची ने कहा कि बैठक में दोनों देशों के संबंधों और विभिन्न कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस डिजिटल शिखर बैठक में दोनों देशों के बीच विविध क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के साथ नई पहल के लिए रास्ते तलाशे जायेंगे। 
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन से पिछली बार मुलाकात सितंबर 2021 में क्वाड नेताओं की शिखर बैठक से इतर वाशिंगटन में हुई थी, वहीं नवंबर 2020 में और पिछले वर्ष मालाबार नौसेना अभ्यास में ऑस्ट्रेलिया की नौसेना ने हिस्सा लिया था। इसमें जापान और अमेरिका की नौसेना ने भी हिस्सा लिया था। चूंकि शिखर सम्मेलन यूक्रेन में संकट के बीच हो रहा है, इसलिए दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच वार्ता में इसे शामिल किए जाने की उम्मीद है। बागची ने कहा कि दोनों नेता व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत विभिन्न मुद्दों पर हुए डेवलपमेंट का जायजा लेंगे।

अपनी हाइट को लेकर सुर्खियों में रहती हैं लिसिना

अपनी हाइट को लेकर सुर्खियों में रहती हैं लिसिना   

सुनील श्रीवास्तव            
मास्को। रूसी मॉडल एकातेरिना लिसिना अपनी हाइट को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। एकातेरिना 6 फीट 9 इंच लंबी हैं। अपनी हाइट की बदौलत उन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है। हालांकि, इस हाइट ने उनकी लव लाइफ को भी प्रभावित किया है। कैसे, आइए जानते हैं खुद रूसी मॉडल एकातेरिना की जुबानी।
बता दें कि 34 साल की एकातेरिना लिसिना को 'दुनिया की सबसे लंबी टांगों वाली महिला' माना जाता है, जिस कारण उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है। उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया है कि उनकी 6 फीट 9 इंच की असामान्य लंबाई लव लाइफ पर असर डालती है।
पार्टनर मिलना मुश्किल हो गया। कई बार लंबी हाइट के कारण उन्हें विषम परिस्थियों से भी गुजरना पड़ता है। बकौल एकातेरिना- "रिश्ते में हाइट मायने नहीं रखती, यह बात समझनी चाहिए। 
वो कहती हैं कि लड़के की हाइट कम होने और लड़की की बहुत अधिक होना लोग सही नहीं मानते। हालांकि, वो खुद से 1 फुट छोटे हाइट के लड़के तक से डेटिंग करने को तैयार रहती हैं, लेकिन इससे छोटे लड़के से नहीं‌ एकातेरिना डेटिंग एप्स से लड़कों से मिलना पसंद करती हैं।
रूसी मॉडल एकातेरिना लिसिना फ्रोफेशनल बास्केटबॉल खिलाड़ी भी रह चुकी हैं। रिटायरमेंट के बाद वो मॉडलिंग की दुनिया में आ गईं। उनके माता-पिता भी अच्छी खासी हाइट वाले हैं। एकातेरिना के पैरेंट्स 6 फीट 2 इंच के हैं।
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एकातेरिना तमाम फ़ोटोज़-विडीयोज शेयर करती रहती हैं, जिन्हें लाखों की संख्या में लोग लाइक करते हैं।  इंस्टाग्राम पर रूसी मॉडल के 10 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। देखिए एकातेरिना के कुछ इंस्टाग्राम पोस्ट।
भारत के भले ही किसी कोने में आप रह रहे हों, जनता से रिश्ता वेबसाइट पर आपके राज्य की हर छोटी-बड़ी खबर मिलेगी। राजनीति, खेल, चुनाव, बिजनेस, सिनेमा, इस प्लैटफॉर्म पर बस एक क्लिक करते ही हमेशा पाएं ताजा खबरें। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल समेत देश के बाकी राज्यों और शहरों की कोई जानकारी हो, हम आपको देते हैं। सियासी रण हो या बजट का मौसम, कहां चल रहा क्या सियासी दांव-पेच, आपके गांव में किसकी सरकार, हर अपडेट यहां आपको मिलेंगे। तो फिर अपने राज्य की हर हलचल के लिए जुड़े रहिए जनता से रिश्ता के साथ।

