मंगलवार, 15 मार्च 2022

'ग्लांजा' का नया संस्करण भारतीय बाजार में उतारा

'ग्लांजा' का नया संस्करण भारतीय बाजार में उतारा 

अकांशु उपाध्याय       

नई दिल्ली। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने प्रीमियम हैचबैक गाड़ी ग्लांजा का नया संस्करण भारतीय बाजार में उतारा है। जिसकी शुरुआती कीमत 6.39 लाख रुपये रखी गई है। इस मॉडल में 1197 सीसी का पेट्रोल इंजन है और यह मैनुअल तथा ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्प दोनों में उपलब्ध है। ग्लांजा के पांच स्पीड वाले मैनुअल संस्करण की कीमत 6.39 लाख रुपये से 9.19 लाख रुपये के बीच है जबकि ऑटोमैटिक संस्करण की कीमत 7.79 लाख रुपये से 9.69 लाख रुपये के बीच है। 

इसकी अन्य खासियतों में छह एयरबैग, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम, हिल होल्ड कंट्रोल, हेड-अप डिस्प्ले, 360 डिग्री कैमरा और नौ इंच का स्मार्ट प्ले कास्ट शामिल है। टीकेएम के कार्यकारी उपाध्यक्ष (बिक्री एवं ग्राहक सेवा) तदाशी असाजुमा ने कहा, ”यह विशेषतौर पर उन लोगों के लिए है जो स्टाइल और आधुनिक तकनीक वाली सुरक्षित तथा आरामदायक कार चाहते हैं।” टोयोटा ग्लांजा 2019 में बाजार में आई थी। अब तक कंपनी ने घरेलू बाजार में 66,000 से अधिक ग्लांजा कारें बेची हैं।

आरोपी की जमानत के खिलाफ याचिका पर सुनवाई

आरोपी की जमानत के खिलाफ याचिका पर सुनवाई 

आदर्श श्रीवास्तव       

लखीमपुर खीरी। उच्चतम न्यायालय ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की जमानत के खिलाफ दायर याचिका पर अब बुधवार को सुनवाई की। मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमन की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंगलवार को इस मामले को 16 मार्च के लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश देते हुए कहा कि विशेष अनुमति याचिका पर कल सुनवाई की। शीर्ष अदालत ने 11 मार्च को कहा था कि 15 मार्च को उपयुक्त पीठ के समक्ष याचिका पर सुनवाई की। लेकिन इस मामले से संबंधित अन्य याचिकाओं पर सुनवाई कर चुकी पीठ में शामिल न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्य कांत आज उपलब्ध नहीं थे। 

याचिकाकर्ताओं- मृतक किसानों के परिजनों के वकील प्रशांत भूषण ने आज भी याचिका को अति आवश्यक बताते हुए शीघ्र सुनवाई की गुहार लगाई। इससे पहले उन्होंने 11 और चार मार्च को भी शीघ्र सुनवाई की गुहार लगाई थी। श्री भूषण ने शीर्ष अदालत को बताया कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एक गवाह पर गत गुरुवार रात को वहां हमला किया गया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अभियुक्तों की ओर से धमकी दी जा रही है कि अब उनकी पार्टी राज्य की सत्ता में वापस आ गई है। श्री भूषण ने कहा कि ऐसे हालात में गवाहों और याचिकाकर्ताओं के लिए नई चुनौती खड़ी हो गई है। मुख्य आरोपी आशीष के अलावा अन्य आरोपी भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय में जमानत लेने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 10 फरवरी को जमानत दी थी। किसानों के परिजनों की ओर से श्री भूषण ने आशीष की जमानत रद्द करने की मांग करते हुए उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत में याचिका दायर की।

श्री भूषण ने चार मार्च को भी शीघ्र सुनवाई की गुहार लगाई थी। तब मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस मामले पर 11 मार्च को उपयुक्त पीठ के समक्ष सुनवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन उस दिन याचिका सूचीबद्ध नहीं की गई थी। मुख्य न्यायाधीश ने चार मार्च को यह भी कहा था कि संबंधित मामले की सुनवाई करने वाली वही पीठ याचिका पर विचार करने के लिए उपलब्ध होनी चाहिए। मृतक किसानों के परिजनों का नेतृत्व कर रहे जगजीत सिंह की ओर से अधिवक्ता श्री भूषण ने फरवरी में विशेष अनुमति याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ता ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा आशीष को जमानत दिए जाने को कानूनी प्रक्रिया एवं न्याय की अनदेखी करार दिया है। श्री भूषण से कुछ दिन पहले, अधिवक्ता सी एस पांडा और शिव कुमार त्रिपाठी ने भी आशीष की जमानत के खिलाफ सर्वोच्च अदालत में विशेष अनुमति याचिका दायर की थी।

अनजाने में मिसाइल के चलने को गंभीरता से लिया

अनजाने में मिसाइल के चलने को गंभीरता से लिया  

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि अनजाने में एक मिसाइल के चलने की घटने को सरकार ने गंभीरता से लिया है और इसके लिए एक औपचारिक उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। जिससे दुर्घटना के सटीक कारणों से पता चल सके। श्री सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा में नौ मार्च को दुर्घटनावश एक मिसाइल के चलने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि ऑपेरशन, रखरखाव और निरीक्षण के लिए मानक संचालन प्रक्रिया की समीक्षा की जा रही है हम अपने हथियार प्रणाली की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं इस संबंध में यदि किसी प्रकार की त्रुटि पायी जाती है तो उसे तुरंत दूर किया जाएगा।उन्होंने कहा, “मैं सदन को आश्वस्त कर सकता हूं कि हमारा मिसाइल सिस्टम अत्यंत सुरक्षित और भरोसेमंद है। 
इसके अलावा हमारी सुरक्षा प्रक्रिया और प्रोटोकॉल उच्चस्तरीय हैं और समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाती है। हमारी सशस्त्र सेनाएं पूरी तरह से प्रशिक्षित और अनुशासित हैं तथा इस प्रकार के सिस्टम को हैंडल करने का अच्छा अनुभव रखती है।श्री सिंह ने नौ मार्च की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि जांच के दौरान अनजाने में एक मिसाइल चल गई थी। मिसाइल यूनिट के रुटीन रखरखाव और निरीक्षण के दौरान शाम को लगभग सात बजे दुर्घटनावश एक मिसाइल चल गयी थी। बाद में पता हुआ कि यह मिसाइल पाकिस्तान के क्षेत्र में जा गिरी। यह घटना खेदजनक है परंतु राहत की बात है कि इस दुर्घटना से किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है।

कारोबार: सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव दिखा

कारोबार: सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव दिखा    

कविता गर्ग          

मुंबई। एशियाई बाजारों में मिले जुले रूख और आईटी कंपनियों के शेयर में गिरावट के कारण मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स मजबूत रुख के साथ खुला थाा। लेकिन फिर 150 अंक की गिरावट आने के साथ यह 56,333.72 पर आ गया। इसी तरह एनएसई निफ्टी शुरुआती कारोबार में 28.50 अंक की गिरावट के साथ 16,842.80 पर था। सेंसेक्स में टाटा स्टील, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, टीसीएस और विप्रो के शेयर नुकसान में रहे।

वहीं दूसरी ओर मारुति सुजुकी इंडिया, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल और एचडीएफसी के शेयर लाभ में रहे। पिछले सत्र में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 935.72 अंक यानी 1.68 प्रतिशत चढ़कर 56,486.02 अंक पर बंद हुआ था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 240.85 अंक यानी 1.45 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,871.30 अंक पर पहुंच गया। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 3.73 प्रतिशत गिरकर 102.9 डॉलर प्रति बैरल हो गया। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को सकल आधार पर 176.52 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

कांग्रेस विधायक ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाया

कांग्रेस विधायक ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाया

नरेश राघानी      
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को सत्तारुढ़ कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार इतनी सुस्त क्यों चल रही है कि अधिकारी उसकी बात नहीं मान रहे और घोषणा के चार वर्ष बाद भी बूंदी में बूंदा मीणा का पैनोरमा नहीं बन सका ? 
मीणा ने प्रश्नकाल में “बूंदी में बूंदा मीणा का पैनोरमा” का प्रश्न उठाया और कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व मंत्री बी डी कल्ला जब इसका जवाब दे रहे थे तब उन्होंने पूरक प्रश्न करते हुए कहा कि वर्ष 2018 में बूंदा मीणा का पैनोरमा बनाने की घोषणा हुई और मंत्री ने कलेक्टर को पत्र लिखा लेकिन अब तक इस पर काम नहीं हुआ, सरकार इतनी सुस्त क्यों चल रही है कि अधिकारी उसकी बात नहीं मान रहे हैं।