निर्दलीय विधायक के निर्वाचन को हाईकोर्ट में चुनौती

निर्दलीय विधायक के निर्वाचन को हाईकोर्ट में चुनौती  

पंकज कपूर    
नैनीताल। उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद अंतर्गत खानपुर विधानसभा से नवनिर्वाचित निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के निर्वाचन को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है।आज होली अवकाश के बाद भी मामले की सुनवाई कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा और न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी की खंडपीठ में हुई। पीठ ने याचिका की पोषणीयता पर सवाल उठाते हुए याचिकाकर्ताओें को इस मामले में 23 मार्च को सुनवाई के दौरान जवाब देने को कहा है। हरिद्वार लक्सर डाबकी कलां गांव निवासी वीरेन्द्र कुमार और जनता कैबिनेट पार्टी की भावना पांडे की ओर से चुनौती दी गयी है। दायर याचिका में कहा गया है कि उमेश शर्मा ने नामांकन पत्र में तथ्यों को छुपाया है। शपथपत्र में आपराधिक मामलों का पूरा विवरण नहीं दिया है।

याचिका में कहा गया है कि उनका आपराधिक इतिहास है। उनके खिलाफ विभिन्न राज्यों में 29 मामले दर्ज हैं।
याचिकाकर्ताओं की ओर से आगे कहा गया है कि शर्मा की ओर से विधानसभा में नामांकन के दौरान फार्म 26 में पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गयी है। तथ्यों को छिपाया गया है। याचिकाकर्ताओं की ओर से शर्मा को विधानसभा की शपथ लेने से रोकने की मांग की गयी है। इसके अलावा चुनाव आयोग से उनके खिलाफ जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत कार्यवाही करने की भी मांग की गयी है।पीठ ने याचिका की पोषणीयता पर सवाल उठाते हुए याचिकाकर्ताओं से पूछा कि जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 80 व संविधान की धारा 329 के तहत इस मामले को चुनाव याचिका के तहत क्यों नहीं चुनौती दी गयी। अब इस मामले में 23 मार्च को सुनवाई होगी।

उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस बरकरार

उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस बरकरार  

पंकज कपूर     
देहरादून। उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण को लेकर तैयारियां तेज कर दी है, हालांकि नया मुख्यमंत्री कौन होगा ? इसको लेकर जहां सस्पेंस बरकरार है, वहीं नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण भव्य होगा। यह बात बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहीं मदन कौशिक का कहना है कि नई मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण भव्य होगा। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत भाजपा शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का साथ ही कहना है कि भाजपा हाईकमान से उनकी बातचीत हुई है‌। जैसी ही केंद्रीय पर्यवेक्षकों का समय मिलेगा, भाजपा विधायकों को विधानमंडल दल की बैठक के लिए सूचना भेज दी जाएगी। जबकि भाजपा के अधिकांश विधायक देहरादून में ही मौजूद हैं। कुमाऊं में होली के चलते कुछ विधायक क्षेत्रों में जो की देहरादून पहुंचने वाले हैं। नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तैयारियों को लेकर शनिवार, शाम भाजपा संगठन की भी बैठक होनी है।

लोक सेवा आयोग ने कई पदों पर निकाली भर्ती

लोक सेवा आयोग ने कई पदों पर निकाली भर्ती 

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। पीसीएस परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए अच्छा मौका है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने कई पदों पर भर्ती निकाली हैं। इसके लिए आयोग ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट uppsc.up.nic.in पर पीसीएस परीक्षा 2022 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। 

उम्मीदवार 16 अप्रैल 2022 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। बताते चलें कि यूपीपीएससी पीसीएस परीक्षा 2022 के माध्यम से लगभग 250 रिक्तियां भरी जाएंगी। जिसमें उप रजिस्ट्रार, सहायक अभियोजन अधिकारी (परिवहन), जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी / एसोसिएट डीआईओएस, जिला प्रशासनिक अधिकारी, जिला लेखा परीक्षा अधिकारी (राजस्व लेखा परीक्षा) और अन्य समकक्ष प्रशासनिक पद शामिल हैं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-162, (वर्ष-05)
2. रविवार, मार्च 20, 2022
3. शक-1984, चैत्र, कृष्ण-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 23 डी.सै., अधिकतम-34+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
http://www.universalexpress.page/
www.universalexpress.in
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745 
           (सर्वाधिकार सुरक्षित)

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...