रिम्स नियुक्ति प्रक्रिया में विलंब पर एचसी की नाराजगी

रिम्स नियुक्ति प्रक्रिया में विलंब पर एचसी की नाराजगी 

इकबाल अंसारी     

रांची। उच्च न्यायालय ने रिम्स नियुक्ति प्रक्रिया में विलंब पर एक बार फिर से नाराजगी जताईं हैं। वहीं रिम्स प्रबंधन की ओर से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर लेने का भरोसा दिलाया हैं। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉ. रवि रंजन और न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ में रिम्स में चतुर्थवर्गीय नियुक्ति से संबंधित मामले की सुनवाई हुई।सुनवाई के दौरान अदालत ने सरकार को यह निर्देश दिया कि रिम्स गवर्निंग बॉडी की बैठक कर नियुक्ति से संबंधित नियमावली में रोस्टर के बिंदु में संशोधन किया जाए। सुनवाई के दौरान स्वास्थ्य सचिव और रिम्स निदेशक भी अदालत के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित हुए।अदालत ने रिम्स में विभिन्न पदों पर होने वाली नियुक्ति को लेकर रिम्स प्रशासन और सरकार के रवैये पर नाराजगी जाहिर की। जबकि रिम्स प्रबंधन की ओर से जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर लेने का भरोसा दिलाया गया। मामले की अगली सुनवाई दो सप्ताह बाद होगी।

बताते चलें कि इससे पहले पिछली सुनवाई में भी हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के कामकाज पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मौखिक टिप्पणी की थी कि अगर रिम्स में रिम्स में स्थायी नियुक्ति सरकार नहीं कर रही, तो पहले से संविदा में कार्यरत कर्मी को ही स्थायी किया जा सकता हैं। वहीं रिम्स प्रबंधन पर अवमानना चलाने की बात भी कोर्ट ने कही हैं। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के दौरान रिम्स की अव्यवस्था पर कोर्ट की ओर से लिये गये स्वतः संज्ञान पर सुनवाई हो रही हैं।

प्रदेश अध्यक्ष गिरीश ने अपने पद से इस्तीफा दिया

प्रदेश अध्यक्ष गिरीश ने अपने पद से इस्तीफा दिया 

इकबाल अंसारी     

पणजी। गोवा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के मुताबिक चोडनकर ने अपना त्यागपत्र कांग्रेस हाईकमान को भेज दिया है। बताते चलें कि पार्टी ने विधानसभा चुनाव में गोवा फॉरवर्ड पार्टी(जीएफपी) के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था, जिसमें कांग्रेस ने 11 सीटें हासिल की जबकि जीएफपी एक सीट पर विजयी हुई है। कांग्रेस 2017 के विधानसभा चुनाव में 17 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी सरकार बनाने में नाकाम रही थी।

हलांकि सत्तारूढ़ भारताय जनता पार्टी सत्ता विरोधी लहर के कारण बहुमत नहीं हासिल कर सकी थी। कांग्रेस विधानसभा में बहुमत प्राप्त करने तथा अपने दम पर सरकार बनाने की उम्मीद कर रही थी, लेकिन भाजपा ने 40 विधानसभा सीटों में से 20 सीटें अपने पास होने का दावा कर सरकार बनाने में कामयाब रही। मतगणना के दिन चोडनकर ने कहा कि वह हार की नैतिक जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं और समय आ गया है कि पार्टी राज्य में नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करे। सुत्रों ने बताया कि संकल्प अमोनकर, एल्विस गोम्स, दिगंबर कामत और एलेक्स सेक्वेरा जैसे नेता अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे हैं। संकल्प अमोनकर और दिगंबर कामत ने इस साल विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...